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टैप्रोबेन द्वीप

सूची टैप्रोबेन द्वीप

टैप्रोबेन द्वीप का दृश्य। टैप्रोबेन द्वीप एक एतिहासिक लग्ज़री होटल है जो एक पथरीले द्वीप पर श्रीलंका के वैलिंगमा के निकट स्थित है। यह एक विश्व विरासत स्थल किले से थोडी ही दूर टैप्रोबेन द्वीप पर स्थित है। तट से बस फर्लाग भर दूर यह छोटा सा द्वीप है (कुल ढाई एकड इलाके में फैला) लेकिन यह श्रीलंका का अकेला निजी स्वामित्व वाला द्वीप है। समूचा द्वीप एक होटल में परिवर्तित है। टैप्रोबेन का नाम इसलिए पडा क्योंकि यह सीलोन का प्राचीन यूनानी नाम है। इस द्वीप का आकार सीलोन (वर्तमान श्रीलंका) से मिलता-जुलता होने के कारण ही इसे यह नाम मिल गया। यह द्वीप फुर्सत के कुछ दिन बिताने के लिए दुनिया की सबसे सुंदर स्थानों में से एक माना जा सकता है। विवाह, पार्टियों व विशेष अवसरों के लिए भी यह एक उपयुक्त स्थान है। .

4 संबंधों: नेपोलियन बोनापार्ट, पहला विश्व युद्ध, श्रीलंका, कोलंबो

नेपोलियन बोनापार्ट

नेपोलियन बोनापार्ट (15 अगस्त 1769 - 5 मई 1821) (जन्म नाम नेपोलियोनि दि बोनापार्टे) फ्रान्स की क्रान्ति में सेनापति, 11 नवम्बर 1799 से 18 मई 1804 तक प्रथम कांसल के रूप में शासक और 18 मई 1804 से 6 अप्रैल 1814 तक नेपोलियन I के नाम से सम्राट रहा। वह पुनः 20 मार्च से 22 जून 1815 में सम्राट बना। वह यूरोप के अन्य कई क्षेत्रों का भी शासक था। इतिहास में नेपोलियन विश्व के सबसे महान सेनापतियों में गिना जाता है। उसने एक फ्रांस में एक नयी विधि संहिता लागू की जिसे नेपोलियन की संहिता कहा जाता है। वह इतिहास के सबसे महान विजेताओं में से एक था। उसके सामने कोई रुक नहीं पा रहा था। जब तक कि उसने 1812 में रूस पर आक्रमण नहीं किया, जहां सर्दी और वातावरण से उसकी सेना को बहुत क्षति पहुँची। 18 जून 1815 वॉटरलू के युद्ध में पराजय के पश्चात अंग्रज़ों ने उसे अन्ध महासागर के दूर द्वीप सेंट हेलेना में बन्दी बना दिया। छः वर्षों के अन्त में वहाँ उसकी मृत्यु हो गई। इतिहासकारों के अनुसार अंग्रेज़ों ने उसे संखिया (आर्सीनिक) का विष देकर मार डाला। .

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पहला विश्व युद्ध

पहला विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक मुख्य तौर पर यूरोप में व्याप्त महायुद्ध को कहते हैं। यह महायुद्ध यूरोप, एशिया व अफ़्रीका तीन महाद्वीपों और समुंदर, धरती और आकाश में लड़ा गया। इसमें भाग लेने वाले देशों की संख्या, इसका क्षेत्र (जिसमें यह लड़ा गया) तथा इससे हुई क्षति के अभूतपूर्व आंकड़ों के कारण ही इसे विश्व युद्ध कहते हैं। पहला विश्व युद्ध लगभग 52 माह तक चला और उस समय की पीढ़ी के लिए यह जीवन की दृष्टि बदल देने वाला अनुभव था। क़रीब आधी दुनिया हिंसा की चपेट में चली गई और इस दौरान अंदाज़न एक करोड़ लोगों की जान गई और इससे दोगुने घायल हो गए। इसके अलावा बीमारियों और कुपोषण जैसी घटनाओं से भी लाखों लोग मरे। विश्व युद्ध ख़त्म होते-होते चार बड़े साम्राज्य रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी (हैप्सबर्ग) और उस्मानिया ढह गए। यूरोप की सीमाएँ फिर से निर्धारित हुई और अमेरिका निश्चित तौर पर एक 'महाशक्ति ' बन कर उभरा। .

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श्रीलंका

श्रीलंका (आधिकारिक नाम श्रीलंका समाजवादी जनतांत्रिक गणराज्य) दक्षिण एशिया में हिन्द महासागर के उत्तरी भाग में स्थित एक द्वीपीय देश है। भारत के दक्षिण में स्थित इस देश की दूरी भारत से मात्र ३१ किलोमीटर है। १९७२ तक इसका नाम सीलोन (अंग्रेजी:Ceylon) था, जिसे १९७२ में बदलकर लंका तथा १९७८ में इसके आगे सम्मानसूचक शब्द "श्री" जोड़कर श्रीलंका कर दिया गया। श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर कोलम्बो समुद्री परिवहन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण बन्दरगाह है। .

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कोलंबो

कोलंबो, श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर तथा राजधानी है। यह शहर नए तथा औपनिवेशिक इमारतों का सुन्दर सम्मिश्रण है। कोलंबो का इतिहास दो हजार साल से भी पुराना है। कोलंबो नाम के पीछे कई कहानियां प्रचलित है। एक कहानी के अनुसार कोलंबो नाम का उच्‍चारण सर्वप्रथम पुर्तगालियों ने 1505 ई. में किया था। दूसरी कहानी के अनुसार यह नाम सिंहली शब्‍द 'कोला-अम्‍बा-थोता' से आया। सिंहली भाषा में इस शब्‍द का अर्थ 'आम के वृक्षों वाला बंदरगाह' है। एक अन्‍य कहानी के अनुसार यह शब्‍द कोलोन-थोता से आया, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है 'केलानी नदी पर स्थित बंदरगाह'। यहां घूमने लायक कई जगह है। गाले फेस ग्रीन, विहारमहादेवी पार्क और राष्‍ट्रीय संग्रहालय आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्‍थल हैं। .

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