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दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५

सूची दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५

दिल्ली विधान सभा चुनाव २०१५, ७ फ़रवरी २०१५ को आयोजित किया गया और परिणाम १० फ़रवरी २०१५ को घोषित किया गया। यह चुनाव दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों पर लड़ा गया। .

सामग्री की तालिका

  1. 19 संबंधों: दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१३, दिल्ली विधान सभा, नजीब जंग, नई दिल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली, नोटा, बहुजन समाज पार्टी, भारत निर्वाचन आयोग, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रपति शासन, शिरोमणि अकाली दल, शीला दीक्षित, सदर बाज़ार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली, आम आदमी पार्टी, इंडियन नैशनल लोकदल, किरण बेदी, कृष्णा नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली, अरविंद केजरीवाल, अजय माकन

दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१३

वर्ष 2013 में दिल्ली विधानसभा के चुनाव के लिए 4 दिसम्बर को मतदान हुआ। जिसके परिणाम 8 दिसम्बर 2013 को घोषित किये गए। ये उन प्रथम पाँच चुनावों में से थे जिनमें भारत निर्वाचन आयोग द्वारा "उपरोक्त में से कोई नहीं का विकल्प" उपलब्ध करवाया गया जिसके तहत चुनाव में उतरे सभी उम्मीदवारों को अस्वीकार करने का अधिकार भी पहली बार मतदाताओं को मिल गया। चुनाव के समय यहाँ की कुल जनसंख्या 16,787,941 थी जिसमें से 1,15,07113 मतदाता थे। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१३

दिल्ली विधान सभा

दिल्ली की विधानसभा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की एकसदनी विधायी निकाय है। इस विधान सभा में कुल 70 विधायक सदस्य हैं। दिल्ली विधानसभा की बैठक पुराना सचिवालय भवन में होती है। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और दिल्ली विधान सभा

नजीब जंग

नजीब जंग इस समय दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर हैं। इससे पूर्व वे भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी रह चुके हैं और वर्तमान में जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति हैं। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और नजीब जंग

नई दिल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली

नई दिल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली में स्थित एक विधान सभा क्षेत्र है। यह नई दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और नई दिल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली

नोटा

नोटा का अर्थ है- नन ऑफ द एबव, यानि इनमें से कोई नहीं। भारत निर्वाचन आयोग ने दिसंबर २०१३ के विधानसभा चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में इनमें से कोई नहीं अर्थात `नोटा`(नन ऑफ द एबव) बटन का विकल्प उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।,, .

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बहुजन समाज पार्टी

बहुजन समाज पार्टी (अंग्रेजी: Bahujan Samaj Party) सार्वभौमिक न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सर्वोच्च सिद्धांतों की सोच वाला, भारत का एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल है। इसका गठन मुख्यत: एक क्रांतिकारी सामाजिक और आर्थिक आंदोलन के रूप में काम करने के लिए किया गया है जो भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतन्त्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समानता दिलाने, उनमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढाने के लिए कार्य करती है जैसा भारतीय संविधान की प्रस्तावना में वर्णित है। इसका गठन मुख्यत: भारतीय जाति व्यवस्था के अन्तर्गत सबसे नीचे माने जाने वाले बहुजन, जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक शामिल हैं, ऐसे समाज का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया था, जिनकी जनसंख्या भारत देश में 85% है। दल का दर्शन बाबा साहेब अम्बेडकर के मानवतावादी बौद्ध दर्शन से प्रेरित है। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और बहुजन समाज पार्टी

भारत निर्वाचन आयोग

भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) एक स्वायत्त एवं अर्ध-न्यायिक संस्थान है जिसका गठन भारत में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से विभिन्न से भारत के प्रातिनिधिक संस्थानों में प्रतिनिधि चुनने के लिए गया था। भारतीय चुनाव आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को की गयी थी। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और भारत निर्वाचन आयोग

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अधिकतर कांग्रेस के नाम से प्रख्यात, भारत के दो प्रमुख राजनैतिक दलों में से एक हैं, जिन में अन्य भारतीय जनता पार्टी हैं। कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में २८ दिसंबर १८८५ में हुई थी; इसके संस्थापकों में ए ओ ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे। १९वी सदी के आखिर में और शुरूआती से लेकर मध्य २०वी सदी में, कांग्रेस भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में, अपने १.५ करोड़ से अधिक सदस्यों और ७ करोड़ से अधिक प्रतिभागियों के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में एक केन्द्रीय भागीदार बनी। १९४७ में आजादी के बाद, कांग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई। आज़ादी से लेकर २०१६ तक, १६ आम चुनावों में से, कांग्रेस ने ६ में पूर्ण बहुमत जीता हैं और ४ में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया; अतः, कुल ४९ वर्षों तक वह केन्द्र सरकार का हिस्सा रही। भारत में, कांग्रेस के सात प्रधानमंत्री रह चुके हैं; पहले जवाहरलाल नेहरू (१९४७-१९६५) थे और हाल ही में मनमोहन सिंह (२००४-२०१४) थे। २०१४ के आम चुनाव में, कांग्रेस ने आज़ादी से अब तक का सबसे ख़राब आम चुनावी प्रदर्शन किया और ५४३ सदस्यीय लोक सभा में केवल ४४ सीट जीती। तब से लेकर अब तक कोंग्रेस कई विवादों में घिरी हुई है, कोंग्रेस द्वारा भारतीय आर्मी का मनोबल गिराने का देश में विरोध किया जा रहा है । http://www.allianceofdemocrats.org/index.php?option.

