सामग्री की तालिका
5 संबंधों: रणबीर कपूर, रईस (फ़िल्म), सबा क़मर, हमसफर, कराची।
रणबीर कपूर
रणबीर कपूर, (जन्म: सितम्बर २८ 1982), मुंबई महाराष्ट्र,भारत) एक भारतीय अभिनेता हैं जो बॉलीवुड सिनेमा में अभिनय करते है। रणबीर कपूर ने अपने फ़िल्मी जीवण की शुरुआत एक सहयोगी निर्देशक के रूप मैं निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ की। इसके तुरंत बाद उन्होंने सांवरिया फ़िल्म मैं बतौर अभिनेता अपना पहला अभिनय किया जिसके लिए उन्होंने फ़िल्मफेर द्वारा आयोजित सर्वश्रेष्ठ पुरुष फ़िल्म अभिनेता का खिताब जीता। इसके बाद उन्होंने वेक अप सीड, अजब प्रेम की गज़ब कहानी और रोक्केट सिंह: सेल्समन ऑफ़ द इयर, इन फ़िल्मो मैं एक ही साल मैं अभिनय करके सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त की.
देखें माहिरा ख़ान और रणबीर कपूर
रईस (फ़िल्म)
रईस अपराध पर आधारित हिन्दी भाषा में बनी एक भारतीय एक्शन थ्रिलर बॉलीवुड फ़िल्म है। इसका निर्देशन राहुल ढोलकिया ने किया है। इसका निर्माण फरहान अख्तर, रितेश सिधवानी और गौरी खान ने किया है। इसका निर्माण अप्रैल 2015 में शुरू हुआ। इसमें शाहरुख खान, माहिरा खान और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी मुख्य किरदार में हैं। फिल्म में अभिनेत्री सन्नी लियोन एक विशेष गाने में शाहरुख खान के साथ हैं। फ़िल्म को गुजरात के अपराधी अब्दुल लतीफ़ पर आधारित बताया जा रहा था पर फ़िल्म निर्माताओं ने यह स्पष्ट किया कि, "फ़िल्म की कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है जिसका किसी भी व्यक्ति से कोई लेना-देना नहीं है"। फ़िल्म २५ जनवरी २०१७ को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। .
देखें माहिरा ख़ान और रईस (फ़िल्म)
सबा क़मर
सबा क़मर पाकिस्तानी ऐक्ट्रेस हैं। सबा क़मर क़ंदील बलोच की बायॉपिक 'बाग़ी' में दिखेंगी। .
देखें माहिरा ख़ान और सबा क़मर
हमसफर
हमसफर ज़िंदगी पर प्रसारित होने वाला एक धारावाहिक है। यह धारावाहिक 14 अक्टूबर 2014 से 8 नवम्बर 2014 तक चला। इसके बाद इसका पुनः प्रसारण 25 दिसम्बर 2014 को 1 से 11 प्रकरण और 28 दिसम्बर 2014 को 12 से 23 प्रकरण तक दिखाया गया। .
देखें माहिरा ख़ान और हमसफर
कराची
कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा नगर है और सिन्ध प्रान्त की राजधानी है। यह अरब सागर के तट पर बसा है और पाकिस्तान का सबसे बड़ा बन्दरगाह भी है। इसके उपनगरों को मिलाकर यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह 3527 वर्ग किलोमीटर में फैला है और करीब 1.45 करोड़ लोगों का घर है। यहाँ के निवासी इस शहर की ज़िन्दादिली की वजह से इसे रौशनियों का शहर और क़ैद-ए-आज़म जिन्ना का निवास स्थान होने की वजह से इसे शहर-ए-क़ैद कह कर बुलाते हैं। जिन्नाह की जन्मस्थली के लिए प्रसिद्ध कराची पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी है। यह पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर है। अरब सागर के तट पर बसा कराची पाकिस्तान की सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षणिक राजधानी मानी जाती है। यह पाकिस्तान का सबसे बड़ा बंदरगाह शहर भी है। यह शहर पाकिस्तान आने वाले पर्यटकों के बीच भी खासा लोकप्रिय है। पर्यटक यहां बीच, म्यूजियम और मस्जिद आदि देख सकते हैं। आज के पाकिस्तानी भूभाग का मानवीय इतिहास कम से कम 5000 साल पुराना है, यद्यपि इतिहास पाकिस्तान शब्द का जन्म सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली के द्वारा हुआ। आज का पाकिस्तानी भूभाग कई संस्कृतियों का गवाह रहा है। ईसापूर्व 