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१ अप्रैल

सूची १ अप्रैल

1 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 91वाँ (लीप वर्ष मे 92वाँ) दिन है। साल में अभी और 274 दिन बाकी हैं। .

सामग्री की तालिका

  1. 40 संबंधों: ट्विटर पर सर्वाधिक फ़ॉलो किए जाने वालों की सूची, थॉमस बर्डिच, दक्षिणपूर्व मध्य रेलवे, परम योद्धा: अमेरिका बनाम ब्रिटेन, पोकीमॉन (एनीमेशन), फौजा सिंह, बून काउंटी, इंडियाना, भारत संचार निगम लिमिटेड, भारत २०१०, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, भारतीय इतिहास तिथिक्रम, मराट साफिन, मिलान कुंदेरा, मूल्य वर्धित कर, मोहम्मद हामिद अंसारी, राष्ट्रीय दिवस, सत्यजित राय, सिख धर्म, सिखों के दस गुरू, स्पायरो द ड्रैगन (वीडियो गेम), वंगारी मथाई, वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली, वीरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य, गुरु हर किशन, गूगल धरती, ओडिशा, कमलेश शर्मा, कैलाश वाजपेयी, केशव बलिराम हेडगेवार, अन्तरराष्ट्रीय मात्रक प्रणाली, अंग्रेज़ी विकिपीडिया, १४५५, १९००, १९२२, १९२४, १९२९, १९३४, १९७१, २०१०, २०१२

ट्विटर पर सर्वाधिक फ़ॉलो किए जाने वालों की सूची

ट्विटर पर सर्वाधिक फ़ॉलो किए जाने वालों की सूची में उन लोगों, समूहों, संस्थाओं इत्यादि के नाम हैं जिनके ट्विटर पर सर्वाधिक प्रशंसक (फ़ॉलोअर्स) हैं। सूची में दिए गए सभी नाम व्यक्तियों के ना होकर ऑनलाइन सेवाओं के भी हैं जैसे यूट्यूब, ट्विटर इत्यादि। इस सूची में दिए गए आँकड़े ३१ मार्च २०१२ के है लेकिन यदि आप किसी भी नाम के आँकड़े बदलते हैं तो उस नाम के सामने की तिथि भी बदल दें। सारे आँकड़े बदलने पर यहाँ दी गई तिथि भी बदल दें लेकिन ऐसा केवल तभी किया जाना चाहिए जब सारे आँकड़े एक ही दिन और एक ही समय पर बदले जाएँ। .

देखें १ अप्रैल और ट्विटर पर सर्वाधिक फ़ॉलो किए जाने वालों की सूची

थॉमस बर्डिच

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी.

देखें १ अप्रैल और थॉमस बर्डिच

दक्षिणपूर्व मध्य रेलवे

दक्षिणपूर्व मध्य रेलवे भारतीय रेल की का एक रेल क्षेत्र है। इसे लघुरूप में दपूमरे कहा जाता है। इसकी स्थापना 1 अप्रैल 2003 में हुई थी। इसका मुख्यालय बिलासपुर में स्थित है। .

देखें १ अप्रैल और दक्षिणपूर्व मध्य रेलवे

परम योद्धा: अमेरिका बनाम ब्रिटेन

परम योद्धा: अमेरिका बनाम ब्रिटेन अल्टीमेट फाइटिंग चैम्पियनशिप (यू एफ सी) का नौंवा भाग है, जो रियल्टी टीवी श्रृंखला द अल्टीमेट द्वारा निर्मित है, जिसका निर्माण जनवरी २००९ में आरम्भ कर दिया गया था और १ अप्रैल, २००९ से स्पाइक पर प्रसारित किया जायेगा। इस भाग का केंद्र बिंदु हल्के लड़ाकू विमान और वेल्टरवेट सेनानी हैं। शो में भाग लेने के लिए योद्धा द्वारा कम से कम तीन बार अक्टूबर २००८ में हुए ट्रायआउट पेशेवर बाऊट में भाग लिया हुआ होना चाहिए। यू एफ सी मिडलवेट योद्धा माइकल बिस्पिंग दो में से एक कोच होंगे। दुसरे कोच हैंडरसन हैं। वे यू एफ सी ९३: फ्रेंकलिन बनाम हैंडरसन में रिच फ्रेंकलिन को हरा कर कोच बनें हैं। .

देखें १ अप्रैल और परम योद्धा: अमेरिका बनाम ब्रिटेन

पोकीमॉन (एनीमेशन)

, संक्षिप्त नाम जापानी ऐनीमेशन सीरीज़ है, जिसे अंतरराष्ट्रीय टेलीवि़जन बाज़ार में अनुकूलित किया गया है। यह पोकीमॉन वीडियो गेम सीरीज़ पर आधारित है और पोकीमॉन फ्रेंचाइज़ी का हिस्सा है। मूलतः एक एकल सीरीज़ पोकीमॉन की तीन सीरीज़ बनाई गई हैं, जो हैं - पोकीमॉन: मूल श्रृंखला, पोकीमॉन: एडवांस्ड जेनरेशन, पोकीमॉन: डायमंड और पर्ल और पोकेमोन बल्क ऐण्ड व्हइट जो बाद में पोकीमॉन की कहानी को जारी रखता है, जबकि इसका स्पिन-ऑफ पोकीमॉन रविवार (पूर्ववर्ती साप्ताहिक पोकीमॉन प्रसारण स्टेशन) कहानियों की सीरीज़ का प्रसारित होता रहा जिसमें कुछ आवर्ती पात्र, पोकीमॉन क्रॉनिकल्स शामिल हैं और इसे जापान में पोकीमॉन साइड स्टोरी के रूप में जाना जाता है। .

देखें १ अप्रैल और पोकीमॉन (एनीमेशन)

फौजा सिंह

फ़ौजा सिंह (जन्म: १ अप्रैल, १९११) भारतीय मूल के वृद्ध सिख खिलाड़ी हैं। वे ब्रिटिश नागरिक हैं। २००३ में उन्होंने टोरंटो मैराथन में ९२ वर्ष की आयु में दौड़ कर एक विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। इतनी वृद्धावस्था में मैराथन में भाग लेने के कारण मीडिया ने इन्हें कई नाम भी दिये हैं। जिसमें पगड़ी वाला तूफ़ान, दौड़ने वाला बाबा, सुपर मैंन सिक्ख आदि नाम हैं। खेलों से संबंधित कई अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड्स ने भी उन्हें प्रचार हेतु अनुबंधित किया है। २००४ में खेलविन्यास के निर्माता एडिडास के प्रचार में वे विश्व विख्यात खिलाड़ी डेविड बेखम व मुहम्मद अली के समकक्ष खड़े दिखाई दिए। फौजा सिंह के नाम अपने आयु वर्ग (९०+) में यूनाइटेड किंगडम के २०० मी०, ४०० मी०, ८०० मी०, मील तथा ३००० मी० के रिकॉर्ड दर्ज हैं। गौरतलब है कि ये तमाम रिकॉर्ड उन्होंने ९४ मिनट के अंतराल में एक साथ बनाए। .

देखें १ अप्रैल और फौजा सिंह

बून काउंटी, इंडियाना

बून काउंटी .

देखें १ अप्रैल और बून काउंटी, इंडियाना

भारत संचार निगम लिमिटेड

भारत संचार निगम लिमिटेड(बी एस एन एल के नाम से जाने जाने वाला भारतीय संचार निगम लिमिटेड भारत का एक सार्वजनिक क्षेत्र की संचार कंपनी है ३१ मार्च २००८ को २४% के बाजार पूँजी के साथ यह भारत की सबसे बड़ी, संचार कंपनी है.इसका मुख्यालय भारत संचार भवन, हरीश चन्द्र माथुर लेन, जनपथ, नई दिल्ली में है इसके पास मिनी - रत्ना का दर्जा है - भारत में सम्मानित सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को दिया गया एक दर्जा बीएसएनएल भारत का सबसे पुराने संचार सेवा प्रदाता (CSP) है बीएसएनएल को वर्तमान में 72,34 लाख (बेसिक तथा मोबाइल टेलीफोनी) एक ग्राहक आधार है इसके पद चिह्न महानगरोंमुंबई और नै दिल्ली (नई दिल्ली) जो एम् टी एन एल (MTNL) के द्वारा प्रबंधित प्रबंधित है, को छोड़ कर पूरे भारत में है ३१ मार्च२००८ के अनुसार बी एस एन एल ३१.५५ मिलियन बेतार, ४.५८ मिलियन की दी एम् ऐ -डब्लू एल एल और ३६.

देखें १ अप्रैल और भारत संचार निगम लिमिटेड

भारत २०१०

इन्हें भी देखें 2014 भारत 2014 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2014 साहित्य संगीत कला 2014 खेल जगत 2014 .

देखें १ अप्रैल और भारत २०१०

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण एक संगठन / प्राधिकरण है, जो कि भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत है। निगमित मुख्यालय राजीव गाँधी भवन सफदरजंग विमानक्षेत्र, नई दिल्ली में स्थित है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (ए ए आई) कुल 125 विमानपत्तनों का प्रबंधन करता है जिसमें 11 अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन, 8 सीमा शुल्क विमानपत्तन, 81 घरेलू विमानपत्तन तथा रक्षा वायु क्षेत्रों में 25 सिविल एंक्लेव शामिल हैं। सुरक्षित विमान प्रचालन हेतु भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण सभी विमानपत्तनों एवं 25 अन्य‍ स्थानों पर जमीनी अधिष्ठापनों के साथ संपूर्ण भारतीय वायु क्षेत्र एवं समीपवर्ती महासागरीय क्षेत्रों में वायु ट्रैफिक प्रबंधन सेवाएं (ए टी एम एस) भी प्रदान करता है। इलाहाबाद, अमृतसर, कालीकट, गुवाहाटी, जयपुर, त्रिवेंद्रम, कोलकाता एवं चेन्नई के विमानपत्तन, जो आज अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन के रूप में स्थापित हैं, विदेशी अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनों द्धारा भी प्रचालन के लिए खुले हैं। कोयबंटूर, त्रिचुरापल्ली, वाराणसी एवं गया के हवाई अड्डों से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के अलावा राष्ट्रीय ध्‍वज वाहक भी प्रचालन करते हैं। केवल इतना ही नहीं अपितु आज आगरा, कोयबंटूर, जयपुर, लखनऊ, पटना आदि के विमानपत्तनों तक टूरिस्‍ट चार्टर भी जाते हैं। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने मुम्ब्ई, दिल्ली, हैदराबाद, बंगलौर एवं नागपुर के विमानपत्त्नों के उन्नयन के लिए तथा विश्वस्तरीय मानकों से बराबरी करने के लिए पर एक संयुक्त उद्यम भी स्थापित किया है। भारतीय भू क्षेत्र के ऊपर सभी प्रमुख वायुमार्ग वीओआर / डीवीओआर कवरेज (89 अधिष्ठापन) के साथ रडार द्धारा कवर्ड हैं (11 स्थानों पर 29 रडार अधिष्ठापन) जो दूरी मापन उपकरण के साथ सह-स्थित हैं (90 अधिष्ठापन)। 52 रनवे पर आईएलएस अधिष्ठापन की सुविधा है तथा इनमें से अधिकांश विमानपत्तनों पर नाइट लैंडिंग की सुविधाएं हैं और 15 विमानपत्तनों पर आटोमेटिक मैसेज स्विचिंग सिस्ट‍म लगा है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्धारा कोलकाता एवं चेन्नई के वायु ट्रैफिक नियंत्रण केंद्रों पर देशज प्रौद्योगिकी का प्रयोग करके आटोमेटिक डिपेंडेंस सर्विलांस सिस्टम (ए डी एस एस) के सफल कार्यान्‍वयन ने भारत को दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में इस उन्‍नत प्रौद्योगिकी का प्रयोग करने वाला पहला देश होने का गौरव प्रदान किया जिससे उपग्रह आधारित संचार प्रणाली का प्रयोग करके महासागरीय क्षेत्रों के ऊपर वायु ट्रैफिक का प्रभावी नियंत्रण संभव हुआ है। उपग्रह संचार लिंक के साथ रिमोट कंट्रोल्ड वी एच एफ कवरेज के प्रयोग ने हमारे ए टी एम एस को और मजबूती प्रदान की है। वी-सैट अधिष्‍ठापनों द्धारा 80 स्थाननों को जोड़ने से बड़े पैमाने पर वायु ट्रैफिक प्रबंधन में वृद्धि होगी और बदले में एयरक्राफ्ट के प्रचालन की सुरक्षा में वृद्धि होगी। इसके अलावा, हमारे वृहद एयरपोर्ट नेटवर्क पर प्रशासनिक एवं प्रचालनात्मक नियंत्रण संभव होगा। मुम्‍बई, दिल्‍ली एवं इलाहाबाद के विमानपत्तनों पर निष्पादन आधारित नेविगेशन (पीएनबी) प्रक्रिया पहले ही कार्यान्वित की जा चुकी है तथा अन्य विमानपत्तनों पर चरणबद्ध ढंग से इसको लागू करने की संभावना है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान केंद्र (इसरो) के साथ प्रौद्योगिकीय सहयोग से गगन परियोजना शुरू की है जहां नेविगेशन के लिए उपग्रह आधारित प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा। इस प्रकार जीपीएस से प्राप्‍त नेविगेशन के संकेतों को हवाई जहाजों की नेविगेशन संबंधी आवश्यकता को पूरा करने के लिए उन्नत किया जाएगा। प्रौद्योगिकी प्रदर्शन प्रणाली का पहला चरण फरवरी 2008 में पहले ही सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। प्रचालनात्मक चरण में इस प्रणाली को स्‍तरोन्‍नत करने के लिए विकास टीम को सक्षम बनाया गया है। भारतीय विमानपत्त‍न प्राधिकरण ने दिल्ली एवं मुम्‍बई के विमानपत्‍तनों पर ग्राउंड बेस्ड ऑगमेंटेशन सिस्टम (जी बी ए एस) उपलब्ध् कराने की भी योजना बनाई है। यह जीबीएएस उपकरण हवाई जहाजों को श्रेणी-2 (वक्र एप्रोच) लैंडिंग सिगनल उपलब्ध कराने और इस प्रकार आगे चलकर लैंडिंग सिस्टम के विद्यमान उपकरण को प्रतिस्थापित करने में समर्थ होगा, जिसकी रनवे के प्रत्येक छोर पर जरूरत होती है। दिल्ली में अधिष्ठापित एडवांस्ड सर्फेस मूवमेंट गाइडेंस एंड कंट्रोल सिस्टम (ए एस एम जी सी एस) ने रनवे 28 के प्रचालन को कैट-3 ए स्तर से कैट-3 बी स्तर तक स्‍तरोन्‍नत किया है। कैट-3 ए सिस्‍टम 200 मीटर की विजिबिलिटी तक हवाई जहाजों की लैंडिंग को अनुमत करता है। तथापि, कैट-3 बी 200 मीटर से कम किंतु 50 मीटर से अधिक की विजिबिलिटी पर हवाई जहाजों की सुरक्षित लैंडिंग को अनुमत करेगा। ‘ग्राहकों की अपेक्षाएं’ पर अधिक बल के साथ भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के प्रयास को उस स्वतंत्र एजेंसी से उत्‍साहवर्धक प्रत्युत्तर मिला है जिसने 30 व्‍यस्‍त विमानपत्तनों पर ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण संचालित किया है। इन सर्वेक्षणों ने हमें विमानपत्तनों के प्रयोक्‍ताओं द्धारा सुझाए गए पहलुओं पर सुधार करने में समर्थ बनाया है। विमानपत्तनों पर हमारे ‘व्यवसाय उत्तर पत्र’ के लिए रिसेप्टुकल लोकप्रिय हुए हैं; इन प्रत्‍युत्‍तरों ने हमें विमानपत्तनों के प्रयोक्ताओं की बदलती महत्‍वाकांक्षाओं को समझने में समर्थ बनाया है। सहस्राब्दि के पहले वर्ष के दौरान, भारतीय विमानपत्‍तन प्राधिकरण अपने प्रचालन को अधिक पारदर्शी बनाने तथा अधुनातन सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करके ग्राहकों को तत्काल सूचना उपलब्ध कराने के लिए प्रयास कर रहा है। विशिष्ट प्रशिक्षण, कर्मचारी प्रत्‍युत्‍तर में सुधार तथा व्यावसायिक कौशल के उन्नयन पर फोकस स्‍पष्‍ट रूप से दिखाई दे रहा है। भारतीय विमानपत्त‍न प्राधिकरण के चार प्रशिक्षण स्थापनाओं अर्थात नागरिक विमानन प्रशिक्षण कॉलेज (सी ए टी सी), इलाहाबाद; राष्ट्रीय विमानन प्रबंधन एवं अनुसंधान संस्‍थान (एन आई ए एम ए आर), दिल्ली और दिल्ली एवं कोलकाता स्थि‍त अग्नि प्रशिक्षण केंद्र (एफ टी सी) के बारे में ऐसी अपेक्षा है कि वे पहले से अधिक व्‍यस्‍त रहेंगे। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने सीएटीसी, इलाहाबाद एवं हैदराबाद एयरपोर्ट पर प्रशिक्षण सुविधाओं को स्तरोन्नत करने की भी पहल की है। हाल ही में सीएटीसी पर एयरपोर्ट विजुअल सिमुलेटर (ए वी एस) उपलब्ध कराया गया है तथा सीएटीसी, इलाहाबाद एवं हैदराबाद एयरपोर्ट को गैर रडार प्रक्रियात्‍मक एटीसी सिमुलेटर उपकरण की आपूर्ति की जा रही है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की एक समर्पित उड़ान निरीक्षण यूनिट (एफ आई यू) है तथा इसके बेड़े में तीन हवाई जहाज हैं जो निरीक्षण में समर्थ अधुनातन एवं पूर्णत: स्‍वचालित उड़ान निरीक्षण प्रणाली से सुसज्जित हैं।.

देखें १ अप्रैल और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण

भारतीय इतिहास तिथिक्रम

भारत के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं तिथिक्रम में।;भारत के इतिहास के कुछ कालखण्ड.

देखें १ अप्रैल और भारतीय इतिहास तिथिक्रम

मराट साफिन

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

देखें १ अप्रैल और मराट साफिन

मिलान कुंदेरा

मिलान कुंदेरा (जन्म 1 अप्रैल 1929) चेकोस्लोवाकिया के ब्रनो में जन्मे चर्चित उपन्यासकार हैं। उन्हें देशनिकाला मिलने के बाद 1975 में फ्रांस चले गए तथा 1981 में वहाँ के नागरिक बन गए। कुंदेरा ने चेक तथा फ्रांसीसी दोनों भाषाओं में लिखा है। उन्होंने स्वयं अपनी सभी पुस्तकों को फ्रांसीसी में रूपांतरित कर प्रकाशित कराया। इसलिए उनकी फ्रांसीसी की पुस्तकें भी अनुवाद के बजाय मूल रचना के रूप में ही स्वीकृत हैं। चेकोस्लोवाकिया की कम्युनिस्ट सरकार ने उनकी पुस्तकों पर प्रतिबंध लगा दिया था जो 1989 की बेलवित क्रांती के पश्चात कम्युनिस्ट सरकार के पतन होने तक जारी रहा। .

देखें १ अप्रैल और मिलान कुंदेरा

मूल्य वर्धित कर

मूल्य वर्धित कर (Value Added Tax, VAT, संक्षेप में - वैट), या वस्तु और सेवा कर (Goods and Services Tax, GST) एक उपभोग कर (CT) है, किसी भी मूल्य पर जो एक उत्पाद में जोड़ी जाती है। बिक्री कर के विपरीत, वैट, उत्पादक और अंतिम उपभोक्ता के बीच मार्ग की संख्या के संबंध में तटस्थ है; जहां बिक्री कर प्रत्येक चरण में कुल मूल्य पर लगाया जाता है (हालांकि अमेरिकी और कई अन्य देशों में बिक्री कर सिर्फ अंतिम उपभोक्ता को अंतिम बिक्री पर लगाया जाता है और अंतिम उपयोगकर्ता उपयोग कर, इस तरह वहां थोक या उत्पादन स्तर पर कोई बिक्री कर नहीं दिया जाता), इसका परिणाम एक सोपान है (नीचे के कर ऊपर के करों पर लगाए जाते हैं)। वैट एक अप्रत्यक्ष कर है, इस रूप में कि कर को ऐसे किसी से एकत्र किया जाता है जो कर का पूरा खर्च नहीं उठाता.

देखें १ अप्रैल और मूल्य वर्धित कर

मोहम्मद हामिद अंसारी

मोहम्मद हामिद अंसारी (जन्म १ अप्रैल १९३४), भारत के उपराष्ट्रपति थे। वे भारतीय अल्पसंख्यक आयोग के भूतपूर्व अध्यक्ष भी हैं। वे एक शिक्षाविद, तथा प्रमुख राजनेता हैं, एवं अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उपकुलपति भी रह चुके हैं। वे 10 अगस्त 2007 को भारत के 13वें उपराष्ट्रपति चुने गये। .

देखें १ अप्रैल और मोहम्मद हामिद अंसारी

राष्ट्रीय दिवस

ब्राजील की स्वतन्त्रता मनाने के लिये ''आजादी या मौत'' नामक प्रसिद्ध पेंटिंग राष्ट्रीय दिवस किसी देश द्वारा घोषित वह दिन या तिथि होती है जिस दिन कोई भूभाग राष्ट्र के रूप में उदित हुआ। प्रायः इस दिन सार्वजनिक छुट्टी होती है। .

देखें १ अप्रैल और राष्ट्रीय दिवस

सत्यजित राय

सत्यजित राय (बंगाली: शॉत्तोजित् राय्) (२ मई १९२१–२३ अप्रैल १९९२) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें २०वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है। इनका जन्म कला और साहित्य के जगत में जाने-माने कोलकाता (तब कलकत्ता) के एक बंगाली परिवार में हुआ था। इनकी शिक्षा प्रेसिडेंसी कॉलेज और विश्व-भारती विश्वविद्यालय में हुई। इन्होने अपने कैरियर की शुरुआत पेशेवर चित्रकार की तरह की। फ़्रांसिसी फ़िल्म निर्देशक ज़ाँ रन्वार से मिलने पर और लंदन में इतालवी फ़िल्म लाद्री दी बिसिक्लेत (Ladri di biciclette, बाइसिकल चोर) देखने के बाद फ़िल्म निर्देशन की ओर इनका रुझान हुआ। राय ने अपने जीवन में ३७ फ़िल्मों का निर्देशन किया, जिनमें फ़ीचर फ़िल्में, वृत्त चित्र और लघु फ़िल्में शामिल हैं। इनकी पहली फ़िल्म पथेर पांचाली (পথের পাঁচালী, पथ का गीत) को कान फ़िल्मोत्सव में मिले “सर्वोत्तम मानवीय प्रलेख” पुरस्कार को मिलाकर कुल ग्यारह अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले। यह फ़िल्म अपराजितो (অপরাজিত) और अपुर संसार (অপুর সংসার, अपु का संसार) के साथ इनकी प्रसिद्ध अपु त्रयी में शामिल है। राय फ़िल्म निर्माण से सम्बन्धित कई काम ख़ुद ही करते थे — पटकथा लिखना, अभिनेता ढूंढना, पार्श्व संगीत लिखना, चलचित्रण, कला निर्देशन, संपादन और प्रचार सामग्री की रचना करना। फ़िल्में बनाने के अतिरिक्त वे कहानीकार, प्रकाशक, चित्रकार और फ़िल्म आलोचक भी थे। राय को जीवन में कई पुरस्कार मिले जिनमें अकादमी मानद पुरस्कार और भारत रत्न शामिल हैं। .

देखें १ अप्रैल और सत्यजित राय

सिख धर्म

सिख धर्म (सिखमत और सिखी भी कहा जाता है; पंजाबी: ਸਿੱਖੀ) एक एकेश्वरवादी धर्म है। इस धर्म के अनुयायी को सिख कहा जाता है। सिखों का धार्मिक ग्रन्थ श्री आदि ग्रंथ या ज्ञान गुरु ग्रंथ साहिब है। आमतौर पर सिखों के 10 सतगुर माने जाते हैं, लेकिन सिखों के धार्मिक ग्रंथ में 6 गुरुओं सहित 30 भगतों की बानी है, जिन की सामान सिख्याओं को सिख मार्ग पर चलने के लिए महत्त्वपूर्ण माना जाता ह। सिखों के धार्मिक स्थान को गुरुद्वारा कहते हैं। 1469 ईस्वी में पंजाब में जन्मे नानक देव ने गुरमत को खोजा और गुरमत की सिख्याओं को देश देशांतर में खुद जा जा कर फैलाया था। सिख उन्हें अपना पहला गुरु मानते हैं। गुरमत का परचार बाकि 9 गुरुओं ने किया। 10वे गुरु गोबिन्द सिंह जी ने ये परचार खालसा को सोंपा और ज्ञान गुरु ग्रंथ साहिब की सिख्याओं पर अम्ल करने का उपदेश दिया। संत कबीर, धना, साधना, रामानंद, परमानंद, नामदेव इतियादी, जिन की बानी आदि ग्रंथ में दर्ज है, उन भगतों को भी सिख सत्गुरुओं के सामान मानते हैं और उन कि सिख्याओं पर अमल करने कि कोशिश करते हैं। सिख एक ही ईश्वर को मानते हैं, जिसे वे एक-ओंकार कहते हैं। उनका मानना है कि ईश्वर अकाल और निरंकार है। .

देखें १ अप्रैल और सिख धर्म

सिखों के दस गुरू

श्रेणी:सिख धर्म.

देखें १ अप्रैल और सिखों के दस गुरू

स्पायरो द ड्रैगन (वीडियो गेम)

स्पायरो द ड्रैगन (अंग्रेज़ी: Spyro the Dragon) अ मंच खेल प्लेस्टेशन के लिए इन्सोम्निक खेलों द्वारा विकसित की है। यह शीर्षक चरित्र, एक जवान बैंगनी ड्रेगन स्पायरो और अपने व्याध पतंग दोस्त, स्पार्क्स नाम सितारों और स्पायरो वह ड्रैगन श्रृंखला.

देखें १ अप्रैल और स्पायरो द ड्रैगन (वीडियो गेम)

वंगारी मथाई

वंगारी मथाई (१ अप्रैल, १९४० - २५ सितंबर २०११) केन्याई पर्यावरणविद् और राजनीतिक कार्यकर्ता थीं। ये ग्रीन बेल्ट आंदोलन की संस्थापक और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली प्रसिद्ध केन्याई राजनितिज्ञ और समाजसेवी थीं। उन्हें साल 2004 में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। वे नोबेल पुरस्कार पाने वाली पहली अफ्रीकी महिला थी| .

देखें १ अप्रैल और वंगारी मथाई

वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली

GSM के प्रतीक का प्रयोग सुसंगत हैंडसेट और उपकरणों की पहचान के लिए किया जाता है 2008 में GSM की विश्व में व्याप्ति GSM (मोबाइल संचार के लिए ग्लोबल सिस्टम: मूलतः ग्रुप स्पेशल मोबाइल से) विश्व में मोबाइल फ़ोन के लिए सबसे लोकप्रिय मानक है। इसके प्रवर्तक GSM एसोसिएशन का अनुमान है कि दुनिया के 80% मोबाइल बाजार इस मानक का उपयोग करते है। GSM का प्रयोग 212 से अधिक देशों और प्रदेशों में करीब 3 अरब से ज़्यादा लोगों द्वारा किया जाता है। इसकी सर्वव्यापकता ने मोबाइल फ़ोन ऑपरेटरों के बीच अंतर्राष्ट्रीय रोमिंग को काफी सामान्य बना दिया है, जिससे उपभोक्ता अपने मोबाइल को विश्व के कई हिस्सों में उपयोग करने में सक्षम हो जाते है। GSM अपने पूर्ववर्तियों से इस आशय में भिन्न है कि इसमें संकेत और संवाद चैनल डिजिटल हैं और इसलिए इसे दूसरी पीढ़ी (2G) का मोबाइल फ़ोन प्रणाली माना जाता है। इससे यह भी तात्पर्य निकलता है कि इस प्रणाली में डाटा संचार का निर्माण आसान है। GSM मानक की सर्वव्यापकता उपभोक्ताओं (जो रोमिंग और बिना अपना फ़ोन बदले वाहक बदलने की सुविधा से लाभान्वित होते हैं) और नेटवर्क ऑपरेटरों (जो GSM अमल में लाने वाले विभिन्न विक्रेताओं से उपकरण चुन सकते हैं) दोनों के लिए फ़ायदेमंद है। GSM ने एक कम लागत वाले (नेटवर्क वाहक के लिए) वाइस कॉल के विकल्प का लघु संदेश सेवा (SMS जिसे "टेक्स्ट मेसेजिंग" भी कहते है) प्रवर्तन किया है, जो अब अन्य मोबाइल मानकों पर भी समर्थित है। एक और लाभ यह है कि इस मानक में एक विश्वव्यापी आपातकालीन टेलीफोन नंबर, 112 शामिल है। इससे अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को काफ़ी सुविधा हो जाती है, जो स्थानीय आपातकालीन नंबर जाने बिना भी आपातकालीन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। मानक के नए संस्करण, मूल GSM फ़ोन से पार्श्वगामी संगतता बनाए हुए हैं। उदाहरण के लिए, मानक के रिलीज'97 में जनरल पैकेट रेडियो सर्विस (GPRS) के माध्यम से पैकेट डाटा क्षमताओं को जोड़ा गया। रिलीज'99 ने GSM के विकास हेतु वर्धित डाटा दर (EDGE) के उपयोग द्वारा तीव्र गति से आंकडों के प्रसारण को उपलब्ध कराया.

देखें १ अप्रैल और वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली

वीरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य

वीरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य (१ अप्रैल, १९२४ - ६ अगस्त, १९९७) असमिया साहित्यकार थे। इनके द्वारा रचित एक उपन्यास इयारुइंगम के लिये उन्हें सन् १९६१ में साहित्य अकादमी पुरस्कार (असमिया) से सम्मानित किया गया। इन्हें १९७९ में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। समाजवादी विचारों से प्रेरित श्री भट्टाचार्य कहानीकार, कवि, निबंधकार और पत्रकार थे। वे साहित्य अकादमी, दिल्ली और असम साहित्य सभा के अध्यक्ष रहे। उन्होंने १९५० में संपादित असमी पत्रिका रामधेनु का संपादन कर असमिया साहित्य को नया मोड़ दिया। इनके चर्चित उपन्यासों इयारूंगम, मृत्युंजय, राजपथे, रिंगियाई, आई, प्रितपद, शतघ्नी, कालर हुमुनियाहहैं। इनके दो कहानी संग्रह भी प्रकाशित हुए, कलंग आजियो बोइ और सातसरी। .

देखें १ अप्रैल और वीरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य

गुरु हर किशन

गुरू हर किशन जी सिखों के आठवें गुरू थे। .

