सामग्री की तालिका
3 संबंधों: महावंश, श्रीलंका, अनुराधापुर।
महावंश
महावंश एक महान इतिहास के लिखि पद्य है। महावंश (शाब्दिक अर्थ: महान इतिहास) पालि भाषा में लिखी पद्य रचना है। इसमें श्रीलंका के राजाओं का वर्नन है। इसमें कलिंग के राजा विजय (५४३ ईसा पूर्व) के श्रीलंका आगमन से लेकर राजा महासेन (334–361) तक की अवधि का वर्णन है। यह सिंहल का प्रसिद्ध ऐतिहासिक महाकाव्य है। भारत का शायद ही कोई प्रदेश हो, जिसका इतिहास उतना सुरक्षित हो, जितना सिंहल का; डब्ल्यू गेगर की इस सम्मति का आधार महावंस ही है। महान लोगों के वंश का परिचय करानेवाला होने से तथा स्वयं भी महान होने से ही इसका नाम हुआ "महावंस" (महावंस टीका)। इस टीका ग्रंथ की रचना "महानाम" स्थविर के हाथों हुई। आप दीघसंद सेनापति के बनाए विहार में रहते थे (महावंस टीका, पृ.
देखें बुद्धदास (राजा) और महावंश
श्रीलंका
श्रीलंका (आधिकारिक नाम श्रीलंका समाजवादी जनतांत्रिक गणराज्य) दक्षिण एशिया में हिन्द महासागर के उत्तरी भाग में स्थित एक द्वीपीय देश है। भारत के दक्षिण में स्थित इस देश की दूरी भारत से मात्र ३१ किलोमीटर है। १९७२ तक इसका नाम सीलोन (अंग्रेजी:Ceylon) था, जिसे १९७२ में बदलकर लंका तथा १९७८ में इसके आगे सम्मानसूचक शब्द "श्री" जोड़कर श्रीलंका कर दिया गया। श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर कोलम्बो समुद्री परिवहन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण बन्दरगाह है। .
देखें बुद्धदास (राजा) और श्रीलंका
अनुराधापुर
कुट्टम पोकुना अनुराधापुर (सिंहल: අනුරාධපුරය; तमिल: அனுராதபுரம்) श्री लंका का प्रमुख नगर है। यह श्रीलंका के उत्तर-केन्द्रीय प्रान्त की राजधानी तथा अनुराधापुर जिले का मुख्यालय है। यह नगर श्री लंका के प्राचीन राजधानियों में से एक है। प्राचीन श्रीलंका की सभ्यता के भग्नावशेष यहाँ सुरक्षित रखे गये हैं। यह नगर कई शताब्दियों तक बौद्ध धर्म के थेरवाद सम्प्रदाय का केन्द्र था। नगर अब यूनेस्को की विश्व विरासत है। यह नगर कोलम्बो से २०० किमी उत्तर में मालवातु ओया के किनारे स्थित है। यह विश्व की सबसे प्राचीन नगरियों में से है। यह श्रीलंका की आठ विश्व विरासतों में से एक है। श्रेणी:श्रीलंका.
देखें बुद्धदास (राजा) और अनुराधापुर
बुद्ध दास के रूप में भी जाना जाता है।