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लेयर 3

सूची लेयर 3

कम्प्युटर नेटवर्क के ओएसआई मॉडल में सात लेयर (परत) में से नेटवर्क लेयर तीसरा लेयर है। इसे लेयर 3 के नाम से जाना जाता है। यह पैकेट अग्रेषण के लिए जिम्मेदार होता है और यह पास के नेटवर्क नोड्स के बारे में जानता है इस कारण यह मध्यवर्ती राउटर के माध्यम से भी पैकेट अग्रेषण कर सकता है। यह लोकलहोस्ट डोमैन संदेशों को ट्रांसपोर्ट लेयर (लेयर 4) को भेजता है। डाटा लिंक लेयर मीडिया द्वारा नियंत्रण और त्रुटि की जाँच हेतु जिम्मेदार होता है। .

2 संबंधों: संगणक नेटवर्क, ओएसआई प्रतिमान

संगणक नेटवर्क

एक कम्प्यूटर नेटवर्क का योजनामूलक चित्र आर-जे-४५ कनेक्टर दो या दो से अधिक परस्पर जुड़े हुए कम्प्यूटर या अन्य डिजिटल युक्तियों और उन्हें जोडने वाली व्यवस्था को कंप्यूटर नेटवर्क कहते हैं। ये कम्प्यूटर आपस में इलेक्ट्रोनिक सूचना का आदान-प्रदान क‍र सकते हैं और आपस में तार या बेतार से जुडे रहते हैं। सूचना का यह आवागमन खास परिपाटी से होता है, जिसे प्रोटोकॉल कहते हैं और नेटवर्क के प्रत्येक कम्प्यूटर को इसका पालन करना पड़ता है। कई नेटवर्क जब एक साथ जुड़ते हैं तो इसे इंटरनेटवर्क कहते हैं जिसका संक्षिप्त रूप इन्टरनेट (अंतर्जाल, अंग्रेज़ी में Internet) काफ़ी प्रचलित है। अलग अलग प्रकार की सूचनाओं के कार्यकुशल आदान-प्रदान के लिये विशेष प्रोटोकॉल हैं। सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए एनालॉग तथा डिजिटल विधियों का प्रयोग होता है। नेटवर्क के उपादानों में तार, हब, स्विच, राउटर आदि उपकरणों का नाम लिया जा सकता है। स्थानीय कम्प्यूटर नेटवर्किंग में बेतार नेटवर्क का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। .

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ओएसआई प्रतिमान

खुली प्रणाली अंतर्संपर्क संदर्भ प्रतिमान (ओएसआई रेफ़रेंस मॉडल या "ओएसआई प्रतिमान"), परतदार संचार व संगणक जाल नवाचार अभिकल्प के लिए एक भावात्मक वर्णन है। इसका विकास खुली प्रणाली अतंरसंपर्क (ओएसआई) उपक्रम के तौर पर किया गया था। मूलभूत रूप में ये जाल संरचना को सात परतों में विभाजित करताहै, ऊपर से नीचे के क्रम में ये हैं, अनुप्रयोग, प्रस्तुतीकरण, सत्र, यातायात, जाल, सामग्री-कड़ी, व भौतिक परत। अतः इसे अक्सर "ओएसआई सात परती प्रतिमान" भी कहा जाता है। हर परत, सैद्धांतिक रूप से समान कृत्यों का समूह है, जो अपने से ऊपर वाली परत को सेवा प्रदान करता है और अपने से नीचे वाली परत से सेवाएँ प्राप्त करता है। हर परत में एक "दृष्टांत" ऊपर वाली परत के दृष्टांतों को सेवा प्रदान करता है और नीचे वाली परतों से सेवा करने का अनुरोध करता है। उदाहरण के लिए किसी जाल में त्रुटिहीन संपर्क प्रदान करने वाली परत ऊपर मौजूद अनुप्रयोगों को वांछित पथ प्रदान करता है और यह करने के लिए अपने से निचली परत से पुलिंदे लेने-देने का अनुरोध करता है ताकि पथ की सामग्री तैयार हो सके। सिद्धांततः एक परत में मौजूद दो दृष्टांत आपस में संपर्क करने के लिए उसी परत के एक समस्तरीय नवाचार जुड़ाव का इस्तेमाल करते हैं। ओएसआई-प्रतिमान में संपर्क (परत ३ से ५ का उदाहरण) .

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