हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
निवर्तमानआने वाली
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

रनगाँव गाँव, तारापुर (मुंगेर)

सूची रनगाँव गाँव, तारापुर (मुंगेर)

रनगाँव तारापुर, मुंगेर, बिहार स्थित एक गाँव है। श्रेणी:मुंगेर जिला के गाँव.

सामग्री की तालिका

  1. 2 संबंधों: तारापुर प्रखण्ड (मुंगेर), बिहार

तारापुर प्रखण्ड (मुंगेर)

तारापुर बिहार के मुंगेर जिले का एक प्रखण्ड है। यह 15 फरवरी 1932 को हुए भीषण नरसंहार के लिये प्रसिद्ध है। 15 फरवरी 1932 को दोपहर सैकड़ों आजादी के दीवाने मुंगेर जिला के तारापुर थाने पर तिरंगा लहराने निकल पड़े। उन अमर सेनानियों ने हाथों में राष्ट्रीय झंडा और होठों पर 'वंदे मातरम', 'भारत माता की जय' के नारों की गूंज लिए हँसते-हँसते गोलियाँ खाई थी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे बड़े गोलीकांड में देशभक्त पहले से लाठी-गोली खाने को तैयार हो कर घर से निकले थे। 50 से अधिक सपूतों की शहादत के बाद स्थानीय थाना भवन पर तिरंगा लहराया। तारापुर शहीद दिवस भारत में प्रत्येक वर्ष 15 फरवरी को मनाया जाता है जिसमें 15 फरवरी 1932 को बिहार राज्य के मुंगेर के तारापुर गोलीकांड में शहीदों को श्रंद्धाजलि दी जाती है। आजादी के बाद से हर साल 15 फरवरी को तारापुर दिवस मनाया जाता है। भारत मां के वीर बेटों के ऊपर अंग्रेज कलक्टर ई ओली एवं एसपी डब्ल्यू फ्लैग के नेतृत्व में गोलियां दागी गई थीं। गोली चल रही थी लेकिन कोई भाग नहीं रहा था, लोग डटे हुए थे। इस गोलीकांड के बाद कांग्रेस ने प्रस्ताव पारित कर हर साल देश में 15 फरवरी को तारापुर दिवस मनाने का निर्णय लिया था। यह जलियांवाला बाग से भी बड़ा हत्याकांड था। .

देखें रनगाँव गाँव, तारापुर (मुंगेर) और तारापुर प्रखण्ड (मुंगेर)

बिहार

बिहार भारत का एक राज्य है। बिहार की राजधानी पटना है। बिहार के उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और दक्षिण में झारखण्ड स्थित है। बिहार नाम का प्रादुर्भाव बौद्ध सन्यासियों के ठहरने के स्थान विहार शब्द से हुआ, जिसे विहार के स्थान पर इसके अपभ्रंश रूप बिहार से संबोधित किया जाता है। यह क्षेत्र गंगा नदी तथा उसकी सहायक नदियों के उपजाऊ मैदानों में बसा है। प्राचीन काल के विशाल साम्राज्यों का गढ़ रहा यह प्रदेश, वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था के सबसे पिछड़े योगदाताओं में से एक बनकर रह गया है। .

देखें रनगाँव गाँव, तारापुर (मुंगेर) और बिहार