नैन अत्यंत प्राचीन गोत्र है। कई शताब्दी ईशा पूर्व जाटों के छः वंश शिवी, सुरावी, किम्ब्री, हेमेंद्री, कलि व बैन हरिवर्ष (यूरोप) गए थे उनमें नैन भी थे। हेमेंद्री गोत्र की ही एक शाखा नैन थे। नैन ही डेनमार्क व इंग्लैंड में नॉर्मन, नरगर कहलाये.
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