लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

सगुण ब्रह्म

सूची सगुण ब्रह्म

परमात्मा का वह रूप जो सत्व, रज और तम तीनों गुणों से युक्त है, सगुण ब्रह्म या साकार ब्रह्म कहलाता है। जब ब्रह्म, कर्ता का भाव ग्रहण करता है जैसे सृष्‍टि‍कर्ता, पालनकर्ता, संहारकर्ता आदि‍ या जब ब्रह्म के साथ कोई विशेषण लगता है जैसे सर्वव्‍यापक, सर्वज्ञ, सर्वशक्‍ति‍मान् आदि‍ तब वह सगुण ब्रह्म या ईश्वर कहलाता है। मध्यकाल से उत्तरीय भारत में भक्तिमार्ग के दो भिन्न संप्रदाय हो गए थे। एक ईश्वर के निर्गुण, निराकर रूप का ध्यान करता हुआ मोक्ष की प्राप्ति की आशा रखता था और दूसरा ईश्वर का सगुण रूप राम, कृष्ण आदि अवतारों में मानकर उनकी पूजा कर मोक्ष की इच्छा रखता था। पहले मत के कबीर, नानक आदि मुख्य प्रचारक थे और दूसरे के तुलसी, सूर आदि। श्रेणी:हिन्दू धर्म.

1 संबंध: गाणपत्य

गाणपत्य

गाणपत्य हिन्दुओं का वह सम्प्रदाय है जो गणपति (गणेश) को सगुण ब्रह्म के रूप में मानता एवं पूजता है। श्रेणी:हिन्दू सम्प्रदाय मंत्र - ॐ गं गणपतये नमः गणपत्य संप्रदाय के लोग गूढ़ हिंदू संप्रदाय के सदस्य है जो गजानन गणेश को परम देवता मानकर उनकी पूजा करते हैं। लगभग 10वीं शताबदी में यह संप्रदाय अपने चरम पर था और इसने सभी महत्त्वपूर्ण कार्यों और धार्मिक अनुष्ठानों के प्रारंभ में संतुष्ट किए जाने वाले महत्त्वपूर्ण देवता के रूप में गणेश की स्थापना की। इस संप्रदाय ने गणेश को समर्पित मंदिर बनवाए, जिनमें सबसे बड़ा, तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु) में चट्टानों को काटकर बनाया गया मंदिर उच्चि-पिल्लैयार कोविल है। गणेश की पूजा उनकी मूर्ति के समक्ष ध्यान के द्वारा और बिना ध्यान किए फल-फूल अर्पित करके, दोनों तरीके से की जाती है। इस संप्रदाय के सदस्य माथे पर गोल लाल टीका लगाते हैं और कंधों पर हाथी का सिर और दांत का चिह्न अंकित करवाते हैं।.

नई!!: सगुण ब्रह्म और गाणपत्य · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »