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महिंद्रा ज़ायलो

सूची महिंद्रा ज़ायलो

महिंद्रा ज़ायलो (Mahindra Xylo) एक बहु-उपयोगी वाहन है जिसका निर्माण महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड द्वारा किया गया है। ज़ायलो का अनावरण १३ जनवरी २००९ में नाशिक में किया गया था। इसके चार प्रकार उपलब्ध है- इ२, इ४, इ६ और इ८ जो ७१२,३००-९४०,००० के बिच की किमत में उपलब्ध है। मार्च २००९ तक ३,००० से अधिक ज़ायालो बेची जा चुकी है। श्रेणी:मोटर गाड़ी श्रेणी:भारतीय वाहन.

सामग्री की तालिका

  1. 5 संबंधों: टर्बोचार्जर, डीज़ल इंजन, नासिक, महाराष्ट्र, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा लिमिटेड

टर्बोचार्जर

टर्बोचार्जर टर्बोचार्जर एक युक्ति है जिसके उपयोग से इंजन की दक्षता (एफिसिएन्सी) बढती है। टर्बोचार्जर एक गैस कम्प्रेसर की मदद से इंजन के सिलिण्डर में घुसने वाली हवा का घनत्व बढा देता है। इससे इंजन की कार्यक्षमता बढ़ जाती है। इसमें टरबाइन के द्वारा संचालित कंप्रेसर का प्रयोग किया जाता है। टरबाइन इंजन से निकासित एक्स्हौस्त गैस से चलता है। .

देखें महिंद्रा ज़ायलो और टर्बोचार्जर

डीज़ल इंजन

डीज़ल ईंजन एक अंतर्दहन इंजन है जो बन्द स्थान में वायु को संपीडित करने से उत्पन्न ऊष्मा का उपयोग करके ईंधन में ज्वलन (इग्नीशन) उत्पन्न करता है। इस प्रकार यह यह स्पार्क-ज्वलन इंजनों से भिन्न है क्योंकि उनमें वायु और ईंधन के मिश्रण को प्रज्वलित करने के लिए स्पार्क-प्लग का उपयोग किया जाता है। इसे संपीडन-ज्वलन इंजन (compression-ignition engine) भी कहते हैं। इससे प्राप्त यांत्रिक ऊर्जा (गतिज ऊर्जा) का उपयोग वाहन, जेनरेटर तथा अन्य कई कार्यों में लाया जाता है। इसकी ख़ोज 1892 में पेरिस में जन्मे जर्मन मूल के अभियंता रूडोल्फ़ डीज़ल ने की थी। अन्य रसायनों के अलावा यह नाइट्रोजन तथा कालिख के कण दहन के उत्पाद के रूप में छोड़ता है जो प्रदूषण का ख़तरा उत्पन्न करते हैं। इस इंजन में वायु को प्रथमतया दबाया जाता है जिसकी वजह से इसका तापमान बढ़ता है। इसके बाद इसमें जैसे ही डीज़ल उड़ेला जाता है यह गरमी की वजह से जलने लगता है जिसकी वजह से और गर्मी पैदा होती है और यह अपने ऊपर लगे पिस्टन को धकेलता है। इस कारण से गति प्राप्त होती है जिसको कई गियरों तथा रेलों के सहारे इच्छित काम करने में लगाया जाता है। जब तक ट्रकों, बसों और रेल इंजनों में डीज़ल का प्रयोग नहीं शुरू हुआ तब तक यह सर्वसाधरण के लिये अज्ञात ही था। इसके अन्य उपयोग भी इतने ही महत्वपूर्ण थे, पर ऐसे जान नहीं पड़ते थे। आज डीज़ल इंजन जहाजों, जनित्रों (generators), पंपो, संपीड़कों, चक्कियों, चट्टान दलित्रों, मिट्टी हटाने की मशीनों, ट्रैक्टरों आदि में काम आ रहा है। भिन्न भिन्न कार्यों के लिये डीज़ल इंजन का अकार तथा आकृति भित्र होती है। .

देखें महिंद्रा ज़ायलो और डीज़ल इंजन

नासिक

नासिक अथवा नाशिक भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक शहर है। नसिक महाराष्ट्र के उत्तर पश्चिम में, मुम्बई से १५० किमी और पुणे से २०५ किमी की दुरी में स्थित है। यह शहर प्रमुख रूप से हिन्दू तीर्थयात्रियों का प्रमुख केन्द्र है। नासिक पवित्र गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 565 मीटर है। गोदावरी नदी के तट पर बहुत से सुंदर घाट स्थित है। इस शहर का सबसे प्रमुख भाग पंचवटी है। इसके अलावा यहां बहुत से मंदिर भी है। नासिक में त्योहारों के समय में बहुत अधिक संख्या में भीड़ दिखलाई पड़ती है। .

देखें महिंद्रा ज़ायलो और नासिक

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र भारत का एक राज्य है जो भारत के दक्षिण मध्य में स्थित है। इसकी गिनती भारत के सबसे धनी राज्यों में की जाती है। इसकी राजधानी मुंबई है जो भारत का सबसे बड़ा शहर और देश की आर्थिक राजधानी के रूप में भी जानी जाती है। और यहाँ का पुणे शहर भी भारत के बड़े महानगरों में गिना जाता है। यहाँ का पुणे शहर भारत का छठवाँ सबसे बड़ा शहर है। महाराष्ट्र की जनसंख्या सन २०११ में ११,२३,७२,९७२ थी, विश्व में सिर्फ़ ग्यारह ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या महाराष्ट्र से ज़्यादा है। इस राज्य का निर्माण १ मई, १९६० को मराठी भाषी लोगों की माँग पर की गयी थी। यहां मराठी ज्यादा बोली जाती है। मुबई अहमदनगर पुणे, औरंगाबाद, कोल्हापूर, नाशिक नागपुर ठाणे शिर्डी-अहमदनगर आैर महाराष्ट्र के अन्य मुख्य शहर हैं। .

देखें महिंद्रा ज़ायलो और महाराष्ट्र

महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा लिमिटेड

महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा लिमिटेड (Mahindra & Mahindra, BSE: 500520) मुम्बई स्थित महिन्द्रा समूह की कम्पनी है। इसकी स्थापना सन् १९४५ में लुधियाना में 'महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा' नाम से के सी महिन्द्रा एवं जे सी महिन्द्रा नामक दो भाइयों ने मलिक गुलाम मोहम्मद के साथ मिलकरकी थी। आजादी के बाद मलिक गुलाम मोहम्मद पाकिस्तान चले गये और वहाँ के प्रथम वित्त मंत्री बने। .

देखें महिंद्रा ज़ायलो और महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा लिमिटेड