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

भारतीय जनता पार्टी

भारतीय जनता पार्टी (संक्षेप में, भाजपा) भारत के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक हैं, जिसमें दूसरा दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस है। यह राष्ट्रीय संसद और राज्य विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व के मामले में देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है और प्राथमिक सदस्यता के मामले में यह दुनिया का सबसे बड़ा दल है।.

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और भारतीय जनता पार्टी

राष्ट्रपति शासन

राष्ट्रपति शासन (या केन्द्रीय शासन) भारत में शासन के संदर्भ में उस समय प्रयोग किया जाने वाला एक पारिभाषिक शब्द है, जब किसी राज्य सरकार को भंग या निलंबित कर दिया जाता है और राज्य प्रत्यक्ष संघीय शासन के अधीन आ जाता है। भारत के संविधान का अनुच्छेद-356, केंद्र की संघीय सरकार को राज्य में संवैधानिक तंत्र की विफलता या संविधान के स्पष्ट उल्लंघन की दशा में उस राज्य सरकार को बर्खास्त कर उस राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने का अधिकार देता है। राष्ट्रपति शासन उस स्थिति में भी लागू होता है, जब राज्य विधानसभा में किसी भी दल या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं हो। सत्तारूढ़ पार्टी या केंद्रीय (संघीय) सरकार की सलाह पर, राज्यपाल अपने विवेक पर सदन को भंग कर सकते हैं, यदि सदन में किसी पार्टी या गठबंधन के पास स्पष्ट बहुमत ना हो। राज्यपाल सदन को छह महीने की अवधि के लिए ‘निलंबित अवस्था' में रख सकते हैं। छह महीने के बाद, यदि फिर कोई स्पष्ट बहुमत प्राप्त ना हो तो उस दशा में पुन: चुनाव आयोजित किये जाते हैं। इसे राष्ट्रपति शासन इसलिए कहा जाता है क्योंकि, इसके द्वारा राज्य का नियंत्रण बजाय एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के, सीधे भारत के राष्ट्रपति के अधीन आ जाता है, लेकिन प्रशासनिक दृष्टि से राज्य के राज्यपाल को केंद्रीय सरकार द्वारा कार्यकारी अधिकार प्रदान किये जाते हैं। प्रशासन में मदद करने के लिए राज्यपाल आम तौर पर सलाहकारों की नियुक्ति करता है, जो आम तौर पर सेवानिवृत्त सिविल सेवक होते हैं। आमतौर पर इस स्थिति में राज्य में केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी की नीतियों का अनुसरण होता है। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और राष्ट्रपति शासन

शिरोमणि अकाली दल

शिरोमणि अकाली दल पंजाब, भारत का एक प्रमुख क्षेत्रीय राजनीतिक दल है। प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व सुखबीर सिंह बादल इसके वर्तमान अध्यक्ष हैं। विश्व में सिखों को राजनीतिक आवाज़ देना इस दल का प्रमुख लक्ष्य है। तराजू इसका चुनाव चिह्न है। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और शिरोमणि अकाली दल

शीला दीक्षित

श्रीमती शीला दीक्षित भारत के केरल राज्य की पूर्व राज्यपाल हैं। केरल के राज्‍यपाल श्री निखिल कुमार के त्‍यागपत्र देने के पश्चात् उनकी नियुक्ति इस पद पर की गई थी। इससे पूर्व वे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली राज्य की मुख्य मंत्री रह चुकी हैं। वे देश की पहली ऐसी महिला मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने लगातार तीन बार मुख्यमंत्री पद संभाला। इनको 17 दिसंबर,2008 में लगातार तीसरी बार दिल्ली विधान सभा के लिये चुना गया था। 2013 में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। वे दिल्ली की दूसरी महिला मुख्य मंत्री थीं।2017 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांगेस पार्टी की मुख्यमंत्री पद लिये उम्मीदवार घोषित की गई है। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और शीला दीक्षित

सदर बाज़ार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली

सदर बाज़ार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली में स्थित एक विधान सभा क्षेत्र है। यह चाँदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और सदर बाज़ार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली

आम आदमी पार्टी

आम आदमी पार्टी, संक्षेप में आप, सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल एवं अन्ना हजारे के लोकपाल आंदोलन से जुड़े बहुत से सहयोगियों द्वारा गठित एक भारतीय राजनीतिक दल है। इसके गठन की आधिकारिक घोषणा २६ नवम्बर २०१२ को भारतीय संविधान अधिनियम की ६३ वीं वर्षगाँठ के अवसर पर जंतर मंतर, दिल्ली में की गयी थी। सन् २०११ में इंडिया अगेंस्ट करपशन नामक संगठन ने अन्ना हजारे के नेतृत्व में हुए जन लोकपाल आंदोलन के दौरान भारतीय राजनीतिक दलों द्वारा जनहित की उपेक्षा के खिलाफ़ आवाज़ उठाई। अन्ना भ्रष्टाचार विरोधी जनलोकपाल आंदोलन को राजनीति से अलग रखना चाहते थे, जबकि अरविन्द केजरीवाल और उनके सहयोगियों की यह राय थी कि पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा जाये। इसी उद्देश्य के तहत पार्टी पहली बार दिसम्बर २०१३ में दिल्ली विधानसभा चुनाव में झाड़ू चुनाव चिन्ह के साथ चुनावी मैदान में उतरी। पार्टी ने चुनाव में २८ सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस के समर्थन से दिल्ली में सरकार बनायी। अरविन्द केजरीवाल ने २८ दिसम्बर २०१३ को दिल्ली के ७वें मुख्य मन्त्री पद की शपथ ली। ४९ दिनों के बाद १४ फ़रवरी २०१४ को विधान सभा द्वारा जन लोकपाल विधेयक प्रस्तुत करने के प्रस्ताव को समर्थन न मिल पाने के कारण अरविंद केजरीवाल की सरकार ने त्यागपत्र दे दिया। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और आम आदमी पार्टी

इंडियन नैशनल लोकदल

इंडियन नेशनल लोकदल या इनेलो (Indian National Lok Dal) भारत के हरियाणा राज्य की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी है। इनेलो एक क्षेत्रीय पार्टी के रूप में १९८७ के दौरान राजनीतिक अस्तित्व में आयी। वर्तमान में ओमप्रकाश चौटाला पार्टी के अध्यक्ष और उनके ज्येष्ठ पुत्र अजय सिंह चौटाला पार्टी के महासचिव हैं। इनेलो पूर्व में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का अंग रह चुकी है। पार्टी के शीर्ष नेताओं की अनुपस्थिति में २०१४ के विधानसभा चुनावों के बाद पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला के छोटे पुत्र अभय चौटाला के नेतृत्व में 90 में से 19 सीट्स जीती और बीजेपी के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनी। विपक्ष के नेता के रूप में अभय चौटाला विधानसभा में पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं।। अप्रैल २००१ में देवी लाल के निधन के बाद से इनेलो का राजनैतिक संघर्ष का दौर आरंभ हुआ और बीते 3 विधानसभा चुनावों में पार्टी दुसरे स्थान पर रही .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और इंडियन नैशनल लोकदल

किरण बेदी

डॉ॰ किरण बेदी (जन्म: ९ जून १९४९) भारतीय पुलिस सेवा की सेवानिवृत्त अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, भूतपूर्व टेनिस खिलाड़ी एवं राजनेता हैं। सम्प्रति वे पुदुचेरी की उपराज्यपाल हैं। सन १९७२ में भारतीय पुलिस सेवा में सम्मिलित होने वाली वे प्रथम महिला अधिकारी हैं। ३५ वर्ष तक सेवा में रहने के बाद सन २००७ में उन्होने स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली। उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया है। वे संयुक्त आयुक्त पुलिस प्रशिक्षण तथा दिल्ली पुलिस स्पेशल आयुक्त (खुफिया) के पद पर कार्य कर चुकी हैं। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और किरण बेदी

कृष्णा नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली

कृष्णा नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली में स्थित एक विधान सभा क्षेत्र है। यह पूर्वी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और कृष्णा नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, दिल्ली

अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल (जन्म: १६ अगस्त १९६८) एक भारतीय राजनीतिज्ञ, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं। अपने पहले कार्यकाल के दौरान वह २८ दिसम्बर २०१३ से १४ फ़रवरी २०१४ तक इस पद पर रहे। इससे पहले वो एक सामाजिक कार्यकर्ता रहे हैं और सरकारी कामकाज़ में अधिक पारदर्शिता लाने के लिये संघर्ष किया। भारत में सूचना अधिकार अर्थात सूचना कानून (सूका) के आन्दोलन को जमीनी स्तर पर सक्रिय बनाने, सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने और सबसे गरीब नागरिकों को भ्रष्टाचार से लड़ने के लिये सशक्त बनाने हेतु उन्हें वर्ष २००६ में रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने आम आदमी पार्टी के नाम से एक नये राजनीतिक दल की स्थापना की। .

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और अरविंद केजरीवाल

अजय माकन

श्री अजय माकन को भारत सरकार की पंद्रहवीं लोकसभा के मंत्रीमंडल में गृह राज्यमंत्री में मंत्री बनाया गया है। श्रेणी:भारत सरकार के मंत्री श्रेणी:1964 में जन्मे लोग श्रेणी:जीवित लोग.

देखें दिल्ली राज्य विधानसभा चुनाव, २०१५ और अजय माकन

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