सुजानचरित्र सूदन नमक कवि की वीररसप्रधान कृति है। इसमें कवि ने भरतपुर के शासक सुजानसिंह के युद्धों का वर्णन किया है। इस प्रबंध काव्य में संवत् 1802 से लेकर संवत् 1810 वि.
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