सामग्री की तालिका
16 संबंधों: दीपक पाराशर, नाना पाटेकर, पूनम ढिल्लों, भारत, राज बब्बर, राजेश खन्ना, शफ़ी ईनामदार, श्रीराम लागू, सतीश शाह, सईद जाफ़री, सुषमा सेठ, स्मिता पाटिल, हिन्दी, ओम शिवपुरी, अशोक कुमार (राजनीतिज्ञ), १९८७।
- रवि द्वारा संगीतबद्ध फिल्में
दीपक पाराशर
दीपक पाराशर हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और दीपक पाराशर
नाना पाटेकर
विश्वनाथ "नाना" पाटेकर (जन्म: 1 जनवरी, 1951) हिन्दी एवं मराठी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और नाना पाटेकर
पूनम ढिल्लों
पूनम ढिल्लों हिन्दी फिल्मों की एक अभिनेत्री हैं। ये मूल रूप से बिहार की रहने वाली है। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और पूनम ढिल्लों
भारत
भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और भारत
राज बब्बर
राज बब्बर हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और राज बब्बर
राजेश खन्ना
राजेश खन्ना (जन्म: 29 दिसम्बर 1942 - मृत्यु: 18 जुलाई 2012) एक भारतीय बॉलीवुड अभिनेता, निर्देशक व निर्माता थे। उन्होंने कई हिन्दी फ़िल्में बनायीं और राजनीति में भी प्रवेश किया। वे नई दिल्ली लोक सभा सीट से पाँच वर्ष 1991-96 तक कांग्रेस पार्टी के सांसद रहे। बाद में उन्होंने राजनीति से सन्यास ले लिया। उन्होंने कुल 180 फ़िल्मों और 163 फीचर फ़िल्मों में काम किया, 128 फ़िल्मों में मुख्य भूमिका निभायी, 22 में दोहरी भूमिका के अतिरिक्त 17 छोटी फ़िल्मों में भी काम किया। व तीन साल 1969-71 के अंदर १५ solo हिट फ़िल्मों में अभिनय करके बॉलीवुड का सुपरस्टार कहे जाने लगे। उन्हें फ़िल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिये तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार मिला और १४ बार मनोनीत किया गया। बंगाल फ़िल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा हिन्दी फ़िल्मों के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी अधिकतम चार बार उनके ही नाम रहा और २५ बार मनोनीत किया गया। 2005 में उन्हें फ़िल्मफेयर का लाइफटाइम अचीवमेण्ट अवार्ड दिया गया। राजेश खन्ना हिन्दी सिनेमा के पहले सुपर स्टार थे। 1966 में उन्होंने आखिरी खत नामक फ़िल्म से अपने अभिनय की शुरुआत की। राज़, बहारों के सपने, आखिरी खत - उनकी लगातार तीन कामयाब फ़िल्में रहीं और बहारों के सपने पूर्णतः असफल हुई। उन्होंने 1966-1991 में 74 स्वर्ण जयंती फ़िल्में की। (golden jubilee hits)। उन्होंने 1966-1991 में 22 रजत जयंती फ़िल्में किया। उन्होंने 1966-1996 में 9 सामान्य हित्त फ़िल्म किया। उन्होंने 1966-2013 में 163 फ़िल्म किया और 105 हिट रहे। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और राजेश खन्ना
शफ़ी ईनामदार
शफ़ी ईनामदार (निधन: 13 मार्च, 1996) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और शफ़ी ईनामदार
श्रीराम लागू
श्रीराम लागू हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और श्रीराम लागू
सतीश शाह
सतीश शाह भारत के एक प्रसिद्ध हास्य अभिनेता हैं। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और सतीश शाह
सईद जाफ़री
सईद जाफ़री (पंजाबी: ਸਈਦ ਜਾਫ਼ਰੀ; ८ जनवरी १९२९ – १५ नवम्बर २०१५) भारत में जन्मे ब्रितानी अभिनेता थे। उन्होंने विभिन्न ब्रितानी और हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया। उनका जन्म मलेरकोटला, पंजाब में एक पंजाबी मुस्लिम परिवार में हुआ। उन्होंने द मैन हू वूड बी किंग (१९७५), शतरंज के खिलाड़ी (१९७७), गाँधी (१९८२), ए पैसेज टू इंडिया (१९६५ बीबीसी संस्करण एवं १९८४ फ़िल्म), द फार पैविलियंस (१९८४) और माय ब्यूटीफुल लौन्ड्रेट (१९८५) सहित विभिन्न फ़िल्मों में अभिनय किया। उन्होंने १९८० और १९९० के दशक में विभिन्न बॉलीवुड फ़िल्मों में भी काम किया। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और सईद जाफ़री
