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जलवायु परिवर्तन सम्मेलन

सूची जलवायु परिवर्तन सम्मेलन

द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात जलवायु परिवर्तन को लेकर वैश्विक स्तर पर चर्चाएँ प्रारंभ हुईं। १९७२ मे स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में पहला सम्मेलन आयोजित किया गया। तय हुआ कि प्रत्येक देश जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए घरेलू नियम बनाएगा। इस आशय की पु्ष्टि हेतु १९७२ में ही संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का गठन किया गया तथा नैरोबी को इसका मुख्यालय बनाया गया। .

7 संबंधों: द्वितीय विश्वयुद्ध, नायरोबी, रियो डि जेनेरो, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, स्टॉकहोम, स्वीडन, जलवायु परिवर्तन

द्वितीय विश्वयुद्ध

द्वितीय विश्वयुद्ध १९३९ से १९४५ तक चलने वाला विश्व-स्तरीय युद्ध था। लगभग ७० देशों की थल-जल-वायु सेनाएँ इस युद्ध में सम्मलित थीं। इस युद्ध में विश्व दो भागों मे बँटा हुआ था - मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र। इस युद्ध के दौरान पूर्ण युद्ध का मनोभाव प्रचलन में आया क्योंकि इस युद्ध में लिप्त सारी महाशक्तियों ने अपनी आर्थिक, औद्योगिक तथा वैज्ञानिक क्षमता इस युद्ध में झोंक दी थी। इस युद्ध में विभिन्न राष्ट्रों के लगभग १० करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया, तथा यह मानव इतिहास का सबसे ज़्यादा घातक युद्ध साबित हुआ। इस महायुद्ध में ५ से ७ करोड़ व्यक्तियों की जानें गईं क्योंकि इसके महत्वपूर्ण घटनाक्रम में असैनिक नागरिकों का नरसंहार- जिसमें होलोकॉस्ट भी शामिल है- तथा परमाणु हथियारों का एकमात्र इस्तेमाल शामिल है (जिसकी वजह से युद्ध के अंत मे मित्र राष्ट्रों की जीत हुई)। इसी कारण यह मानव इतिहास का सबसे भयंकर युद्ध था। हालांकि जापान चीन से सन् १९३७ ई. से युद्ध की अवस्था में था किन्तु अमूमन दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत ०१ सितम्बर १९३९ में जानी जाती है जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला बोला और उसके बाद जब फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा कर दी तथा इंग्लैंड और अन्य राष्ट्रमंडल देशों ने भी इसका अनुमोदन किया। जर्मनी ने १९३९ में यूरोप में एक बड़ा साम्राज्य बनाने के उद्देश्य से पोलैंड पर हमला बोल दिया। १९३९ के अंत से १९४१ की शुरुआत तक, अभियान तथा संधि की एक शृंखला में जर्मनी ने महाद्वीपीय यूरोप का बड़ा भाग या तो अपने अधीन कर लिया था या उसे जीत लिया था। नाट्सी-सोवियत समझौते के तहत सोवियत रूस अपने छः पड़ोसी मुल्कों, जिसमें पोलैंड भी शामिल था, पर क़ाबिज़ हो गया। फ़्रांस की हार के बाद युनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल देश ही धुरी राष्ट्रों से संघर्ष कर रहे थे, जिसमें उत्तरी अफ़्रीका की लड़ाइयाँ तथा लम्बी चली अटलांटिक की लड़ाई शामिल थे। जून १९४१ में युरोपीय धुरी राष्ट्रों ने सोवियत संघ पर हमला बोल दिया और इसने मानव इतिहास में ज़मीनी युद्ध के सबसे बड़े रणक्षेत्र को जन्म दिया। दिसंबर १९४१ को जापानी साम्राज्य भी धुरी राष्ट्रों की तरफ़ से इस युद्ध में कूद गया। दरअसल जापान का उद्देश्य पूर्वी एशिया तथा इंडोचायना में अपना प्रभुत्व स्थापित करने का था। उसने प्रशान्त महासागर में युरोपीय देशों के आधिपत्य वाले क्षेत्रों तथा संयुक्त राज्य अमेरीका के पर्ल हार्बर पर हमला बोल दिया और जल्द ही पश्चिमी प्रशान्त पर क़ब्ज़ा बना लिया। सन् १९४२ में आगे बढ़ती धुरी सेना पर लगाम तब लगी जब पहले तो जापान सिलसिलेवार कई नौसैनिक झड़पें हारा, युरोपीय धुरी ताकतें उत्तरी अफ़्रीका में हारीं और निर्णायक मोड़ तब आया जब उनको स्तालिनग्राड में हार का मुँह देखना पड़ा। सन् १९४३ में जर्मनी पूर्वी युरोप में कई झड़पें हारा, इटली में मित्र राष्ट्रों ने आक्रमण बोल दिया तथा अमेरिका ने प्रशान्त महासागर में जीत दर्ज करनी शुरु कर दी जिसके कारणवश धुरी राष्ट्रों को सारे मोर्चों पर सामरिक दृश्टि से पीछे हटने की रणनीति अपनाने को मजबूर होना पड़ा। सन् १९४४ में जहाँ एक ओर पश्चिमी मित्र देशों ने जर्मनी द्वारा क़ब्ज़ा किए हुए फ़्रांस पर आक्रमण किया वहीं दूसरी ओर से सोवियत संघ ने अपनी खोई हुयी ज़मीन वापस छीनने के बाद जर्मनी तथा उसके सहयोगी राष्ट्रों पर हमला बोल दिया। सन् १९४५ के अप्रैल-मई में सोवियत और पोलैंड की सेनाओं ने बर्लिन पर क़ब्ज़ा कर लिया और युरोप में दूसरे विश्वयुद्ध का अन्त ८ मई १९४५ को तब हुआ जब जर्मनी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया। सन् १९४४ और १९४५ के दौरान अमेरिका ने कई जगहों पर जापानी नौसेना को शिकस्त दी और पश्चिमी प्रशान्त के कई द्वीपों में अपना क़ब्ज़ा बना लिया। जब जापानी द्वीपसमूह पर आक्रमण करने का समय क़रीब आया तो अमेरिका ने जापान में दो परमाणु बम गिरा दिये। १५ अगस्त १९४५ को एशिया में भी दूसरा विश्वयुद्ध समाप्त हो गया जब जापानी साम्राज्य ने आत्मसमर्पण करना स्वीकार कर लिया। .

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नायरोबी

नायरोबी पूर्व अफ़्रीका के कीनिया देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह कीनिया के दक्षिणी भाग में अथी नदी के किनारे 1,795 मीटर (5,889 फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित है। सन् 2011 में इसकी आबादी 33.6 लाख थी, जिसके आधार पर यह महान अफ़्रीकी झील क्षेत्र का (तंज़ानिया की राजधानी दार अस सलाम के बाद) दूसरा सबसे बड़ा नगर है। .

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रियो डि जेनेरो

ऊपर बायें से: रियो का विहंगम दृश्य, शुगरलोफ पर्वत (ब्राज़ील), व्यापारिक क्षेत्र, क्राईस्ट द रीडिमर मूर्ति, एर्कोस डि लापा, रोड्रिगो डि फ्रेटास झील और माराकाना स्टेडियम। रियो डि जेनेरो (पुर्तगाली:Rio de Janeiro यानि "जनवरी की नदी") ब्राज़ील के रियो डि जेनेरो राज्य की राजधानी एवं देश का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। यह शहर दक्षिण अमेरिका का तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है। रियो डि जेनेरो शहर करीब दो शताब्दियों तक ब्राजील की राजधानी बना रहा, 1763 से 1822 तक पुर्तगाली औपनिवेशिक काल के दौरान और फिर 1822 से 1960 तक ब्राजी़ल के एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप मे उदय के बाद। १८०८ से १८२१ तक यह पुर्तगाली साम्राज्य की भी राजधानी था। आमतौर पर यह रिओ के नाम से जाना जाता है, शहर का एक दूसरा उपनाम A Cidade Maravilhosa यानि अद्भुत शहर भी प्रचलित है। रियो डि जेनेरो अपनी प्राकृतिक अवस्थिति, अपने कार्निवल उत्सव, साम्बा और अन्य संगीत और पर्यटकों के लिए समुद्र तटों पर बने पंक्तिबद्ध होटलों वाले कोपाकबाना और इपानेमा जैसे तटों के लिए प्रसिद्ध है। समुद्र तट के अलावा यहां के सबसे प्रसिद्ध आकर्षणों में शामिल हैं कोरकोवाडो पर्वत पर स्थित ईसा मसीह की विशाल मूर्ति क्राईस्ट द रीडिमर ('क्रिस्टो रिडेंटॉर'), जिसे आधुनिक युग के विश्व के सात आश्चर्यों में से एक माना जाता है; केबल कार युक्त शुगरलोफ पर्वत (Pão de Açúcar); सांबोद्रोमो नामक एक विशाल स्थायी कार्निवल परेड मंच और दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल स्टेडियमों में से एक माराकाना (Maracanã) स्टेडियम। २०१६ के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी रियो डि जेनेरो को मिली है और इन खेलों को आयोजित करने वाला यह दक्षिण अमेरिकी का पहला शहर होगा। विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शहरी वन क्षेत्र: फ्लोरेस्ता दा तिजुका, या "तिजुका वन" भी रिओ में ही है, जो दुनिया के सबसे बड़े शहरी वन क्षेत्र Parque Estadual da Pedra Branca, या व्हाइट स्टोन स्टेट पार्क से लगभग जुड़ा ही हुआ है। गैलिआओ-अंतोनियो कार्लोस जोबिम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, जिसे आमतौर पर सिर्फ गैलिआओ (Galeão) कहा जाता है ब्राजील के कई शहरों को रियो डि जेनेरो से जोड़ता है और यहां से कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित होती हैं। अपने आकर्षण और सौंदर्य के बावजूद, रियो की गिनती विश्व के सबसे अधिक हिंसाग्रस्त शहरों मे की जाती है। हिंसक अपराध की घटनायें ज्यादातर झुग्गी बस्तियों में घटित होती है लेकिन इनका असर इसके मध्यम वर्गीय और उच्च वर्गीय इलाकों मे भी देखा जा सकता है। रिओ में अन्य बड़े शहरों के विपरीत, मलिन बस्तियों शहर के कुछ सबसे धनी इलाकों से सटी हुई हैं। .

