लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79

सूची भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79

1978-79 क्रिकेट सीजन के दौरान भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की खेली, पाकिस्तान ने श्रृंखला 2-0 से जीती। .

14 संबंधों: चेतन चौहान, दिलीप वेंगसरकर, पाकिस्तान, फ़ैसलाबाद, बिशन सिंह बेदी, मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, दिल्ली, मोहिंदर अमरनाथ, लाहौर, सुनील गावस्कर, गद्दाफी स्टेडियम, गुंडप्पा विश्वनाथ, इमरान खान (बहुविकल्पी), इकबाल स्टेडियम, कराची

चेतन चौहान

चेतन प्रताप सिंह चौहान (Chetan Pratap Singh Chauhan) (जन्म; २१ जुलाई १९४७, बरेली, उत्तर प्रदेश, भारत) एक पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ४० टेस्ट क्रिकेट मैच खेले थे। इनका जन्म तो बरेली में हुआ था लेकिन इनके भारतीय सेना में ऑफीसर होने के कारण उनकी पोस्ट पुणे, महाराष्ट्र में हो गयी थी इस कारण बाद में ये अपने पिता के साथ पुणे आ गए थे। इन्होंने ज्यादातर क्रिकेट मैच १९७० के दशक में पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सुनील गावस्कर के साथ पारी की शुरुआत करते हुए खेला है। चेतन चौहान जून २०१६ से निफ्ट (NIFT) के चेयरमैन के पद पर है। साथ ही ये उत्तर प्रदेश के अमरोहा ज़िले के नौगांव सादात के विधान सभा के सदस्य है एवं उत्तर प्रदेश सरकार मे खेल एवं युवा मामले मंत्री के भी है। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और चेतन चौहान · और देखें »

दिलीप वेंगसरकर

दिलीप वेंगसरकर भारत के भूतपूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं। इन्होंने टेस्ट क्रिकेट और एक दिवसीय क्रिकेट दोनों में एक समान प्रसिद्धी हासिल की। कुछ वर्षों के लिये इन्होंने भारतीय क्रिकेट दल के कप्तान की भूमिका भी निभाई। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और दिलीप वेंगसरकर · और देखें »

पाकिस्तान

इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान या पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र या सिर्फ़ पाकिस्तान भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। 20 करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा। क़बाइली इलाक़े और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (तथाकथित आज़ाद कश्मीर) और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं हालाँकि भारत इन्हें अपना भाग मानता है। पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप हुआ था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इक़बाल ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और पाकिस्तान · और देखें »

फ़ैसलाबाद

right फ़ैसलाबाद पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त का एक नगर है। एक समय में अपने ग्रामीण रूप के कारण से इसे एशिया का सब से बड़ा गाँव कहा जाता था। समय के साथ साथ परिवर्तित होकर यह नगर अब कराची और लाहौर के बाद पाकिस्तान का सब से बड़ा शहर बन गया है। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और फ़ैसलाबाद · और देखें »

बिशन सिंह बेदी

बिशन सिंह बेदी (जिन्हें कभी-कभी बिशेन सिंह बेदी भी कहा जाता है) का जन्म 25 सितम्बर 1946 को अमृतसर में हुआ था; वे पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मुख्यतः बाएं हाथ के परंपरागत गेंदबाज़ थे। उन्होंने भारत के लिए 1966 से 1979 तक टेस्ट क्रिकेट खेला है और वे प्रसिद्ध भारतीय स्पिन चौकड़ी का हिस्सा भी थे। उन्होंने 22 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है। बेदी को हमेशा एक रंगीन पटका पहनने और बेबाकी से क्रिकेट पर अपने विचार रखने के लिए भी जाना जाता है। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और बिशन सिंह बेदी · और देखें »

मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, दिल्ली

मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर स्थित एक खेल स्टेडियम है। यह मुख्यतः एक मैदानी हॉकी स्टेडियम है, तथा इसकी क्षमता २५००० दर्शकों की है। इस मैदान पर हॉकी विश्वकप (पुरुष) 2010 का आयोजन किया गया था। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, दिल्ली · और देखें »

