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लाजपत नगर, दिल्ली

सूची लाजपत नगर, दिल्ली

लाजपत नगर दक्षिण दिल्ली का एक प्रमुख क्षेत्र है। यहां एक बडी निजि आवासीय कालोनी, सरकारी आवासीय कालोनी के साथ- साथ ही एक बड व प्रसिद्ध बाजार भी है, जो कि सेन्ट्रल मार्किट के नाम से प्रसिद्ध है। यह प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी श्री लाला लाजपत राय के सम्मान में नामित है। लाजपतनगर, दिल्ली दिल्ली के रिंग मार्ग पर आने वाला एक बस स्टॉप भी है। .

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सामग्री की तालिका

  1. 7 संबंधों: दिल्ली, दिल्ली मेट्रो रेल, महात्मा गाँधी मार्ग, दिल्ली, येलो लाइन (दिल्ली मेट्रो), लाला लाजपत राय, लाजपत नगर, दिल्ली, सेन्ट्रल मार्केट, लाजपत नगर

दिल्ली

दिल्ली (IPA), आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (अंग्रेज़ी: National Capital Territory of Delhi) भारत का एक केंद्र-शासित प्रदेश और महानगर है। इसमें नई दिल्ली सम्मिलित है जो भारत की राजधानी है। दिल्ली राजधानी होने के नाते केंद्र सरकार की तीनों इकाइयों - कार्यपालिका, संसद और न्यायपालिका के मुख्यालय नई दिल्ली और दिल्ली में स्थापित हैं १४८३ वर्ग किलोमीटर में फैला दिल्ली जनसंख्या के तौर पर भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर है। यहाँ की जनसंख्या लगभग १ करोड़ ७० लाख है। यहाँ बोली जाने वाली मुख्य भाषाएँ हैं: हिन्दी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेज़ी। भारत में दिल्ली का ऐतिहासिक महत्त्व है। इसके दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियां और पूर्व में यमुना नदी है, जिसके किनारे यह बसा है। यह प्राचीन समय में गंगा के मैदान से होकर जाने वाले वाणिज्य पथों के रास्ते में पड़ने वाला मुख्य पड़ाव था। यमुना नदी के किनारे स्थित इस नगर का गौरवशाली पौराणिक इतिहास है। यह भारत का अति प्राचीन नगर है। इसके इतिहास का प्रारम्भ सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है। हरियाणा के आसपास के क्षेत्रों में हुई खुदाई से इस बात के प्रमाण मिले हैं। महाभारत काल में इसका नाम इन्द्रप्रस्थ था। दिल्ली सल्तनत के उत्थान के साथ ही दिल्ली एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक शहर के रूप में उभरी। यहाँ कई प्राचीन एवं मध्यकालीन इमारतों तथा उनके अवशेषों को देखा जा सकता हैं। १६३९ में मुगल बादशाह शाहजहाँ ने दिल्ली में ही एक चारदीवारी से घिरे शहर का निर्माण करवाया जो १६७९ से १८५७ तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही। १८वीं एवं १९वीं शताब्दी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने लगभग पूरे भारत को अपने कब्जे में ले लिया। इन लोगों ने कोलकाता को अपनी राजधानी बनाया। १९११ में अंग्रेजी सरकार ने फैसला किया कि राजधानी को वापस दिल्ली लाया जाए। इसके लिए पुरानी दिल्ली के दक्षिण में एक नए नगर नई दिल्ली का निर्माण प्रारम्भ हुआ। अंग्रेजों से १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त कर नई दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का प्रवासन हुआ, इससे दिल्ली के स्वरूप में आमूल परिवर्तन हुआ। विभिन्न प्रान्तो, धर्मों एवं जातियों के लोगों के दिल्ली में बसने के कारण दिल्ली का शहरीकरण तो हुआ ही साथ ही यहाँ एक मिश्रित संस्कृति ने भी जन्म लिया। आज दिल्ली भारत का एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक केन्द्र है। .

