लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

पोज़ोलाना

सूची पोज़ोलाना

पोज़ोलाना या पोज़ोलाना की राख, एक महीन, रेतीली ज्वालामुखीय राख है। पोज़ोलाना को पहली बार इटली के पोज़्ज़ुओली में वेसुवियस ज्वालामुखी के आसपास के क्षेत्र में खोजा और खोदा गया था। इसके बाद इसे अन्य कई स्थानों पर भी पाया गया। वित्रुवियस के अनुसार पोज़ोलाना के चार प्रकार क्रमश: काला, सफेद, धूसर और लाल, इटली के ज्वालामुखीय क्षेत्रों जैसे कि नेपल्स में पाये जाते हैं। .

7 संबंधों: पोज़ोलान, राख, सीमेंट, ज्वालामुखी, वित्रुवियस, वेसुवियस पर्वत, इटली

पोज़ोलान

पोज़ोलान (अंग्रेजी: Pozzolan), एक कांचसम सिलिकामय (सिलिसियस) सामग्री है जो जल की उपस्थिति में कैल्शियम हाइड्रोक्साइड के साथ मिलाने पर उससे क्रिया कर कैल्शियम सिलिकेट की रचना करता है, जिसके परिणामस्वरूप यह सीमेंटकारक (जोड़ने वाले) गुण प्रदर्शित करता है। पोज़ोलान को आमतौर पर पोर्टलैंड सीमेंट कंक्रीट मे एक सीमेंट विस्तारक के रूप में मिलाया जाता है जो प्राप्त कंक्रीट को लंबे समय में सामर्थ्य और अतिरिक्त गुण प्रदान करता है, साथ ही इसके मिलाने से पोर्टलैंड सीमेंट कंक्रीट की लागत में भी कमी आती है। .

नई!!: पोज़ोलाना और पोज़ोलान · और देखें »

राख

कोई विवरण नहीं।

नई!!: पोज़ोलाना और राख · और देखें »

सीमेंट

सीमेंट का उपयोग। सीमेंट आधुनिक भवन निर्माण मे प्रयुक्त होने वाली एक प्राथमिक सामग्री है। सीमेंट मुख्यतः कैल्शियम के सिलिकेट और एलुमिनेट यौगिकों का मिश्रण होता है, जो कैल्शियम ऑक्साइड, सिलिका, एल्यूमीनियम ऑक्साइड और लौह आक्साइड से निर्मित होते हैं। सीमेंट बनाने कि लिये चूना पत्थर और मृत्तिका (क्ले) के मिश्रण को एक भट्ठी में उच्च तापमान पर जलाया जाता है और तत्पश्चात इस प्रक्रिया के फल:स्वरूप बने खंगर (क्लिंकर) को जिप्सम के साथ मिलाकर महीन पीसा जाता है और इस प्रकार जो अंतिम उत्पाद प्राप्त होता है उसे साधारण पोर्टलैंड सीमेंट (सा.पो.सी.) कहा जाता है। भारत में, सा.पो.सी.

नई!!: पोज़ोलाना और सीमेंट · और देखें »

ज्वालामुखी

तवुर्वुर का एक सक्रिय ज्वालामुखी फटते हुए, राबाउल, पापुआ न्यू गिनिया ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर उपस्थित ऐसी दरार या मुख होता है जिससे पृथ्वी के भीतर का गर्म लावा, गैस, राख आदि बाहर आते हैं। वस्तुतः यह पृथ्वी की ऊपरी परत में एक विभंग (rupture) होता है जिसके द्वारा अन्दर के पदार्थ बाहर निकलते हैं। ज्वालामुखी द्वारा निःसृत इन पदार्थों के जमा हो जाने से निर्मित शंक्वाकार स्थलरूप को ज्वालामुखी पर्वत कहा जाता है। ज्वालामुखी का सम्बंध प्लेट विवर्तनिकी से है क्योंकि यह पाया गया है कि बहुधा ये प्लेटों की सीमाओं के सहारे पाए जाते हैं क्योंकि प्लेट सीमाएँ पृथ्वी की ऊपरी परत में विभंग उत्पन्न होने हेतु कमजोर स्थल उपलब्ध करा देती हैं। इसके अलावा कुछ अन्य स्थलों पर भी ज्वालामुखी पाए जाते हैं जिनकी उत्पत्ति मैंटल प्लूम से मानी जाती है और ऐसे स्थलों को हॉटस्पॉट की संज्ञा दी जाती है। भू-आकृति विज्ञान में ज्वालामुखी को आकस्मिक घटना के रूप में देखा जाता है और पृथ्वी की सतह पर परिवर्तन लाने वाले बलों में इसे रचनात्मक बल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है क्योंकि इनसे कई स्थलरूपों का निर्माण होता है। वहीं, दूसरी ओर पर्यावरण भूगोल इनका अध्ययन एक प्राकृतिक आपदा के रूप में करता है क्योंकि इससे पारितंत्र और जान-माल का नुकसान होता है। .

