सामग्री की तालिका
209 संबंधों: टुन हुसेन ओन, तुर्की, त्रिआयामी चलचित्र, द पावर ऑफ लव, दिलीप कुमार, दीना पाठक, नारायण जगन्नाथ माध्यमिक विद्यालय, नार्को परीक्षण, पॉलीमर, बीसवीं शताब्दी, भारत रत्न, भारतीय राष्ट्रीय मिलिट्री कालेज, मराठा साम्राज्य, महात्मा गांधी, मान सिंह द्वितीय, राजस्थान की समय रेखा, रेकी चिकित्सा, शिवानन्द गोस्वामी, शंकर रामचन्द्र, संविधान, सुमित्रानन्दन पन्त, स्टैनली कोहेन, हरगोविन्द खुराना, जयप्रकाश नारायण, जगत मेहता, जुडी गारलैंड, जॉर्जिया के शहरों की सूची, ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची, आयरलैण्ड गणराज्य, कन्नड साहित्य सम्मेलन, कन्वेंशन ड्यू मेत्रे, कहानी, केशव बलिराम हेडगेवार, अन्वेषणों की समय-रेखा, अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची, अर्विन श्रोडिन्गर, अजीत, १ नवंबर, १ फ़रवरी, १ मार्च, १ सितंबर, १ जून, १ अप्रैल, १ अक्टूबर, १० फ़रवरी, १० मई, १० सितंबर, १० जनवरी, १० जून, १० अप्रैल, ... सूचकांक विस्तार (159 अधिक) »
टुन हुसेन ओन
टुन हुसेन ओन (12 फरवरी, 1922 - 29 मई, 1990) मलेशिया के प्रधान मन्त्री 1976-1981 थे.
देखें १९२२ और टुन हुसेन ओन
तुर्की
तुर्की (तुर्क भाषा: Türkiye उच्चारण: तुर्किया) यूरेशिया में स्थित एक देश है। इसकी राजधानी अंकारा है। इसकी मुख्य- और राजभाषा तुर्की भाषा है। ये दुनिया का अकेला मुस्लिम बहुमत वाला देश है जो कि धर्मनिर्पेक्ष है। ये एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है। इसके एशियाई हिस्से को अनातोलिया और यूरोपीय हिस्से को थ्रेस कहते हैं। स्थिति: 39 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 36 डिग्री पूर्वी देशान्तर। इसका कुछ भाग यूरोप में तथा अधिकांश भाग एशिया में पड़ता है अत: इसे यूरोप एवं एशिया के बीच का 'पुल' कहा जाता है। इजीयन सागर (Aegean sea) के पतले जलखंड के बीच में आ जाने से इस पुल के दो भाग हो जाते हैं, जिन्हें साधारणतया यूरोपीय टर्की तथा एशियाई टर्की कहते हैं। टर्की के ये दोनों भाग बॉसपोरस के जलडमरूमध्य, मारमारा सागर तथा डारडनेल्ज द्वारा एक दूसरे से अलग होते हैं। टर्की गणतंत्र का कुल क्षेत्रफल 2,96,185 वर्ग मील है जिसमें यूरोपीय टर्की (पूर्वी थ्रैस) का क्षेत्रफल 9,068 वर्ग मील तथा एशियाई टर्की (ऐनाटोलिआ) का क्षेत्रफल 2,87,117 वर्ग मील है। इसके अंतर्गत 451 दलदली स्थल तथा 3,256 खारे पानी की झीलें हैं। पूर्व में रूस और ईरान, दक्षिण की ओर इराक, सीरिया तथा भूमध्यसागर, पश्चिम में ग्रीस और बुल्गारिया और उत्तर में कालासागर इसकी राजनीतिक सीमा निर्धारित करते हैं। यूरोपीय टर्की - त्रिभुजाकर प्रायद्वीपी प्रदेश है जिसका शीर्षक पूर्व में बॉसपोरस के मुहाने पर है। उसके उत्तर तथा दक्षिण दोनों ओर पर्वतश्रेणियाँ फैली हुई हैं। मध्य में निचला मैदान मिलता है जिसमें होकर मारीत्सा और इरजिन नदियाँ बहती हैं। इसी भाग से होकर इस्तैस्म्यूल का संबंध पश्चिमी देशों से है। एशियाई टर्की - इसको हम तीन प्राकृतिक भागों में विभाजित कर सकते हैं: 1.
देखें १९२२ और तुर्की
त्रिआयामी चलचित्र
त्रिआयामी चलचित्र (अंग्रेज़ी:थ्री-डी फिल्म) एक चलचित्र होता है, जिसकी छवियां आम चलचित्रों से कुछ भिन्न बनती हैं। चित्रों की छाया अंकित (रिकॉर्ड) करने के लिए विशेष मोशन पिक्चर कैमरे का प्रयोग किया जाता है।। हिन्दुस्तान लाइव। २० दिसम्बर २००९ त्रि-आयामी चलचित्र १८९० के दौरान भी हुआ करते थे, लेकिन उस समय के इन चलचित्रों को थिएटर पर दिखाया जाना काफी महंगा काम होता था। मुख्यत: १९५० से १९८० के अमेरिकी सिनेमा में ये फिल्में प्रमुखता से दिखने लगी। सैद्धांतिक त्रि-आयामी चलचित्र (थियोरिटिकल थ्री-डी इमेज) प्रस्तुत करने का आरंभिक तरीका एनाजिफ इमेज होता है। इन तरीकों को इसलिये प्रसिद्धि मिली, क्योंकि इनका निर्माण और प्रदर्शन सरल था। इसके अलावा, इकलिप्स मैथड, लेंटीकुलर और बैरियर स्क्रीन, इंटरफेरेंस फिल्टर प्रौद्योगिकी और ध्रुवीकरण प्रणाली (पोलराइजेशन सिस्टम) इसकी प्रचलित तकनीक हुआ करती थी। मोशन पिक्चर का स्टीरियोस्कोपिक युग १८९० के दशक के अंतिम दौर में आरंभ हुआ जब ब्रिटिश फिल्मों के पुरोधा विलियम ग्रीन ने त्रि-आयामी प्रक्रिया का पेटेंट फाइल किया। फ्रेडरिक युजीन आइव्स ने स्टीरियो कैमरा रिग का पेटेंट १९०० में कराया। इस कैमरे में दो लैंस लगाये जाते थे जो एक दूसरे से तीन-चौथाई इंच की दूरी पर होते थे। २७ सितंबर, १९२२ को पहली बार दर्शकों को लॉस एंजिल्स के एंबैसेडर थिएटर होटल में द पावर ऑफ लव का प्रदर्शन आयोजित किया गया था। सन १९५२ में प्रथम रंगीन त्रिविम यानि कलर स्टीरियोस्कोपिक फीचर, वान डेविल बनाई गई। इसके लेखक, निर्माता और निर्देशक एम.एल.गुंजबर्ग थे। स्टीरियोस्कोपिक साउंड में बनी पहली थ्री-डी फीचर हाउस ऑफ वैक्स थी। २८ मई, १९५३ से वॉल्ट डिजनी इंका.
देखें १९२२ और त्रिआयामी चलचित्र
द पावर ऑफ लव
द पावर ऑफ लव प्रथम त्रिआयामी चलचित्र था। २७ सितंबर, १९२२ को पहली बार दर्शकों को लॉस एंजिल्स के एंबैसेडर थिएटर होटल में द पावर ऑफ लव का प्रदर्शन आयोजित किया गया था। श्रेणी:त्रिआयामी चलचित्र.
देखें १९२२ और द पावर ऑफ लव
दिलीप कुमार
दिलीप कुमार (जन्म 11 दिसंबर, 1922; जन्म का नाम: यूसुफ़ ख़ान), हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेता है जो भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के सदस्य रह चुके है। दिलीप कुमार को उनके दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे 'ट्रेजिडी किंग' भी कहा जाता था। उन्हें भारतीय फ़िल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ से भी सम्मानित किया गया है। .
देखें १९२२ और दिलीप कुमार
दीना पाठक
दीना पाठक (जन्म: 4 मार्च, 1922; निधन: 11 अक्टूबर, 2002) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री थीं। .
देखें १९२२ और दीना पाठक
नारायण जगन्नाथ माध्यमिक विद्यालय
नारायण जगन्नाथ माध्यमिक विद्यालय कराची में स्थित सिंध का पहला सरकारी विद्यालय है। इसकी स्थापना अक्टूबर १८५५ में ६८ छात्रों के साथ की गई थी। मूल भवन को वर्तमान भवन से १८७६ में बदल दिया गया था। मार्च १९१६ में, विद्यालय में ४७७ विद्यार्थी थे, जिनमें से ३५० हिन्दू, ३२ ब्राह्मण, १० जैन, १२ मुसलमान, ६६ पारसी और सात भारतीय यहूदी थे। उल्लेखनीय भूतपूर्व छात्रों में जमशेद नूस्सरवांजी मेहता हैं, जो १९६१ में कराची के पारिषद निर्वाचित हुए और फिर १९२२ में परिषद के अध्यक्ष चुने गए। १९३३ में वे कराची के नगराध्यक्ष (मेयर) बनें जब कराची नगर निगम का गठन हुआ था। .
देखें १९२२ और नारायण जगन्नाथ माध्यमिक विद्यालय
नार्को परीक्षण
नार्को परीक्षण का प्रयोग किसी व्यक्ति से जानकारी प्राप्त करने के लिए दिया जाता है जो या तो उस जानकारी को प्रदान करने में असमर्थ होता है या फिर वो उसे उपलब्ध कराने को तैयार नहीं होता दूसरे शब्दों में यह किसी व्यक्ति के मन से सत्य निकलवाने लिए किया प्रयोग जाता है। अधिकतर आपराधिक मामलों में ही नार्को परीक्षण का प्रयोग किया जाता है।|हिन्दुस्तान लाइव|६ जनवरी २००९ हालांकि बहुत कम किन्तु यह भी संभव है कि नार्को टेस्ट के दौरान भी व्यक्ति सच न बोले। इस टेस्ट में व्यक्ति को ट्रुथ सीरम इंजेक्शन के द्वारा दिया जाता है जिससे व्यक्ति स्वाभविक रूप से बोलता है। नार्को विश्लेषण एक फोरेंसिक परीक्षण होता है, जिसे जाँच अधिकारी, मनोवैज्ञानिक, चिकित्सक और फोरेंसिक विशेषज्ञ की उपस्थिति में किया जाता है। भारत में हाल के कुछ वर्षों से ही ये परीक्षण आरंभ हुए हैं, किन्तु बहुत से विकसित देशों में वर्ष १९२२ में मुख्यधारा का भाग बन गए थे, जब राबर्ट हाउस नामक टेक्सास के डॉक्टर ने स्कोपोलामिन नामक ड्रग का दो कैदियों पर प्रयोग किया था।। मनोरथ। २३ अक्टूबर २००८। समीर यादव .
देखें १९२२ और नार्को परीक्षण
पॉलीमर
रिअल लीनिअर पॉलीमर कड़ियां, जो परमाणिव्क बल सूक्ष्मदर्शी द्वारा तरल माध्यम के अधीन देखी गयी हैं। इस बहुलक की चेन लंबाई ~२०४ नैनो.मीटर; मोटाई is ~०.४ नै.मी.वाई.रोइटर एवं एस.मिंको, http://dx.doi.org/10.1021/ja0558239 ईफ़एम सिंगल मॉलिक्यूल एक्स्पेरिमेंट्स ऐट सॉलिड-लिक्विड इंटरफ़ेस, अमरीकन कैमिकल सोसायटी का जर्नल, खण्ड १२७, ss.
देखें १९२२ और पॉलीमर
बीसवीं शताब्दी
ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.
देखें १९२२ और बीसवीं शताब्दी
भारत रत्न
भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। अन्य अलंकरणों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता। प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में बाद में जोड़ा गया। तत्पश्चात् 13 व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया। सुभाष चन्द्र बोस को घोषित सम्मान वापस लिए जाने के उपरान्त मरणोपरान्त सम्मान पाने वालों की संख्या 12 मानी जा सकती है। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है। उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं। .
देखें १९२२ और भारत रत्न
भारतीय राष्ट्रीय मिलिट्री कालेज
राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालिज या आर.आई.एम.सी.
देखें १९२२ और भारतीय राष्ट्रीय मिलिट्री कालेज
मराठा साम्राज्य
मराठा साम्राज्य या मराठा महासंघ एक भारतीय साम्राज्यवादी शक्ति थी जो 1674 से 1818 तक अस्तित्व में रही। मराठा साम्राज्य की नींव छत्रपती शिवाजी महाराज जी ने १६७४ में डाली। उन्होने कई वर्ष औरंगज़ेब के मुगल साम्राज्य से संघर्ष किया। बाद में आये पेशवाओनें इसे उत्तर भारत तक बढाया, ये साम्राज्य १८१८ तक चला और लगभग पूरे भारत में फैल गया। .
देखें १९२२ और मराठा साम्राज्य
महात्मा गांधी
मोहनदास करमचन्द गांधी (२ अक्टूबर १८६९ - ३० जनवरी १९४८) भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। संस्कृत भाषा में महात्मा अथवा महान आत्मा एक सम्मान सूचक शब्द है। गांधी को महात्मा के नाम से सबसे पहले १९१५ में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया था।। उन्हें बापू (गुजराती भाषा में બાપુ बापू यानी पिता) के नाम से भी याद किया जाता है। सुभाष चन्द्र बोस ने ६ जुलाई १९४४ को रंगून रेडियो से गांधी जी के नाम जारी प्रसारण में उन्हें राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित करते हुए आज़ाद हिन्द फौज़ के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएँ माँगीं थीं। प्रति वर्ष २ अक्टूबर को उनका जन्म दिन भारत में गांधी जयंती के रूप में और पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के नाम से मनाया जाता है। सबसे पहले गान्धी ने प्रवासी वकील के रूप में दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिये संघर्ष हेतु सत्याग्रह करना शुरू किया। १९१५ में उनकी भारत वापसी हुई। उसके बाद उन्होंने यहाँ के किसानों, मजदूरों और शहरी श्रमिकों को अत्यधिक भूमि कर और भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाने के लिये एकजुट किया। १९२१ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने देशभर में गरीबी से राहत दिलाने, महिलाओं के अधिकारों का विस्तार, धार्मिक एवं जातीय एकता का निर्माण व आत्मनिर्भरता के लिये अस्पृश्यता के विरोध में अनेकों कार्यक्रम चलाये। इन सबमें विदेशी राज से मुक्ति दिलाने वाला स्वराज की प्राप्ति वाला कार्यक्रम ही प्रमुख था। गाँधी जी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों पर लगाये गये नमक कर के विरोध में १९३० में नमक सत्याग्रह और इसके बाद १९४२ में अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन से खासी प्रसिद्धि प्राप्त की। दक्षिण अफ्रीका और भारत में विभिन्न अवसरों पर कई वर्षों तक उन्हें जेल में भी रहना पड़ा। गांधी जी ने सभी परिस्थितियों में अहिंसा और सत्य का पालन किया और सभी को इनका पालन करने के लिये वकालत भी की। उन्होंने साबरमती आश्रम में अपना जीवन गुजारा और परम्परागत भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनी जिसे वे स्वयं चरखे पर सूत कातकर हाथ से बनाते थे। उन्होंने सादा शाकाहारी भोजन खाया और आत्मशुद्धि के लिये लम्बे-लम्बे उपवास रखे। .
देखें १९२२ और महात्मा गांधी
मान सिंह द्वितीय
सवाई मान सिंह द्वितीय (मोर मुकुट सिंह; 21 अगस्त 1912– 24 जून 1970) कछवाहा वंश से संबन्धित जयपुर के अंतिम शासक थे। उन्होंने 1922 से लेकर राज्य के भारत में विलय (1949) तक शासन किया। इसके बाद उन्होंने 1949 से लेकर 1956 तक राजस्थान के राजप्रमुख के रूप में कार्य संभाला। बाद के सालों में इन्होंने स्पेन में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया। महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय को अच्छे खिलाड़ी होने के साथ-साथ पोलो खेल में खासी शोहरत हासिल थी। .
देखें १९२२ और मान सिंह द्वितीय
राजस्थान की समय रेखा
यह राजस्थान के इतिहास की समय रेखा है।.
देखें १९२२ और राजस्थान की समय रेखा
रेकी चिकित्सा
100px रेकी चिकित्सा प्रगति पर 2-ch'i4 |j.
