सामग्री की तालिका
2 संबंधों: रोम, स्टोइक दर्शन।
- 121 में जन्म
- 180 में निधन
- राजनैतिक विचारक
- रोमन युग के स्टोइक दार्शनिक
- स्टोइक दार्शनिक
रोम
यह लेख इटली की राजधानी एवं प्राचीन नगर 'रोम' के बारे में है। इसी नाम के अन्य नगर संयुक्त राज्य अमरीका में भी है। स्तनधारियों की त्वचा पर पाए जाने वाले कोमल बाल (en:hair) के लिये बाल देखें। इसका पर्यायवाची शब्द रोयाँ या रोआँ (बहुवचन - रोएँ) है। ---- '''रोम''' नगर की स्थिति रोम (Rome) इटली देश की राजधानी है। .
देखें मार्कस ऑरेलियस और रोम
स्टोइक दर्शन
साइप्रस के सिटियम का निवासी जेनो स्टोइक दर्शन (Stoicism) अरस्तू के बाद यूनान में विकसित हुआ था। स्टोइक दर्शन या स्टोइकवाद एक प्राचीन ग्रीक दर्शन है जो कि 300 BC के आसपास सिटियम के निवासी जेनो द्वारा तपस्यावाद के परिष्करण के रूप में विकसित किया गया। यह विनाशकारी भावनाओं पर काबू पाने के साधन के रूप में तथा आत्म-नियंत्रण और दृढ़ता के विकास को सिखाता है। यह भावनाओं को प्रतिस्पर्धात्मक रूप से बुझाने की कोशिश नहीं करता है, बल्कि उन्हें एक आकस्मिक असंतोष (सांसारिक सुख से स्वैच्छिक रोकथाम) द्वारा बदलने की कोशिश करता है, जो एक व्यक्ति को स्पष्ट निर्णय, आंतरिक शांति और पीड़ा से स्वतंत्रता प्राप्त करने में सक्षम बनाता है (जिसे अंतिम लक्ष्य माना जाता है)। सिकंदर महान् की मृत्यु के बाद ही विशाल यूनानी साम्रज्य के टुकड़े होने लगे थे। कुछ ही समय में वह रोम की विस्तारनीति का लक्ष्य बन गया और पराधीन यूनान में अफलातून तथा अरस्तू के आदर्श दर्शन का आकर्षण बहुत कम हो गया। यूनानी समाज भौतिकवाद की ओर झुक चुका था। एपीक्यूरस ने सुखवाद (भोगवाद) की स्थापना (306 ई.
देखें मार्कस ऑरेलियस और स्टोइक दर्शन
यह भी देखें
121 में जन्म
- मार्कस ऑरेलियस
180 में निधन
- मार्कस ऑरेलियस
राजनैतिक विचारक
- आयन रैंड
- इब्न रश्द
- एडमण्ड बर्क
- ज़ाक देरिदा
- जॉर्ज लुकाच
- जॉर्ज संतायाना
- मार्कस ऑरेलियस
- मिशेल अफ्लाक
- मुअम्मर अल-गद्दाफ़ी
- राजनीतिक सिद्धांतवादियों की सूची
- लेव तोलस्तोय
- विल्हेम वॉन हम्बोल्ट
- वोले शोयिंका
- व्लादिमीर लेनिन
- सर कार्ल पॉपर
- सहजानन्द सरस्वती
रोमन युग के स्टोइक दार्शनिक
- मार्कस ऑरेलियस
- सेनेका
स्टोइक दार्शनिक
- पोसिडोनियस
- मार्कस ऑरेलियस