मणिपुर चक्र तंत्र और योग साधना की चक्र संकल्पना का तीसरा चक्र है। मणि का अर्थ है गहना और पुर का अर्थ है स्थान। यह नाभि के पीछे स्थित होता है। इसका आधार तत्व अग्नि होने के कारण इसे 'अग्नि' या 'सूर्य केन्द्र' भी कहते हैं। .
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