नई!!: पोज़ोलाना और ज्वालामुखी · और देखें »

वित्रुवियस

ऑगस्ट्स को डी आर्कीटेक्चुरा पेश करते वित्रुवियस का 1684 में बनाया गया एक चित्र मार्क्स वित्रुवियस पॉलिओ (इतालवी: Marco Vitruvio Pollione), (जन्म: 80-70 ई.पू., मृत्यु 15 ई.पू. के बाद) पहली शताब्दी में सक्रिय एक रोमन लेखक, वास्तुकार और अभियंता (संभवतः रोम की सैन्य अभियांत्रिकी सेवा में) था। उसके खुद के विवरणDe Arch.

नई!!: पोज़ोलाना और वित्रुवियस · और देखें »

वेसुवियस पर्वत

यह एक प्रमुख ज्वालामुखी है। .

नई!!: पोज़ोलाना और वेसुवियस पर्वत · और देखें »

इटली

इटली यूरोप महाद्वीप के दक्षिण में स्थित एक देश है जिसकी मुख्यभूमि एक प्रायद्वीप है। इटली के उत्तर में आल्प्स पर्वतमाला है जिसमें फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, ऑस्ट्रिया तथा स्लोवेनिया की सीमाएँ आकर लगती हैं। सिसली तथा सार्डिनिया, जो भूमध्य सागर के दो सबसे बड़े द्वीप हैं, इटली के ही अंग हैं। वेटिकन सिटी तथा सैन मरीनो इटली के अंतर्गत समाहित दो स्वतंत्र देश हैं। इटली, यूनान के बाद यूरोप का दूसरा का दूसरा प्राचीनतम राष्ट्र है। रोम की सभ्यता तथा इटली का इतिहास देश के प्राचीन वैभव तथा विकास का प्रतीक है। आधुनिक इटली 1861 ई. में राज्य के रूप में गठित हुआ था। देश की धीमी प्रगति, सामाजिक संगठन तथा राजनितिक उथल-पुथल इटली के 2,500 वर्ष के इतिहास से संबद्ध है। देश में पूर्वकाल में राजतंत्र था जिसका अंतिम राजघराना सेवाय था। जून, सन् 1946 से देश एक जनतांत्रिक राज्य में परिवर्तित हो गया। इटली की राजधानी रोम प्राचीन काल के एक शक्ति और प्रभाव से संपन्न रोमन साम्राज्य की राजधानी रहा है। ईसा के आसपास और उसके बाद रोमन साम्राज्य ने भूमध्य सागर के क्षेत्र में अपनी प्रभुता स्थापित की थी जिसके कारण यह संस्कृति और अन्य क्षेत्रों में आधुनिक यूरोप की आधारशिला के तौर पर माना जाता है। तथा मध्यपूर्व (जिसे भारतीय परिप्रेक्ष्य में मध्य-पश्च भी कह सकते हैं) के इतिहास में भी रोमन साम्राज्य ने अपना प्रभाव डाला था और उनसे प्रभावित भी हुआ था। आज के इटली की संस्कृति पर यवनों (ग्रीक) का भी प्रभाव पड़ा है। इटली की जनसंख्या २००८ में ५ करोड़ ९० लाख थी। देश का क्षेत्रफल ३लाख वर्ग किलोमीटर के आसपास है। १९९१ में यहाँ की सरकार के शीर्ष पदस्थ अधिकारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ जिसके बाद यहाँ की राजनैतिक सत्ता और प्रशासन में कई बदलाव आए हैं। रोम यहाँ की राजधानी है और अन्य प्रमुख नगरों में वेनिस, मिलान इत्यादि का नाम लिया जा सकता है। .

नई!!: पोज़ोलाना और इटली · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »