3 संबंधों: पदानुक्रम, राजनीति, समाजशास्त्र।
पदानुक्रम
पदानुक्रम, अधिक्रम या पदसोपान (hierarchy) वस्तुओं का ऐसा विन्यास है जिसमें वस्तुएँ एक दूसरे के सापेक्ष 'ऊपर', 'नीचे', या 'समान स्तर पर' रखी जातीं हैं। ये वस्तुएं नाम, मान (वैल्यू), श्रेणी आदि हो सकती हैं। किसी भी संगठन की कार्यकुशलता एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिए आवश्यक है कि संगठन की रचना करते समय कुछ आधारभूत सिद्धान्त अपनाए जाएं। संगठन के सिद्धान्त से तात्पर्य, प्रशासनिक संगठनों की उन प्रक्रियाओं तथा नियमो से है, जिसके अनुसार प्रशासनिक संगठनों का संचालन होता है। इन सिद्धान्तों में पदसोपान, आदेश की एकता, नियंत्रण का क्षेत्र, नेतृत्व, पर्यवेक्षण, प्रत्यायोजन, समन्वय, सत्ता तथा उत्तरदायित्व इत्यादि सम्मिलित हैं। .
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राजनीति
नागरिक स्तर पर या व्यक्तिगत स्तर पर कोई विशेष प्रकार का सिद्धान्त एवं व्यवहार राजनीति (पॉलिटिक्स) कहलाती है। अधिक संकीर्ण रूप से कहें तो शासन में पद प्राप्त करना तथा सरकारी पद का उपयोग करना राजनीति है। राजनीति में बहुत से रास्ते अपनाये जाते हैं जैसे- राजनीतिक विचारों को आगे बढ़ाना, कानून बनाना, विरोधियों के विरुद्ध युद्ध आदि शक्तियों का प्रयोग करना। राजनीति बहुत से स्तरों पर हो सकती है- गाँव की परम्परागत राजनीति से लेकर, स्थानीय सरकार, सम्प्रभुत्वपूर्ण राज्य या अन्तराष्ट्रीय स्तर पर। .
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समाजशास्त्र
समाजशास्त्र मानव समाज का अध्ययन है। यह सामाजिक विज्ञान की एक शाखा है, जो मानवीय सामाजिक संरचना और गतिविधियों से संबंधित जानकारी को परिष्कृत करने और उनका विकास करने के लिए, अनुभवजन्य विवेचनगिडेंस, एंथोनी, डनेर, मिशेल, एप्पल बाम, रिचर्ड.
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