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दिल्ली के बाजार

सूची दिल्ली के बाजार

तिरछे अक्षर यह दिल्ली के बाजारों की सूची है: .

16 संबंधों: चाँदनी चौक, चावला, तिलक नगर, दिल्ली, दिल्ली, द्वारका, नजफगढ़, पालिका बाजार, सरोजिनी नगर, साउथ एक्स्टेंशन, सेन्ट्रल मार्केट, लाजपत नगर, जनपथ, वसंत विहार, खान मार्किट, दिल्ली, कनॉट प्लेस, कमला नगर, दिल्ली, करोल बाग

चाँदनी चौक

चाँदनी चौक दिल्ली का सबसे पुराना एवं सबसे व्यस्त क्षेत्र है। यह पुरानी दिल्ली के सबसे व्यस्त बाजारों में से एक है। चांदनी चौक पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित है। लाल किला स्मारक बाजार के भीतर स्थित है। यह १७ वीं शताब्दी में भारत के मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा बनाया गया था, और इसका डिजाइन उनकी बेटी जहांआरा द्वारा तैयार किया गया था। चांद की रोशनी को प्रतिबिंबित करने के लिए बाजार को नहरों द्वारा विभाजित किया गया था और यह भारत के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक बना हुआ है। .

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चावला

एक भारतीय उपनाम। श्रेणी:भारतीय उपनाम.

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तिलक नगर, दिल्ली

तिलक नगर, दिल्ली दिल्ली शहर का एक क्षेत्र है। यह दिल्ली मेट्रो रेल की ब्लू लाइन शाखा का एक स्टेशन भी है। .

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दिल्ली

दिल्ली (IPA), आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (अंग्रेज़ी: National Capital Territory of Delhi) भारत का एक केंद्र-शासित प्रदेश और महानगर है। इसमें नई दिल्ली सम्मिलित है जो भारत की राजधानी है। दिल्ली राजधानी होने के नाते केंद्र सरकार की तीनों इकाइयों - कार्यपालिका, संसद और न्यायपालिका के मुख्यालय नई दिल्ली और दिल्ली में स्थापित हैं १४८३ वर्ग किलोमीटर में फैला दिल्ली जनसंख्या के तौर पर भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर है। यहाँ की जनसंख्या लगभग १ करोड़ ७० लाख है। यहाँ बोली जाने वाली मुख्य भाषाएँ हैं: हिन्दी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेज़ी। भारत में दिल्ली का ऐतिहासिक महत्त्व है। इसके दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियां और पूर्व में यमुना नदी है, जिसके किनारे यह बसा है। यह प्राचीन समय में गंगा के मैदान से होकर जाने वाले वाणिज्य पथों के रास्ते में पड़ने वाला मुख्य पड़ाव था। यमुना नदी के किनारे स्थित इस नगर का गौरवशाली पौराणिक इतिहास है। यह भारत का अति प्राचीन नगर है। इसके इतिहास का प्रारम्भ सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है। हरियाणा के आसपास के क्षेत्रों में हुई खुदाई से इस बात के प्रमाण मिले हैं। महाभारत काल में इसका नाम इन्द्रप्रस्थ था। दिल्ली सल्तनत के उत्थान के साथ ही दिल्ली एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक शहर के रूप में उभरी। यहाँ कई प्राचीन एवं मध्यकालीन इमारतों तथा उनके अवशेषों को देखा जा सकता हैं। १६३९ में मुगल बादशाह शाहजहाँ ने दिल्ली में ही एक चारदीवारी से घिरे शहर का निर्माण करवाया जो १६७९ से १८५७ तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही। १८वीं एवं १९वीं शताब्दी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने लगभग पूरे भारत को अपने कब्जे में ले लिया। इन लोगों ने कोलकाता को अपनी राजधानी बनाया। १९११ में अंग्रेजी सरकार ने फैसला किया कि राजधानी को वापस दिल्ली लाया जाए। इसके लिए पुरानी दिल्ली के दक्षिण में एक नए नगर नई दिल्ली का निर्माण प्रारम्भ हुआ। अंग्रेजों से १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त कर नई दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का प्रवासन हुआ, इससे दिल्ली के स्वरूप में आमूल परिवर्तन हुआ। विभिन्न प्रान्तो, धर्मों एवं जातियों के लोगों के दिल्ली में बसने के कारण दिल्ली का शहरीकरण तो हुआ ही साथ ही यहाँ एक मिश्रित संस्कृति ने भी जन्म लिया। आज दिल्ली भारत का एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक केन्द्र है। .

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द्वारका

द्वारका गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में स्थित एक नगर तथा हिन्दू तीर्थस्थल है। यह हिन्दुओं के साथ सर्वाधिक पवित्र तीर्थों में से एक तथा चार धामों में से एक है। यह सात पुरियों में एक पुरी है। जिले का नाम द्वारका पुरी से रखा गया है जीसकी रचना २०१३ में की गई थी। यह नगरी भारत के पश्चिम में समुन्द्र के किनारे पर बसी है। हिन्दू धर्मग्रन्थों के अनुसार, भगवान कॄष्ण ने इसे बसाया था। यह श्रीकृष्ण की कर्मभूमि है। धुनिक द्वारका एक शहर है। कस्बे के एक हिस्से के चारों ओर चहारदीवारी खिंची है इसके भीतर ही सारे बड़े-बड़े मन्दिर है। काफी समय से जाने-माने शोधकर्ताओं ने पुराणों में वर्णित द्वारिका के रहस्य का पता लगाने का प्रयास किया, लेकिन वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित कोई भी अध्ययन कार्य अभी तक पूरा नहीं किया गया है। 2005 में द्वारिका के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए अभियान शुरू किया गया था। इस अभियान में भारतीय नौसेना ने भी मदद की।अभियान के दौरान समुद्र की गहराई में कटे-छटे पत्थर मिले और यहां से लगभग 200 अन्य नमूने भी एकत्र किए, लेकिन आज तक यह तय नहीं हो पाया कि यह वही नगरी है अथवा नहीं जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने बसाया था। आज भी यहां वैज्ञानिक स्कूबा डायविंग के जरिए समंदर की गहराइयों में कैद इस रहस्य को सुलझाने में लगे हैं। कृष्ण मथुरा में उत्पन्न हुए, लले, पर राज उन्होने द्वा ही किया। यहीं बैठकर उन्होने सारे देश की बागडोर अपने हाथ में संभाली। पांड़वों को सहारा दिया। धर्म की जीत कराई और, शिशुपाल और दुर्योधन जैसे अधर्मी राजाओं को मिटाया। द्वारका उस जमाने में राजधानी बन गई थीं। बड़े-बड़े राजा यहां आते थे और बहुत-से मामले में भगवान कृष्ण की सलाह लेते थे। इस जगह का धार्मिक महत्व तो है ही, रहस्य भी कम नहीं है। कहा जाता है कि कृष्ण की मृत्यु के साथ उनकी बसाई हुई यह नगरी समुद्र में डूब गई। आज भी यहां उस नगरी के अवशेष मौजूद हैं। द्वारका का विहंगम दृष्य .

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नजफगढ़

नजफगढ़ दिल्ली के दक्षिण पश्चिम दिल्ली जिला का एक उप मंडल है। ३9श्रेणी:दिल्ली के उपमंडल.

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पालिका बाजार

पालिका बाजार नई दिल्ली का एक मुख्य व प्रसिद्ध बाजार है। यहाँ नई दिल्ली के मध्य में स्थित राजीव चौक या कनॉट प्लेस में स्थित है। यहाँ भूमिगत स्थित है। .

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सरोजिनी नगर

सरोजिनी नगर बाजार एक बडी सरोजिनी नगर सरकारी आवासीय कालोनी हेतु स्थानीय बाजार बनाया गया था। यह कालोनी सरकारी आवासीय कालोनी है, जो कि भारत की केन्द्र सरकार के कनिष्ठ अधिकारी वर्ग हेतु सन १९५० में बनाई गई थी। १९६० पर्यन्त यह क्षेत्र विनय नगरके नाम से जाना जाता था। फिर बाद में विनय नगर के च्हार भाग कर दिए गए थे, उत्तर में लक्ष्मीबाई नगर, दक्षिण में किदवई नगर - पश्चिम, पूर्व में सरोजिनी नगर व पश्चिम में नेताजी नगर। यह नाम प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी श्रीमती सरोजिनी नायडू के नाम पर दिया गया था। .

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साउथ एक्स्टेंशन

साउथ एक्स्टेंशन १ दिल्ली के रिंग मार्ग पर पड़ने वाला एक व्यस्त बाजार है। इसके साथ ही यहां आवासीय क्षेत्र भी है। अधिक ब्यौरे हेतु देखें.

