लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

बलक़ानाबात

सूची बलक़ानाबात

बलक़ानाबात बलक़ान दाग़लरी नामक पर्वत शृंखला के समीप बसा हुआ है बलक़ानाबात (तुर्कमेनी: Балканабат; अंग्रेज़ी: Balkanabat; फ़ारसी:, बलख़ानाबाद), जिसका पुराना नाम 'नेबित दाग़' (Nebit Dag) था, तुर्कमेनिस्तान के बलक़ान प्रांत की राजधानी है। सन् २००६ की जनगणना में इसकी आबादी ८७,८२२ थी। यह शहर तुर्कमेनिस्तान के पश्चिम में उस देश की राष्ट्रीय राजधानी अश्क़ाबाद से गाड़ी द्वारा ४ घंटे की दूरी पर स्थित है। यह कैस्पियन सागर पर बसे तुर्कमेनबाशी बंदरगाह शहर से २ घंटे दूर है। .

9 संबंधों: ऊँट, तुर्कमेन भाषा, तुर्कमेनिस्तान, तुर्की भाषा परिवार, फ़ारसी भाषा, बलक़ान प्रान्त, कैस्पियन सागर, अश्क़ाबाद, अंग्रेज़ी भाषा

ऊँट

ऊँट कैमुलस जीनस के अंतर्गत आने वाला एक खुरधारी जीव है। अरबी ऊँट के एक कूबड़ जबकि बैकट्रियन ऊँट के दो कूबड़ होते हैं। अरबी ऊँट पश्चिमी एशिया के सूखे रेगिस्तान क्षेत्रों के जबकि बैकट्रियन ऊँट मध्य और पूर्व एशिया के मूल निवासी हैं। इसे रेगिस्तान का जहाज भी कहते हैं। यह रेतीले तपते मैदानों में इक्कीस इक्कीस दिन तक बिना पानी पिये चल सकता है। इसका उपयोग सवारी और सामान ढोने के काम आता है। यह 7 दिन बिना पानी पिए रह सकता है ऊँट शब्द का प्रयोग मोटे तौर पर ऊँट परिवार के छह ऊँट जैसे प्राणियों का वर्णन करने के लिए किया जाता है, इनमे दो वास्तविक ऊँट और चार दक्षिण अमेरिकी ऊँट जैसे जीव है जो हैं लामा, अलपाका, गुआनाको और विकुना। एक ऊँट की औसत जीवन प्रत्याशा चालीस से पचास वर्ष होती है। एक पूरी तरह से विकसित खड़े वयस्क ऊंट की ऊँचाई कंधे तक 1.85 मी और कूबड़ तक 2.15 मी होती है। कूबड़ शरीर से लगभग तीस इंच ऊपर तक बढ़ता है। ऊँट की अधिकतम भागने की गति 65 किमी/घंटा के आसपास होती है तथा लम्बी दूरी की यात्रा के दौरान यह अपनी गति 40 किमी/घंटा तक बनाए रख सकता है। जीवाश्म साक्ष्यों से पता चलता है कि आधुनिक ऊँट के पूर्वजों का विकास उत्तरी अमेरिका में हुआ था जो बाद में एशिया में फैल गये। लगभग 2000 ई.पू.

नई!!: बलक़ानाबात और ऊँट · और देखें »

तुर्कमेन भाषा

तुर्कमेन तुर्कमेनिस्तान की राष्ट्रीय भाषा है। यह तुर्कमेनिस्तान में रहने वाले करीबन तीस लाख लोगो के अलावा उत्तरी पश्चिमी अफगानिस्तान में रहने वाले करीबन चार लाख और उत्तरी पूर्वी ईरान में रहने वाले करीबन पांच लाख लोगो द्वारा बोली जाती है। तुर्कमेन विवादास्पद अल्टियाक भाषा परिवार की तुर्किक शाखा से संबद्ध है। यह दक्षिणी पश्चिमी तुर्किक उप शाखा खासतौर से पूर्वी ओगुज समूह का सदस्य है। तुर्कमेन तुर्किश और अजरबैजानी से निकट से जुड़ा हुआ है। श्रेणी:तुर्की भाषाएँ श्रेणी:भाषाएँ.

