सामग्री की तालिका
3 संबंधों: मतदानोत्तर सर्वेक्षण, सांख्यिकी, विश्लेषण।
- जनमत
- प्रतिचयन (सांख्यिकी)
- प्रभाव (सामाजिक व राजनैतिक)
- सर्वेक्षण प्रणाली विज्ञान
मतदानोत्तर सर्वेक्षण
मतदान करके बाहर निकले मतदाताओं पर मतदान के तुरन्त बाद किया गया सर्वेक्षण निर्गम मतानुमान या मतदानोत्तर सर्वेक्षण (exit poll) कहलाता है। मत सर्वेक्षण (ओपिनियन पोल) मतदान के पूर्व किया जाता है और 'इक्जिट पोल' मतदान के तुरन्त बाद। प्रायः कुछ निजी कम्पनियाँ समाचार-पत्रों या समाचार-चैनेलों के लिये मतदानोत्तर सर्वेक्षण करतीं हैं जिससे अनुमान लगता है कि वस्तुतः मतदान का रूख क्या रहा। वास्तविक नतीजे आने में कुछ घंटे या कुछ दिन लग जाते हैं किन्तु मतदानोत्तर सर्वेक्षण से अनुमानित नतीजे एकाध घण्टे में ही आ जाते हैं। .
देखें मत सर्वेक्षण और मतदानोत्तर सर्वेक्षण
सांख्यिकी
एक ग्राफ जिसमें सामान्य वितरण (Normal distribution) प्रदर्शित है। सांख्यिकी, गणित की वह शाखा है जिसमें आँकड़ों का संग्रहण, प्रदर्शन, वर्गीकरण और उसके गुणों का आकलन का अध्ययन किया जाता है। सांख्यिकी एक गणितीय विज्ञान है जिसमें किसी वस्तु/अवयव/तंत्र/समुदाय से सम्बन्धित आकड़ों का संग्रह, विश्लेषण, व्याख्या या स्पष्टीकरण और प्रस्तुति की जाती है। यह विभिन्न क्षेत्रों में लागू है - अकादमिक अनुशासन (academic disciplines), इस से प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, मानविकी, सरकार और व्यापार आदि। सांख्यिकीय तरीकों को डेटा के संग्रह के संग्रहण अथवा वर्णन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे वर्णनात्मक सांख्यिकी (descriptive statistics) कहा जाता है। इसके अतिरिक्त, डेटा में पैटर्न को इस तरह से मॉडल किया जा सकता है कि वह निष्कर्षों की यादृच्छिकता और अनिश्चितता का कारण बने और फिर इस प्रक्रिया को उस विधि, या जिस जनसंख्या का अध्ययन किया जा रहा हो, उसके बारे में अनुमान लगाने के लिए किया जाता है। इसे अनुमानित सांख्यिकी (inferential statistics) कहा जाता है। वर्णनात्मक तथा अनुमानित सांख्यिकी, दोनों में व्यावहारिक सांख्यिकी सम्मिलित है। एक और विद्या है - गणितीय सांख्यिकी (mathematical statistics), जो विषय के सैद्धान्तिक आधार से सम्बन्ध रखती है। आप किरण किसी श्रेणी में पदों के बेकरार को प्रदर्शित करता है जबकि विषमता का संबंध उसकी आकृति की विशिष्टताओं से होता है अन्य शब्दों में अवकरण हमें श्रेणी की संरचना के बारे में बताता है जबकि विषमता हमें वक्र की आकृति के बारे में बताता है अपकिरण हमें श्रेणी के पदों के मानक रूप में स्वीकृत अन्य किसी पद के व्यक्तिगत अंतरों की ओर संकेत करता है विषमता विचलनों की दशा की ओर संकेत करता है अब करण द्वितीय श्रेणी के माध्यम पर आधारित है .
देखें मत सर्वेक्षण और सांख्यिकी
विश्लेषण
यद्यपि मूलतः गणित के क्षेत्र में ग्रीक गणितज्ञों ने प्रमेय को पहले ही सिद्ध किए गए कथनों या प्रमेयों में, अथवा स्वीकृत स्वसिद्ध तथ्यों में, रूपांतरित करके सिद्ध करने की पद्धति को 'विश्लेषण' (Analysis) नाम दिया था। किन्तु वर्तमान समय में, संश्लेषण के विपरीत अर्थ में विश्लेषण (Analysis) का प्रयोग किया जाता है। किसी विधान या व्यवस्थाक्रम की सूक्ष्मता से परीक्षण करने की तथा उसके मूल तत्वों को खोजने की क्रिया को 'विश्लेषण' नाम दिया जाता है। आज ज्ञान के सभी क्षेत्रों में 'विश्लेषण' का प्रयोग किया जाता है। कुछ मुख्य विश्लेषण नीचे दिये हये हैं-.
देखें मत सर्वेक्षण और विश्लेषण
यह भी देखें
जनमत
- अधिप्रचार
- मत सर्वेक्षण
- शहरी किंवदंती
- सनसनीपरकता
प्रतिचयन (सांख्यिकी)
प्रभाव (सामाजिक व राजनैतिक)
- अनुरूपता
- आत्मरति
- आनंदवाद
- उपहार
- न्यू मीडिया
- प्रभावक्षेत्र
- मत सर्वेक्षण
- मीडिया पक्षपात
- सनसनीपरकता
- सामाजिक इंजीनियरी
- सामाजिक नवाचार
- सामाजिक पूँजी
- सामाजिक प्रभाव
सर्वेक्षण प्रणाली विज्ञान
- जनगणना
- प्रतिचयन
- प्रतिवादी
- मत सर्वेक्षण
- सांख्यिकीय सर्वेक्षण
- साक्षात्कार