6 संबंधों: चर आवृत्ति ड्राइव, एसी/एसी परिवर्तक, प्रेरणी मोटर, साइक्लोकन्वर्टर, आवृत्ति, इन्वर्टर।
चर आवृत्ति ड्राइव
छोटे-बड़े आकार के तरह-तरह के चर-आवृत्ति-ड्राइव VFD का कार्ड (HitachiJ100A) चर आवृत्ति ड्राइव (Variable Frequency Drive / VFD / VSD) एक प्रकार का परिवर्तनशील चाल ड्राइव है जो एसी मशीनों की चाल बदलने के लिये आजकल बहुतायत में प्रयोग की जाती है। चाल बदलने के लिये यह ड्राइव, मोटर को दी जाने वाली विद्युत-शक्ति का वोल्टता और आवृत्ति दोनो को साथ-साथ बदलता है (केवल वोल्टेज को नहीं)। प्राय: वोल्टता और आवृत्ति के अनुपात को नियत रखा जाता है। (constant v/f).
नई!!: आवृत्ति परिवर्तक और चर आवृत्ति ड्राइव · और देखें »
एसी/एसी परिवर्तक
प्रेरण मोटरों को अलग-अलग वेग से चलाने के लिए इसी तरह के विद्युत-परिवर्तकों का उपयोग किया जाता है, जिन्हें परिवर्ती आवृत्ति ड्राइव खते हैं। तीसरे तरह के एसी/एसी परिवर्तक, जो साइक्लो-कन्वर्टर कहलाते हैं, किसी आवृत्ति की एसी को लेकर उससे '''कम''' आवृत्ति की प्रत्यावर्ती धारा देते हैं। उदाहरण के लिए, ५० हर्ट्ज की ए.सी. लेकर उससे १६.६६७ हर्ट्ज की एसी पैदा करने वाले विद्युत-परिवर्तकों का उपयोग कहीं-कहीं विद्युत कर्षण में होता है। साइक्लोकन्वर्टर के लिए कई तरह के परिपथ (टोपोलोजी) प्रयोग की जाती है, जैसे परम्परागत मैट्रिक्स कन्वर्टर, स्पार्स मैट्रिक्स कन्वर्टर आदि। .
नई!!: आवृत्ति परिवर्तक और एसी/एसी परिवर्तक · और देखें »
प्रेरणी मोटर
स्क्वैरेल केज प्रेरण मोटर के स्टेटर और रोटर प्रेरणी मोटर (इण्डक्शन मोटर) प्रत्यावर्ती धारा से चलने वाली मोटर है जिसके रोटर की कोणीय चाल स्टेटर वाइण्डिंग द्वारा पैदा किये गये घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र की कोणीय चाल से कम होती है। इसी कारण इस मोटर को 'अतुल्यकालिक मोटर' (asynchronous motor) कहा जाता है (तुल्यकालिक मोटर, देखें)। इसे 'प्रेरण मोटर' इस कारण कहा जाता है क्योंकि इसके रोटर में प्रेरण के द्वारा धारा उत्पन्न होती है क्योंकि रोटर तथा घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र की चाल अलग-अलग होती है। यह मोटर सबसे अधिक उपयोग में आता है जिसके कारण इसे उद्योगों का वर्कहॉर्स कहते हैं। इसमें घिसने वाला कोई अवयव नहीं है जिससे यह बिना मरम्मत के बहुत दिनो तक चल सकता है। यह कई प्रकार का होता है-.
नई!!: आवृत्ति परिवर्तक और प्रेरणी मोटर · और देखें »
साइक्लोकन्वर्टर
ब्लॉकिंग मोड साइक्लोकन्वर्टर की संरचना साइक्लोकन्वर्टर (cycloconverter (CCV)) या साइक्लोइन्वर्टर वह युक्ति है जो किसी आवृत्ति की प्रत्यावर्ती विद्युत को (सीधे, बिना डी.सी. में बदले) कम आवृत्ति की प्रत्यावर्ती विद्युत शक्ति में बदलता है। उदाहरण के लिए, ५० हर्ट्ज की विद्युत से १६.६६७ हर्ट्ज की विद्युत पैदा करने वाला साइक्लोकन्वर्टर कहीं-कहीं विद्युत कर्षण में प्रयोग किया जाता है। .
नई!!: आवृत्ति परिवर्तक और साइक्लोकन्वर्टर · और देखें »
आवृत्ति
विभिन्न आवृतियों की तरंगें कोई आवृत घटना (बार-बार दोहराई जाने वाली घटना), इकाई समय में जितनी बार घटित होती है उसे उस घटना की आवृत्ति (frequency) कहते हैं। आवृति को किसी साइनाकार (sinusoidal) तरंग के कला (phase) परिवर्तन की दर के रूप में भी समझ सकते हैं। आवृति की इकाई हर्त्ज (साकल्स प्रति सेकण्ड) होती है। एक कम्पन पूरा करने में जितना समय लगता है उसे आवर्त काल (Time Period) कहते हैं। आवर्त काल .
नई!!: आवृत्ति परिवर्तक और आवृत्ति · और देखें »
इन्वर्टर
प्रतिलोमक या इन्वर्टर के निम्नलिखित अर्थ हो सकते हैं-.