मेजर जनरल आंग सान; 13 फरवरी 1915 – 19 जुलाई 1947) बर्मा के स्वतन्त्रता सेनानी एवं राजनेता थे जो १९४६ से १९४७ तक अंग्रेजशासित बर्मा के ५वें शासनाध्यक्ष थे। वे म्यांमार के 'राष्ट्रपिता' माने जाते हैं। पहले वे साम्यवादी विचारों के थे किन्तु बाद में सामाजिक लोकतन्त्र के पक्षधर बन गये। वे क्रांतिकारी, राष्ट्रवादी, तत्मादा (Tatmadaw) के संस्थापक, भी थे। वे बर्मा कम्युनिस्ट पार्टी के भी सम्स्थापक थे। श्रेणी:बर्मा के स्वतंत्रता सेनानी श्रेणी:1915 में जन्मे लोग.
क्रांतिकारी, यह वो व्यक्ति है जो अत्याचार और उपनिवेशवाद के विरुद्ध क्रांति मे सक्रिय रूप में भाग लेता है या अत्याचार और उपनिवेशवाद के विरुद्ध क्रांति की वकालत करता है। .