एकल विद्यालय फाउंडेशन का लक्ष्य वर्ष 2011 तक भारत के आदिवासी क्षेत्रों से अशिक्षा को समूल नष्ट करना है। फाउंडेशन द्वारा विगत कई वर्षों से देश के उपेक्षित और आदिवासी बहुल सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में एकल विद्यालय (एक शिक्षक वाले स्कूल) संचालित किए जा रहे हैं। बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि पैदा करने के लिए फाउंडेशन स्थानीय भाषा में ही शिक्षण सुविधा उपलब्ध कराता है। स्थानीय समुदाय में से ही शिक्षक का चयन किया जाता है, ताकि बच्चों की भाषा, संस्कृति और परम्परा का उन्हें ज्ञान हो। पाठ्यक्रम में बच्चों को बुनियादी शिक्षा और जीने के तौर-तरीकों के बारे में भी बताया जाता है, ताकि उनमें आत्मविश्वास की भावना पैदा हो और ग्रामीण जीवनस्तर से ऊपर उठकर वे उच्च शिक्षा हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ा सकें। यहां बुनियादी शिक्षा ही नहीं दी जाती बल्कि समाज के उपेक्षित वर्गों को स्वास्थ्य, विकास और स्वरोजगार संबंधी शिक्षा भी दी जाती है। .
1 संबंध: एकल विद्यालय।
एकल विद्यालय 'एक शिक्षक वाले विद्यालय' हैं जो विगत कई वर्षो से भारत के उपेक्षित और आदिवासी बहुल सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में एकल विद्यालय फाउंडेशन द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। भारत के वनवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों में इस समय (सितम्बर, २००९) २५,००० से अधिक एकल विद्यालय चल रहे हैं। ग्रामीण भारत के उत्थान में शिक्षा के महत्व को समझने वाले हजारों संगठन इसमें सहयोग दे रहे हैं। भारत के वर्तमान में ३६ हजार गांवों के 8 लाख वनवासी बच्चों को एकल विद्यालय फाउंडेशन मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। यहां बुनियादी शिक्षा ही नहीं दी जाती बल्कि समाज के उपेक्षित वर्गो को स्वास्थ्य, विकास और स्वरोजगार संबंधी शिक्षा भी दी जाती है। .
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एकल विद्यालय फाउण्डेशन।