देखें १९२२ और रेकी चिकित्सा
शिवानन्द गोस्वामी
शिवानन्द गोस्वामी | शिरोमणि भट्ट (अनुमानित काल: संवत् १७१०-१७९७) तंत्र-मंत्र, साहित्य, काव्यशास्त्र, आयुर्वेद, सम्प्रदाय-ज्ञान, वेद-वेदांग, कर्मकांड, धर्मशास्त्र, खगोलशास्त्र-ज्योतिष, होरा शास्त्र, व्याकरण आदि अनेक विषयों के जाने-माने विद्वान थे। इनके पूर्वज मूलतः तेलंगाना के तेलगूभाषी उच्चकुलीन पंचद्रविड़ वेल्लनाडू ब्राह्मण थे, जो उत्तर भारतीय राजा-महाराजाओं के आग्रह और निमंत्रण पर राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य प्रान्तों में आ कर कुलगुरु, राजगुरु, धर्मपीठ निर्देशक, आदि पदों पर आसीन हुए| शिवानन्द गोस्वामी त्रिपुर-सुन्दरी के अनन्य साधक और शक्ति-उपासक थे। एक चमत्कारिक मान्त्रिक और तांत्रिक के रूप में उनकी साधना और सिद्धियों की अनेक घटनाएँ उल्लेखनीय हैं। श्रीमद्भागवत के बाद सबसे विपुल ग्रन्थ सिंह-सिद्धांत-सिन्धु लिखने का श्रेय शिवानंद गोस्वामी को है।" .
देखें १९२२ और शिवानन्द गोस्वामी
शंकर रामचन्द्र
शंकर रामचंद्र या मामाराव दांते (२८ सितंबर, १८९८-), ने पुणे से १९२० में कला स्नातक किया। १९२०-१९२३ तक लोक-संग्रह समाचार पत्र के संपादकीय विभाग में कार्यरत रहे। १९२३ के बाद इन्होंने देवनागरी लिपि के अक्षरों के मुद्रण एवं टंकण पर शोध किया और देवनागरी लिपि का मोनो-टाइप पर मुद्रण संभव हुआ। १९२४-१९३० तक पुणे हिन्दू महासभा के सचिव रहे थे। इस दौरान शुद्धि कार्यक्रम किए थे। १९२८ में दंगा प्रभावित महाद का सर्वेक्षण किया। १९३८ में इन्होंने निज़ाम के शासन में हिन्दुओं की स्थिति का सर्वेक्षण किया तथा सरकार को अवगत कराया। ये १९४०-१९४५ तक महाराष्ट्र हिन्दू महासभा के सचिव रहे थे। १९३८ में भागनगर (हैदराबाद) के अहिंसक प्रतिरोध के बाद १९३९ में इन्हें कारावास भोगना पड़ा। १९५० में ये अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के सचिव निर्वाचित हुए। बाद में १९७५ में उपाध्यक्ष भी बने। इन्होंने चित्तराव शास्त्री के ऋगवेद के मराठी अनुवाद, मेट्स बुक ऑन द प्लाइट ऑफ अनटचेबल्स, बलशास्त्री हरिदास के पुणे में दिए व्याख्यानों व सावरकर के कार्यों का प्रकाशन भी किया। ये १९४०-५५ तक काल- समाचारपत्र के संपादक भी रहे। १९६७ में इन्होंने काल-साप्ताहिक निकाला। गणपत महादेव नलदाड़े (१० फरवरी-) इनका जन्म पुणे में हुआ। आरंभ में इन्होंने अपने पिता के तंबाकू के व्यापार में सहओग किया। १९२२ में मुद्रणालय खोला। १९२५-३२ तक संग्राम-साप्ताहिक पत्र का प्रकाशन किया। १९२८-५४ तक पुणे नगर निगम के अध्यक्ष भी रहे। १९४२ में ये पुणे शहर के महापौर भी चुने गए थे। १९६४ में ये मुंबई विधान परिषद के सदस्य चुने गए। मर्चेन्ट्स कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष रहे थे। गांधी हत्याकाण्ड के दंगों के दौरान इनकी प्रिंटिंग प्रेस जला दी गई। १९४८ एवं १९५० में ये ४-४ महीनों के लिए जेल भी गए। १९७५ में पुणे में आयोजित हिन्दू महासभा सत्र की स्वागत समिति के अध्यक्ष भी रहे थे। .
देखें १९२२ और शंकर रामचन्द्र
संविधान
संविधान, मूल सिद्धान्तों या स्थापित नज़ीरों का एक समुच्चय है, जिससे कोई राज्य या अन्य संगठन अभिशासित होते हैं। वह किसी संस्था को प्रचालित करने के लिये बनाया हुआ संहिता (दस्तावेज) है। यह प्रायः लिखित रूप में होता है। यह वह विधि है जो किसी राष्ट्र के शासन का आधार है; उसके चरित्र, संगठन, को निर्धारित करती है तथा उसके प्रयोग विधि को बताती है, यह राष्ट्र की परम विधि है तथा विशेष वैधानिक स्थिति का उपभोग करती है सभी प्रचलित कानूनों को अनिवार्य रूप से संविधान की भावना के अनुरूप होना चाहिए यदि वे इसका उल्लंघन करेंगे तो वे असंवैधानिक घोषित कर दिए जाते है। भारत का संविधान विश्व के किसी भी सम्प्रभु देश का सबसे लम्बा लिखित संविधान है, जिसमें, उसके अंग्रेज़ी-भाषी संस्करण में १४६,३८५ शब्दों के साथ, २२ भागों में ४४४ अनुच्छेद, १२ अनुसूचियाँ और १०१ संशोधन हैं, जबकि मोनाको का संविधान सबसे छोटा लिखित संविधान है, जिसमें ९७ अनुच्छेदों के साथ १० अध्याय, और कुल ३,८१४ शब्द हैं। .
देखें १९२२ और संविधान
सुमित्रानन्दन पन्त
सुमित्रानंदन पंत (२० मई १९०० - २९ दिसम्बर १९७७) हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है। उनका जन्म कौसानी बागेश्वर में हुआ था। झरना, बर्फ, पुष्प, लता, भ्रमर-गुंजन, उषा-किरण, शीतल पवन, तारों की चुनरी ओढ़े गगन से उतरती संध्या ये सब तो सहज रूप से काव्य का उपादान बने। निसर्ग के उपादानों का प्रतीक व बिम्ब के रूप में प्रयोग उनके काव्य की विशेषता रही। उनका व्यक्तित्व भी आकर्षण का केंद्र बिंदु था। गौर वर्ण, सुंदर सौम्य मुखाकृति, लंबे घुंघराले बाल, सुगठित शारीरिक सौष्ठव उन्हें सभी से अलग मुखरित करता था। .
देखें १९२२ और सुमित्रानन्दन पन्त
स्टैनली कोहेन
स्टैनली कोहेन (जन्म: 17 नवंबर, 1922) अमेरिकी चिकित्सक, शरीर विज्ञान या चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक हैं। .
देखें १९२२ और स्टैनली कोहेन
हरगोविन्द खुराना
हरगोविंद खुराना (जन्म: ९ जनवरी १९२२ मृत्यु ९ नवंबर २०११) एक नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय वैज्ञानिक थे। हरगोविंद खुराना एक भारतीय अमेरिकी जैव रसायनज्ञ थे। विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय,अमरीका में अनुसन्धान करते हुए, उन्हें १९६८ में मार्शल डब्ल्यू निरेनबर्ग और रॉबर्ट डब्ल्यू होली के साथ फिजियोलॉजी या मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार सयुक्त रूप से मिला,उनके द्वारा न्यूक्लिक एसिड में न्यूक्लियोटाइड का क्रम खोजा गया, जिसमें कोशिका के अनुवांशिक कोड होते हैं और प्रोटीन के सेल के संश्लेषण को नियंत्रित करता है । हरगोविंद खुराना और निरेनबर्ग को उसी वर्ष कोलंबिया विश्वविद्यालय से लुइसा ग्रॉस हॉर्वित्ज़ पुरस्कार भी दिया गया था। ब्रिटिश भारत में पैदा हुए, हरगोविंद खुराना ने उत्तरी अमेरिका में तीन विश्वविद्यालयों के संकाय में कार्य किया। वह १९६६ में संयुक्त राज्य अमेरिका के नागरिक बन गए और १९८७ में विज्ञान का राष्ट्रीय पदक प्राप्त किया। .
देखें १९२२ और हरगोविन्द खुराना
जयप्रकाश नारायण
जयप्रकाश नारायण (11 अक्टूबर, 1902 - 8 अक्टूबर, 1979) (संक्षेप में जेपी) भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता थे। उन्हें 1970 में इंदिरा गांधी के विरुद्ध विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है। इन्दिरा गांधी को पदच्युत करने के लिये उन्होने 'सम्पूर्ण क्रांति' नामक आन्दोलन चलाया। वे समाज-सेवक थे, जिन्हें 'लोकनायक' के नाम से भी जाना जाता है। 1999 में उन्हें मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मनित किया गया। इसके अतिरिक्त उन्हें समाजसेवा के लिए १९६५ में मैगससे पुरस्कार प्रदान किया गया था। पटना के हवाई अड्डे का नाम उनके नाम पर रखा गया है। दिल्ली सरकार का सबसे बड़ा अस्पताल 'लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल' भी उनके नाम पर है। .
देखें १९२२ और जयप्रकाश नारायण
जगत मेहता
जगत मेहता एक प्रबुद्ध समाजकर्मी और सेवानिवृत्त भारतीय विदेश सेवा अधिकारी थे। 17 जुलाई 1922 को प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ॰ मोहन सिंह मेहता तथा विद्यादेवी के घर जन्मे जगत मेहता की प्रारंभिक शिक्षा विद्या भवन स्कूल में हुई। मेहता की उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय तथा कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हुई। मेहता मार्च 1947 में भारतीय विदेश सेवा में चयनित हुए तथा विदेश नीति आयोजना विभाग के पहले प्रमुख बने। इससे पूर्व, जगत सिंह मेहता इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्राध्यापक तथा भारतीय नौसेना में भी कार्यरत रहे थे। जगत मेहता की 1960 में भारत चीन सीमा-विवाद सुलझाने, 1975 में युगाण्डा से निकाले गये भारतीयों के मुद्दे का निराकरण करने, 1976 में पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंधों की बहाली, भारत पाकिस्तान के मध्य 1976 में सलाल बांध एवं 1977 में फरक्का बांध विवाद निपटाने तथा नेपाल के साथ 1978 में व्यापारिक रिश्तों संबंधी समझौतों में ऐतिहासिक भूमिका रही। जगत मेहता ने अपने विदेश सेवा काल में 50 से अधिक देशों के साथ भारत के बहुपक्षीय संबंधों पर नेतृत्व किया। कॉमनवैल्थ प्रधानमंत्रियों तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के विभिन्न सम्मेलनों व बैठकों में मेहता की उपस्थिति व योगदान भारत की वैदेशिक कूटनीति के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जगत मेहता 1976 से 1979 के मध्य, देश के विदेश-सचिव रहे। वे टेक्सास विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर भी रहे। जगत सिंह मेहता अपने पिता द्वारा संस्थापित संस्था सेवा मन्दिर से पूरी उम्र जुड़े रहे तथा समाज-कार्यों के माध्यम से इन्होंने उदयपुर के लगभग 400 गांवों के समेकित विकास में प्रमुख भूमिका निभाई। 1985 से 94 तक वे सेवा मन्दिर के अध्यक्ष भी रहे तथा 1993 से 2000 तक उदयपुर की ही एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था विद्या भवन के अध्यक्ष रहे। 1985 से अंत तक डॉ॰ मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के प्रन्यासी भी रहे। जगत मेहता उदयपुर स्थित झील संरक्षण समिति के अध्यक्ष भी थे तथा उदयपुर की झीलों के लिये चिंता करते रहे। उनके परिवार में तीन पुत्र विक्रम मेहता, अजय मेहता तथा उदय मेहता एवं एक पुत्री विजया हैं। विदेश नीति के क्षेत्र में सम्पूर्ण विश्व में विशिष्ट पहचान रखने वाले तथा प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक को विदेश नीति के मसलों पर सारगर्भित सलाह देने वाले, पूर्व विदेश सचिव पद्मभूषण जगत मेहता का 6 मार्च 2014 गुरूवार को उदयपुर में निधन हुआ। .
देखें १९२२ और जगत मेहता
जुडी गारलैंड
जुडी गारलैंड जुडी गारलैंड (१० जून, १९२२ - २२ जून, १९६९) अमरीका के हॉलीवुड फिल्म जगत की एक सुप्रसिद्ध अभिनेत्री थीं। श्रेणी:अंग्रेजी अभिनेत्री श्रेणी:1922 में जन्मे लोग श्रेणी:मृत लोग.
देखें १९२२ और जुडी गारलैंड
जॉर्जिया के शहरों की सूची
जॉर्जियाई शहरों की सूची निम्नलिखित (अपूर्ण सूची): .
देखें १९२२ और जॉर्जिया के शहरों की सूची
ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची
List of Men's Singles Grand Slam tournaments tennis champions: .
देखें १९२२ और ग्रैंड स्लैम टेनिस विजेताओं की सूची
आयरलैण्ड गणराज्य
आयरलैण्ड (Éire, Ireland), जिसे आयरलैण्ड गणराज्य भी कहा जाता हैं (Poblacht na hÉireann, Republic of Ireland), उत्तरी-पश्चिमी यूरोप का एक सम्प्रभु राज्य है, जिसका आयरलैण्ड द्वीप की ३२ काउंटियों में से २६ पर आधिपत्य हैं। इस देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर डबलिन है, जो द्वीप के पूर्वी भाग में स्थित है, और जिसका महानगरीय क्षेत्र देश के 4.75 मिलियन निवासियों में से एक तिहाई का घर है। यूनाइटेड किंगडम के एक हिस्से उत्तरी आयरलैण्ड के साथ यह राज्य अपनी एकमात्र भूमि सीमा साझा करता है। यह अन्यथा अटलांटिक महासागर से घिरा हुआ है, और इसके दक्षिण में सेल्टिक सागर, दक्षिण-पूर्व में सेंट जॉर्ज का चैनल, और पूर्व में आयरिश सागर हैं। यह एक एकात्मक राज्य, संसदीय गणराज्य है। विधायिका (Oireachtas) में एक निचला सदन, Dáil Éireann, एक ऊपरी सदन, Seanad Éireann और एक निर्वाचित राष्ट्रपति (Uachtarán) शामिल हैं जो बड़े पैमाने पर औपचारिक राज्य प्रमुख के रूप में सेवारत होते है, लेकिन कुछ महत्त्वपूर्ण शक्तियों और कर्तव्यों के साथ। सरकार प्रमुख Taoiseach है (प्रधान मंत्री, शाब्दिक रूप से 'चीफ', हिन्दी में उपयोग नहीं किया जाने वाला एक शीर्षक है), जिसे Dáil द्वारा निर्वाचित किया जाता है और राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है; Taoiseach बदले में अन्य सरकारी मंत्रियों की नियुक्ति करता है। आंग्ल-आयरिश सन्धि के परिणामस्वरूप राज्य का निर्माण 1922 में आयरिश मुक्त राज्य के रूप में हुआ था। 1937 तक इसकी डोमिनियन की स्थिति थी जब एक नया संविधान अपनाया गया था, जिसमें राज्य को "आयरलैण्ड" नाम दिया गया था और प्रभावी रूप से वह गणराज्य बन गया था, राज्य के प्रमुख के रूप में निर्वाचित गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के साथ। आयरलैण्ड गणराज्य अधिनियम १९४८ के बाद, आधिकारिक तौर पर 1949 में वह एक गणतंत्र घोषित किया गया था। दिसंबर 1955 में आयरलैण्ड संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बन गया। यह 1973 में यूरोपीय संघ के पूर्ववर्ती यूरोपीय आर्थिक समुदाय (ईईसी) में शामिल हो गया। बीसवीं शताब्दी के अधिकांश समय के लिए इस राज्य का उत्तरी आयरलैण्ड के साथ कोई औपचारिक संबंध नहीं था, लेकिन 1980 और 1990 के दशकों के दौरान ब्रिटिश और आयरिश सरकारों ने "द ट्रबल्स" (मुसीबतों) के समाधान की ओर उत्तरी आयरलैण्ड दलों के साथ काम किया। 1998 में गुड फ़्राइडे समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद, आयरिश सरकार और उत्तरी आयरलैण्ड कार्यकारी ने समझौते द्वारा बनाए गए उत्तर-दक्षिण मंत्रिस्तरीय परिषद के तहत कई नीति क्षेत्रों पर सह-संचालन किया है। .
देखें १९२२ और आयरलैण्ड गणराज्य
कन्नड साहित्य सम्मेलन
कन्नड साहित्य सम्मेलन कन्नड साहित्यकारों, लेखकों तथा कननाडिगारु लोगों का सम्मेलन है। इसका लक्षय कन्नड भाषा, कन्नड साहित्य, कला, संगीत और संस्कृति का विकास करना है। इसका आरम्भ १९१५ में एच वी नान्जुनैया ने किया था। पहला सम्मेलन बंगलुरु में हुआ था। १९४८ तक इसका उद्घाटन किसी सुप्रसिद्ध कवि या लेखक द्वारा किया जाता था कि्न्तु १९४८ के बाद से कर्नाटक के मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करते हैं। इस सम्मेलन का आयोजन कन्नड साहित्य परिषद करती है। .
देखें १९२२ और कन्नड साहित्य सम्मेलन
कन्वेंशन ड्यू मेत्रे
कन्वेंशन ड्यू मेत या फ्रेंच में Convention du Mètre 20 मई, 1875 को हुई एन अन्तर्राष्ट्रीय संधि थी, जिसमें मीट्रिक मानकों पर नजर रखने हेतु तीन संगठनों की स्थापना की गयी थी। यह फ़्रेंच भाषा में लिखी गयी है और इसे अंग्रेजी भाषा में Metre Convention या मीटर सम्मेलन कहा जाता है। संयुक्त राज्य में इसे मीटर की संधि भी कहते हैं। इसे 1921 में छठी CGPM में पुनरावलोकित किया गया था। इस सम्मेलन में तीन संगठनों का प्रादुर्भाव हुआ थ। वे हैं.
देखें १९२२ और कन्वेंशन ड्यू मेत्रे
कहानी
कथाकार (एक प्राचीन कलाकृति)कहानी हिन्दी में गद्य लेखन की एक विधा है। उन्नीसवीं सदी में गद्य में एक नई विधा का विकास हुआ जिसे कहानी के नाम से जाना गया। बंगला में इसे गल्प कहा जाता है। कहानी ने अंग्रेजी से हिंदी तक की यात्रा बंगला के माध्यम से की। कहानी गद्य कथा साहित्य का एक अन्यतम भेद तथा उपन्यास से भी अधिक लोकप्रिय साहित्य का रूप है। मनुष्य के जन्म के साथ ही साथ कहानी का भी जन्म हुआ और कहानी कहना तथा सुनना मानव का आदिम स्वभाव बन गया। इसी कारण से प्रत्येक सभ्य तथा असभ्य समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कहानियों की बड़ी लंबी और सम्पन्न परंपरा रही है। वेदों, उपनिषदों तथा ब्राह्मणों में वर्णित 'यम-यमी', 'पुरुरवा-उर्वशी', 'सौपणीं-काद्रव', 'सनत्कुमार- नारद', 'गंगावतरण', 'श्रृंग', 'नहुष', 'ययाति', 'शकुन्तला', 'नल-दमयन्ती' जैसे आख्यान कहानी के ही प्राचीन रूप हैं। प्राचीनकाल में सदियों तक प्रचलित वीरों तथा राजाओं के शौर्य, प्रेम, न्याय, ज्ञान, वैराग्य, साहस, समुद्री यात्रा, अगम्य पर्वतीय प्रदेशों में प्राणियों का अस्तित्व आदि की कथाएँ, जिनकी कथानक घटना प्रधान हुआ करती थीं, भी कहानी के ही रूप हैं। 'गुणढ्य' की "वृहत्कथा" को, जिसमें 'उदयन', 'वासवदत्ता', समुद्री व्यापारियों, राजकुमार तथा राजकुमारियों के पराक्रम की घटना प्रधान कथाओं का बाहुल्य है, प्राचीनतम रचना कहा जा सकता है। वृहत्कथा का प्रभाव 'दण्डी' के "दशकुमार चरित", 'बाणभट्ट' की "कादम्बरी", 'सुबन्धु' की "वासवदत्ता", 'धनपाल' की "तिलकमंजरी", 'सोमदेव' के "यशस्तिलक" तथा "मालतीमाधव", "अभिज्ञान शाकुन्तलम्", "मालविकाग्निमित्र", "विक्रमोर्वशीय", "रत्नावली", "मृच्छकटिकम्" जैसे अन्य काव्यग्रंथों पर साफ-साफ परिलक्षित होता है। इसके पश्चात् छोटे आकार वाली "पंचतंत्र", "हितोपदेश", "बेताल पच्चीसी", "सिंहासन बत्तीसी", "शुक सप्तति", "कथा सरित्सागर", "भोजप्रबन्ध" जैसी साहित्यिक एवं कलात्मक कहानियों का युग आया। इन कहानियों से श्रोताओं को मनोरंजन के साथ ही साथ नीति का उपदेश भी प्राप्त होता है। प्रायः कहानियों में असत्य पर सत्य की, अन्याय पर न्याय की और अधर्म पर धर्म की विजय दिखाई गई हैं। .
देखें १९२२ और कहानी
केशव बलिराम हेडगेवार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डा.
देखें १९२२ और केशव बलिराम हेडगेवार
अन्वेषणों की समय-रेखा
यहाँ ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण तकनीकी खोजों की समय के सापेक्ष सूची दी गयी है। .
देखें १९२२ और अन्वेषणों की समय-रेखा
अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची
* 1881 - रिचर्ड सीअर्स.
देखें १९२२ और अमेरिकी ओपन टेनिस के पुरुष एकल विजेताओं की सूची
अर्विन श्रोडिन्गर
अर्विन श्रोडिन्गर अर्विन श्रोडिन्गर विख्यात वैज्ञानिक था। उसने क्वांटम मेकानिक्स की नींव डाली। उनकी वेदान्त में आस्था थी और उनके अनुसार इससे उन्हें बहुत प्रेरणा मिली। .
देखें १९२२ और अर्विन श्रोडिन्गर
अजीत
अजीत (जन्म: 27 जनवरी, 1922 निधन: 22 अक्टूबर, 1998) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे। वह अपने खलनायक किरदारों के लिये विशेष रूप से जाने जाते हैं। .
देखें १९२२ और अजीत
१ नवंबर
१ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०५वॉ (लीप वर्ष मे ३०६ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ६० दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १ नवंबर
१ फ़रवरी
1 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 32वां दिन है। साल मे अभी और 333 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 334)। .
देखें १९२२ और १ फ़रवरी
१ मार्च
1 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 60वॉ (लीप वर्ष में 61 वॉ) दिन है। साल में अभी और 305 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १ मार्च
१ सितंबर
१ सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २४४वॉ (लीप वर्ष मे २४५वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और १२१ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १ सितंबर
१ जून
१ जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १५२वाँ (लीप वर्ष में १५३ वाँ) दिन है। साल में अभी और २१३ दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और १ जून
१ अप्रैल
1 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 91वाँ (लीप वर्ष मे 92वाँ) दिन है। साल में अभी और 274 दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और १ अप्रैल
१ अक्टूबर
१ अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २७४वाँ (लीप वर्ष मे २७५वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और ९१ दिन बाकी है।.
देखें १९२२ और १ अक्टूबर
१० फ़रवरी
10 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 41वॉ दिन है। साल में अभी और 324 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 325)। .
देखें १९२२ और १० फ़रवरी
१० मई
10 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 130वॉ (लीप वर्ष मे 131 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 235 दिन बाकी है। ● 1655 - ब्रिटिश सेना द्वारा जैमका पर कब्जा। ● 1857 - भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम हुआ।.
देखें १९२२ और १० मई
१० सितंबर
10 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 253वॉ (लीप वर्ष में 254 वॉ) दिन है। साल में अभी और 112 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १० सितंबर
१० जनवरी
10 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 10वाँ दिन है। साल में अभी और 355 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 356)। .
देखें १९२२ और १० जनवरी
१० जून
१० जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १६१वाँ (लीप वर्ष में १६२ वाँ) दिन है। साल में अभी और २०४ दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और १० जून
१० अप्रैल
10 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 100वॉ (लीप वर्ष मे 101 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 265 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १० अप्रैल
११ दिसम्बर
11 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 345वॉ (लीप वर्ष में 346 वॉ) दिन है। साल में अभी और 20 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ११ दिसम्बर
११ नवम्बर
११ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१५वॉ (लीप वर्ष मे ३१६ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५० दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ११ नवम्बर
११ मार्च
11 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 70वॉ (लीप वर्ष मे 71 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 295 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ११ मार्च
११ मई
11 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 131वॉ (लीप वर्ष मे 132 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 234 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ११ मई
११ सितंबर
11 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 254वॉ (लीप वर्ष में 255 वॉ) दिन है। साल में अभी और 111 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ११ सितंबर
११ जुलाई
11 जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 192वॉ (लीप वर्ष में 193 वॉ) दिन है। साल में अभी और 173 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ११ जुलाई
१२ फ़रवरी
१२ फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ४३वॉ दिन है। वर्ष मे अभी और ३२२ दिन बाकी है (लीप वर्ष मे ३२३)। .
देखें १९२२ और १२ फ़रवरी
१२ मार्च
12 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 71वॉ (लीप वर्ष मे 72 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 294 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १२ मार्च
१२ मई
12 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 132वॉ (लीप वर्ष में 133 वॉ) दिन है। साल में अभी और 233 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १२ मई
१२ सितंबर
12 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 255वॉ (लीप वर्ष मे 256 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 110 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १२ सितंबर
१२ जनवरी
12 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 12वाँ दिन है। साल में अभी और 353 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 354)। .
देखें १९२२ और १२ जनवरी
१३ फ़रवरी
13 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 44वॉ दिन है। साल मे अभी और 321 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 322)। .
देखें १९२२ और १३ फ़रवरी
१३ मई
१३ मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १३३वॉ (लीप वर्ष मे १३४वॉ) दिन है। साल मे अभी और २३२दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १३ मई
१३ सितम्बर
13 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 256वॉ (लीप वर्ष में 257 वॉ) दिन है। साल में अभी और 109 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १३ सितम्बर
१३ जनवरी
१३ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १३वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३५२ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३५३)। .
देखें १९२२ और १३ जनवरी
१३ जुलाई
१३ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९४वॉ (लीप वर्ष में १९५ वॉ) दिन है। साल में अभी और १७१ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १३ जुलाई
१३ अप्रैल
13 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 103वॉ (लीप वर्ष में 104 वॉ) दिन है। साल में अभी और 262 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १३ अप्रैल
१४ दिसम्बर
14 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 348वॉ (लीप वर्ष मे 349 वॉ) दिन है। साल में अभी और 17 दिन बाकी है। भारत देशमें १४ दिसम्बर के रोज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिन मनाया जाता है। .
देखें १९२२ और १४ दिसम्बर
१४ नवम्बर
१४ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१८वॉ (लीप वर्ष मे ३१९ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४७ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १४ नवम्बर
१४ मई
१४ मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १३४वॉ (लीप वर्ष मे १३५वॉ) दिन है। साल मे अभी और २३१ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १४ मई
१४ जून
14 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 165वाँ (लीप वर्ष में 166 वाँ) दिन है। साल में अभी और 200 दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और १४ जून
१४ अप्रैल
१४ अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १०४वॉ (लीप वर्ष में १०५ वॉ) दिन है। वर्ष में अभी और २६१ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १४ अप्रैल
१५ नवम्बर
१५ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१९वॉ (लीप वर्ष में ३२० वॉ) दिन है। साल में अभी और ४६ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १५ नवम्बर
१५ फरवरी
15 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 46वॉ दिन है। साल में अभी और 319 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 320)। .
देखें १९२२ और १५ फरवरी
१५ मई
15 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 135वॉ (लीप वर्ष मे 136 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 230 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १५ मई
१५ सितम्बर
15 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 258वॉ (लीप वर्ष में 259 वॉ) दिन है। साल में अभी और 107 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १५ सितम्बर
१५ जुलाई
१५ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९वॉ (लीप वर्ष मे १९७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६९ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १५ जुलाई
१५ अप्रैल
15 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 105वॉ (लीप वर्ष मे 106 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 260 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १५ अप्रैल
१५ अगस्त
15 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 227वॉ (लीप वर्ष मे 228 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 138 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १५ अगस्त
१५ अक्टूबर
१५ अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २८८वां (लीप वर्ष में १८९ वां) दिन है। साल मे अभी और ७७ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १५ अक्टूबर
१६ दिसम्बर
१६ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३५०वाँ (लीप वर्ष मे ३५१वाँ) दिन है। वर्ष में अभी और १५ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १६ दिसम्बर
१६ नवम्बर
इस 16 नवंबर को क्षितिज मिश्रा जी (खरोरा)का जन्मदिन हैं १६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२०वॉ (लीप वर्ष में ३२१ वॉ) दिन है। साल में अभी और ४५ दिन बाकी है।.
देखें १९२२ और १६ नवम्बर
१६ मार्च
16 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 75वॉ (लीप वर्ष मे 76 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 290 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १६ मार्च
१६ जनवरी
16 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 16वाँ दिन है। साल में अभी और 349 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 350)।.
देखें १९२२ और १६ जनवरी
१६ अप्रैल
16 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 106वॉ (लीप वर्ष मे 107 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 259 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १६ अप्रैल
१७ दिसम्बर
17 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 351वॉ (लीप वर्ष मे 352 वॉ) दिन है। साल में अभी और 14 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १७ दिसम्बर
१७ नवम्बर
१७ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२१वॉ (लीप वर्ष मे ३२२ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४४ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १७ नवम्बर
१७ फ़रवरी
17 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 48वॉ दिन है। साल में अभी और 317 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 318)। .
देखें १९२२ और १७ फ़रवरी
१७ मार्च
17 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 76वॉ (लीप वर्ष मे 77 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 289 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १७ मार्च
१७ सितम्बर
17 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 260वॉ (लीप वर्ष में 261 वॉ) दिन है। साल में अभी और 105 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १७ सितम्बर
१७ जनवरी
17 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 17वाँ दिन है। साल में अभी और 348 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष 17 जनवरी 1946 संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक हुई .
देखें १९२२ और १७ जनवरी
१७ अगस्त
१७ अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२९वाँ (लीप वर्ष मे २३०वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और १३६ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १७ अगस्त
१८ फ़रवरी
18 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 49वॉ दिन है। साल मे अभी और 316 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 317)। .
देखें १९२२ और १८ फ़रवरी
१८ मार्च
18 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 77वॉ (लीप वर्ष मे 78 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 288 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १८ मार्च
१८ मई
१८ मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १३८वॉ (लीप वर्ष मे १३९वॉ) दिन है। साल मे अभी और २२७ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १८ मई
१८ सितम्बर
18 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 261वॉ (लीप वर्ष मे 262 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 104 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १८ सितम्बर
१८ जुलाई
१८ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९९वॉ (लीप वर्ष में २०० वॉ) दिन है। साल में अभी और १६६ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १८ जुलाई
१८ जून
18 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 169वाँ (लीप वर्ष में 170 वाँ) दिन है। साल में अभी और 196 दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और १८ जून
१८ अक्टूबर
18 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 291वॉ (लीप वर्ष मे 292 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 74 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १८ अक्टूबर
१९ नवम्बर
१९ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२३वॉ (लीप वर्ष मे ३२४ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४२ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १९ नवम्बर
१९ मई
19 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 139वॉ (लीप वर्ष मे 140 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 226 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १९ मई
१९ जनवरी
19 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 19वॉ दिन है। साल मे अभी और 346 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 347)। .
देखें १९२२ और १९ जनवरी
१९ जुलाई
१९ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २००वॉ (लीप वर्ष में २०१वॉ) दिन है। साल में अभी और १६५ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १९ जुलाई
१९ जून
19 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 170वाँ (लीप वर्ष में 171 वाँ) दिन है। साल में अभी और 195 दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और १९ जून
१९ अप्रैल
19 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 109वॉ (लीप वर्ष मे 110 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 256 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और १९ अप्रैल
१९१४
1914 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें १९२२ और १९१४
१९१५
१९१५ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें १९२२ और १९१५
१९१६
1916 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .
देखें १९२२ और १९१६
१९१७
1917 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें १९२२ और १९१७
१९१८
1918 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें १९२२ और १९१८
१९१९
1919 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें १९२२ और १९१९
१९२१
1921 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें १९२२ और १९२१
१९२२
1922 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें १९२२ और १९२२
२ जून
२ जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १५३वाँ (लीप वर्ष में १५४ वाँ) दिन है। साल में अभी और २१२ दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और २ जून
२ अगस्त
2 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 214वॉ (लीप वर्ष में 215 वॉ) दिन है। साल में अभी और 151 दिन बाकी है। चाईरोनिया की लड़ाई, 338 BC- 2 अगस्त में होता है। .
देखें १९२२ और २ अगस्त
२० दिसम्बर
20 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 354वॉ (लीप वर्ष में 355 वॉ) दिन है। साल में अभी और 11 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २० दिसम्बर
२० मार्च
20 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 79वॉ (लीप वर्ष मे 80 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 286 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २० मार्च
२१ दिसम्बर
21 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 355वॉ (लीप वर्ष में 356 वॉ) दिन है। साल में अभी और 10 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २१ दिसम्बर
२१ मार्च
21 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 80वॉ (लीप वर्ष मे 81 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 285 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २१ मार्च
२१ मई
21 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 141वॉ (लीप वर्ष मे 142 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 224 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २१ मई
२१ जनवरी
२१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३४४ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में ३४५)। .
देखें १९२२ और २१ जनवरी
२१ जुलाई
२१ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०२वॉ (लीप वर्ष में २०३ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६३ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २१ जुलाई
२१ अगस्त
२१ अगस्त। 21 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 233वॉ (लीप वर्ष मे 234 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 132 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २१ अगस्त
२२ दिसम्बर
22 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 356वॉ (लीप वर्ष मे 357 वॉ) दिन है। साल में अभी और 9 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २२ दिसम्बर
२२ मई
बछेंद्री पाल ने दुनिया के सबसे ऊंची पर्वत एवेरेस्ट को २२ मई १९८४ को फतह किया था। 22 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 142वॉ (लीप वर्ष मे 143 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 223 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २२ मई
२२ सितम्बर
22 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 265वॉ (लीप वर्ष में 266 वॉ) दिन है। साल में अभी और 100 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २२ सितम्बर
२२ जनवरी
22 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 22वाँ दिन है। साल में अभी और 343 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 344)। .
देखें १९२२ और २२ जनवरी
२२ जून
22 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 173वाँ (लीप वर्ष में 174 वाँ) दिन है। साल में अभी और 192 दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और २२ जून
२२ अप्रैल
22 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 112वॉ (लीप वर्ष मे 113 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 253 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २२ अप्रैल
२२ अगस्त
22 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 234वॉ (लीप वर्ष मे 235 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 131 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २२ अगस्त
२२ अक्टूबर
22 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 295वॉ (लीप वर्ष मे 296 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 70 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २२ अक्टूबर
२३ दिसम्बर
२३ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३५७वॉ (लीप वर्ष मे ३५८वॉ) दिन है। साल में अभी और ८ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २३ दिसम्बर
२३ नवम्बर
२३ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२७वॉ (लीप वर्ष में ३२८ वॉ) दिन है। साल में अभी और 38 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २३ नवम्बर
२३ जनवरी
23 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 23वॉ दिन है। साल मे अभी और 342 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 343)। .
देखें १९२२ और २३ जनवरी
२३ अप्रैल
२३ अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ११३वॉ (लीप वर्ष मे ११४वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और २५२ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २३ अप्रैल
२३ अगस्त
23 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 235वॉ (लीप वर्ष में 236 वॉ) दिन है। साल में अभी और 130 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २३ अगस्त
२३ अक्टूबर
23 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 296वॉ (लीप वर्ष में 297 वॉ) दिन है। साल में अभी और 69 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २३ अक्टूबर
२४ दिसम्बर
२४ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३५८ वॉ (लीप वर्ष मे ३५९ वॉ) दिन है। साल में अभी और ७ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २४ दिसम्बर
२४ नवंबर
२४ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२८वॉ (लीप वर्ष में ३२९ वॉ) दिन है। साल में अभी और ३७ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २४ नवंबर
२४ फ़रवरी
२४ फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ५५वॉ दिन है। वर्ष में अभी और ३१० दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३११)। .
देखें १९२२ और २४ फ़रवरी
२४ सितम्बर
24 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 267वॉ (लीप वर्ष मे 268 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 98 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २४ सितम्बर
२४ जनवरी
२४ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २४वाँ दिन है। साल में अभी और ३४१ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में ३४२)। .
देखें १९२२ और २४ जनवरी
२४ जून
२४ जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १७५ वाँ (लीप वर्ष में १७६ वाँ) दिन है। साल में अभी और १९० दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और २४ जून
२४ अप्रैल
24 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 114वॉ (लीप वर्ष मे 115 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 251 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २४ अप्रैल
२४ अगस्त
24 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 236वॉ (लीप वर्ष में 237 वॉ) दिन है। साल में अभी और 129 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २४ अगस्त
२५ नवंबर
२५ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२९वॉ (लीप वर्ष में ३३० वॉ) दिन है। साल में अभी और ३६ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २५ नवंबर
२५ मई
25 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 145वॉ (लीप वर्ष मे 146 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 220 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २५ मई
२५ सितम्बर
25 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 268वॉ (लीप वर्ष मे 269 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 97 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २५ सितम्बर
२६ नवम्बर
२६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३३०वाँ (लीप वर्ष मे ३३१वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और ३५ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २६ नवम्बर
२६ फरवरी
२६ फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ५७वॉ दिन है। साल में अभी और ३०८ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३०९)। .
देखें १९२२ और २६ फरवरी
२६ जून
26 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 177वाँ (लीप वर्ष में 178 वाँ) दिन है। साल में अभी और 188 दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और २६ जून
२७ मार्च
27 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 86वॉ (लीप वर्ष मे 87 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 279 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २७ मार्च
२७ मई
27 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 147वॉ (लीप वर्ष मे 148 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 218 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २७ मई
२७ जनवरी
२७ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २७वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३३८ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में ३३९)। इस दिन को संयुक्त राष्ट्रसंघ तथा ब्रिटेन के द्वारा यहूदियों को मारने तथा यातना देने के दिन की स्मृति में मनाया जाता है। .
देखें १९२२ और २७ जनवरी
२७ जून
२७ जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १७८वाँ (लीप वर्ष में १७९ वाँ) दिन है। साल में अभी और १८७ दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और २७ जून
२७ अप्रैल
27 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 117वॉ (लीप वर्ष में 118 वॉ) दिन है। साल में अभी और 248 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २७ अप्रैल
२७ अगस्त
27 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 239वॉ (लीप वर्ष मे 240 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 126 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २७ अगस्त
२७ अक्टूबर
27 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 300वॉ (लीप वर्ष मे 301 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 65 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २७ अक्टूबर
२८ दिसम्बर
28 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 362वॉ (लीप वर्ष मे 363 वॉ) दिन है। साल में अभी और 3 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २८ दिसम्बर
२८ मार्च
28 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 87वॉ (लीप वर्ष मे 88 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 278 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २८ मार्च
२८ मई
28 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 148वॉ (लीप वर्ष में 149 वॉ) दिन है। साल में अभी और 217 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २८ मई
२८ जनवरी
28 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 28वाँ दिन है। साल में अभी और 337 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 338)। .
देखें १९२२ और २८ जनवरी
२८ जून
२८ जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १७९वाँ (लीप वर्ष में १८० वाँ) दिन है। साल में अभी और १८६ दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और २८ जून
२८ अप्रैल
28 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 118वॉ (लीप वर्ष में 119 वॉ) दिन है। साल में अभी और 247 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २८ अप्रैल
२८ अगस्त
28 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 240वॉ (लीप वर्ष में 241 वॉ) दिन है। साल में अभी और 125 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २८ अगस्त
२८ अक्तूबर
28 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 301वॉ (लीप वर्ष में 302 वॉ) दिन है। साल में अभी और 64 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २८ अक्तूबर
२९ दिसम्बर
29 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 363वॉ (लीप वर्ष में 364 वॉ) दिन है। साल में अभी और 2 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २९ दिसम्बर
२९ मई
२९ मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १४९वॉ (लीप वर्ष मे १५०वॉ) दिन है। वर्ष मे अभी और २१६ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और २९ मई
२९ जून
२९ जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८०वाँ (लीप वर्ष में १८१ वाँ) दिन है। साल में अभी और १८५ दिन बाकी हैं। .
देखें १९२२ और २९ जून
३ फ़रवरी
३ फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४वॉ दिन है। वर्ष में अभी और ३३१ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३३२)। इस दिन जापान में सेत्सुबुन मनाया जाता है जिसका अर्थ है ऋतु विभाजक दिवस। इसको वसंत और शीत ऋतु के बीच के दिन के रूप में हर साल मनाया जाता है। .
देखें १९२२ और ३ फ़रवरी
३ सितम्बर
3 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 246वॉ (लीप वर्ष मे 247 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 119 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३ सितम्बर
३ जुलाई
३ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८४वॉ (लीप वर्ष में १८५वॉ) दिन है। वर्ष में अभी और १८१ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३ जुलाई
३ अप्रैल
3 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 93वॉ (लीप वर्ष मे 94 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 272 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३ अप्रैल
३ अगस्त
3 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 215वॉ (लीप वर्ष में 216 वॉ) दिन है। साल में अभी और 150 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३ अगस्त
३० दिसम्बर
30 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 364वॉ (लीप वर्ष मे 365 वॉ) दिन है। साल में अभी और 1 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३० दिसम्बर
३० मई
30 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 150वॉ (लीप वर्ष में 151 वॉ) दिन है। साल में अभी और 215 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३० मई
३० जनवरी
30 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 30वाँ दिन है। साल में अभी और 335 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 336)। .
देखें १९२२ और ३० जनवरी
३० अक्तूबर
३० अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०३वाँ (लीप वर्ष मे ३०४वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और ६२ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३० अक्तूबर
३१ मार्च
चित्र:BP Sinha, Lion of Dhanbad.jpg ३१ मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ९०वॉ (लीप वर्ष में ९१ वॉ) दिन है। साल में अभी और २७५ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३१ मार्च
३१ मई
३१ मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १५१वाँ (लीप वर्ष मे १५२वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और २१४ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३१ मई
३१ जुलाई
३१ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २१२वॉ (लीप वर्ष में २१३ वॉ) दिन है। साल में अभी और १५३ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३१ जुलाई
३१ अक्टूबर
३१ अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०४वाँ (लीप वर्ष में ३०५वाँ) दिन है। वर्ष में अभी और ६१ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ३१ अक्टूबर
४ फ़रवरी
4 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 35वॉ दिन है। साल मे अभी और 330 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 331)। इस दिन श्रीलंका में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। .
देखें १९२२ और ४ फ़रवरी
४ मार्च
4 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 63वॉ (लीप वर्ष में 64 वॉ) दिन है। साल में अभी और 302 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ४ मार्च
४ मई
4 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 124वॉ (लीप वर्ष मे 125 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 241 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ४ मई
४ अप्रैल
4 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 94वॉ (लीप वर्ष मे 95 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 271 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ४ अप्रैल
५ दिसम्बर
5 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 339वॉ (लीप वर्ष मे 340 वॉ) दिन है। साल में अभी और 26 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ५ दिसम्बर
५ नवम्बर
५ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३०९वॉ (लीप वर्ष मे ३१० वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५६ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ५ नवम्बर
५ मार्च
5 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 64वॉ (लीप वर्ष में 65 वॉ) दिन है। साल में अभी और 301 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ५ मार्च
५ मई
5 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 125वॉ (लीप वर्ष मे 126 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 240 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ५ मई
५ जनवरी
5 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 5वाँ दिन है। साल में अभी और 360 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 361)। .
देखें १९२२ और ५ जनवरी
५ अप्रैल
5 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 95वॉ (लीप वर्ष मे 96 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 270 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ५ अप्रैल
५ अक्टूबर
5 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 278वॉ (लीप वर्ष में 279 वॉ) दिन है। साल में अभी और 87 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ५ अक्टूबर
६ दिसम्बर
६ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४०वॉ (लीप वर्ष में ३४१ वॉ) दिन है। अर्ष में अभी और २५ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ६ दिसम्बर
६ फ़रवरी
6 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 37वॉ दिन है। साल मे अभी और 328 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 329)। .
देखें १९२२ और ६ फ़रवरी
७ मई
7 मई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 127वॉ (लीप वर्ष मे 128 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 238 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ७ मई
७ सितम्बर
7 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 250वॉ (लीप वर्ष मे 251 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 115 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ७ सितम्बर
७ जनवरी
7 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 7वाँ दिन है। साल में अभी और 358 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 359)। .
देखें १९२२ और ७ जनवरी
७ अप्रैल
7 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 97वॉ (लीप वर्ष में 98 वॉ) दिन है। साल में अभी और 268 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ७ अप्रैल
८ नवम्बर
८ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१२वॉ (लीप वर्ष मे ३१३ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५३ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ८ नवम्बर
८ मार्च
8 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 67वॉ (लीप वर्ष में 68 वॉ) दिन है। साल में अभी और 298 दिन बाकी है। अंतराष्ट्रीय नारी दिवस (संयुक्त राष्ट्र संघ) .
देखें १९२२ और ८ मार्च
८ सितम्बर
8 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 251वॉ (लीप वर्ष मे 252 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 114 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ८ सितम्बर
९ दिसम्बर
9 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 343वॉ (लीप वर्ष मे 344 वॉ) दिन है। साल में अभी और 22 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ९ दिसम्बर
९ नवम्बर
९ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१३वॉ (लीप वर्ष में ३१४ वॉ) दिन है। साल में अभी और ५२ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ९ नवम्बर
९ फ़रवरी
9 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 40वॉ दिन है। साल में अभी और 325 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 326)। .
देखें १९२२ और ९ फ़रवरी
९ मार्च
९ मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ६८वॉ (लीप वर्ष मे ६९वॉ) दिन है। साल मे अभी और २९७ दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ९ मार्च
९ सितम्बर
9 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 252वॉ (लीप वर्ष मे 253 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 113 दिन बाकी है। .
देखें १९२२ और ९ सितम्बर
९ जनवरी
९ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ९वाँ दिन है। वर्ष में अभी और ३५६ दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में ३५७)।.
देखें १९२२ और ९ जनवरी
९ अक्टूबर
9 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 282वॉ (लीप वर्ष मे 283 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 83 दिन बाकी है।.
देखें १९२२ और ९ अक्टूबर
1922 के रूप में भी जाना जाता है।
, ११ दिसम्बर, ११ नवम्बर, ११ मार्च, ११ मई, ११ सितंबर, ११ जुलाई, १२ फ़रवरी, १२ मार्च, १२ मई, १२ सितंबर, १२ जनवरी, १३ फ़रवरी, १३ मई, १३ सितम्बर, १३ जनवरी, १३ जुलाई, १३ अप्रैल, १४ दिसम्बर, १४ नवम्बर, १४ मई, १४ जून, १४ अप्रैल, १५ नवम्बर, १५ फरवरी, १५ मई, १५ सितम्बर, १५ जुलाई, १५ अप्रैल, १५ अगस्त, १५ अक्टूबर, १६ दिसम्बर, १६ नवम्बर, १६ मार्च, १६ जनवरी, १६ अप्रैल, १७ दिसम्बर, १७ नवम्बर, १७ फ़रवरी, १७ मार्च, १७ सितम्बर, १७ जनवरी, १७ अगस्त, १८ फ़रवरी, १८ मार्च, १८ मई, १८ सितम्बर, १८ जुलाई, १८ जून, १८ अक्टूबर, १९ नवम्बर, १९ मई, १९ जनवरी, १९ जुलाई, १९ जून, १९ अप्रैल, १९१४, १९१५, १९१६, १९१७, १९१८, १९१९, १९२१, १९२२, २ जून, २ अगस्त, २० दिसम्बर, २० मार्च, २१ दिसम्बर, २१ मार्च, २१ मई, २१ जनवरी, २१ जुलाई, २१ अगस्त, २२ दिसम्बर, २२ मई, २२ सितम्बर, २२ जनवरी, २२ जून, २२ अप्रैल, २२ अगस्त, २२ अक्टूबर, २३ दिसम्बर, २३ नवम्बर, २३ जनवरी, २३ अप्रैल, २३ अगस्त, २३ अक्टूबर, २४ दिसम्बर, २४ नवंबर, २४ फ़रवरी, २४ सितम्बर, २४ जनवरी, २४ जून, २४ अप्रैल, २४ अगस्त, २५ नवंबर, २५ मई, २५ सितम्बर, २६ नवम्बर, २६ फरवरी, २६ जून, २७ मार्च, २७ मई, २७ जनवरी, २७ जून, २७ अप्रैल, २७ अगस्त, २७ अक्टूबर, २८ दिसम्बर, २८ मार्च, २८ मई, २८ जनवरी, २८ जून, २८ अप्रैल, २८ अगस्त, २८ अक्तूबर, २९ दिसम्बर, २९ मई, २९ जून, ३ फ़रवरी, ३ सितम्बर, ३ जुलाई, ३ अप्रैल, ३ अगस्त, ३० दिसम्बर, ३० मई, ३० जनवरी, ३० अक्तूबर, ३१ मार्च, ३१ मई, ३१ जुलाई, ३१ अक्टूबर, ४ फ़रवरी, ४ मार्च, ४ मई, ४ अप्रैल, ५ दिसम्बर, ५ नवम्बर, ५ मार्च, ५ मई, ५ जनवरी, ५ अप्रैल, ५ अक्टूबर, ६ दिसम्बर, ६ फ़रवरी, ७ मई, ७ सितम्बर, ७ जनवरी, ७ अप्रैल, ८ नवम्बर, ८ मार्च, ८ सितम्बर, ९ दिसम्बर, ९ नवम्बर, ९ फ़रवरी, ९ मार्च, ९ सितम्बर, ९ जनवरी, ९ अक्टूबर।