रामायण मनका: इस पाठ में १०८ छंद भगवान श्री राम की स्तुती में दिए हैं | अब तक कई बार रामायण मनका लिखी गई हैं | प्रसिद्ध रामायण मनका दो या तीन हैं | एक प्रकार: रघुपति राघव राजा राम | पतीतपावन सीताराम || जय रघुनंदन जय घनश्याम || दूसरा प्रकार: मंगल भवन अमंगलहारी | द्रवहु सो दशरथ अजर बिहारी ||.