6 संबंधों: ताड़, नीरा, फेनी, भारतीय पेय, महुआ की शराब, हंड़िया।
ताड़
भारत के कलकत्ता में ताड़ का वृक्ष ताड़ एकबीजपत्री वृक्ष है। इसकी 6 प्रजातियाँ होती हैं। यह अफ्रीका, एशिया तथा न्यूगीनी का मूल-निवासी है। इसका तना सीधा, सबल तथा शाखाविहिन होता है। ऊपरी सिरे पर कई लम्बी वृन्त तथा किनारे से कटी फलकवाली पत्तियाँ लगी होती हैं। इसका फल काष्ठीय गुठलीवाला होता है। ताड़ के वृक्ष 30 मीटर तक बढ़ सकते हैं। .
नई!!: ताड़ी और ताड़ · और देखें »
नीरा
केरल के कोल्लम में निर्मित नीरा पेय नीरा एक पेय है जो ताड़ी के वृक्षों का रस (दूध) है। इसे मीठी ताड़ी भी कहते हैं। श्रेणी:पेय.
नई!!: ताड़ी और नीरा · और देखें »
फेनी
* फिणी - उत्तर भारत की एक मिठाई।.
नई!!: ताड़ी और फेनी · और देखें »
भारतीय पेय
कोई विवरण नहीं।
नई!!: ताड़ी और भारतीय पेय · और देखें »
महुआ की शराब
आज के समय मैं अनेक प्रकार की शराब पायी जाती हैं लेकिन झाबुआ में महुआ की शराब सबसे ज्यादा पाइ जाती है। यह शराब पूरी तरह से रसायन (केमिकल) से मुक्त होती है। यह शराब एक फल से बनती है जिसे महुआ कहा जाता है। यह फल जब पेड़ से पूरी तरह से पक कर गिरता है उसके बाद इस फल को पूरी तरह से सुखाया जाता है। इसके बाद सभी फलों को बर्तन में पानी में मिलाकर ५-६ रोज तक रखा जाता है। उसके बाद उस बर्तन को आग पर गरम किया जाता है और गरम होने पर जो भाप निकलती है उसको पाइप के द्वारा दूसरे बर्तन मैं एकत्रित किया जाता है। भाप ठंडी होने पर महुआ की शराब होती है। अभी तक इस शराब को सरकार की ओर से कोइ मान्यता प्रदान नहीं की गइ है अगर सरकार की ओर से इस हेतु कोइ सहायता की जाती है तो शायद झाबुआ जिले के आदिवासियों का स्तर सुधर सकता हे। आज सरकार द्वारा आजीविका के अनेक प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं लेकिन अगर इस प्रोजेक्ट को अगर सरकार प्रारम्भ करती हे तो सरकार को भी फायदा होगा और लोगों को भी रोजगार मिलेगा। महुआ श्रेणी:मद्य छत्तीसगढ़ के बहूत से भागों में भी महुआ शराब बनाया जाता हैं। जिनमे बिरेझर(राजनांदगांव) और टेमरी(दुर्ग) में प्रमुखता से बनाया जाता हैं।.
नई!!: ताड़ी और महुआ की शराब · और देखें »
हंड़िया
हंड़िया हंड़िया या हड़िया एक प्रकार की बीयर है जो चावल (भात) से बनती है। यह बिहार, झारखण्ड, ओड़ीसा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है। .
नई!!: ताड़ी और हंड़िया · और देखें »