शौक़ बहराइची (6 जून 1884-13 जनवरी 1964) एक भारतीय उर्दू शायर थे। उनका वास्तविक नाम 'रियासत हुसैन रिज़वी' था। उनकी सबसे मशहूर शायरी बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफी है; हर शाख पे उल्लू बैठे हैं, अंजाम ए गुलिस्ताँ क्या होगा? .
1 संबंध: १९६४।
1964 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
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शौक बहराइची।