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दिल्ली मेट्रो रेल

दिल्ली मेट्रो रेल भारत की राजधानी दिल्ली की मेट्रो रेल परिवहन व्यवस्था है जो दिल्ली मेट्रो रेल निगम लिमिटेड द्वारा संचालित है। इसका शुभारंभ २४ दिसंबर, २००२ को शहादरा तीस हजारी लाईन से हुई। इस परिवहन व्यवस्था की अधिकतम गति ८०किमी/घंटा (५०मील/घंटा) रखी गयी है और यह हर स्टेशन पर लगभग २० सेकेंड रुकती है। सभी ट्रेनों का निर्माण दक्षिण कोरिया की कंपनी रोटेम (ROTEM) द्वारा किया गया है। दिल्ली की परिवहन व्यवस्था में मेट्रो रेल एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इससे पहले परिवहन का ज्यादतर बोझ सड़क पर था। प्रारंभिक अवस्था में इसकी योजना छह मार्गों पर चलने की थी जो दिल्ली के ज्यादातर हिस्से को जोड़ते थे। इस प्रारंभिक चरण को २००६ में पूरा किय़ा गया। बाद में इसका विस्तार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से सटे शहरों गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गाँव और नोएडा तक किया गया। इस परिवहन व्यवस्था की सफलता से प्रभावित होकर भारत के दूसरे राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक ७ अप्रैल, २००६ बीबीसी, हिन्दी, आंध्र प्रदेश एवं महाराष्ट्र में भी इसे चलाने की योजनाएं बन रही हैं। दिल्ली मेट्रो रेल व्यव्स्था अपने शुरुआती दौर से ही ISO १४००१ प्रमाण-पत्र अर्जित करने में सफल रही है जो सुरक्षा और पर्यावरण की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। सितंबर २०११ में संयुक्त राष्ट्र ने "स्वच्छ विकास तंत्र" योजना के तहत हरित गृह गैसों में कमी लाने के लिए दिल्ली मेट्रो को दुनिया का पहला "कार्बन क्रेडिट" दिया जिसके अंतर्गत उसे सात सालों के लिए 95 लाख डॉलर मिलेंगे। .

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महात्मा गाँधी मार्ग, दिल्ली

रिंग मार्ग का प्रतीक चिह्न - सामान्यतः दिल्ली में प्रयुक्त दिल्ली का मानचित्र जिसपर लाल रेखांकित महात्मा गांधी मार्ग देखा जा सकता है। महात्मा गांधी मार्ग या मुद्रिका मार्ग या रिंग रोड दिल्ली के दो रिंग मार्गों में से एक है। दूसरा है डॉ हेडगेवार मार्ग या बाहरी रिंग मार्ग (अंग्रेजी: Outer Ring Road, आउटर रिंग रोड)। दोनों की लम्बाई मिलाकर 87 कि॰मी॰ है। 40 कि.

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येलो लाइन (दिल्ली मेट्रो)

right right दिल्ली की दिल्ली मैट्रो प्रणाली में 15 मैट्रो स्टेशन हैं, जो कि जहांगीरपुरी से केंद्रीय सचिवालय तक जाती है। इसके द्वारा तय की गई कुल दूरी है 17.36 कि.मी। यह लाइन पूर्णतया प्रचालन में है।.

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लाला लाजपत राय

लालाजी (१९०८ में) लाला लाजपत राय (पंजाबी: ਲਾਲਾ ਲਾਜਪਤ ਰਾਏ, जन्म: 28 जनवरी 1865 - मृत्यु: 17 नवम्बर 1928) भारत के जैन धर्म के अग्रवंश मे जन्मे एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। इन्हें पंजाब केसरी भी कहा जाता है। इन्होंने पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की थी। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं लाल-बाल-पाल में से एक थे। सन् 1928 में इन्होंने साइमन कमीशन के विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये और अन्तत: १७ नवम्बर सन् १९२८ को इनकी महान आत्मा ने पार्थिव देह त्याग दी। .