नई!!: बलक़ानाबात और तुर्कमेन भाषा · और देखें »

तुर्कमेनिस्तान

तुर्कमेनिस्तान (तुर्कमेनिया के नाम से भी जाना जाता है) मध्य एशिया में स्थित एक तुर्किक देश है। १९९१ तक तुर्कमेन सोवियत समाजवादी गणराज्य (तुर्कमेन SSR) के रूप में यह सोवियत संघ का एक घटक गणतंत्र था। इसकी सीमा दक्षिण पूर्व में अफ़ग़ानिस्तान, दक्षिण पश्चिम में ईरान, उत्तर पूर्व में उज़्बेकिस्तान, उत्तर पश्चिम में कज़ाख़िस्तान और पश्चिम में कैस्पियन सागर से मिलती है। 'तुर्कमेनिस्तान' नाम फारसी से आया है, जिसका अर्थ है, 'तुर्कों की भूमि'। देश की राजधानी अश्गाबात (अश्क़ाबाद) है। इसका हल्के तौर पर "प्यार का शहर" या "शहर जिसको मोहब्बत ने बनाया" के रूप में अनुवाद होता है। यह अरबी के शब्द 'इश्क़' और फारसी प्रत्यय 'आबाद' से मिलकर बना है।, Bradley Mayhew, Lonely Planet, 2007, ISBN 978-1-74104-614-4,...

नई!!: बलक़ानाबात और तुर्कमेनिस्तान · और देखें »

तुर्की भाषा परिवार

विश्व के देश (गाढ़े नीले रंग में) और प्रदेश (हलके नीले रंग में) जहाँ तुर्की भाषाओँ को सरकारी मान्यता प्राप्त है सन् 735 के लगभग तराशे गए एक ओरख़ोन शिलालेख का हिस्सा यूरेशिया में तुर्की भाषाओँ का फैलाव तुर्की भाषाएँ पैंतीस से भी अधिक भाषाओँ का एक भाषा-परिवार है। तुर्की भाषाएँ पूर्वी यूरोप और भूमध्य सागर से लेकर साईबेरिया और पश्चिमी चीन तक बोली जाती हैं। कुछ भाषावैज्ञानिक इन्हें अल्ताई भाषा परिवार की एक शाखा मानते हैं। विश्व में लगभग 16.5 से 18 करोड़ लोग तुर्की भाषाएँ अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं और अगर सभी तुर्की भाषाओँ को बोल सकने वालों की गणना की जाए तो क़रीब 25 करोड़ लोग इन्हें बोल सकते हैं। सब से अधिक बोली जाने वाली तुर्की भाषा का नाम भी तुर्की है, हालाँकि कभी-कभी इसे अनातोल्वी भी कहा जाता है (क्योंकि यह अनातोलिया में बोली जाती है)। .

नई!!: बलक़ानाबात और तुर्की भाषा परिवार · और देखें »

फ़ारसी भाषा

फ़ारसी, एक भाषा है जो ईरान, ताजिकिस्तान, अफ़गानिस्तान और उज़बेकिस्तान में बोली जाती है। यह ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान की राजभाषा है और इसे ७.५ करोड़ लोग बोलते हैं। भाषाई परिवार के लिहाज़ से यह हिन्द यूरोपीय परिवार की हिन्द ईरानी (इंडो ईरानियन) शाखा की ईरानी उपशाखा का सदस्य है और हिन्दी की तरह इसमें क्रिया वाक्य के अंत में आती है। फ़ारसी संस्कृत से क़ाफ़ी मिलती-जुलती है और उर्दू (और हिन्दी) में इसके कई शब्द प्रयुक्त होते हैं। ये अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती है। अंग्रेज़ों के आगमन से पहले भारतीय उपमहाद्वीप में फ़ारसी भाषा का प्रयोग दरबारी कामों तथा लेखन की भाषा के रूप में होता है। दरबार में प्रयुक्त होने के कारण ही अफ़गानिस्तान में इस दारी कहा जाता है। .

नई!!: बलक़ानाबात और फ़ारसी भाषा · और देखें »

बलक़ान प्रान्त

तुर्कमेनिस्तान में बलक़ान प्रान्त (हरे रंग में) बलक़ान प्रांत में कैस्पियन सागर पर तुर्कमेनबाशी बंदरगाह बलक़ान प्रान्त (तुर्कमेनी: Balkan welaýaty, अंग्रेज़ी: Balkan Province, फ़ारसी) तुर्कमेनिस्तान की एक विलायत (यानि प्रान्त) है। यह उस देश के सुदूर पश्चिम में स्थित है और इसकी सरहदें ईरान, उज़बेकिस्तान, कज़ाख़स्तान और कैस्पियन सागर से लगती हैं। इस प्रान्त का क्षेत्रफल १,३९,२७० किमी२ है और सन् २००५ की जनगणना में इसकी आबादी ५,५३,५०० अनुमानित की गई थी। बलक़ान प्रान्त की राजधानी बलक़ानाबात (Балканабат) शहर है, जिसे पहले नेबित दाग़ (Nebit Dag) बुलाया जाता था। बलक़ान प्रांत की आबादी का घनत्व तुर्कमेनिस्तान के सभी प्रान्तों में सबसे कम है।, Rafis Abazov, Scarecrow Press, 2005, ISBN 978-0-8108-5362-1,...

नई!!: बलक़ानाबात और बलक़ान प्रान्त · और देखें »

कैस्पियन सागर

कैस्पियन सागर (फ़ारसी:, दरया-ए-माज़ंदरान), एशिया की एक झील है जिसे अपने वृहत आकार के कारण सागर कहा जाता है। मध्य एशिया में स्थित यह झील क्षेत्रफल के हिसाब से विश्व की सबसे बड़ी झील है। इसका क्षेत्रफल ४,३०,००० वर्ग किलोमीटर तथा आयतन ७८,२०० घन किलोमीटर है। इसका कोई बाह्यगमन नहीं है और पानी सिर्फ़ वाष्पीकरण के द्वारा बाहर जाता है। ऐतिहासिक रूप से यह काला सागर के द्वारा बोस्फ़ोरस, ईजियन सागर और इस तरह भूमध्य सागर से जुड़ा हुआ माना जाता है जिसके कारण इसे ज्यरचना के आधार पर इसे झील कहना उचित नहीं है। इसका खारापन १.२ प्रतिशत है जो विश्व के सभी समुद्रों के कुल खारेपन का एक-तिहाई है। .

नई!!: बलक़ानाबात और कैस्पियन सागर · और देखें »

अश्क़ाबाद

अश्क़ाबाद या अश्गाबात (तुर्कमेन: Aşgabat, फ़ारसी:; रूसी: Ашхабад, अंग्रेज़ी: Ashgabat) मध्य एशिया के तुर्कमेनिस्तान राष्ट्र की राजधानी और सबसे बड़ी नगरी है। २००१ की जनगणना में इसकी आबादी ६,९५,३०० थी और २००९ में इसकी अनुमानित आबादी १० लाख थी। अश्क़ाबाद काराकुम रेगिस्तान और कोपेत दाग़ पर्वत शृंखला के बीच में स्थित है। इसमें रहने वाले ज्यादातर लोग तुर्कमेन जाति के हैं हालाँकि यहाँ रूसी, अर्मेनियाई और अज़ेरियों के समुदाय भी रहते हैं। इस नगर का नाम फ़ारसी के 'इश्क़' और 'आबाद' शब्दों को मिलकर बना है और इसका अर्थ 'इश्क़ का शहर' है।, Bradley Mayhew, Lonely Planet, 2007, ISBN 978-1-74104-614-4,...

नई!!: बलक़ानाबात और अश्क़ाबाद · और देखें »

अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

नई!!: बलक़ानाबात और अंग्रेज़ी भाषा · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »