लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

राजपथ

सूची राजपथ

राजपथ को १९४७ पूर्व किंग्स् वे कहा जाता था| यह पश्चिम में राष्ट्रपति भवन से विजय चौक होकर पूर्व में इण्डिया गेट होकर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम तक जाता है| इसके दोनोँ ओर घास लके सुन्दर मैदान आच्छादित हैं व एक एक झील साथ साथ चलती है, जो कि इसकी सुन्दरता में चार चाँद लगाती है। यहाँ मार्ग पश्चिम में रायसीना की पहाड़ी पर चढ कर भारत के राष्ट्रपति के आवास राष्ट्रपति भवन जाती है, जिसके दोनो ओर प्रशासनिक केन्द्र या सचिवालय उत्तरी खण्ड नार्थ ब्लॉक व दक्षिणी खण्ड साउथ ब्लॉक हैं। .

16 संबंधों: बीटिंग ऑफ रिट्रीट, भारत, मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, दिल्ली, रायसीना की पहाड़ी, राष्ट्रपति, राष्ट्रपति भवन, राजपथ, रक्षा मंत्रालय (भारत), सचिवालय, संसद भवन, जनपथ, वित्त मन्त्रालय, विदेश मंत्रालय (भारत), गृह मंत्रालय, भारत सरकार, इण्डिया गेट, केन्द्रीय सचिवालय

बीटिंग ऑफ रिट्रीट

• बीटिंग ऑफ रिट्रीट विजय चौक पर यह हर साल गणतंत्र दिवस के तीसरे दिन अर्थात 29, जनवरी को आयोजित किया जाता है। 26 जनवरी की तरह इसमें जादा भींड़ तो नहीं होती पर यही कोई 08 से 10 हजार लोगों के मौजूदगी में सम्पन्न होता है। इसकी अध्यक्षता माननीय राट्रपति जी के द्वारा की जाती है। हालांकि, उनके साथ प्रधान मंत्री और अन्य वरिष्ठ मंत्री और देश के महत्वपूर्ण लोग भी इसमें शामिल होते है। बीटिंग ऑप रिट्रीट की तैयारी भी लगभग एक महीने पहले ही 26 जनवरी की तैयारी के साथ शुरु हो जाती है। • ये तो कहने की एक बात है कि भारत के राष्ट्रीय पर्वों की एक तय तारीख है, पर इनकी व्यवस्था में लगने वाले साजो सामान और सुरक्षा निरंतर सालों साल से होती चली आ रही है। • बीटिंग ऑफ रिट्रीट मुख्य रूप से तीनों सेनाओं के वाद्ययंत्रो को समेकित कर, एक साथ तरह तरह के करतब और अलग अलग धुनो का बड़ा ही अद्भुत समारोह है। इसमे जहां ड्रम, बैकपाईपर, ब्रास, ट्रम्पेट, आदि बैंडो की आधुनिक चमक देखने को मिलती है वही एक तरफ वींणा, तबला, पखावज, शहनाई और बांसुरी आदि की मीठी मीठी धुन वातावरण में एक अध्यात्म का रस घोलते है। देश भक्ति गांनो को बिना गाए ही पारंपरिक धुन में उतार दिया जाता है। झांझ की छन छन से कभी मन में आकर्षण पैदा होता है तो कभी ड्रम की धमक से गर्दन हिलने पर मजबूर हो जाती है। • घोड़ो पर भाला और उंट पर हथियार लिए देश के बहादुर रक्षक धीरे धीरे जब माननीय राष्ट्रपति जी की अगवानी करते हुए बाहर की ओर निकलते आते हुए दिखते है ऐसे लगता है आंखें तृप्त हो गयी। रायसीना हिल के पहला द्वार पूरी तरह से खुला है। और विल्डिंग के सामने का हिस्सा काफी उंचा होने के कारण ऐसा लगता है कि जैसे वह समस्त भवनों की ड्योढ़ी बनाई गयी हो। उन उंचाई पर रंग विरंग परिधान से सजे धजे उंटो का समूह कभी आपको राजस्थान की झलक दिखाते है तो मुख्य द्वार से विजय चौक तक सड़क की दोनों तरफ शांत चित्त में खड़े आठ आठ घोड़े आपको भारत की अहमियत बताते मिलेंगे। • पेड़ पौधों और फूल पत्तियों में जान होती है या नहीं इसके लिए आपको किसी प्रयोगशाला जाने की जरूरत नहीं है। आप अपने राष्ट्रीय तीर्थों में शामिल हो कर तो देखिए, दुनिया वाले जिसे निर्जीव या केवल सजावटी सामग्री के तौर पर जानते है, वो भी इन दिनों खिलखिलाते और जवान मालूम पड़ेंगे। • खुले आसमान के नीचे देश का सबसे महत्वपूर्ण संसद का जमावड़ा किसी परिचय का मोहताज नहीं है। पर वो भी बीटिंग रिट्रीट में अपनी मौजूदगी को भाग्य का सहारा मानते है। अपनी पहचान को धन्य करते है। • बीटिंग रिट्रीट मूलतः चार हिस्सो में बंटा होता है। पहला, A बाक्स और B बाक्स सामान्य जनमानस के लिए होता है, दूसरा V-I और V-II में महत्वपूर्ण व्यक्ति को स्थान दिया जाता है, तीसरा बहुत ही महत्वपूर्ण लोगों के लिए बनाया गया और अंत में जो भी इनसे भी उपर का है उसका हिसाब किताब रहता है। • सभी श्रेणी के लोगों के आने के उपरांत शाम को लगभग पाँच बजे मुख्य अतिथि माननीय राष्ट्रपति का आगमन होता है। उनके पहुंचने की सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद वो राष्ट्रीय ध्वजारोहण करते है। और ध्वज के सम्मान में मौजूद सभी लोग खड़े होते है साथ ही बैंड पर राष्ट्रीयगान की धुन बजाई जाती है। • इसके बाद सभी कलाकार अपनी अपनी उच्चतम प्रतिभा का परिचय अपने वाद्य यंत्रो से देते है। शाम लगभग छेः बजे तक खूब धुआंधार प्रोग्राम होता है। बहुत मजा आता है। और सबसे अंत में राष्ट्रपति भवन के साथ साउथ ब्लाक और नॉर्थ ब्लाक में रंगीन रोशनी फैल जाती है। उसका भी कोई पर्याय नहीं सब कुछ बहुत सुंदर और सुखद लगता है। सारा सुख लूटने के बाद आगंतुक इसी की चर्चा करते हुए अपने अपने घरों के लिए चले जाते है।.

