सफीदों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, हरियाणा हरियाणा के जींद जिले में स्थित एक विधान सभा क्षेत्र है। यह सोनीपत लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। सफीदों, जींद जिले में एक तहसील मुख्यालय है। यह जींद से 35 किमी दूर पश्चिमी यमुना नहर की हंसी शाखा पर स्थित है। यहाँ पानीपत- जींद रेलवे लाइन से भी पहुंचा जा सकता है। इस क्षेत्र के कई अन्य शहरों, कस्बों और गांवों की तरह सफीदों की उत्पत्ति का संबंध भी प्रागैतिहासिक काल से है। शास्त्रों के अनुसार सफीदों को सर्पदेवी या सर्पिदधि कहा जाता था जिसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है। इस बात का भी उल्लेख मिलता है कि ताक्सिलेस के नागाओं के साथ युद्ध के दौरान राजा परीक्षित की मृत्यु हो गई थी और जन्मेजय ने नागाओं को हराकर अपने पिता की मृत्यु का बदला लिया था। सर्पशास्त्र की परंपराओं का पालन करते हुए जन्मेजय ने जिस स्थान पर सांप का बलिदान दिया था उसे सर्पदेवी कहा गया जिसे आज हम सफीदों के नाम से जानते हैं। इस नगर में तीन प्रागैतिहासिक धार्मिक केंद्र और नागेश्वर महादेव, नागदामिनी देवी और नागक्षेत्र के मंदिर भी हैं। इस क्षेत्र में खुदाई के दौरान इतिहासकारों को प्राचीन समय के मिट्टी के बर्तनों के कई टुकड़े मिले हैं। यह बात भी उजागर हुई है कि पूर्व हड़प्पन केल्कोलिथिक समय में एक कृषि समुदाय द्वारा इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया गया था। .
हरियाणा विधानसभा का मुख्यालय चंडीगढ़ में है। हरियाणा प्रदेश १ नवम्बर १९६६ को अस्तित्व में आया। उस समय इसमें ५४ सीटें थी जिनमेंसे १० अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित थीं। मार्च १९६७ में संख्या को बढ़ाकर ८१ किया गया और १९७७ में इसे ९० किया गया जिनमें १७ अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित हैं। .