देखें १ अप्रैल और गुरु हर किशन

गूगल धरती

गूगल अर्थ वास्तविक भूमंडल (virtual globe) चित्रण का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे प्रारम्भ में अर्थ व्यूअर नाम दिया गया, तथा इसे कीहोल, इंक (Keyhole, Inc) द्वारा तैयार किया गया है, जो 2004 में गूगल द्वारा अधिगृहीत की गई एक कंपनी है। यह कार्यक्रम उपग्रह चित्रावली (satellite imagery), हवाई छायांकन (aerial photography) तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) त्रि आयामी (3D) भूमंडल से प्राप्त चित्रों का अध्यारोपण (superimposition) करते हुए धरती का चित्रण करता है। यह तीन विभिन्न अनुज्ञप्तियों के अधीन उपलब्ध है: गूगल अर्थ, सीमित कार्यात्मकता के साथ एक मुक्त संस्करण; गूगल अर्थ प्लस ($ २० प्रति वर्ष), जो अतिरिक्त विशेषताओं से युक्त है तथा गूगल अर्थ प्रो ($ ४०० प्रति वर्ष), जो कि वाणिज्यिक कार्यों में उपयोग हेतु तैयार किया गया है। २००६ में इस उत्पाद का नाम बदलकर गूगल अर्थ कर दिया गया, जो कि वर्तमान में माइक्रोसॉफ्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) २००० (2000), एक्स पी अथवा विस्ता, मैक ओएस एक्स (Mac OS X) १०.३.९ तथा उससे अधिक, लिनुक्स(१२ जून, २००६ को जारी) तथा फ्री BSD (FreeBSD) से युक्त निजी कंप्यूटरों (personal computer) पर उपयोग के लिए उपलब्ध है। गूगल अर्थ फायरफॉक्स, आई ई 6 (IE6) अथवा आई ई 7 (IE7) के लिए एक ब्राउज़र प्लगइन (02 जून, 2008 को जारी) के रूप में भी उपलब्ध है। एक अद्यतन कीहोल आधारित क्लाइंट को जारी करने के साथ, गूगल ने अपने वेब आधारित प्रतिचित्रण सॉफ़्टवेयर में अर्थ डेटाबेस की चित्रावली भी शामिल की है। वर्ष २००६ के मध्य जनता के लिए गूगल अर्थ जारी होने के साथ २००६ तथा २००७ के बीच आभासी भूमंडल (virtual globes) पर मीडिया कवरेज में दस गुना से भी अधिक की वृद्धि हुई तथा भूस्थानिक (geospatial) तकनीकों तथा अनुप्रयोगों में जनता की रूचि बढ़ गई। .

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ओडिशा

ओड़िशा, (ओड़िआ: ଓଡ଼ିଶା) जिसे पहले उड़ीसा के नाम से जाना जाता था, भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। ओड़िशा उत्तर में झारखंड, उत्तर पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में आंध्र प्रदेश और पश्चिम में छत्तीसगढ से घिरा है तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी है। यह उसी प्राचीन राष्ट्र कलिंग का आधुनिक नाम है जिसपर 261 ईसा पूर्व में मौर्य सम्राट अशोक ने आक्रमण किया था और युद्ध में हुये भयानक रक्तपात से व्यथित हो अंतत: बौद्ध धर्म अंगीकार किया था। आधुनिक ओड़िशा राज्य की स्थापना 1 अप्रैल 1936 को कटक के कनिका पैलेस में भारत के एक राज्य के रूप में हुई थी और इस नये राज्य के अधिकांश नागरिक ओड़िआ भाषी थे। राज्य में 1 अप्रैल को उत्कल दिवस (ओड़िशा दिवस) के रूप में मनाया जाता है। क्षेत्रफल के अनुसार ओड़िशा भारत का नौवां और जनसंख्या के हिसाब से ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य है। ओड़िआ भाषा राज्य की अधिकारिक और सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। भाषाई सर्वेक्षण के अनुसार ओड़िशा की 93.33% जनसंख्या ओड़िआ भाषी है। पाराद्वीप को छोड़कर राज्य की अपेक्षाकृत सपाट तटरेखा (लगभग 480 किमी लंबी) के कारण अच्छे बंदरगाहों का अभाव है। संकीर्ण और अपेक्षाकृत समतल तटीय पट्टी जिसमें महानदी का डेल्टा क्षेत्र शामिल है, राज्य की अधिकांश जनसंख्या का घर है। भौगोलिक लिहाज से इसके उत्तर में छोटानागपुर का पठार है जो अपेक्षाकृत कम उपजाऊ है लेकिन दक्षिण में महानदी, ब्राह्मणी, सालंदी और बैतरणी नदियों का उपजाऊ मैदान है। यह पूरा क्षेत्र मुख्य रूप से चावल उत्पादक क्षेत्र है। राज्य के आंतरिक भाग और कम आबादी वाले पहाड़ी क्षेत्र हैं। 1672 मीटर ऊँचा देवमाली, राज्य का सबसे ऊँचा स्थान है। ओड़िशा में तीव्र चक्रवात आते रहते हैं और सबसे तीव्र चक्रवात उष्णकटिबंधीय चक्रवात 05बी, 1 अक्टूबर 1999 को आया था, जिसके कारण जानमाल का गंभीर नुकसान हुआ और लगभग 10000 लोग मृत्यु का शिकार बन गये। ओड़िशा के संबलपुर के पास स्थित हीराकुंड बांध विश्व का सबसे लंबा मिट्टी का बांध है। ओड़िशा में कई लोकप्रिय पर्यटक स्थल स्थित हैं जिनमें, पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर सबसे प्रमुख हैं और जिन्हें पूर्वी भारत का सुनहरा त्रिकोण पुकारा जाता है। पुरी के जगन्नाथ मंदिर जिसकी रथयात्रा विश्व प्रसिद्ध है और कोणार्क के सूर्य मंदिर को देखने प्रतिवर्ष लाखों पर्यटक आते हैं। ब्रह्मपुर के पास जौगदा में स्थित अशोक का प्रसिद्ध शिलालेख और कटक का बारबाटी किला भारत के पुरातात्विक इतिहास में महत्वपूर्ण हैं। .

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कमलेश शर्मा

कमलेश शर्मा (जन्म ३० सितंबर १९४१) लंदन स्थित राष्ट्रमण्डल मुख्यालय में महासचिव हैं। श्री शर्मा की शिक्षा-दीक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज एवं कैम्ब्रिज के किंग्स कॉलेज में हुई है। श्री शर्मा १९६५ से २००१ तक भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रहे हैं और २००४ में सेवानिवृति से पहले इस दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि की भूमिका भी निभाई है। २००२ से २००४ वे पूर्वी तिमोर में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि भी थे। २००४ मे उनकी नियुक्ति ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त के रूप में हुई। .

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कैलाश वाजपेयी

कैलाश वाजपेयी (11 नवंबर 1936 - 01 अप्रैल, 2015) हिन्दी साहित्यकार थे। उनका जन्म हमीरपुर उत्तर-प्रदेश में हुआ। उनके कविता संग्रह ‘हवा में हस्ताक्षर’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया था। .

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केशव बलिराम हेडगेवार

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डा.

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अन्तरराष्ट्रीय मात्रक प्रणाली

अन्तर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली (संक्षेप में SI; फ्रेंच Le Système International d'unités का संक्षिप्त रूप), मीटरी पद्धति का आधुनिक रूप है। इसे सामान्य रूप में दशमलव एवं दस के गुणांकों में बनाया गया है। यह विज्ञान एवं वाणिज्य के क्षेत्र में विश्व की सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली प्रणाली है। पुरानी मेट्रिक प्रणाली में कई इकाइयों के समूह प्रयोग किए जाते थे। SI को 1960 में पुरानी मीटर-किलोग्राम-सैकण्ड यानी (MKS) प्रणाली से विकसित किया गया था, बजाय सेंटीमीटर-ग्राम-सैकण्ड प्रणाली की, जिसमें कई कठिनाइयाँ थीं। SI प्रणाली स्थिर नहीं रहती, वरन इसमें निरंतर विकास होते रहते हैं, परंतु इकाइयां अन्तर्राष्ट्रीय समझौतों के द्वारा ही बनाई और बदली जाती हैं। यह प्रणाली लगभग विश्वव्यापक स्तर पर लागू है और अधिकांश देश इसके अलावा अन्य इकाइयों की आधिकारिक परिभाषाएं भी नहीं समझते हैं। परंतु इसके अपवाद संयुक्त राज्य अमरीका और ब्रिटेन हैं, जहाँ अभी भी गैर-SI इकाइयों उनकी पुरानी प्रणालियाँ लागू हैं।भारत मॆं यह प्रणाली 1 अप्रैल, 1957 मॆं लागू हुई। इसके साथ ही यहां नया पैसा भी लागू हुआ, जो कि स्वयं दशमलव प्रणाली पर आधारित था। इस प्रणाली में कई नई नामकरण की गई इकाइयाँ लागू हुई। इस प्रणाली में सात मूल इकाइयाँ (मीटर, किलोग्राम, सैकण्ड, एम्पीयर, कैल्विन, मोल, कैन्डेला, कूलम्ब) और अन्य कई व्युत्पन्न इकाइयाँ हैं। कुछ वैज्ञानिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में एस आई प्रणाली के साथ अन्य इकाइयाँ भी प्रयोग में लाई जाती हैं। SI उपसर्गों के माध्यम से बहुत छोटी और बहुत बड़ी मात्राओं को व्यक्त करने में सरलता होती है। तीन राष्ट्रों ने आधिकारिक रूप से इस प्रणाली को अपनी पूर्ण या प्राथमिक मापन प्रणाली स्वीकार्य नहीं किया है। ये राष्ट्र हैं: लाइबेरिया, म्याँमार और संयुक्त राज्य अमरीका। .

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अंग्रेज़ी विकिपीडिया

अंग्रेज़ी विकिपीडिया, विकिपीडिया का अंग्रेज़ी भाषा संस्करण है जिसकी स्थापना १५ जनवरी, २००१ को की गई थी और सितम्बर २००७ तक इसमें लेखों की संख्या २० लाख पहुँच गयी थी। ये विकिपीडिया का प्रथम और सबसे बड़ा संस्करण है और इसमें लेखों की संख्या दूसरे सबसे बड़े विकिपीडिया, जर्मन विकिपीडिया से तीन गुणा से भी अधिक है। मार्च २००९ में विकिपीडिया पर कुल लेखों में से अंग्रेजी लेखों का प्रतिशत २२.३ था और अक्टूबर २०१२ की स्थित तक यह १७.४ है। अन्य भाषाओं में विकिपीडिया आरम्भ होने से २००३ के बाद से इस आँकड़े में गिरावट देखी जा रही है, जब अंग्रेजी विकिपीडिया की भागीदारी ५०% से ऊपर थी। १४ अक्टूबर २०१२ की स्थिति तक इस विकिपीडिया पर लेखों की सँख्या है। .

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१४५५

1455 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९००

१९०० ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है, जो सोमवार से प्रारंभ हुआ था। .

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१९२२

1922 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९२४

1924 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

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१९२९

1929 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

देखें १ अप्रैल और १९२९

१९३४

1934 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९७१

१९७१ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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२०१२

२०१२ (MMXII) ग्रेगोरियन कैलेंडर के रविवार को शुरू होने वाला एक अधिवर्ष अथवा लीप ईयर होगा। इस वर्ष को गणितज्ञ ट्यूरिंग, कंप्यूटर के अग्र-दूत और कोड -भंजक, की याद में उनकी सौवीं वर्षगांठ पर एलन ट्यूरिंग वर्ष नामित किया गया है। .

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1 अप्रैल के रूप में भी जाना जाता है।