4 संबंधों: ताज-उल-मस्जिद, भोपाल, मोती मस्जिद, भोपाल, जमाली कमाली मकबरा, जामा मस्जिद, दिल्ली।
ताज-उल-मस्जिद, भोपाल
ताज-उल-मस्जिद, भोपाल भोपाल स्थित यह मस्जिद भारत की सबसे विशाल मस्जिदों में एक है। इस मस्जिद का निर्माण कार्य भोपाल के आठवें शासक शाहजहां बेगम के शासन काल में प्रारंभ हुआ था, लेकिन धन की कमी के कारण उनके जीवंतपर्यंत यह बन न सकी। 1971 में भारत सरकार के दखल के बाद यह मस्जिद पूरी तरह से बन तैयार हो सकी। गुलाबी रंग की इस विशाल मस्जिद की दो सफेद गुंबदनुमा मीनारें हैं, जिन्हें मदरसे के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। तीन दिन तक चलने वाली यहां की वार्षिक इजतिमा प्रार्थना भारत भर से लोगों का ध्यान खींचती है। .
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मोती मस्जिद, भोपाल
भोपाल स्थित इस मस्जिद को कदसिया बेगम की बेटी सिकंदर जहां बेगम ने 1860 ई. में बनवाया था। इस मस्जिद की शैली दिल्ली में बनी जामा मस्जिद के समान है, लेकिन आकार में यह उससे छोटी है। मस्जिद की गहरे लाल रंग की दो मीनारें हैं, जो ऊपर नुकीली हैं और सोने के समान लगती हैं। श्रेणी:भोपाल की इमारतें.
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जमाली कमाली मकबरा
यह मस्जिद भारत में दिल्ली में स्थित है। इस मस्जिद में दिन के समय आने जाने की पूर्ण अनुमति है परंतु ये कहा जाता है कि रात्रि में यहाँ जिन्नात इबादत किया करते हैं। स्थानीय निवासी दावा करते हैं कि रात्रि के समय किसी के नहीं होने पर भी इस मस्जिद से इबादत तिलावत की आवाज आती है। श्रेणी:दिल्ली के मकबरें श्रेणी:दिल्ली के दर्शनीय स्थल.
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जामा मस्जिद, दिल्ली
जामा मस्जिद का निर्माण सन् 1656 में सम्राट शाहजहां ने किया था। यह पुरानी दिल्ली में स्थित है। यह मस्जिद लाल और संगमरमर के पत्थरों का बना हुआ है। लाल किले से महज 500 मी.
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