सामग्री की तालिका
17 संबंधों: एनटीएससी, डीवीडी, दूरदर्शन, पुलिस, प्रसारण, प्रवर्धक, फ्लैश मेमोरी, ब्लू-रे डिस्क, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़, मोबाइल फ़ोन, लिनक्स, हार्ड डिस्क ड्राइव, हाई डेफ़िनेशन मीडिया इंटरफ़ेस, हाई डेफिनेशन टेलीविजन, जॉर्ज लूकस, व्यक्तिगत संगणक, अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन।
- उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स
एनटीएससी
राष्ट्र की टेलीविज़न इनकोडिंग सिस्टम्स; NTSC सिस्टम का उपयोग करने वाले देशों को हरे रंग से दर्शाया गया है। NTSC, अर्थात् नैशनल टेलीविज़न सिस्टम कमिटी अधिकांशतः उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान, बर्मा और प्रशांत द्वीप के कुछ प्रदेशों और राष्ट्रों (नक्शा देखें) में प्रयोग किया जाने वाला एनालॉग टेलीविजन सिस्टम है। अमेरिका की उस मानकीकरण संस्था का भी नाम है जिसने प्रसारण मानक का विकास किया है।नैशनल टेलीवीज़न सिस्टम कमिटी (1951–1953), (रिपोर्ट और पैनेल नंबर 11, 11-A, 12-19, के रिपोर्ट और साथ में रिपोर्टों में उद्धृत कुछ अनुपूरक सन्दर्भ और फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन से पहले कलर टेलीविज़न के ट्रांसमिशन मानकों के ग्रहण की याचिका, n.p., 1953, 17 दृश्य, दृष्टान्त, रेखाचित्र, तालिका, 28 सेमी.
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डीवीडी
अंकीय चित्रीय चक्रिका या अंचिच (DVD, जिसे डिजिटल वर्सटाइल डिस्क या डिजिटल वीडियो डिस्क) के रूप में भी जाना जाता है, एक ऑप्टिकल डिस्क स्टोरेज मीडिया फॉर्मेट है और इसे 1995 में Sony, Panasonic और Samsung द्वारा विकसित और आविष्कार किया गया। इसका मुख्य उपयोग वीडियो और डेटा का भंडारण करना है। DVD का आकार कॉम्पैक्ट डिस्क (CD) के समान ही होता है, लेकिन ये छह गुना अधिक डेटा भंडारण करते हैं। DVD शब्द के परिवर्तित रूप अक्सर डाटा के डिस्क पर संग्रहण पद्धति को वर्णित करते हैं: DVD-ROM (रीड ओन्ली मेमोरी) में डेटा को सिर्फ पढ़ा जा सकता है, लिखा नहीं जा सकता, DVD-R और DVD+R (रिकॉर्ड योग्य) डेटा को सिर्फ एक बार रिकॉर्ड कर सकते हैं और उसके बाद एक DVD-ROM के रूप में कार्य करते हैं; DVD-RW (री-राइटेबल), DVD+RW और DVD-RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी) डेटा को कई बार रिकॉर्ड कर सकता है और मिटा सकता है। मानक DVD लेज़र द्वारा इस्तमाल तरंग दैर्घ्य 650 nm है; इस प्रकार, प्रकाश का रंग लाल है। DVD-वीडियो और DVD-ऑडियो डिस्क, क्रमशः उचित रूप से संरचित और स्वरूपित वीडियो और ऑडियो सामग्री को संदर्भित करता है। वीडियो सामग्री वाले अंचिच (DVD) सहित, अंचिच (DVD) के अन्य प्रकार को, अंचिच (DVD) डेटा डिस्क कहा जा सकता है। .
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दूरदर्शन
दूरदर्शन या टेलीविजन (या संक्षेप में, टीवी) एक ऐसी दूरसंचार प्रणाली है जिसके द्वारा चलचित्र व ध्वनि को दो स्थानों के बीच प्रसारित व प्राप्त किया जा सके। यह शब्द दूरदर्शन सेट, दूरदर्शन कार्यक्रम तथा प्रसारण के लिये भी प्रयुक्त होता है। दूरदर्शन का अंग्रेजी शब्द 'टेलिविज़न' लैटिन तथा यूनानी शब्दों से बनाया गया है जिसका अर्थ होता है दूर दृष्टि (यूनानी - टेली .