नई!!: राजपथ और बीटिंग ऑफ रिट्रीट · और देखें »

भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

नई!!: राजपथ और भारत · और देखें »

मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, दिल्ली

मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर स्थित एक खेल स्टेडियम है। यह मुख्यतः एक मैदानी हॉकी स्टेडियम है, तथा इसकी क्षमता २५००० दर्शकों की है। इस मैदान पर हॉकी विश्वकप (पुरुष) 2010 का आयोजन किया गया था। .

नई!!: राजपथ और मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, दिल्ली · और देखें »

रायसीना की पहाड़ी

रायसीना की पहाड़ी भारत की राजधानी नई दिल्ली के हृदय में स्थित है। इसपर ही यहाँ के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास व कार्यालय राष्ट्रपति भवन स्थित है। राष्‍ट्रपति भवन के निर्माण के पीछे एक लंबा इतिहास है। संक्षिप्‍त में कहें तो रायसीना हिल्‍स पर बना राज भवन देश का सबसे महत्‍वपूर्ण भवन है। यहां पर राष्‍ट्रपति का आवास और कार्यालय दोनो स्थित हैं। इसके चारों तरफ हरियाली और साथ में हैं एक से एक खूबसूरत इमारतें- संसद भवन, इंडिया गेट, विजय चौक और राजपथ। रायसीना हिल्‍स का नाम पड़ा मल्‍चा गांवों के रायसीना परिवारों से। असल में इस इमारत को बनाने के लिए रायसीना के 300 परिवारों की जमीनों का अधिग्रहण किया गया और करीब 4000 एकड़ जमीन पर इमारत बनाई गई। इसे बनाने के लिए 4 साल निर्धारित किये गये थे, लेकिन विश्‍वयुद्ध के कारण इसे बनाने में 19 साल लगे। 23 जनवरी 1931 को पहली बार अंग्रेजों के जमाने में वॉयसरॉय ऑफ इंडिया लॉर्ड इरविन यहां रहने आये। 1950 के पहले तक इसे वॉयसरॉय हाउस कहा जाता था और इस इलाके का नाम लुटियंस था। रायसीना हिल्‍स काफी उचाईं पर स्थित है, लगभग 18 मीटर। रायसीना हिल्‍स पर वॉयसरॉय हाउस बना हुआ था और अंग्रेजों का शासन वहीं से चल रहा था। 1911 में अंग्रेजों ने भारत की राजधानी कलकत्‍त (अब कोलकाता) से दिल्‍ली स्‍थानांतरित करने के लिए रायसीना हिल्‍स के बाकी के इलाके का अधिग्रहण किया और नये प्रशासनिक भवन बनाए गए .

नई!!: राजपथ और रायसीना की पहाड़ी · और देखें »

राष्ट्रपति

राष्ट्रपति किसी देश की सरकार का सांवैधानिक प्रमुख होता है। .

नई!!: राजपथ और राष्ट्रपति · और देखें »

राष्ट्रपति भवन

राष्ट्रपति भवन भारत सरकार के राष्ट्रपति का सरकारी आवास है। सन १९५० तक इसे वाइसरॉय हाउस बोला जाता था। तब यह तत्कालीन भारत के गवर्नर जनरल का आवास हुआ करता था। यह नई दिल्ली के हृदय क्षेत्र में स्थित है। इस महल में ३४० कक्ष हैं और यह विश्व में किसी भी राष्ट्राध्यक्ष के आवास से बड़ा है। वर्तमान भारत के राष्ट्रपति, उन कक्षों में नहीं रहते, जहां वाइसरॉय रहते थे, बल्कि वे अतिथि-कक्ष में रहते हैं। भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल श्री सी राजगोपालाचार्य को यहां का मुख्य शयन कक्ष, अपनी विनीत नम्र रुचियों के कारण, अति आडंबर पूर्ण लगा जिसके कारण उन्होंने अतिथि कक्ष में रहना उचित समझा। उनके उपरांत सभी राष्ट्रपतियों ने यही परंपरा निभाई। यहां के मुगल उद्यान की गुलाब वाटिका में अनेक प्रकार के गुलाब लगे हैं और यह कि जन साधारण हेतु, प्रति वर्ष फरवरी माह के दौरान खुलती है। इस भवन की खास बात है कि इस भवन के निर्माण में लोहे का नगण्य प्रयोग हुआ है। .

नई!!: राजपथ और राष्ट्रपति भवन · और देखें »

राजपथ

राजपथ को १९४७ पूर्व किंग्स् वे कहा जाता था| यह पश्चिम में राष्ट्रपति भवन से विजय चौक होकर पूर्व में इण्डिया गेट होकर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम तक जाता है| इसके दोनोँ ओर घास लके सुन्दर मैदान आच्छादित हैं व एक एक झील साथ साथ चलती है, जो कि इसकी सुन्दरता में चार चाँद लगाती है। यहाँ मार्ग पश्चिम में रायसीना की पहाड़ी पर चढ कर भारत के राष्ट्रपति के आवास राष्ट्रपति भवन जाती है, जिसके दोनो ओर प्रशासनिक केन्द्र या सचिवालय उत्तरी खण्ड नार्थ ब्लॉक व दक्षिणी खण्ड साउथ ब्लॉक हैं। .

नई!!: राजपथ और राजपथ · और देखें »

रक्षा मंत्रालय (भारत)

रक्षा मंत्रालय का प्रमुख कार्य है रक्षा और सुरक्षा संबंधी मामलों पर नीति निर्देश बनाना और उनके कार्यान्वयन के लिए उन्हें सुरक्षा बलों के मुख्यालयों, अंतर सेना संगठनों, रक्षा उत्पाद प्रतिष्ठानों और अनुसंधान व विकास संगठनों तक पहुंचाना। सरकार के नीति निर्देशों को प्रभावी ढंग से तथा आवंटित संसाधनों को ध्यान में रखकर उन्हें कार्यान्वित करना भी उसका काम है। रक्षा मंत्रालय चार विभागों का मिला जुला रूप है। इसमें रक्षा विभाग (डीओडी), रक्षा उत्पाद विभाग (डीडीपी), रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीडीआर एंड डी) और पूर्व सैनिकों के कल्याण और वित्त प्रभाग के विभाग शामिल हैं। .

नई!!: राजपथ और रक्षा मंत्रालय (भारत) · और देखें »

सचिवालय

सचिवालय सचिवों के कार्यालय को कहा जाता है। इसके कई अर्थ हो सकते हैं.

नई!!: राजपथ और सचिवालय · और देखें »

संसद भवन

संसद भवन में भारत की संसदीय कार्यवाही होती है। संसद की इमारतों में संसद भवन, संसदीय सौध, स्‍वागत कार्यालय और निर्माणाधीन संसदीय ज्ञानपीठ अथवा संसद ग्रंथालय सम्‍मिलित हैं। इन सभी को मिलाकर 'संसद परिसर' कहा जाता है। इसमें लंबे-चौड़े लान, जलाशय, फव्‍वारे और सड़कें बनी हुई हैं। यह सारा परिसर सजावटी लाल पत्‍थर की दीवारों तथा लोहे के जंगलों और लोहे के ही विशाल दरवाजों से घिरा हुआ है। .

नई!!: राजपथ और संसद भवन · और देखें »

जनपथ

जनपथ का एक दृश्य जनपथ नई दिल्ली की प्रमुख मार्गों में से एक है।इसे अँग्रेज़ोँ द्वारा क़्वींस वे कहा जाता था। यह लूट्यंस की रचित नई दिल्ली का एक अभिन्न एवं प्रमुख हिस्सा है। .

नई!!: राजपथ और जनपथ · और देखें »

वित्त मन्त्रालय

वित्त मंत्रालय सरकार के वित्तीय प्रशासन के लिए जिम्मेदार है। यह देश को प्रभावित करने वाले सभी आर्थिक और वित्तीय मामलों से संबद्ध है। वित्त मंत्रालय के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में नियामक और बजट निर्माण है। मंत्रालय की कुछ प्रमुख जिम्मेदारियों में नियम बनाना, भुगतान करना, उपलब्धियां और सरकारी कर्मचारियों की अन्य सेवा शर्तों का विनियमन शामिल है। यह स्थानीय निधि लेखा परीक्षा, राष्ट्रीय बचत, लॉटरी, बीमा और कोषागार निदेशालय पर प्रशासनिक नियंत्रण रखता है। मंत्रालय विभिन्न राज्यों के लिए संसाधनों के स्थानांतरण सहित सरकार के व्यय को नियंत्रित करता है। यह देश के सभी वित्तीय लेनदेन की निगरानी के लिए नोडल केंद्र है। इसके अलावा इसका सबसे महत्वपूर्ण कार्य बजट तैयार करना, वर्ष के दौरान प्राप्तियों और व्यय पर नजर रखना है। विभाग का एक अन्य महत्वपूर्ण कार्य धन के पुनः विनियोग की निगरानी है। वित्तीय मामलों से संबंधित नियमों की तैयारी और विभागों द्वारा मांग से संबंधित व्याख्या एक और महत्वपूर्ण कार्य है। इस मंत्रालय के चार विभाग हैं.

नई!!: राजपथ और वित्त मन्त्रालय · और देखें »

विदेश मंत्रालय (भारत)

भारत का विदेश मंत्रालय (MEA) विदेशों के साथ भारत के सम्बन्धों के व्यवस्थित संचालन के लिये उत्तरदायी मंत्रालय है। यह मंत्रालय संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधित्व के लिये जिम्मेदार है। इसके अतिरिक्त यह अन्य मंत्रालयों, राज्य सरकारों एवं अन्य एजेन्सियों को विदेशी सरकारों या संस्थानों के साथ कार्य करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में सलाह देता है। श्रीमती सुषमा स्वराज मई २०१४ से भारत की विदेशमंत्री हैं। नीति का अर्थ है तर्क पर आधारित कार्य, जो वर्तमान और भविष्य को प्रभावित करे। इसका उद्देश्य अपनी स्थिति को उत्तरोत्तर उन्नत बनाना होता है। इस कार्य की सफलतापूर्वक पूर्ति विदेश नीति पर ही निर्भर है। किसी देश की विदेश नीति को क्रियान्वित करने का उत्तरदायित्व उस देश के विदेश विभाग पर होता है। यह सरकार के महत्वपूर्ण विभागों में से एक विभाग होता है। इसी की योग्यता पर यह निर्भर करता है कि यह किस प्रकार देश के राष्ट्रीय हितों, सम्मान और प्रतिष्ठा को बनाये रखेगा। इसी के कार्य एक देश को शान्ति अथवा युद्ध के कार्य के मार्ग पर ले जाते हैं। इन्हीं के प्रयासों से देश की आवाज अन्तर्राष्ट्रीय जगत में सुनी जा सकती है। इसका एक गलत कदम देश को अन्धकार के गर्त में ले जा सकता है। विदेश नीति का प्रभाव विश्वव्यापी होता है। .

नई!!: राजपथ और विदेश मंत्रालय (भारत) · और देखें »

गृह मंत्रालय, भारत सरकार

यह भारत सरकार का मंत्रालय है। गृह मंत्रालय, राज्यों के संवैधानिक अधिकारों में दखल दिए बिना, सुरक्षा, शान्ति एवं सौहार्द बनाए रखने के लिए राज्य सरकारों को जन शक्ति एवं वित्तीय सहायता, मार्गदर्शन एवं विशेषज्ञता प्रदान करता है। इस मंत्रालय के मंत्री माननीय राजनाथ सिंह है। .

नई!!: राजपथ और गृह मंत्रालय, भारत सरकार · और देखें »

इण्डिया गेट

भारत की राजधानी नई दिल्ली का इण्डिया गेट इण्डिया गेट, (मूल रूप से अखिल भारतीय युद्ध स्मारक कहा जाता है), नई दिल्ली के राजपथ पर स्थित ४३ मीटर ऊँचा विशाल द्वार है। यह स्वतन्त्र भारत का राष्ट्रीय स्मारक है, जिसे पूर्व में किंग्सवे कहा जाता था। इसका डिजाइन सर एडवर्ड लुटियन्स ने तैयार किया था। यह स्मारक पेरिस के आर्क डे ट्रॉयम्फ़ से प्रेरित है। इसे सन् १९३१ में बनाया गया था। मूल रूप से अखिल भारतीय युद्ध स्मारक के रूप में जाने वाले इस स्मारक का निर्माण अंग्रेज शासकों द्वारा उन ९०००० भारतीय सैनिकों की स्मृति में किया गया था जो ब्रिटिश सेना में भर्ती होकर प्रथम विश्वयुद्ध और अफ़ग़ान युद्धों में शहीद हुए थे। यूनाइटेड किंगडम के कुछ सैनिकों और अधिकारियों सहित 13,300 सैनिकों के नाम, गेट पर उत्कीर्ण हैं। लाल और पीले बलुआ पत्थरों से बना हुआ यह स्मारक दर्शनीय है। जब इण्डिया गेट बनकर तैयार हुआ था तब इसके सामने जार्ज पंचम की एक मूर्ति लगी हुई थी। जिसे बाद में ब्रिटिश राज के समय की अन्य मूर्तियों के साथ कोरोनेशन पार्क में स्थापित कर दिया गया। अब जार्ज पंचम की मूर्ति की जगह प्रतीक के रूप में केवल एक छतरी भर रह गयी है। इण्डिया गेट के नीचे अमर जवान ज्योति भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात् इण्डिया गेट भारतीय सेना के अज्ञात सैनिकों के मकबरे की साइट मात्र बनकर रह गया है। इसकी मेहराब के नीचे अमर जवान ज्योति स्थापित कर दी गयी है। अनाम सैनिकों की स्मृति में यहाँ एक राइफ़ल के ऊपर सैनिक की टोपी सजा दी गयी है जिसके चारो कोनों पर सदैव एक ज्योति जलती रहती है। इस अमर जवान ज्योति पर प्रति वर्ष प्रधान मन्त्री व तीनों सेनाध्यक्ष पुष्प चक्र चढ़ाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इण्डिया गेट की दीवारों पर हजारों शहीद सैनिकों के नाम खुदे हैं और सबसे ऊपर अंग्रेजी में लिखा हैः दिल्ली की कई महत्वपूर्ण सड़कें इण्डिया गेट के कोनों से निकलती हैं। रात के समय यहाँ मेले जैसा माहौल होता है। .

नई!!: राजपथ और इण्डिया गेट · और देखें »

केन्द्रीय सचिवालय

केन्द्रीय सचिवालय का दक्षिणी खण्ड केन्द्रीय सचिवालय की इमारत का गुम्बद यह भारत की राजधानी नई दिल्ली में, रायसीना की पहाङी पर स्थित है। यहाँ भारत सरकार का केन्द्रीय सचिवालय है। इसमें दो इमारतें, बिलकुल एक जैसी, पर प्रतिबिम्ब रूप में राजपथ के उत्तर व दक्षिण में स्थित हैं। इनमें प्रमुख मन्त्रालय के कार्यालय भी स्थित हैं। .

नई!!: राजपथ और केन्द्रीय सचिवालय · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

विजय चौक

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »