सामग्री की तालिका
5 संबंधों: धूमकेतु, शुक्र, वेगा 1, वेगा 2, खगोलशास्त्र से सम्बन्धित शब्दावली।
धूमकेतु
हेल-बॉप धुमकेतू २९ मार्च १९९७ में पेजिन, क्रोएशिया में देखा गया धूमकेतु सौरमण्डलीय निकाय है जो पत्थर, धूल, बर्फ और गैस के बने हुए छोटे-छोटे खण्ड होते है। यह ग्रहो के समान सूर्य की परिक्रमा करते है। छोटे पथ वाले धूमकेतु सूर्य की परिक्रमा एक अण्डाकार पथ में लगभग ६ से २०० वर्ष में पूरी करते है। कुछ धूमकेतु का पथ वलयाकार होता है और वो मात्र एक बार ही दिखाई देते है। लम्बे पथ वाले धूमकेतु एक परिक्रमा करने में हजारों वर्ष लगाते है। अधिकतर धूमकेतु बर्फ, कार्बन डाईऑक्साइड, मीथेन, अमोनिया तथा अन्य पदार्थ जैसे सिलिकेट और कार्बनिक मिश्रण के बने होते है। .
देखें हैली धूमकेतु और धूमकेतु
शुक्र
शुक्र (Venus), सूर्य से दूसरा ग्रह है और प्रत्येक 224.7 पृथ्वी दिनों मे सूर्य परिक्रमा करता है। ग्रह का नामकरण प्रेम और सौंदर्य की रोमन देवी पर हुआ है। चंद्रमा के बाद यह रात्रि आकाश में सबसे चमकीली प्राकृतिक वस्तु है। इसका आभासी परिमाण -4.6 के स्तर तक पहुँच जाता है और यह छाया डालने के लिए पर्याप्त उज्जवलता है। चूँकि शुक्र एक अवर ग्रह है इसलिए पृथ्वी से देखने पर यह कभी सूर्य से दूर नज़र नहीं आता है: इसका प्रसरकोण 47.8 डिग्री के अधिकतम तक पहुँचता है। शुक्र सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद केवल थोड़ी देर के लए ही अपनी अधिकतम चमक पर पहुँचता है। यहीं कारण है जिसके लिए यह प्राचीन संस्कृतियों के द्वारा सुबह का तारा या शाम का तारा के रूप में संदर्भित किया गया है। शुक्र एक स्थलीय ग्रह के रूप में वर्गीकृत है और समान आकार, गुरुत्वाकर्षण और संरचना के कारण कभी कभी उसे पृथ्वी का "बहन ग्रह" कहा गया है। शुक्र आकार और दूरी दोनों मे पृथ्वी के निकटतम है। हालांकि अन्य मामलों में यह पृथ्वी से एकदम अलग नज़र आता है। शुक्र सल्फ्यूरिक एसिड युक्त अत्यधिक परावर्तक बादलों की एक अपारदर्शी परत से ढँका हुआ है। जिसने इसकी सतह को दृश्य प्रकाश में अंतरिक्ष से निहारने से बचा रखा है। इसका वायुमंडल चार स्थलीय ग्रहों मे सघनतम है और अधिकाँशतः कार्बन डाईऑक्साइड से बना है। ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की तुलना मे 92 गुना है। 735° K (462°C,863°F) के औसत सतही तापमान के साथ शुक्र सौर मंडल मे अब तक का सबसे तप्त ग्रह है। कार्बन को चट्टानों और सतही भूआकृतियों में वापस जकड़ने के लिए यहाँ कोई कार्बन चक्र मौजूद नही है और ना ही ज़ीवद्रव्य को इसमे अवशोषित करने के लिए कोई कार्बनिक जीवन यहाँ नज़र आता है। शुक्र पर अतीत में महासागर हो सकते हैलेकिन अनवरत ग्रीनहाउस प्रभाव के कारण बढ़ते तापमान के साथ वह वाष्पीकृत होते गये होंगे |B.M.
देखें हैली धूमकेतु और शुक्र
वेगा 1
वेगा 1 (Vega 1), (वेगा 2 के साथ) एक सोवियत अंतरिक्ष अन्वेषी व वेगा कार्यक्रम का हिस्सा है। यह अंतरिक्ष यान पहले के वेनेरा यान का विस्तार था। वे बाबाकीन अंतरिक्ष केंद्र द्वारा रचे गए और खिम्की पर लेवोच्कीन द्वारा 5VK के रूप में निर्मित किए गए थे। यान बड़े जुड़वां सौर पैनलों द्वारा संचालित किए गए थे और और उपकरणों ने एक डिश एंटीना, कैमरा, स्पेक्ट्रोमीटर, इंफ्रारेड साउंडर, मैग्नेटोमीटर और प्लाज्मा अन्वेषी को शामिल किया था। वेगा 1 और 2 दोनों तीन अक्षों पर स्थिर अंतरिक्ष यान थे। अंतरिक्ष यान हैली धूमकेतु से धूल संरक्षण के लिए एक भरपूर दोहरे ढाल से लैस थे। श्रेणी:अंतरिक्ष यान श्रेणी:अंतरिक्ष परियोजना श्रेणी:मई २०१३ के लेख जिनमें स्रोत नहीं हैं.
देखें हैली धूमकेतु और वेगा 1
वेगा 2
वेगा 2 (Vega 2), (वेगा 1 के साथ) एक सोवियत अंतरिक्ष अन्वेषी व वेगा कार्यक्रम का हिस्सा है। यह अंतरिक्ष यान पहले के वेनेरा यान का विस्तार था। वे बाबाकीन अंतरिक्ष केंद्र द्वारा रचे गए और खिम्की पर लेवोच्कीन द्वारा 5VK के रूप में निर्मित किए गए थे। यान बड़े जुड़वां सौर पैनलों द्वारा संचालित किए गए थे और और उपकरणों ने एक डिश एंटीना, कैमरा, स्पेक्ट्रोमीटर, इंफ्रारेड साउंडर, मैग्नेटोमीटर और प्लाज्मा अन्वेषी को शामिल किया था। वेगा 1 और 2 दोनों तीन अक्षों पर स्थिर अंतरिक्ष यान थे। अंतरिक्ष यान हैली धूमकेतु से धूल संरक्षण के लिए एक भरपूर दोहरे ढाल से लैस थे। श्रेणी:अंतरिक्ष यान श्रेणी:अंतरिक्ष परियोजना श्रेणी:मई २०१३ के लेख जिनमें स्रोत नहीं हैं.
देखें हैली धूमकेतु और वेगा 2
खगोलशास्त्र से सम्बन्धित शब्दावली
यह पृष्ठ खगोलशास्त्र की शब्दावली है। खगोलशास्त्र वह वैज्ञानिक अध्ययन है जिसका सबंध पृथ्वी के वातावरण के बाहर उत्पन्न होने वाले खगोलीय पिंडों और घटनाओं से होता है। .