सामग्री की तालिका
4 संबंधों: चित्रालेख, रोलां बार्थ, लक्षण, अंकन।
चित्रालेख
कम्प्यूटरों का प्रयोग किया जाता है पुर्तगाली संगीत गुट "आठ झूठे क़दम" (8fs, एट फ़ेक स्टॅप्स) ने अपनी छवि में अव्यवस्थित "पंक" चित्रालेख का प्रयोग किया रंगों का नियंत्रित प्रयोग, साफ़ चित्रण और सरल लेकिन शक्तिशाली छवियाँ जापान के पारम्परिक चित्रालेख के लक्षण हैं (ताकेऊची सेइहो द्वारा सन् १९२४ में बनाया बिल्ली का चित्र) चित्रालेख या ग्राफ़िक्स ऐसे दृश्य प्रदर्शन को कहते हैं जो किसी दीवार, कपड़े, काग़ज़, पत्थर, कंप्यूटर स्क्रीन या अन्य सतह पर ज्ञान, मनोरंजन, सन्देश, मार्गदर्शन, पहचान या अन्य किसी ध्येय से बनाया गया हो। इसके उदहारण लिखाई, फ़ोटो, चित्र, अंक, अक्षर, इत्यादि हैं। चित्रालेख में अक्सर लिखाई, चित्र, रंगों और अन्य तत्वों को मिलाया जाता है। मानवों में यह क्षमता है कि वे चित्रलेखों को देखकर उन से अर्थ भाप पाते हैं। इस प्रक्रिया पर लक्षण-विज्ञान में अध्ययन किया जाता है। .
देखें संकेतविज्ञान और चित्रालेख
रोलां बार्थ
रोलां बार्थ (१९१५ - १९८०) फ्रांस के प्रमुख साहित्यिक आलोचक, साहित्यिक और सामाजिक सिद्धांतकार, दार्शनिक और लाक्षण-विज्ञानी थे। संरचनावाद, लाक्षण-विज्ञान, समाजशास्त्र, डिज़ाइन सिद्धांत, नृविज्ञान और उत्तर-संरचनावाद जैसे सिद्धांत उनके विविध विचारों से प्रभावित थे। .
देखें संकेतविज्ञान और रोलां बार्थ
लक्षण
लक्षण का अर्थ है - 'पहचान का चिह्न' या गुणधर्म या प्रकृति। किसी पदार्थ की वह विशेषता जिसके द्वारा वह पहचाना जाय। वे गुण आदि जो किसी पदार्थ में विशिष्ट रूप से हों और जिनके द्वारा सहज में उसका ज्ञान हो सके। जैसे,—आकाश के लक्षण से जान पड़ता है कि आज पानी बरसेगा। शरीर में दिखाई पड़नेवाले वे चिह्न आदि जो किसी रोग के सूचक हों, भी 'लक्षण' कहलाते हैं। जैसे,—इस रोगी में क्षय के सभी लक्षण दिखाई देते हैं। सामुद्रिक के अनुसार शरीर के अँगों में मिलने वाले कुछ विशेष चिह्न भी लक्षण कहे जाते हैं जो शुभ या अशुभ माने जाते हैं। जैसे,—चक्रवर्ती और बुद्ध के लक्षण एक से होते हैं। लक्षणों को जाननेवाला या शुभ अशुभ चिह्नों का ज्ञाता लक्षणज्ञ कहलाता है। काव्य या साहित्य के लक्षणों का विवेचन करनेवाला ग्रंथ लक्षण ग्रंथ कहलाता है। दूसरे शब्दों में, लक्षण ग्रन्थ का अर्थ साहित्यिक समीक्षा की पुस्तक या 'समालोचना शास्त्र' है। .
देखें संकेतविज्ञान और लक्षण
अंकन
भाषाविज्ञान और संकेतविज्ञान में अंकन (notation) चित्रालेखों, चिन्हों, अक्षरों या अन्य संक्षिप्त व्यंजकों की प्रणाली होती है जिनके द्वारा किसी वैज्ञानिक या कलात्मक अध्ययन की शाखा में तकनीकी तथ्य और मापी गई मात्राएँ प्रदर्शित की जाती है। किसी अंकित चिन्ह का क्या अर्थ है, यह उस अध्ययन में जुटे विशेषज्ञों द्वारा आपसी सहमति से और ऐतिहासिक प्रयोग के आधार पर स्थापित कर लिया जाता है। उदाहरण के लिये रसायन शास्त्र में रासायनिक सूत्र दर्शाने के लिये हर रासायनिक तत्व के लिये एक अंकन चुना गया है, जिसके अनुसार पानी है। .
देखें संकेतविज्ञान और अंकन
लक्षण-विज्ञान के रूप में भी जाना जाता है।