सामग्री की तालिका
2 संबंधों: प्रेरणी मोटर, रैखिक मोटर।
प्रेरणी मोटर
स्क्वैरेल केज प्रेरण मोटर के स्टेटर और रोटर प्रेरणी मोटर (इण्डक्शन मोटर) प्रत्यावर्ती धारा से चलने वाली मोटर है जिसके रोटर की कोणीय चाल स्टेटर वाइण्डिंग द्वारा पैदा किये गये घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र की कोणीय चाल से कम होती है। इसी कारण इस मोटर को 'अतुल्यकालिक मोटर' (asynchronous motor) कहा जाता है (तुल्यकालिक मोटर, देखें)। इसे 'प्रेरण मोटर' इस कारण कहा जाता है क्योंकि इसके रोटर में प्रेरण के द्वारा धारा उत्पन्न होती है क्योंकि रोटर तथा घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र की चाल अलग-अलग होती है। यह मोटर सबसे अधिक उपयोग में आता है जिसके कारण इसे उद्योगों का वर्कहॉर्स कहते हैं। इसमें घिसने वाला कोई अवयव नहीं है जिससे यह बिना मरम्मत के बहुत दिनो तक चल सकता है। यह कई प्रकार का होता है-.
देखें रैखिक प्रेरण मोटर और प्रेरणी मोटर
रैखिक मोटर
रैखिक मोटर इसी मूल सिद्धान्त पर काम करती है रैखिक मोटर (लिनियर मोटर) एक विद्युतचुम्बकीय युक्ति है जो सीधे बल उत्पन्न करती है (बलाघूर्ण नहीं) तथा उसके स्थिर तथा चलायमान भागों के बीच सीधे रैखिक गति होती है (घूर्णन गति नहीं)। रैखिक मोटर के 'सिरे' होते हैं जबकि परम्परागत घूर्णी मोटर एक बन्द 'लूप' होते हैं। .