3300-1800 के बीच यहाँ सिन्धुघाटी सभ्यता का विकास हुआ। यह विश्व की चार प्राचीन ताम्र-कांस्यकालीन सभ्यताओं में से एक थी। इसका क्षेत्र सिन्धु नदी के किनारे अवस्थित था पर गुजरात (भारत) और राजस्थान में भी इस सभ्यता के अवशेष पाए गए हैं। मोहेन्जो-दारो, हड़प्पा इत्यादि स्थल पाकिस्तान में इस सभ्यता के प्रमुख अवशेष-स्थल हैं। इस सभ्यता के लोग कौन थे इसके बारे में विद्वानों में मतैक्य नहीं है। कुछ इसे आर्यों की पूर्ववर्ती शाखा कहते हैं तो कुछ इसे द्रविड़। कुछ इसे बलोची भी ठहराते हैं। इस मतभेद का एक कारण सिन्धु-घाटी सभ्यता की लिपि का नहीं पढ़ा जाना भी है। ऐसा माना जाता है कि 1500 ईसापूर्व के आसपास आर्यों का आगमन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों के मार्फ़त भारत में हुआ। आर्यों का निवास स्थान कैस्पियन सागर के पूर्वी तथा उत्तरी हिस्सों में माना जाता है जहाँ से वे इसी समय के करीब ईरान, यूरोप और भारत की ओर चले गए थे। सन् 543 ईसापूर्व में पाकिस्तान का अधिकांश इलाका ईरान (फारस) के हख़ामनी साम्राज्य के अधीन आ गया। लेकिन उस समय इस्लाम का उदय नहीं हुआ था; ईरान के लोग ज़रदोश्त के अनुयायी थे और देवताओं की पूजा करते थे। सन् 330 ईसापूर्व में मकदूनिया (यूनान) के विजेता सिकन्दर ने दारा तृतीय को तीन बार हराकर हखामनी वंश का अन्त कर दिया। इसके कारण मिस्र से पाकिस्तान तक फैले हखामनी साम्राज्य का पतन हो गया और सिकन्दर पंजाब तक आ गया। ग्रीक स्रोतों के मुताबिक उसने सिन्धु नदी के तट पर भारतीय राजा पुरु (ग्रीक - पोरस) को हरा दिया। पर उसकी सेना ने आगे बढ़ने से इनकार कर दिया और वह भारत में प्रवेश किये बिना वापस लौट गया। इसके बाद उत्तरी पाकिस्तान और अफगानिस्तान में यूनानी-बैक्ट्रियन सभ्यता का विकास हुआ। सिकन्दर के साम्राज्य को उसके सेनापतियों ने आपस में बाँट लिया। सेल्युकस नेक्टर सिकन्दर के सबसे शक्तिशाली उत्तराधिकारियों में से एक था। मौर्यों ने 300 ईसापूर्व के आसपास पाकिस्तान को अपने साम्राज्य के अधीन कर लिया। इसके बाद पुनः यह ग्रीको-बैक्ट्रियन शासन में चला गया। इन शासकों में सबसे प्रमुख मिनांदर ने बौद्ध धर्म को प्रोत्साहित किया। पार्थियनों के पतन के बाद यह फारसी प्रभाव से मुक्त हुआ। सिन्ध के राय राजवंश (सन् 489-632) ने इसपर शासन किया। इसके बाद यह उत्तर भारत के गुप्त और फारस के सासानी साम्राज्य के बीच बँटा रहा। सन् 712 में फारस के सेनापति मुहम्मद बिन क़ासिम ने सिन्ध के राजा को हरा दिया। यह फारसी विजय न होकर इस्लाम की विजय थी। बिन कासिम एक अरब था और पूर्वी ईरान में अरबों की आबादी और नियंत्रण बढ़ता जा रहा था। हालांकि इसी समय केन्द्रीय ईरान में अरबों के प्रति घृणा और द्वेष बढ़ता जा रहा था पर इस क्षेत्र में अरबों की प्रभुसत्ता स्थापित हो गई थी। इसके बाद पाकिस्तान का क्षेत्र इस्लाम से प्रभावित होता चला गया। पाकिस्तानी सरकार के अनुसार इसी समय 'पाकिस्तान की नींव' डाली गई थी। इसके 1192 में दिल्ली के सुल्तान पृथ्वीराज चौहान को हराने के बाद ही दिल्ली की सत्ता पर फारस से आए तुर्कों, अरबों और फारसियों का नियंत्रण हो गया। पाकिस्तान दिल्ली सल्तनत का अंग बन गया। सोलहवीं सदी में मध्य-एशिया से भाग कर आए हुए बाबर ने दिल्ली की सत्ता पर अधिकार किया और पाकिस्तान मुगल साम्राज्य का अंग बन गया। मुगलों ने काबुल तक के क्षेत्र को अपने साम्राज्य में मिला लिया था। अठारहवीं सदी के अन्त तक विदेशियों (खासकर अंग्रेजों) का प्रभुत्व भारतीय उपमहाद्वीप पर बढ़ता गया.
देखें माहिरा ख़ान और कराची
माहिरा खान के रूप में भी जाना जाता है।