मोहिंदर अमरनाथ

मोहिंदर अमरनाथ भारद्वाज (का जन्म सितम्बर 24, 1950,पटियाला,भारत में हुआ) एक पूर्व क्रिकेटर (1969-1989) और वर्तमान में क्रिकेट विश्लेषक हैं। उन्हें सामान्यतः "जिम्मी" के नाम से जाना जाता है। वे स्वतंत्र भारत के पहले कप्तान, लाला अमरनाथ के पुत्र हैं। उनके भाई सुरिंदर अमरनाथ एक टेस्ट मैच खिलाड़ी थे। उनके भाई राजिंदर अमरनाथ पूर्व प्रथम श्रेणी के खिलाड़ी हैं और वर्तमान में क्रिकेट कोच हैं। मोहिन्दर ने दिसम्बर 1969 में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार प्रदर्शन किया। अपने कैरियर के उत्तरार्ध में, मोहिंदर को, तेज गति के खिलाफ खेलने वाले सबसे बेहतरीन भारतीय क्रिकेटर के रूप में देखा गया। इमरान खान और मैलकम मार्शल दोनों ने, उनकी बल्लेबाजी, साहस और दर्द को सहने और उस पर विजय पाने की क्षमता की प्रशंसा की है। 1982-83 में मोहिंदर ने पाकिस्तान (5) और वेस्ट इंडीज (6) के खिलाफ 11 टैस्ट खेले और दोनों सीरीज में कुल मिला कर 1000 से अधिक रन बनाये। अपने "आदर्श" के रूप में, सुनील गावस्कर ने दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में मोहिंदर अमरनाथ का वर्णन किया है। उन्होंने पर्थ में वाका में (दुनिया में सबसे तेज और उछलने वाले विकेट) जेफ थॉमसन के खिलाफ अपनी सबसे तेज बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए अपना पहला टेस्ट शतक बनाया। उन्होंने इस मैच के बाद भी शीर्ष वर्ग की तेज गेंदबाजी के खिलाफ टेस्ट शतक जमाया.

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और मोहिंदर अमरनाथ · और देखें »

लाहौर

लाहौर (لہور / ਲਹੌਰ, لاہور) पाकिस्तान के प्रांत पंजाब की राजधानी है एवं कराची के बाद पाकिस्तान में दूसरा सबसे बडा आबादी वाला शहर है। इसे पाकिस्तान का दिल नाम से भी संबोधित किया जाता है क्योंकि इस शहर का पाकिस्तानी इतिहास, संस्कृति एवं शिक्षा में अत्यंत विशिष्ट योगदान रहा है। इसे अक्सर पाकिस्तान बागों के शहर के रूप में भी जाना जाता है। लाहौर शहर रावी एवं वाघा नदी के तट पर भारत पाकिस्तान सीमा पर स्थित है। लाहौर का ज्यादातर स्थापत्य मुगल कालीन एवं औपनिवेशिक ब्रिटिश काल का है जिसका अधिकांश आज भी सुरक्षित है। आज भी बादशाही मस्जिद, अली हुजविरी शालीमार बाग एवं नूरजहां तथा जहांगीर के मकबरे मुगलकालीन स्थापत्य की उपस्थिती एवं उसकी अहमियत का आभास करवाता है। महत्वपूर्ण ब्रिटिश कालीन भवनों में लाहौर उच्च न्यायलय जनरल पोस्ट ऑफिस, इत्यादि मुगल एवं ब्रिटिश स्थापत्य का मिलाजुला नमूना बनकर लाहौर में शान से उपस्थित है एवं ये सभी महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के रूप में लोकप्रिय हैं। मुख्य तौर पर लाहौर में पंजाबी को मातृ भाषा के तौर पर इस्तेमाल की जाती है हलाकि उर्दू एवं अंग्रेजी भाषा भी यहां काफी प्रचलन में है एवं नौजवानों में काफी लोकप्रिय है। लाहौर की पंजाबी शैली को लाहौरी पंजाबी के नाम से भी जाना जाता है जिसमे पंजाबी एवं उर्दू का काफी सुंदर मिश्रण होता है। १९९८ की जनगणना के अनुसार शहर की आबादी लगभग ७ लाख आंकी गयी थी जिसके जून २००६ में १० लाख होने की उम्मीद जतायी गयी थी। इस अनुमान के मुताबिक लाहौर दक्षिण एशिया में पांचवी सबसे बडी आबादी वाला एवं दुनिया में २३वीं सबसे बडी आबादी वाला शहर है।.