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पुलिस
अमेरिकी खुफिया पुलिस सेवा के अधिकारी पुलिस (अंग्रेजी: Police, शुद्ध हिन्दी: आरक्षी या आरक्षक) एक सुरक्षा बल होता है जिसका उपयोग किसी भी देश की अन्दरूनी नागरिक सुरक्षा के लिये ठीक उसी तरह से किया जाता है जिस प्रकार किसी देश की बाहरी अनैतिक गतिविधियों से रक्षा के लिये सेना का उपयोग किया जाता है। .
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प्रसारण
श्रब्य और/अथवा विडियो संकेतों को एक स्थान से सभी दिशाओं में, या किसी एक दिशा में फैलाना प्रसारण (Broadcasting) कहलाता है। दूरस्थ स्थानों पर इन संकेतों को उपयुक्त विधि से ग्रहण किया जाता है एवं आवश्यक परिवर्तनों (प्रवर्धन, डीमोडुलेशन आदि) के बाद कोई श्रब्य या विडियो आदि प्राप्त होता है। .
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प्रवर्धक
एक सामान्य प्रवर्धक बक्सा जिसमें इनपुट और आउटपुट के लिए बाहर पिन दिए होते हैं। प्रवर्धक और रिपीटर जो संकेत की शक्ति को बढ़ाकर उन्हें 'उपयोग के लायक' बनाते हैं। प्रवर्धक या एम्प्लिफायर (amplifier) ऐसी युक्ति है जो किसी विद्युत संकेत का मान (अम्प्लीच्यूड) बदल दे (प्रायः संकेत का मान बड़ा करने की आवश्यकता अधिक पड़ती है।) विद्युत संकेत विभवान्तर (वोल्टेज) या धारा (करेंट) के रूप में हो सकते है। आजकल सामान्य प्रचलन में प्रवर्धक से आशय किसी 'इलेक्ट्रॉनिक प्रवर्धक' से ही होता है। .
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फ्लैश मेमोरी
यूएसबी (USB) से जुड़ने के योग्य एक फ्लैश ड्राइव; बाँयें तरफ फ्लैश मेमोरी की एक 'चिप' का दृष्य; दाँयें तरफ एक माइक्रोकन्ट्रोलर फ्लैश मेमोरी (Flash memory / चपला स्मृति) कम्प्यूटर एवं अन्य डिजिटल निकायों में प्रयुक्त होने वाली एक प्रकार की कंप्यूटर स्मृति है जो विद्युत शक्ति के न रहने पर भी बनी रहती है (अर्थात, नॉन्-वोलेटाइल मेमोरी)। आजकल यह मेमोरी बहुतायत में प्रयोग की जा रही है; जैसे- कंप्यूटर में प्रयुक्त फ्लैश ड्राइव (या पेन् ड्राइव), डिजिटल कैमरों एवं डिजिटल उत्पादों में प्रयुक्त मेमोरी कार्ड आदि। वस्तुत: यह एक प्रकार का ईईप्रोम (EEPROM) ही है किन्तु इसे बड़े-बड़े भागों (ब्लॉक्स) में मिटाया (इरेज) और प्रोग्राम किया जा सकता है जबकि साधारण ईईप्रोम को एक-एक बाइट करके ही मिटाया और प्रोग्राम किया जाता है। इस कारण इस पर नया आंकड़ा लिखने में अपेक्षाकृत कम समय लगता है। इसके अलावा फ्लैश मेमोरी, ईईप्रोम की अपेक्षा सस्ती भी है। .
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ब्लू-रे डिस्क
ब्लू-रे डिस्क (BD या ब्लू-रे नाम से भी प्रचलित) एक प्रकाशीय (Optical) डिस्क संग्रहण माध्यम है, जिसे मानक DVD प्रारूप का स्थान लेने के लिए बनाया गया है। मुख्य रूप से इसका प्रयोग उच्च-परिभाषा वाले वीडियो (High-Definition Video), प्लेस्टेशन 3 (PlayStation 3) वीडियो गेम्स तथा अन्य डाटा को, प्रत्येक एकल परत वाले प्रोटोटाइप पर 25 GB तक और दोहरी परत वाले पर 50 GB तक, संग्रहित करने के लिए किया जाता है। यद्यपि ये संख्याएं ब्लू-रे डिस्क के लिए मानक संग्रहण को बताती हैं, तथापि यह एक मुक्त (Open-ended) विनिर्देशन है, जिसमें ऊपरी सैद्धांतिक संग्रहण सीमा अस्पष्ट छोड़ दी गई है। 200 GB डिस्क उपलब्ध हैं, तथा 100 GB डिस्क को किसी भी अतिरिक्त उपकरण या संशोधित फर्मवेयर के बिना पढ़ा जा सकता है। डिस्क के भौतिक आयाम मानक DVDs तथा CDs के ही समान होते हैं। ब्लू-रे डिस्क का नाम इसे पढ़ने में प्रयुक्त नीले-बैंगनी (blue-violet) लेज़र से लिया गया है। एक मानक DVD में 650 नैनोमीटर लाल लेज़र का प्रयोग किया जाता है, जबकि ब्लू-रे डिस्क कम तरंग-दैर्घ्य का प्रयोग करती है, 400 nm वाला नीला-बैंगनी लेज़र, तथा एक DVD की तुलना में लगभग दस गुना अधिक डाटा संग्रहण की अनुमति देती है। उच्च-परिभाषा वाली प्रकाशीय डिस्क के प्रारूप पर जारी युद्ध के दौरान, ब्लू-रे डिस्क ने HD DVD प्रारूप से प्रतिस्पर्धा की.
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माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़
माइक्रोसॉफ़्ट विंडोज़, माइक्रोसॉफ़्ट द्वारा निर्मित सॉफ्टवेयर प्रचालन तन्त्र (सॉफ्टवेयर ऑपरेटिंग सिस्टम) और ग्राफिकल यूजर इण्टरफेस की एक श्रृंखला है। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ ने ग्राफिकल यूजर इंटरफेस में बढ़ती रुचि (GUIs) को देखते हुए नवंबर 1985 में एमएस-DOS में जोड़ने के लिए एक ऑपरेटिंग पर्यावरण पेश किया था। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़, आते ही दुनिया के निजी कंप्यूटर बाजार पर हावी हो गया और इसने इससे पहले बाजार मे आये मैक-ओएस को बहुत पीछे छोड़ दिया। 2004 के IDC दिशा सम्मेलन में, यह बात सामने आयी कि ग्राहक ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार का लगभग 90% विंडोज़ के पास था। विंडोज़ का सबसे हाल के ग्राहक संस्करण विंडोज़ १० है और सबसे हाल का सर्वर संस्करण विंडोज़ सर्वर 2016 है।बिल गेट्स ने विंडोज़ के विकास मे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अब वह माइक्रोसॉफ्ट के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। विंडोज़ का शाब्दिक अर्थ होता है खिड़कियाँ। विंडोज़ एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। विंडोज़ का उपयोग लगभग सभी व्यक्तिगत कम्प्यूटरों में होता है। इसका विकास माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ने किया है। .
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मोबाइल फ़ोन
अनु-फ्लिप मोबाइल फोन के कई उदाहरण. मोबाइल फ़ोन या मोबाइल (इसे सेलफोन और हाथफोन भी बुलाया जाता है, या सेल फोन, सेलुलर फोन, सेल, वायरलेस फोन, सेलुलर टेलीफोन, मोबाइल टेलीफोन या सेल टेलीफोन) एक लंबी दूरी का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसे विशेष बेस स्टेशनों के एक नेटवर्क के आधार पर मोबाइल आवाज या डेटा संचार के लिए उपयोग करते हैं इन्हें सेल साइटों के रूप में जाना जाता है। मोबाइल फोन, टेलीफोन, के मानक आवाज कार्य के अलावा वर्तमान मोबाइल फोन कई अतिरिक्त सेवाओं और उपसाधन का समर्थन कर सकते हैं, जैसे की पाठ संदेश के लिए SMS, ईमेल, इंटरनेट के उपयोग के लिए पैकेट स्विचिंग, गेमिंग, ब्लूटूथ, इन्फ़रा रेड, वीडियो रिकॉर्डर के साथ कैमरे और तस्वीरें और वीडियो भेजने और प्राप्त करने के लिए MMS, MP3 प्लेयर, रेडियो और GPS.
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लिनक्स
लिनक्स यूनिक्स जैसा एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर अथवा मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर का सबसे कामयाब तथा सबसे लोकप्रिय सॉफ्टवेयर है। यह जीपीएल v 2 लाइसेंस के अन्तर्गत सर्व साधारण के उपयोग हेतु उपलब्ध है और इसका कुछ भाग यूनिक्स से प्रेरित है।मूलतः यह मिनिक्स का विकास कर बनाया गया है। यूनिक्स का विकास, 1960 के दशक में ऐ.टी.&टी.
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हार्ड डिस्क ड्राइव
हार्ड डिस्क ड्राइव (जिसे हार्ड डिस्क, हार्ड ड्राइव,, सख्त चक्रिका संचालक, डेटा भंडारण यन्त्र या HDD भी कहते हैं) एक आँकड़ों को सहेज कर सुरक्षित रखने वाला यन्त्र है, जो डिजिटल जानकारी चुम्बकीय रूप से लिख और पढ़ (पुनः प्राप्त) सकता है। इसमें घूमने वाले डिस्क्स (चिपटी गोल वस्तु,चक्रिका) होते हैं जिन्हें चुम्बकीय पदार्थ से लेप किया जाता है। बिजली न होने पर भी डेटा भंडारण यन्त्र आंकड़ों को सुरक्षित रखता है। डेटा भंडारण यन्त्र से आँकड़ों को बेतरतीब (रैंडम -एक्सेस) तरीके से पढ़ा जाता है। इसका मतलब है कि आँकड़ों के समूह को भंडारण यन्त्र में किसी भी जगह लिखकर सुरक्षित किया जा सकता है। मतलब आँकड़ों का भंडारण किसी खास क्रम में करने की आवश्यकता नहीं है। इसका अविष्कार १९५६ में आइ०बी०ऍम० नामक कंपनी में हुआ था। १९६० के दशक तक आँकडा भंडारण यन्त्र सभी सामान्य कार्य के संगणकों में सबसे प्रचलित अतिरिक्त/सहायक भंडारण यन्त्र बन गया। आँकड़ा भंडारण यन्त्र में नियमित रूप से सुधार होने लगा और आज सर्वर और व्यक्तिगत संगणकों के ज़माने में भी इसने अपनी जगह स्थिर रखी है। २०० से भी ज़्यादा औद्योगिक इकाइयों ने डेटा भंडारण यन्त्र बनाये हैं। हलाँकि ज़्यादातर डेटा भंडारण यन्त्र आज सीगेट(Segate),तोशिबा (Toshiba) और वेस्टर्न डिजिटल बनाते हैं। सारी दुनिया में आंकडा भंडारण यन्त्र का राजस्व २०१३ में $ ३२ बिलियन था जो की २०१२ की तुलना में ३% कम था। डेटा भंडारण यन्त्र को उसकी भंडारण क्षमता और प्रदर्शन के आधार पर विश्लेषित किया जाता हैं। डेटा भंडारण यन्त्र की क्षमता बाइट्स में होती हैं। १०२४ बाइट को १ किलोबाइट कहा जाता है। उसी तरह से १०२४ किलोबाइट को १ मेगाबाइट कहा जाता है। १०२४ मेगाबाइट को १ गीगाबाइट कहते है और १०२४ गीगाबाइट को १ टेराबाइट कहा जाता है। डेटा भंडारण यन्त्र का पूरा भंडारण स्थान उपयोगकर्ता के लिए उपलब्ध नहीं होता क्यूंकि कुछ हिस्सा प्रचालन तन्त्र(ऑपरेटिंग सिस्टम) को रखने और कुछ और हिस्सा फाइल सिस्टम के लिए और कुछ हिस्सा संभवतः अंदरुनी अतिरेकता (inbuilt redundancy.) गलती सुधारने और डेटा पुन:प्राप्ति के लिए होता है। आंकडों को लिखने वाले नोक(हेड) के पटरी तक पहुंचने के समय और पढ़ते वक़्त वांछित क्षेत्र के नोक के नीचे तक पहुंचने में लगने वाले समय और आँकड़ों के यन्त्र से आवागमन की गति के आधार पर प्रदर्शन क्षमता का निर्धारण किया जाता है। आज के डेटा भंडारण यन्त्र मेज पर रखे जा सकने वाले संगणकों (डेस्कटॉप कंप्यूटर) के लिए ३.५ इंच और गोद में रखे जा सकने वाले संगणकों में २.५ इंच के होते हैं। डेटा भंडारण यन्त्र मुख्य प्रणाली से साटा, यूएसबी या एस.ए.एस(सीरियल अटैच्ड SCSI) जैसे मानक विद्युत् चालक तारों से जुड़े होते हैं। २०१४ तक डेटा भंडारण यन्त्र को अतिरिक्त या सहायक भंडारण के क्षेत्र में ठोस अवस्था वाले संचालक के रूप में टक्कर देने वाली तकनीक थी फ्लैश मेमोरी | आने वाले समय में यह माना जा रहा है कि हार्ड डिस्क अपना आधिपत्य जारी रखेगी लेकिन जहाँ गति और बिजली की कम खपत ज़्यादा ज़रूरी हैं वहाँ ठोस अवस्था वाले उपकरण (सॉलिड स्टेट डिवाइस) को हार्ड डिस्क की जगह पर इस्तेमाल किया जा रहा है। .
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हाई डेफ़िनेशन मीडिया इंटरफ़ेस
हाई डेफिनिशन मल्टीमीडिया इंटरफेस (लघु: एचडीएमआई) जिसका आधुनिकतम वर्ज़न १.३ है, पुराने एचडीएमआई का ही एक नया संस्करण है जिसमें भविष्य की दूरदर्शन और अन्य एचडीएमआई तकनीकी में कई नई सुविधाएं हैं। एचडीएमआई १.३ में बैंड केबल्स में बेहतर तरंगदैर्घ्य, उच्चतर कंट्रास्ट और वर्ण प्लेट्स, हस्तचालित युक्तियों (हैंडहैल्ड डिवाइसेज़) के लिए छोटी कनेक्टर केबल और ऑडियो/वीडियो सिंक्रोनाइजेशन के लिए विशेष तकनीक उपलब्ध है।|हिन्दुस्तान लाईव। १२ मई २०१० एचडीएमआई २००२ में डिजिटल विजुअल इंटरफेस (डी.वी.आई.) के साथ संगत रहकर काम करने वाले कनेक्टर के रूप में निर्मित किया गया था। अपने आरंभ के बाद से एचडीएमआई फॉर्मेट में अनेक अद्यतन हुए हैं और प्रत्येक संस्करण में फीचर और क्षमता में बढोत्तरी हुई है। सन २००६ में इसके संस्करण १.३ का विमोचन हुआ था। इस संस्करण में एचडीएमआई कनेक्टरों के साथ सिंगल लिंक बैंडविड्थ में वृद्दि की गई थी। इसे १६५ मेगाहर्ट्ज़ से बढ़ाकर ३४० मेगाहर्ट्ज़ किया गया था। इस बदलाव का मुख्य कारण सूचना का एचडीएमआई केबलों के माध्यम द्वारा बेहतर गति से भेजना था। इसके साथ ही डीप कलर, उच्च रिज़ॉल्यूशन और उच्चतर वीडियो फ्रेम दर आदि लक्षणों के लाभ भी इसमें सम्मिलित किये गए थे। .
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हाई डेफिनेशन टेलीविजन
होम थियेटर में प्रोजेक्शन फटल, जिसमें एक हाई-डेफ़िनेशन चित्र प्रदर्शित है। हाई डेफिनेशन टेलीविजन या उच्च-विभेदन टेलीविजन (लघुरूप:एच.डी.टी.वी.) एक डिजिटल टेलीविजन प्रसारण प्रणाली होती है। इसका रिज़ॉल्यूशन अन्य परंपरागत टेलीविजन प्रणालियों (जैसे स्टैन्डर्ड डेफ़िनेशन टीवी या मानक-विभेदन टेलीविजन या एस.डी.टी.वी) से कहीं अधिक होता है। एचडीटीवी डिजिटली प्रसारित भी होता है, जबकि आरंभिक प्रयोग एनालॉग प्रसारित हुआ करते थे। आज इसके लिए डिजिटल संकेत ही प्रयोग किये जाते हैं, जिसमें डिजिटल वीडियो संपीड़न के कारण कमतर तरंगदैर्घ्य वांछित होता है। हाई डेफ़िनिशन में कम से कम ७२० लाइनें होती हैं और 7.77.600 पिक्सल या इससे भी अधिक २० लाख पिक्सल, यानी चित्रबिंदु होते हैं। अधिक बिंदुओं का मतलब है और अधिक साफ और बारीक़ तस्वीर.
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जॉर्ज लूकस
जॉर्ज लूकस जॉर्ज लूकस एक अमेरिकी फ़िल्म निर्माता एवं निर्देशक हैं। स्टार वॉर्स शृंखला और इंडियाना जोन्स उन्होंने बनाए हैं। श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन श्रेणी:अमेरिकी बौद्ध.
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व्यक्तिगत संगणक
व्यक्तिगत कम्प्यूटर व्यक्तिगत संगणक या पर्सनल कम्प्यूटर ऐसी कम्प्यूटर तंत्र है जो विशेष रूप से व्यक्तिगत अथवा छोटे समूह के द्वारा प्रयोग मे लाए जाते हैं। इन कम्प्यूटरों को बनाने में माइक्रोप्रोसेसर मुख्य रूप से सहायक होते है; इसीलिये इसे माइक्रो कम्प्यूटर भी कहते हैं। पर्सनल कम्प्यूटर का निर्माण विशेष क्षेत्र तथा कार्य को ध्यान में रखकर किया जाता है। उदाहरणार्थ - घरेलू कम्प्यूटर तथा कार्यालय में प्रयोग किये जाने वाले कम्प्यूटर। बजार में, छोटे स्तर की कम्पनियाँ अपने कार्यालयों के कार्य के लिए पर्सनल कम्प्यूटर को प्राथमिकता देतीं हैं। पर्सनल कम्प्यूटर से किये जाने वाले मुख्य कार्यो में खेल-खेलना, इन्टरनेट का प्रयोग, शब्द-संसाधन (वर्ड प्रोसेसिंग) इत्यादि शामिल हैं। प्रथम पर्सनल कंप्यूटर सन 1974 में बिकसित किया गया था। किंतु सन 1977 में पहला व सफल माइक्रो कंप्यूटर पी, सी, विकसित हुआ। इसको विकसित करने का श्रेय युवा तकनीशियन स्टीव बोजनाइक को जाता है। 1.
देखें कैमकॉर्डर और व्यक्तिगत संगणक
अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन
अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततकनीकी आयोग यह लेख या कुछ अंश अपनी मूल भाषा में है, जिससे कि इन तथ्यों की मौलिकता बनी रहे। कृपया इसे अनुवाद करने का प्रयास न करें, या पहले संवाद पृष्ठ पर चर्चा करके फिर सुधार करें। अन्तराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (फ्रेंच में Organisation internationale de normalisation), जिसे अधिकतर ISO कहा जाता है, विभिन्न राष्ट्रों के मानक संगठनों के प्रतिनिधियों से गठित एक अन्तर्राष्ट्रीय मानक-विन्यास संस्था है। इसकी स्थापना 23 फरवरी, 1947 को हुई थी, विश्वव्यापी औद्योगिक एवं वाणिज्यिक मानकों को घोषित करने हेतु। इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है। यद्यपि ISO स्वयं को एक गैर सरकारी संगठन कहता है, इसकी मानक स्थापित करने की क्षमता, जो कि प्राय्ः विधि बन जाते हैं, या तो समझौतों के द्वारा, या फिर राष्ट्रीय मान; यह इसको गैर सरकारी संगठनों से अधिक शक्तिशाली बनाता है। वैसे व्यवहार में यह एक संकाय या अल्पकालीन संगठन जैसे कार्यरत है, जिसकी सरकारों से मजबूत कङियाँ हैं।.
देखें कैमकॉर्डर और अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन