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निकोबारी भाषाएँ

सूची निकोबारी भाषाएँ

निकोबारी भाषाएँ (Nicobarese languages) भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली कुछ ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं का परिवार है। इन्हें लगभग ३०,००० लोग बोलते हैं, जिनमें से अधिकतर कार भाषा के मातृभाषी हैं। .

सामग्री की तालिका

  1. 15 संबंधों: चौरा भाषा, तेरेस्सा भाषा, दक्षिण निकोबारी भाषा, नन्कोव्री भाषा, निकोबार द्वीपसमूह, निकोबारी लोग, भारत, मध्य निकोबारी भाषाएँ, मुण्डा भाषाएँ, खसिक भाषाएँ, आग्नेय भाषापरिवार, कत्चल भाषा, कमोर्ता भाषा, कार भाषा, अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह

चौरा भाषा

चौरा या तुतेत भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली एक भाषा है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की निकोबारी शाखा की सदस्य है। इसके मातृभाषी चौरा द्वीप पर केन्द्रित हैं। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और चौरा भाषा

तेरेस्सा भाषा

तेरेस्सा (Teressa) या ताइह-लोंग (Taih-Long) भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली एक भाषा है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की निकोबारी शाखा की सदस्य है। इसके मातृभाषी तेरेस्सा द्वीप पर केन्द्रित हैं। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और तेरेस्सा भाषा

दक्षिण निकोबारी भाषा

दक्षिण निकोबारी भाषा (Southern Nicobarese language) भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली एक भाषा है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की निकोबारी शाखा की सदस्य है। इसके मातृभाषी छोटे निकोबार द्वीप (ओंग) और बड़े निकोबार द्वीप (लोओंग) पर केन्द्रित हैं। कोन्डुल और पुलो मिलो द्वीपों के रहने वाले भी यही भाषा बोलते हैं। हर द्वीप पर इसकी भिन्न उपभाषा बोली जाती है। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और दक्षिण निकोबारी भाषा

नन्कोव्री भाषा

नन्कोव्री (Nancowry) भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली एक भाषा है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की निकोबारी शाखा की सदस्य है। इसके मातृभाषी नन्कोव्री द्वीप और उसके पास स्थित कुछ द्वीपों पर केन्द्रित हैं। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और नन्कोव्री भाषा

निकोबार द्वीपसमूह

निकोबार द्वीपसमूह एशिया में निकोबार द्वीपसमूह का नक्शा निकोबार द्वीपसमूह है द्वीपसमूह भारत में। ये हिन्द महासागर में है और 150 किलोमीटर की दूरी आचेह, सुमात्रा से। अंडमान सागर है निकोबार द्वीपसमूह और थाईलैंड के बीच। ये 1,300 किलोमीटर की दूरी के बारे में स्थित भारत मुख्यभूमि से। राजनीतिक रूप से ये द्वीपसमूह अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह का हिस्सा है। यूनेस्को ने बड़ा निकोबार को घोषित किया एक बायोस्फियर भंडार के विश्व नेटवर्क। , The International Coordinating Council of UNESCO’s Man and the Biosphere Programme (MAB), added the following new sites to the World Network of Biosphere Reserves (WNBR) http://www.unesco.org/new/en/media-services/multimedia/photos/mab-2013/india/.

देखें निकोबारी भाषाएँ और निकोबार द्वीपसमूह

निकोबारी लोग

निकोबारी भारत के निकोबार द्वीपसमूह में रहने वाले ऑस्ट्रो-एशियाई भाषा-परिवार की निकोबारी भाषाएँ बोलने वाला एक समुदाय है। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और निकोबारी लोग

भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और भारत

मध्य निकोबारी भाषाएँ

मध्य निकोबारी भाषाएँ (Central Nicobarese languages) भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली भाषाओं का एक समूह है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की निकोबारी शाखा की उपशाखा है। इसकी भिन्न भाषाओं को बोलने वाले एक-दूसरे को समझ नहीं सकते। केवल कत्चल और ट्रिन्केट भाषाओं को बोलने बाले एक-दूसरे को समझ सकते हैं और ट्रिन्केट को कत्चल भाषा की उपभाषा समझा जाता है, जबकि अन्य सभी भिन्न भाषाएँ मानी जाती हैं.

देखें निकोबारी भाषाएँ और मध्य निकोबारी भाषाएँ

मुण्डा भाषाएँ

आस्ट्रेशियाई (Austro-Asiatic) भाषाएँ; इनमें मुण्डा भाषाएँ पीले रंग में दिखायी गयी हैं। मुण्डा एक भाषापरिवार है जिसे भारत तथा बांग्लादेश के लगभग १ करोड़ लोग बोलते हैं। यह ऑस्ट्रो-एशियाई भाषा-परिवार की एक शाखा है। इसका अर्थ है कि मुण्डा भाषा वियतनामी भाषा और खमेर भाषा से सम्बंधित है। हो, मुण्डारी और सन्ताली इस भाषासमूह की मुख्य भाषाएँ हैं। भारत में मुण्डा के अलावा ऑस्ट्रो-एशियाई परिवार की दो अन्य शाखाएँ मिलती हैं: निकोबारी भाषाएँ तथा खसिक भाषाएँ। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और मुण्डा भाषाएँ

खसिक भाषाएँ

खसिक भाषाएँ (Khasic languages) भारत के पूर्वोत्तरी मेघालय राज्य व बांग्लादेश के कुछ पड़ोसी क्षेत्रों में बोली जाने वाली ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं का एक भाषा-परिवार है। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और खसिक भाषाएँ

आग्नेय भाषापरिवार

ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाएँ​ (Austro-Asiatic languages) या मोन-ख्मेर भाषाएँ या आग्नेय भाषाएँ दक्षिण-पूर्वी एशिया में विस्तृत एक भाषा परिवार है भाषाएँ भारत और बंगलादेश में जहाँ-तहाँ और चीन की कुछ दक्षिणी सीमावर्ती क्षेत्रों में भी बोलीं जाती हैं। इनमें केवल ख्मेर, वियतनामी और मोन का लम्बा लिखित इतिहास है और केवल ख्मेर और वियतनामी को अपने क्षेत्रों में सरकारी भाषा होने का दर्जा प्राप्त है। अन्य सभी भाषाएँ अल्पसंख्यक समुदायों द्वारा बोली जाती हैं। कुल मिलाकर ऍथनोलॉग भाषा सूची में इस परिवार की १६८ सदस्य भाषाएँ गिनी गई हैं। भारत में खासी और मुंडा भाषाएँ इस परिवार में आती हैं। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और आग्नेय भाषापरिवार

कत्चल भाषा

कत्चल (Katchal) भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली एक भाषा है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की निकोबारी शाखा की सदस्य है। इसके मातृभाषी कत्चल द्वीप पर केन्द्रित हैं। इसके पड़ोसी ट्रिन्केट द्वीप पर इसकी एक उपभाषा बोली जाती है। कत्चल भाषा और ट्रिन्केट भाषा के बोलने वाले एक-दूसरे को समझ सकते हैं लेकिन वे किसी भी अन्य मध्य निकोबारी भाषा को नहीं समझ सकते। २००४ की सूनामी के बाद ट्रिन्केट के सभी लोगों को कत्चल और कमोर्ता द्वीप पर लाया गया और अनुमान है कि, जैसे वे स्थानीय आबादी में घुलमिल जाते हैं, ट्रिन्केट उपभाषा विलुप्त हो जायेगी। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और कत्चल भाषा

कमोर्ता भाषा

कमोर्ता (Camorta) भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली एक भाषा है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की निकोबारी शाखा की सदस्य है। इसके मातृभाषी कमोर्ता द्वीप पर केन्द्रित हैं। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और कमोर्ता भाषा

कार भाषा

कार (Car) भारत के निकोबार द्वीपसमूह में बोली जाने वाली एक भाषा है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की निकोबारी शाखा की सदस्य है। यह सबसे अधिक बोली जाने वाली निकोबारी भाषा है और कार निकोबार द्वीप पर केन्द्रित है। कार भाषा में अभिश्लेषण देखा जाता है। यह वियतनामी भाषा और खमेर भाषा से सम्बन्धित है लेकिन इसकी सबसे निकटतम ग़ैर-निकोबारी भाषा पास में स्थित इण्डोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के पश्चिमोत्तरी आचेह क्षेत्र में बोली जाने वाली आचेही भाषा है। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और कार भाषा

अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह

अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह (बंगाली:আন্দামান ও নিকোবর দ্বীপপুঞ্জ) भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है। ये बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित है। अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह लगभग 572 छोटे बड़े द्वीपों से मिलकर बना है जिनमें से सिर्फ कुछ ही द्वीपों पर लोग रहते हैं। यहाँ की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है। भारत का यह केन्द्र शासित प्रदेश हिंद महासागर में स्थित है और भौगोलिक दृष्टि से दक्षिण पूर्व एशिया का हिस्सा है। यह इंडोनेशिया के आचेह के उत्तर में 150 किमी पर स्थित है तथा अंडमान सागर इसे थाईलैंड और म्यांमार से अलग करता है। दो प्रमुख द्वीपसमूहों से मिलकर बने इस द्वीपसमूह को 10° उ अक्षांश पृथक करती है, जिसके उत्तर में अंडमान द्वीप समूह और दक्षिण में निकोबार द्वीप समूह स्थित हैं। इस द्वीपसमूह के पूर्व में अंडमान सागर और पश्चिम में बंगाल की खाड़ी स्थित है। द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर एक अंडमानी शहर है। 2001 की भारत की जनगणना के अनुसार यहाँ की जनसंख्या 356152 है। पूरे क्षेत्र का कुल भूमि क्षेत्र लगभग 6496 किमी² या 2508 वर्ग मील है। .

देखें निकोबारी भाषाएँ और अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह

निकोबारी भाषा के रूप में भी जाना जाता है।