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और लाहौर · और देखें »

सुनील गावस्कर

सुनील गावस्कर भारत के क्रिकेट के पूर्व-खिलाड़ी हैं। सुनील गावस्कर वर्तमान युग में क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। इन्होंने बल्लेबाजी से संबंधित कई कीर्तिमान स्थापित किए। सनी का जन्म 10 जुलाई 1949 को मुम्बई (महाराष्ट्र) में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम मार्शनील है। इनके पुत्र रोहन गावस्कर भी भारतीय क्रिकेट टीम में खेल चुके हैं। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और सुनील गावस्कर · और देखें »

गद्दाफी स्टेडियम

गद्दाफी स्टेडियम या क़ज़ाफ़ी स्टेडियम (قذافی اسٹیڈیم) लाहौर, पाकिस्तान में स्थित एक प्रमुख क्रिकेट का मैदान है। इसकी दर्शक क्षमता 27,000 है। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और गद्दाफी स्टेडियम · और देखें »

गुंडप्पा विश्वनाथ

गुंडप्पा विश्वनाथ एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं। उन्होंने 1967 में अपने पहले प्रथम श्रेणी मैच में 230 रन बनाए थे। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और गुंडप्पा विश्वनाथ · और देखें »

इमरान खान (बहुविकल्पी)

इमरान खान के नाम से मौजूद व्यक्ति.

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और इमरान खान (बहुविकल्पी) · और देखें »

इकबाल स्टेडियम

यह एक प्रमुख खेल का मैदान हैं। .

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और इकबाल स्टेडियम · और देखें »

कराची

कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा नगर है और सिन्ध प्रान्त की राजधानी है। यह अरब सागर के तट पर बसा है और पाकिस्तान का सबसे बड़ा बन्दरगाह भी है। इसके उपनगरों को मिलाकर यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह 3527 वर्ग किलोमीटर में फैला है और करीब 1.45 करोड़ लोगों का घर है। यहाँ के निवासी इस शहर की ज़िन्दादिली की वजह से इसे रौशनियों का शहर और क़ैद-ए-आज़म जिन्ना का निवास स्थान होने की वजह से इसे शहर-ए-क़ैद कह कर बुलाते हैं। जिन्‍नाह की जन्‍मस्‍थली के लिए प्रसिद्ध कराची पाकिस्‍तान के सिंध प्रांत की राजधानी है। यह पाकिस्‍तान का सबसे बड़ा शहर है। अरब सागर के तट पर बसा कराची पाकिस्‍तान की सांस्‍कृतिक, आर्थिक और शैक्षणिक राजधानी मानी जाती है। यह पाकिस्‍तान का सबसे बड़ा बंदरगाह शहर भी है। यह शहर पाकिस्‍तान आने वाले पर्यटकों के बीच भी खासा लोकप्रिय है। पर्यटक यहां बीच, म्‍यूजियम और मस्जिद आदि देख सकते हैं। आज के पाकिस्तानी भूभाग का मानवीय इतिहास कम से कम 5000 साल पुराना है, यद्यपि इतिहास पाकिस्तान शब्द का जन्म सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली के द्वारा हुआ। आज का पाकिस्तानी भूभाग कई संस्कृतियों का गवाह रहा है। ईसापूर्व 3300-1800 के बीच यहाँ सिन्धुघाटी सभ्यता का विकास हुआ। यह विश्व की चार प्राचीन ताम्र-कांस्यकालीन सभ्यताओं में से एक थी। इसका क्षेत्र सिन्धु नदी के किनारे अवस्थित था पर गुजरात (भारत) और राजस्थान में भी इस सभ्यता के अवशेष पाए गए हैं। मोहेन्जो-दारो, हड़प्पा इत्यादि स्थल पाकिस्तान में इस सभ्यता के प्रमुख अवशेष-स्थल हैं। इस सभ्यता के लोग कौन थे इसके बारे में विद्वानों में मतैक्य नहीं है। कुछ इसे आर्यों की पूर्ववर्ती शाखा कहते हैं तो कुछ इसे द्रविड़। कुछ इसे बलोची भी ठहराते हैं। इस मतभेद का एक कारण सिन्धु-घाटी सभ्यता की लिपि का नहीं पढ़ा जाना भी है। ऐसा माना जाता है कि 1500 ईसापूर्व के आसपास आर्यों का आगमन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों के मार्फ़त भारत में हुआ। आर्यों का निवास स्थान कैस्पियन सागर के पूर्वी तथा उत्तरी हिस्सों में माना जाता है जहाँ से वे इसी समय के करीब ईरान, यूरोप और भारत की ओर चले गए थे। सन् 543 ईसापूर्व में पाकिस्तान का अधिकांश इलाका ईरान (फारस) के हख़ामनी साम्राज्य के अधीन आ गया। लेकिन उस समय इस्लाम का उदय नहीं हुआ था; ईरान के लोग ज़रदोश्त के अनुयायी थे और देवताओं की पूजा करते थे। सन् 330 ईसापूर्व में मकदूनिया (यूनान) के विजेता सिकन्दर ने दारा तृतीय को तीन बार हराकर हखामनी वंश का अन्त कर दिया। इसके कारण मिस्र से पाकिस्तान तक फैले हखामनी साम्राज्य का पतन हो गया और सिकन्दर पंजाब तक आ गया। ग्रीक स्रोतों के मुताबिक उसने सिन्धु नदी के तट पर भारतीय राजा पुरु (ग्रीक - पोरस) को हरा दिया। पर उसकी सेना ने आगे बढ़ने से इनकार कर दिया और वह भारत में प्रवेश किये बिना वापस लौट गया। इसके बाद उत्तरी पाकिस्तान और अफगानिस्तान में यूनानी-बैक्ट्रियन सभ्यता का विकास हुआ। सिकन्दर के साम्राज्य को उसके सेनापतियों ने आपस में बाँट लिया। सेल्युकस नेक्टर सिकन्दर के सबसे शक्तिशाली उत्तराधिकारियों में से एक था। मौर्यों ने 300 ईसापूर्व के आसपास पाकिस्तान को अपने साम्राज्य के अधीन कर लिया। इसके बाद पुनः यह ग्रीको-बैक्ट्रियन शासन में चला गया। इन शासकों में सबसे प्रमुख मिनांदर ने बौद्ध धर्म को प्रोत्साहित किया। पार्थियनों के पतन के बाद यह फारसी प्रभाव से मुक्त हुआ। सिन्ध के राय राजवंश (सन् 489-632) ने इसपर शासन किया। इसके बाद यह उत्तर भारत के गुप्त और फारस के सासानी साम्राज्य के बीच बँटा रहा। सन् 712 में फारस के सेनापति मुहम्मद बिन क़ासिम ने सिन्ध के राजा को हरा दिया। यह फारसी विजय न होकर इस्लाम की विजय थी। बिन कासिम एक अरब था और पूर्वी ईरान में अरबों की आबादी और नियंत्रण बढ़ता जा रहा था। हालांकि इसी समय केन्द्रीय ईरान में अरबों के प्रति घृणा और द्वेष बढ़ता जा रहा था पर इस क्षेत्र में अरबों की प्रभुसत्ता स्थापित हो गई थी। इसके बाद पाकिस्तान का क्षेत्र इस्लाम से प्रभावित होता चला गया। पाकिस्तानी सरकार के अनुसार इसी समय 'पाकिस्तान की नींव' डाली गई थी। इसके 1192 में दिल्ली के सुल्तान पृथ्वीराज चौहान को हराने के बाद ही दिल्ली की सत्ता पर फारस से आए तुर्कों, अरबों और फारसियों का नियंत्रण हो गया। पाकिस्तान दिल्ली सल्तनत का अंग बन गया। सोलहवीं सदी में मध्य-एशिया से भाग कर आए हुए बाबर ने दिल्ली की सत्ता पर अधिकार किया और पाकिस्तान मुगल साम्राज्य का अंग बन गया। मुगलों ने काबुल तक के क्षेत्र को अपने साम्राज्य में मिला लिया था। अठारहवीं सदी के अन्त तक विदेशियों (खासकर अंग्रेजों) का प्रभुत्व भारतीय उपमहाद्वीप पर बढ़ता गया.

नई!!: भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79 और कराची · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »