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कृत्रिम श्वसन

सूची कृत्रिम श्वसन

कृत्रिम श्वसन एक नक़ल श्वसन की तरह है जो की शारीर में सम्पूर्ण वायुसंचार करवाता है। इसका मतलब यह होता है कि जब कोई इन्सान खुद साँस नहीं ले पा रहा है या खुद से साँस लेने की कोशिश नहीं कर रहा है (ये धड़कते ह्रदय या हृद्फुफ्फुसीय पुनर्जीवन बीमार लोगों के लिए भी) तब हम ये प्रक्रिया करते है। फुफ्फुसीय वायुसंचार कोई भी हस्तचालित तरीके से किया जा सकता है -या तो बीमार आदमी के मुह से हवा भरो उसके फेप्रोन में या फिर किसी यंत्र के द्वारा साँस की विधि यह प्रभावी तरीके से किया है और साबित कर दिया गया है जो विधि के रूप में शामिल Silvester यांत्रिक गड़बड़ी की, इस तरह के हथियार या रोगियों छाती.

सामग्री की तालिका

  1. 2 संबंधों: प्राथमिक चिकित्सा, विद्युत स्पर्शाघात

  2. प्राथमिक चिकित्सा

प्राथमिक चिकित्सा

प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण किसी रोग के होने या चोट लगने पर किसी अप्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा जो सीमित उपचार किया जाता है उसे प्राथमिक चिकित्सा (First Aid) कहते हैं। इसका उद्देश्य कम से कम साधनों में इतनी व्यवस्था करना होता है कि चोटग्रस्त व्यक्ति को सम्यक इलाज कराने की स्थिति में लाने में लगने वाले समय में कम से कम नुकसान हो। अतः प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षित या अप्रशिक्षित व्यक्तिओं द्वारा कम से कम साधनों में किया गया सरल उपचार है। कभी-कभी यह जीवन रक्षक भी सिद्ध होता है। प्राथमिक चिकित्सा विद्या प्रयोगात्मक चिकित्सा के मूल सिद्धांतों पर निर्भर है। इसका ज्ञान शिक्षित पुरुषों को इस योग्य बनाता है कि वे आकस्मिक दुर्घटना या बीमारी के अवसर पर, चिकित्सक के आने तक या रोगी को सुरक्षित स्थान पर ले जाने तक, उसके जीवन को बचाने, रोगनिवृत्ति में सहायक होने, या घाव की दशा और अधिक निकृष्ट होने से रोकने में उपयुक्त सहायता कर सकें। प्राथमिक चिकित्सा पशुओं पर भी की जा सकती है। .

देखें कृत्रिम श्वसन और प्राथमिक चिकित्सा

विद्युत स्पर्शाघात

विद्युत दुर्घटना होने पर सहायता तथा प्राथमिक उपचार विद्युत के किसी स्रोत से सम्पर्क में आने के कारण त्वचा, मांसपेशियों अथवा बाल से होकर पर्याप्त विद्युत धारा प्रवाहित हो जाती है तो इसे विद्युत स्पर्शाघात (Electric shock) कहते हैं। यह जानबूझकर किया गया हो सकता है या दुर्घटनावश हो सकता है। किन्तु प्रायः 'स्पर्शाघात' से आशय शरीर के किसी अंग से अवांछित धारा-प्रवाह से ही लिया जाता है। विद्युत स्पर्शाघात से त्वचा जल सकती है, आदमी बेहोश हो सकता है, या मृत्यु हो सकती है। .

देखें कृत्रिम श्वसन और विद्युत स्पर्शाघात

यह भी देखें

प्राथमिक चिकित्सा