3 संबंधों: फैराडे कप, माइकल फैराडे, विद्युत्-क्षेत्र।
फैराडे कप
फैराडे कप (Faraday cup) किसी धातु से निर्मित सुचालक कप होता है जिसे निर्वात में आवेशित कणों को एकत्र करने हेतु प्रयोग में लाया जाता है। इन आवेशों के कप में गिरने के फलस्वरूप जो धारा उत्पन्न होती है उसे मापकर उससे इस कप में गिरे आवेशों (ऑयन या इलेक्ट्रानों) की संख्या ज्ञात की जा सकती है। इसका नाम माइकल फैराडे के नाम पर पड़ा है। .
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माइकल फैराडे
माइकल फैराडे माइकेल फैराडे, अंग्रेज भौतिक विज्ञानी एवं रसायनज्ञ थे। उन्होने विद्युत-धारा के चुम्बकीय प्रभाव का आविष्कार किया। उसने विद्युतचुम्बकीय प्रेरण का अध्ययन करके उसको नियमवद्ध किया। इससे डायनेमों तथा विद्युत मोटर का निर्माण हुआ। बाद में मैक्सवेल Maxwell के विद्युतचुम्बकत्व के चार समीकरणों में फैराडे का यह नियम भी सम्मिलित हुआ। फैराडे ने विद्युत रसायन पर भी बहुत काम किया और इससे सम्बन्धित अपने दो नियम दिये। उन्होंने रुडोल्फ डिजल सहित डिजल-चलित बिजली उत्पादक का आविष्कार किया था। .
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विद्युत्-क्षेत्र
किसी ऋणावेशित अनन्त चादर के ऊपर यदि एक धनावेशित बिन्दु आवेश लटका हो तो वहाँ विद्युत क्षेत्र रेखाएँ इस प्रकार होंगी। यदि किसी स्थान पर स्थित किसी स्थिर आवेशित कण पर बल लगता है तो कहते हैं कि उस स्थान पर विद्युत्-क्षेत्र (electric field) है। विद्युत क्षेत्र आवेशित कणों के द्वारा उत्पन्न होता है या समय के साथ परिवर्तित हो रहे चुम्बकीय क्षेत्र के कारण। विद्युत क्षेत्र की अवधारणा सबसे पहले माइकल फैराडे ने प्रस्तुत की थी। श्रेणी:विद्युत.