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लाजपत नगर, दिल्ली

लाजपत नगर दक्षिण दिल्ली का एक प्रमुख क्षेत्र है। यहां एक बडी निजि आवासीय कालोनी, सरकारी आवासीय कालोनी के साथ- साथ ही एक बड व प्रसिद्ध बाजार भी है, जो कि सेन्ट्रल मार्किट के नाम से प्रसिद्ध है। यह प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी श्री लाला लाजपत राय के सम्मान में नामित है। लाजपतनगर, दिल्ली दिल्ली के रिंग मार्ग पर आने वाला एक बस स्टॉप भी है। .

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सेन्ट्रल मार्केट, लाजपत नगर

दिल्ली की मार्केट की बात हो और लाजपत नगर के सेंट्रल मार्केट का नाम याद न आए ऐसा हो ही नही सकता है। यह मार्केट खरीदारों के लिए स्वर्ग है जहाँ बच्चों, लड़कों, लड़कियों से ले कर बड़े -बुजर्गों तक का सामान मिल जायेगा। दिल्ली के पास लगते नोएडा, फरीदबाद, गाजियाबाद तक के लोग यहाँ से खरीदारी करना पसंद करते हैं क्यों कि इस बाजार में पारम्परिक भारतीय परिधान से ले कर पश्चिमी कपड़ो तक मिलंगे, साथ ही डिजायनर जुते, चप्पलों की तो यहाँ भरमार है। यह दिल्ली के सबसे पुराने बाजारों में से एक है। यहाँ अपने बजट के हिसाब से अपने लिए सामान खरीद सकते हैं। चुनमुन, रितु वेयरस, स्पोर्ट किंग आदि बड़े नामों के साथ, सड़क के किनारे लगी छोटी छोटी दुकानों से सस्ता सामान भी खरीद सकते हैं, बस थोड़ा सा मोल भाव करना पड़ेगा। कपड़ो के अलावा यदि घर के लिए साजो समान लेना हो तो यहाँ घर के सजावट के लिए भरपूर समान है। होम साज, जगदीश स्टोर आदि और कई छोटी मोटी दुकाने हैं जहाँ से घर के लिए परदे खूबसूरत सजावटी चीजे ले सकते हैं। टीवी, फ्रिज और इलेक्ट्रॉनिक सामान से तो यह बाजार भरा पड़ा है। एक से एक नए गजेट यहाँ मिल जायेंगे। बाजार में हर वक्त भीड़ रहती है और अब सुरक्षा की नज़र से भी यहाँ कई प्रबंध किए गए हैं। खरीदारी के आलावा यहाँ पर बने थ्री सीज़ सिनेमा में पिक्चर का मजा भी ले सकते हैं। और घूमते घूमते थक जाए तो खाने के लिए एक से बढ़ कर एक जगह हैं। चाट पापडी, में आलू की चाट और चाइनिस चाट, मोमो यहाँ के स्पेशल खाने के नाम पर याद आ जाते हैं। गोल्डन फीस्टा से ग्रीलिड सेंडविच खा सकते हैं, फ़ूड यूनियन में अच्छी काफ़ी और बढ़िया पिज्जा का मजा ले सकते हैं, ठेले पर मिलते दाल के लड्डू और उबली मसाला लगा के छली भुट्टा यहाँ का बहुत पसंद किया जाता है। नमकीन घर के लिए ले जाने का दिल है तो सिन्धी नमकीन भंडार जा सकते हैं। यहाँ बेसन गुजराती पापडी के साथ उबली हरी मिर्चे लेना न भूले। दिल्ली की बेहतर मार्केट के रूप में जाने जानी वाली इस जगह पर बस इसी बात का ध्यान रखे कि मोलभाव जरुर करे और खरीदारी का मजा खाने पीने के साथ खूब लें। .

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लाजपतनगर, दिल्ली के रूप में भी जाना जाता है।