हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
निवर्तमानआने वाली
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन

सूची दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन

दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड: DSJ), दिल्ली में परिक्रमा सेवा रेलवे का एक रेलवे स्टेशन है। इसकी ऊंचाई है 229 मीटर। श्रेणी:दिल्ली परिक्रमा सेवा के स्टेशन.

सामग्री की तालिका

  1. 8 संबंधों: दिल्ली, दिल्ली परिक्रमा रेल सेवा, दक्षिण दिल्ली, भारत में रेलवे स्टेशनों की सूची, भारतीय रेल, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, रेलवे स्टेशन, सफ़दरजंग

दिल्ली

दिल्ली (IPA), आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (अंग्रेज़ी: National Capital Territory of Delhi) भारत का एक केंद्र-शासित प्रदेश और महानगर है। इसमें नई दिल्ली सम्मिलित है जो भारत की राजधानी है। दिल्ली राजधानी होने के नाते केंद्र सरकार की तीनों इकाइयों - कार्यपालिका, संसद और न्यायपालिका के मुख्यालय नई दिल्ली और दिल्ली में स्थापित हैं १४८३ वर्ग किलोमीटर में फैला दिल्ली जनसंख्या के तौर पर भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर है। यहाँ की जनसंख्या लगभग १ करोड़ ७० लाख है। यहाँ बोली जाने वाली मुख्य भाषाएँ हैं: हिन्दी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेज़ी। भारत में दिल्ली का ऐतिहासिक महत्त्व है। इसके दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियां और पूर्व में यमुना नदी है, जिसके किनारे यह बसा है। यह प्राचीन समय में गंगा के मैदान से होकर जाने वाले वाणिज्य पथों के रास्ते में पड़ने वाला मुख्य पड़ाव था। यमुना नदी के किनारे स्थित इस नगर का गौरवशाली पौराणिक इतिहास है। यह भारत का अति प्राचीन नगर है। इसके इतिहास का प्रारम्भ सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है। हरियाणा के आसपास के क्षेत्रों में हुई खुदाई से इस बात के प्रमाण मिले हैं। महाभारत काल में इसका नाम इन्द्रप्रस्थ था। दिल्ली सल्तनत के उत्थान के साथ ही दिल्ली एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक शहर के रूप में उभरी। यहाँ कई प्राचीन एवं मध्यकालीन इमारतों तथा उनके अवशेषों को देखा जा सकता हैं। १६३९ में मुगल बादशाह शाहजहाँ ने दिल्ली में ही एक चारदीवारी से घिरे शहर का निर्माण करवाया जो १६७९ से १८५७ तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही। १८वीं एवं १९वीं शताब्दी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने लगभग पूरे भारत को अपने कब्जे में ले लिया। इन लोगों ने कोलकाता को अपनी राजधानी बनाया। १९११ में अंग्रेजी सरकार ने फैसला किया कि राजधानी को वापस दिल्ली लाया जाए। इसके लिए पुरानी दिल्ली के दक्षिण में एक नए नगर नई दिल्ली का निर्माण प्रारम्भ हुआ। अंग्रेजों से १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त कर नई दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का प्रवासन हुआ, इससे दिल्ली के स्वरूप में आमूल परिवर्तन हुआ। विभिन्न प्रान्तो, धर्मों एवं जातियों के लोगों के दिल्ली में बसने के कारण दिल्ली का शहरीकरण तो हुआ ही साथ ही यहाँ एक मिश्रित संस्कृति ने भी जन्म लिया। आज दिल्ली भारत का एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक केन्द्र है। .

देखें दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन और दिल्ली

दिल्ली परिक्रमा रेल सेवा

परिक्रमा सेवा दिल्ली की मुद्रिका (रिंग) रेल सेवा को कहते हैं। यह सेवा मुद्रिका यानि अंगूठी के आकार में गोलाकार रेल लाइन पर चलती हुई, पुरी दिल्ली के चक्कर लगाती है। इसमें २० रेलवे स्टेशन या हॉ्ट आते हैं। इन स्टेशनों में तीन बड़े रेलवे स्टेशन भी हैं.

देखें दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन और दिल्ली परिक्रमा रेल सेवा

दक्षिण दिल्ली

दक्षिण दिल्ली जिला दिल्ली का जिला है। इसमें आने वाले उपमंडल हैं.

देखें दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन और दक्षिण दिल्ली

भारत में रेलवे स्टेशनों की सूची

शिकोहाबाद तहसील के ग्राम नगला भाट में श्री मुकुट सिंह यादव जो ग्राम पंचायत रूपसपुर से प्रधान भी रहे हैं उनके तीन पुत्र हैं गजेंद्र यादव नगेन्द्र यादव पुष्पेंद्र यादव प्रधान जी का जन्म सन १९५० में हुआ था उन्होंने अपना सारा जीवन ग़रीबों के लिए क़ुर्बान कर दिया था और वो ५ भाईओ में सबसे छोटे थे और अपने परिवार को बाँधे रखा ११ मार्च २०१५ को उनका देहावसान हो गया ! वो आज भी हमारे दिलों में ज़िंदा हैं इस लेख में भारत में रेलवे स्टेशनों की सूची है। भारत में रेलवे स्टेशनों की कुल संख्या 7,000 और 8,500 के बीच अनुमानित है। भारतीय रेलवे एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने के साथ दुनिया में चौथा सबसे बड़ा नियोक्ता है। सूची तस्वीर गैलरी निम्नानुसार है। .

देखें दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन और भारत में रेलवे स्टेशनों की सूची

भारतीय रेल

यार्ड में खड़ी एक जनशताब्दी रेल। भारतीय रेल (आईआर) एशिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क तथा एकल सरकारी स्वामित्व वाला विश्व का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। यह १६० वर्षों से भी अधिक समय तक भारत के परिवहन क्षेत्र का मुख्य घटक रहा है। यह विश्व का सबसे बड़ा नियोक्ता है, जिसके १३ लाख से भी अधिक कर्मचारी हैं। यह न केवल देश की मूल संरचनात्‍मक आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है अपितु बिखरे हुए क्षेत्रों को एक साथ जोड़ने में और देश राष्‍ट्रीय अखंडता का भी संवर्धन करता है। राष्‍ट्रीय आपात स्थिति के दौरान आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने में भारतीय रेलवे अग्रणी रहा है। अर्थव्यस्था में अंतर्देशीय परिवहन का रेल मुख्य माध्यम है। यह ऊर्जा सक्षम परिवहन मोड, जो बड़ी मात्रा में जनशक्ति के आवागमन के लिए बड़ा ही आदर्श एवं उपयुक्त है, बड़ी मात्रा में वस्तुओं को लाने ले जाने तथा लंबी दूरी की यात्रा के लिए अत्यन्त उपयुक्त है। यह देश की जीवनधारा है और इसके सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए इनका महत्वपूर्ण स्थान है। सुस्थापित रेल प्रणाली देश के दूरतम स्‍थानों से लोगों को एक साथ मिलाती है और व्यापार करना, दृश्य दर्शन, तीर्थ और शिक्षा संभव बनाती है। यह जीवन स्तर सुधारती है और इस प्रकार से उद्योग और कृषि का विकासशील त्वरित करने में सहायता करता है। .

देखें दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन और भारतीय रेल

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र

एक राजधानी क्षेत्र या राजधानी जिला प्रायः एक विशेष तौर पर चिह्नित प्रशासनिक भाग होता है जहाँ राष्ट्र या देश की सरकार या मुख्य प्रशासन स्थापित होता है। .

देखें दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र

रेलवे स्टेशन

रेलवे स्टेशन रेलगाड़ियों के रुकने का एवं यात्रियों के लिए ट्रैन या रेल पर चढ़ने उतरने का स्थान होता है।। श्रेणी:रेलवे.

देखें दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन और रेलवे स्टेशन

सफ़दरजंग

सफ़दरजंग अवध पर शासन करने वाला, अवध वंश का दूसरा नवाब था। उसने १७०८ से ५ अक्टूबर १७५४ तक शासन किया। श्रेणी:लखनऊ के नवाब en:Safdarjung.

देखें दिल्ली सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन और सफ़दरजंग

दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन, सफदरजंग रेलवे स्टेशन, सफ़दरजंग रेलवे स्टेशन, दिल्ली के रूप में भी जाना जाता है।