भुइँहार ब्राह्मण उत्तर प्रदेश के पुर्वांचल मे एक जाती है | परशुराम द्वारा भुइंहार ब्राह्मणों की उतपत्ती बतलाई गयी है | परशुराम ने कुछ ब्राह्मणों को प्रथम भुइंहार बना दिया था फिर यह भुइंहार ब्राह्मण वंश आगे विस्तृत हो ता गया बिहार के बाभन भी भुइंहार ब्राह्मणों को अपनी जाती का मानते हैं | परन्तु दोनो अलग समुदाय है| भुइंहार ब्राह्मण पांडे तिवारी मिश्रा पाठक चतुरवेदी होते है बहुत से भुइंहार अयाचक वृति का होने के कारण राय भी लिखने लगे है |लेकिन राय को ब्राह्मण नही माना जाता हैं।.
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