सामग्री की तालिका
5 संबंधों: कोर्डोबा, अब्द अर-रहमान तृतीय, अमीर, अल-मुंदिर, उमय्यद ख़िलाफ़त।
कोर्डोबा
कोर्डोबा संबंधित हो सकता है: .
देखें अब्दुल्लाह इब्न मुहम्मद अल-उमावी और कोर्डोबा
अब्द अर-रहमान तृतीय
अब्द अर-रहमान तीसरा (अब्दुल रहमान 3) इस्लामी जगत का सर्वविदित नाम है । उमय्यद खिलाफत की एक बार फिर स्थापना इसी ने की थी । अल अंड़लूस अर्थात आइबेरिया प्रायद्वीप मे इसने पुनः उमय्यदो का शासन स्थापित किया । इसने स्वयं को खलिफा घोषित किया था ।.
देखें अब्दुल्लाह इब्न मुहम्मद अल-उमावी और अब्द अर-रहमान तृतीय
अमीर
घोड़े पर सवार एक मुग़ल अमीर अमीर (अरबी) का अर्थ सेनापति या राज्यपाल या सूबेदार होता है।, Patricia Seed, pp.
देखें अब्दुल्लाह इब्न मुहम्मद अल-उमावी और अमीर
अल-मुंदिर
अल-मुंदिर; Al-Mundhir,,(जन्म:842-मृत्यु:888 ईस्वी) उमय्यद खिलाफत की कोर्डोबा अमीरात शाखा के खलीफा थे जिन्होने 886 से 888 ईस्वी तक शासन किया वह मुहम्मद बिन अब्द अल-रहमान के पुत्र थे। .
देखें अब्दुल्लाह इब्न मुहम्मद अल-उमावी और अल-मुंदिर
उमय्यद ख़िलाफ़त
उमय्यद खिलाफत; (Umayyad Caliphate) हजरत मुहम्मद सहाब की मृत्यु के बाद स्थापित प्रथम रशीदुन चार खलीफाओं के बाद उमय्यद इस्लामी खिलाफत का हिस्सा बने, उमय्यद खलीफा बनू उमय्या बंश से या उमय्या के पृत्र जो मक्का शहर से जूड़े हुए थे। उमय्यद परिवार पहले रशीदुन खिलाफत के तीसरे खलीफा उस्मान इब्न अफ्फान (644-656) के अधीन सत्ता में रहे थे लेकीन उमय्यद शासन की स्थापना मुआविया इब्न अबी सुफीयान जो लम्बे समय तक रशीदुन शासन काल में सीरिया के गवर्नर रहे जिस कारण उन्होंने उमय्यद खिलाफत अथवा शासन स्थापना की थी, प्रथम मुस्लिम फितना (गृहयुद्ध) के समय में भी सीरिया उमय्यदो का प्रमुख शाक्ति केन्द्र बना रहा और राजधानी दमिश्क में स्थापित की जिसके साथ उमय्यदो ने मुस्लिम विजय अभियान जारी रखे जिसमें काकेशस, ट्रोक्सियाकिसयाना, सिन्ध, मगरीब (माघरेब) और इबेरिया प्रायद्वीप (अल अन्डालस) की विजय के साथ मुस्लिम दूनिया में शामिल किया गया। उमय्यदो की शक्ति; उमय्यद खलीफाओं ने 11.100.000 वर्ग किलो मीटर (4.300.000 वर्ग मील) क्षेत्र और 62 मिलियन लोग थे जिससे उमय्यद दूनिया की 29 प्रतिशत आबादी पर शासन किया करते जिसके साथ क्षेत्रफल के अनुपात में विश्व के बड़े और महान साम्राज्यो में से एक था। .