सुषमा सेठ
सुषमा सेठ भारतीय सिनेमा, टीवी व रंगमंच की जानीमानी अभिनेत्री हैं। अपने अभिनय सफर की शुरुवात उन्होंने 70 के दशक में की। उन्होंने सबसे अधिक हिन्दी फिल्मों में नायक के माँ के किरदार निभाये। प्रेम रोग, राम तेरी गंगा मैली, चाँदनी, दीवाना, कभी खुशी कभी गम और कल न न हो जैसी चर्चित फिल्मों में उन्होंने काम किया है। सुषमा ने कई टीवी धारावाहिकों में भी काम किया जैसे कि हम लोग व देख भाई देख। 80 के पूर्वार्ध में दूरदर्शन पर प्रसारित पहले सोप ओपेरा हम लोग में उनके द्वारा निभाया दादी का किरदार बेहद लोकप्रिय रहा। दादी को गले के कैंसर से पीड़ित दिखाया गया था, वे मृत्यु की कगार पर थीं पर यह सुषमा की लोकप्रियता ही थी जिसके कारण इस किरदार की उम्र को दर्शकों की माँग पर बढ़ाना पड़ा। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और सुषमा सेठ
स्मिता पाटिल
स्मिता पाटिल (जन्म: 17 अक्टूबर, 1955; निधन: 13 दिसम्बर, 1986) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। भारतीय संदर्भ में स्मिता पाटिल एक सक्रिय नारीवादी होने के अतिरिक्त मुंबई के महिला केंद्र की सदस्य भी थीं। वे महिलाओं के मुद्दों पर पूरी तरह से वचनबद्ध थीं और इसके साथ ही उन्होने उन फिल्मो मे काम करने को प्राथमिकता दी जो परंपरागत भारतीय समाज मे शहरी मध्यवर्ग की महिलाओं की प्रगति उनकी कामुकता तथा सामाजिक परिवर्तन का सामना कर रही महिलाओं के सपनों की अभिवयक्ति कर सकें.
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और स्मिता पाटिल
हिन्दी
हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और हिन्दी
ओम शिवपुरी
ओम शिवपुरी हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और ओम शिवपुरी
अशोक कुमार (राजनीतिज्ञ)
अशोक कुमार भारत के झारखण्ड राज्य की महगामा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। २०१४ के चुनावों में वे झारखण्ड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के उम्मीदवार शाहिद इक़बाल को 31560 वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और अशोक कुमार (राजनीतिज्ञ)
१९८७
1987 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें आवाम (1987 फ़िल्म) और १९८७
यह भी देखें
रवि द्वारा संगीतबद्ध फिल्में
- अनमोल मोती
- अपना बना के देखो (1962 फ़िल्म)
- अमानत (1977 फ़िल्म)
- अलबेली (1955 फ़िल्म)
- आँखें (1968 फ़िल्म)
- आज और कल (1963 फ़िल्म)
- आदमी और इंसान
- आवाम (1987 फ़िल्म)
- इसी का नाम दुनिया (1962 फ़िल्म)
- उस्तादों के उस्ताद (1963 फ़िल्म)
- एक फूल दो माली
- एक महल हो सपनों का (1975 फ़िल्म)
- काजल (1965 फ़िल्म)
- खानदान (1965 फ़िल्म)
- गहरा दाग़ (1963 फ़िल्म)
- गुमराह (1963 फ़िल्म)
- गृहस्थी (1963 फ़िल्म)
- गौरी (1968 फ़िल्म)
- घराना (1961 फ़िल्म)
- घूंघट (1960 फ़िल्म)
- चायना टाउन
- चौदहवीं का चाँद
- टावर हाउस
- डोली (1969 फ़िल्म)
- तवायफ़ (1985 फ़िल्म)
- दस लाख (1966 फ़िल्म)
- दहलीज़ (1986 फ़िल्म)
- दो कलियाँ
- दो बदन
- धुंध (1973 फ़िल्म)
- नई रोशनी (1967 फ़िल्म)
- नज़राना (1961 फ़िल्म)
- नर्तकी (1963 फ़िल्म)
- निकाह (1982 फ़िल्म)
- नील कमल (1968 फ़िल्म)
- पैसा या प्यार (1969 फ़िल्म)
- प्यार का सागर
- फूल और पत्थर (1966 फ़िल्म)
- बड़ी दीदी (1969 फ़िल्म)
- बहू बेटी (1965 फ़िल्म)
- बाबुल की गलियाँ (1972 फ़िल्म)
- भरोसा (1963 फ़िल्म)
- ये ज़िन्दगी कितनी हसीन है (1966 फ़िल्म)
- ये रास्ते हैं प्यार के (1963 फ़िल्म)
- राखी (1962 फ़िल्म)
- वक़्त (1965 फ़िल्म)
- शहनाई (1964 फ़िल्म)
- सगाई (1966 फ़िल्म)
- हमराज़ (1967 फ़िल्म)