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संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (अंग्रेज़ी:यूनाईटेड नेशंस एन्वायरनमेंट प्रोग्राम, लघु:UNEP) संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण संबंधी गतिविधियों का नियंत्रण करता है। इसकी स्थापना जून १९७२ में संयुक्त राष्ट्र मानव पर्यावरण सम्मेलन के परिणामस्वरूप की गई थी। इसका मुख्यालय नैरोबी में स्थित है। इसके साथ ही इसके छः अन्य देशों में भी क्षेत्रीय कार्यालय हैं। .

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स्टॉकहोम

स्टॉकहोम या स्टॉकहोल्म (Stockholm) उत्तरी यूरोप में स्थित स्वीडन देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह पूरे स्कैन्डीनेविया इलाके का भी सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। २०१० में इसके नगर निगम के तहत रहने वाले नागरिकों की आबादी ८,५१,१५५ अनुमानित की गई थी। उस समय इसके पूरे शहरी इलाके में १३.७ लाख लोग और पूरे स्टॉकहोम प्रशासनिक क्षेत्र में लगभग २१ लाख बस रहे थे। कुल मिलकर स्टॉकहोम प्रशासनिक क्षेत्र में पूरे स्वीडन के २२% नागरिक रहते हैं। स्टॉकहोम की स्थापना सन् ११८७ ईसवी में अनुमानित की गई है और यह सदियों से स्वीडन का सांस्कृतिक, साहित्यिक, राजनैतिक और आर्थिक केंद्र रहा है। यह शहर स्वीडन के दक्षिण-मध्यपूर्व तट पर १४ द्वीपों पर मैलारन झील के मुख के समीप विस्तृत है। यह अपनी सुन्दरता, शानदार इमारतों, खुली आब-ओ-हवा और उद्यानों के लिए जाना जाता है। २००८ के विश्व शहरी सूची में इसे स्कैन्डीनेविया में पहला, यूरोप में १०वाँ और विश्वभर में २४वाँ सब से बढ़िया शहर ठहराया गया।, Foreign Policy, November 2008 स्वीडन की राष्ट्रीय संसद (जिसे रिक्स्दाग/Riksdag कहते हैं) इसी शहर में स्थित है और स्वीडन के राजा-रानी और प्रधान मंत्री भी यहीं निवास करते हैं। .

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स्वीडन

स्वीडन (स्वीडिश: Konungariket Sverige कूनुङारीकेत् स्वेरिये) यूरोपीय महाद्वीप में उत्तर में स्केंडिनेविया प्रायद्वीप में स्थित एक देश है। स्टॉकहोल्म इसकी राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। स्वीडिश भाषा इसकी मुख्य और राजभाषा है। यहाँ एक संवैधानिक और लोकतान्त्रिक राजतन्त्र है। स्वीडन के पश्चिम एवं उत्तर में नॉर्वे, पूर्व में फ़िनलैंड तथा दक्षिण में डेनमार्क स्थित हैं। स्वीडन का पूरा क्षेत्रफल 528447 वर्ग किलोमीटर का है, जिसमे से 407340 वर्ग किलोमीटर थल क्षेत्र, 40080 वर्ग किलोमीटर में नदियाँ और झील तथा 81027 वर्ग किलोमीटर समुद्र क्षेत्र है। इस तरह यह यूरोपियन यूनियन में तीसरा सबसे बड़ा देश है। यहाँ की जनसँख्या वर्तमान में लगभग एक करोड़ दस लाख है। .

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जलवायु परिवर्तन

जलवायु परिवर्तन औसत मौसमी दशाओं के पैटर्न में ऐतिहासिक रूप से बदलाव आने को कहते हैं। सामान्यतः इन बदलावों का अध्ययन पृथ्वी के इतिहास को दीर्घ अवधियों में बाँट कर किया जाता है। जलवायु की दशाओं में यह बदलाव प्राकृतिक भी हो सकता है और मानव के क्रियाकलापों का परिणाम भी। ग्रीनहाउस प्रभाव और वैश्विक तापन को मनुष्य की क्रियाओं का परिणाम माना जा रहा है जो औद्योगिक क्रांति के बाद मनुष्य द्वारा उद्योगों से निःसृत कार्बन डाई आक्साइड आदि गैसों के वायुमण्डल में अधिक मात्रा में बढ़ जाने का परिणाम है। जलवायु परिवर्तन के खतरों के बारे में वैज्ञानिक लगातार आगाह करते आ रहे हैं .

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