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सेन्ट्रल मार्केट, लाजपत नगर

दिल्ली की मार्केट की बात हो और लाजपत नगर के सेंट्रल मार्केट का नाम याद न आए ऐसा हो ही नही सकता है। यह मार्केट खरीदारों के लिए स्वर्ग है जहाँ बच्चों, लड़कों, लड़कियों से ले कर बड़े -बुजर्गों तक का सामान मिल जायेगा। दिल्ली के पास लगते नोएडा, फरीदबाद, गाजियाबाद तक के लोग यहाँ से खरीदारी करना पसंद करते हैं क्यों कि इस बाजार में पारम्परिक भारतीय परिधान से ले कर पश्चिमी कपड़ो तक मिलंगे, साथ ही डिजायनर जुते, चप्पलों की तो यहाँ भरमार है। यह दिल्ली के सबसे पुराने बाजारों में से एक है। यहाँ अपने बजट के हिसाब से अपने लिए सामान खरीद सकते हैं। चुनमुन, रितु वेयरस, स्पोर्ट किंग आदि बड़े नामों के साथ, सड़क के किनारे लगी छोटी छोटी दुकानों से सस्ता सामान भी खरीद सकते हैं, बस थोड़ा सा मोल भाव करना पड़ेगा। कपड़ो के अलावा यदि घर के लिए साजो समान लेना हो तो यहाँ घर के सजावट के लिए भरपूर समान है। होम साज, जगदीश स्टोर आदि और कई छोटी मोटी दुकाने हैं जहाँ से घर के लिए परदे खूबसूरत सजावटी चीजे ले सकते हैं। टीवी, फ्रिज और इलेक्ट्रॉनिक सामान से तो यह बाजार भरा पड़ा है। एक से एक नए गजेट यहाँ मिल जायेंगे। बाजार में हर वक्त भीड़ रहती है और अब सुरक्षा की नज़र से भी यहाँ कई प्रबंध किए गए हैं। खरीदारी के आलावा यहाँ पर बने थ्री सीज़ सिनेमा में पिक्चर का मजा भी ले सकते हैं। और घूमते घूमते थक जाए तो खाने के लिए एक से बढ़ कर एक जगह हैं। चाट पापडी, में आलू की चाट और चाइनिस चाट, मोमो यहाँ के स्पेशल खाने के नाम पर याद आ जाते हैं। गोल्डन फीस्टा से ग्रीलिड सेंडविच खा सकते हैं, फ़ूड यूनियन में अच्छी काफ़ी और बढ़िया पिज्जा का मजा ले सकते हैं, ठेले पर मिलते दाल के लड्डू और उबली मसाला लगा के छली भुट्टा यहाँ का बहुत पसंद किया जाता है। नमकीन घर के लिए ले जाने का दिल है तो सिन्धी नमकीन भंडार जा सकते हैं। यहाँ बेसन गुजराती पापडी के साथ उबली हरी मिर्चे लेना न भूले। दिल्ली की बेहतर मार्केट के रूप में जाने जानी वाली इस जगह पर बस इसी बात का ध्यान रखे कि मोलभाव जरुर करे और खरीदारी का मजा खाने पीने के साथ खूब लें। .

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जनपथ

जनपथ का एक दृश्य जनपथ नई दिल्ली की प्रमुख मार्गों में से एक है।इसे अँग्रेज़ोँ द्वारा क़्वींस वे कहा जाता था। यह लूट्यंस की रचित नई दिल्ली का एक अभिन्न एवं प्रमुख हिस्सा है। .

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वसंत विहार

वसंत विहार दिल्ली के दक्षिण पश्चिम दिल्ली जिला का एक उप मंडल है। यह दिल्ली कि एक आवासीय कालोनी भी है। श्रेणी:दिल्ली के आवासीय क्षेत्र श्रेणी:दिल्ली के उपमंडल.

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खान मार्किट, दिल्ली

यह दिल्ली का एक बाजार है। यह सबसे मँहगे बाजारों में आता है। यह दिल्ली मेट्रो रेल की दक्षिण विस्तार वाली येलो लाइन शाखा का एक प्रस्तावित स्टेशन भी है। .

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कनॉट प्लेस

कनॉट प्लेस (आधिकारिक रूप से राजीव चौक) दिल्ली का सबसे बड़ा व्यवसायिक एवं व्यापारिक केन्द्र है। इसका नाम ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्य ड्यूक ऑफ कनॉट के नाम पर रखा गया था। इस मार्केट का डिजाइन डब्यू एच निकोल और टॉर रसेल ने बनाया था। यह मार्केट अपने समय की भारत की सबसे बड़ी मार्केट थी। अपनी स्थापना के ६५ वर्षों बाद भी यह दिल्ली में खरीदारी का प्रमुख केंद्र है। यहां के इनर सर्किल में लगभग सभी अंतर्राष्ट्रीय ब्रैंड के कपड़ों के शोरूम, रेस्त्रां और बार हैं। यहां किताबों की दुकानें भी हैं, जहां आपको भारत के बारे में जानकारी देने वाली बहुत अच्छी किताबें मिल जाएंगी। .

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कमला नगर, दिल्ली

यह उत्तरी दिल्ली का आवासीय एवं बाजारी क्षेत्र है। यहाँ दिल्ली विश्वविद्यालय समीप ही है। दिल्ली का एक आवासीय क्षेत्र है। श्रेणी:दिल्ली के आवासीय क्षेत्र श्रेणी:दिल्ली के आवासीय क्षेत्र श्रेणी:दिल्ली के सड़क मार्ग.

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करोल बाग

करोल बाग (कभी-कभी क़रोल बाग) पश्चिम दिल्ली का एक बड़ा बाजार एवं आवासीय क्षेत्र है। श्रेणी:दिल्ली के आवासीय क्षेत्र श्रेणी:दिल्ली के सड़क मार्ग.

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