रामायण वर्णित निषादराज गुह की गंगा तीरस्थ राजधानी को श्रंगवेरपुर कहा जाता है, यह भारतवर्ष के उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद जिला के पास प्रयाग नामक स्थान से ४५ किलोमीटर पश्चिम में स्थित है, भगवान श्री राम ने वनवास के समय निशादराज के कहने से यहां रात्रि विश्राम किया था, यहां श्रंगी (ऋष्यश्रृंग) ऋषि तथा उनकी पत्नी राजा दसरथ सुता शान्ता देवी का मन्दिर है, गंगाजी में ऋष्यश्रंग के पिता के नाम पर विभाण्डकुण्ड है, रामचौरा ग्राम में गंगा के किनारे एक मन्दिर में राम्चन्द्र जी के चरण चिन्ह हैं, पास मे रामनगर स्थान है, जहां प्रत्येक पूर्णिमा को मेला लगता है, रामचन्द्रजी ने यहीं से गंगा पार की थी और प्रयाग गये थे। श्रेणी:पवित्र शहर.
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