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शिगात्से विभाग

सूची शिगात्से विभाग

शिगात्से विभाग (तिब्बती: གཞིས་ཀ་རྩེ་ས་ཁུལ་, अंग्रेज़ी: Shigatse Prefecture या Xigazê Prefecture) तिब्बत का एक प्रशासनिक विभाग है जो वर्तमान में जनवादी गणतंत्र चीन द्वारा नियंत्रित तिब्बत स्वशासित प्रदेश का हिस्सा है। यह क्षेत्र तिब्बत के दक्षिण में स्थित है और इसकी दक्षिणी सरहदें नेपाल, भारत के सिक्किम राज्य व भूटान से लगती हैं। इसका अधिकांश इलाक़ा पुराने तिब्बत के त्संग प्रान्त के बराबर है। शिगात्से विभाग की राजधानी भी शिगात्से नाम का शहर ही है। .

20 संबंधों: चुम्बी घाटी, नाथूला दर्रा, पोरोंग री, यरलुंग त्संगपो नदी, राष्ट्रीय राजमार्ग २१९ (चीन), लांगटांग री, ल्हात्से, ल्हाग्बा ला, शिशापांगमा, शिगात्से, सिगुअंग री, सक्या, जेलेप ला, जोमोल्हारी, खरता, खरताफु, गंग बेनछेन, ग्यांत्से, अरुण नदी, उत्तर कोल

चुम्बी घाटी

चुम्बी घाटी तिब्बत के शिगात्से विभाग में स्थित एक घाटी है। यह उस स्थान पर स्थित है जहाँ भारत के सिक्किम राज्य, भूटान और तिब्बत तीनों की सीमाएँ मिलती हैं। हालांकि तिब्बत एक ठंडा प्रदेश है, चुम्बी वादी में गर्मियों में मौसम अच्छा होता है और स्थानीय वनस्पतियों में बहुत फूल आते हैं। कूटनीतिक दृष्टि से ३,००० मीटर पर स्थित चुम्बी घाटी का बहुत महत्व रहा है क्योंकि भारत पर तिब्बत से आक्रमण करने का यह एक आसान मार्ग है। १९०४ में भारत की ब्रिटिश सरकार ने तिब्बत पर चढ़ाई करके चुम्बी पर नौ महीने का क़ब्ज़ा कर लिया था। ब्रिटिश सरकार के अन्दर चुम्बी को औपचारिक रूप से भारत का भाग बनाने के लिये काफ़ी खीचातानी चली लेकिन अन्त में इसे तिब्बती सरकार के हवाले कर दिया गया।, Alex McKay, pp.

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नाथूला दर्रा

नाथूला हिमालय का एक पहाड़ी दर्रा है जो भारत के सिक्किम राज्य और दक्षिण तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है।, G. S. Bajpai, pp.

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पोरोंग री

पोरोंग री (Porong Ri) हिमालय के लांगटांग क्षेत्र में स्थित एक पर्वत है जो विश्व का 86वाँ पर्वत है। यह तिब्बत में नेपाल की सीमा से १ किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। .

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यरलुंग त्संगपो नदी

यरलुंग त्संगपो तिब्बत के पश्चिमी भाग में कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील से दक्षिणपूर्व में स्थित तमलुंग त्सो (झील) से उत्पन्न होने वाली एक नदी है। यह दक्षिण तिब्बत घाटी और यरलुंग त्संगपो महान घाटी बनाती हुई दक्षिण की ओर रुख़ कर के भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य में प्रवेश कर जाती है जहाँ इसे सियांग नदी के नाम से जाना जाता है। यही नदी आगे चलकर और चौड़ी हो जाती है और भारत की प्रसिद्ध ब्रह्मपुत्र नदी बनती है। तिब्बत में इसके द्वारा बनाई गई यरलुंग त्संगपो महान घाटी विश्व की सबसे गहरी और सबसे बड़ी तंग घाटी कहलाती है। प्राचीन तिब्बत की संस्कृति के कई महत्वपूर्ण केन्द्र इसी नदी के किनारे बसे हुए थे।, Robert Kelly, John Vincent Bellezza, pp.

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राष्ट्रीय राजमार्ग २१९ (चीन)

तिब्बत के रुतोग ज़िले में तिब्बत-शिंजियांग राजमार्ग पर लगी एक शिला राजमार्ग २१९ अक्साई चिन (गुलाबी रंग वाला क्षेत्र) से निकलता हुआ शिंजियांग और तिब्बत को जोड़ता है राष्ट्रीय राजमार्ग २१९, जिसे तिब्बत-शिंजियांग राजमार्ग भी कहा जाता है, चीन द्वारा निर्मित एक राजमार्ग है जो भारत की सीमा के नज़दीक शिंजियांग प्रान्त के कारगिलिक शहर से लेकर तिब्बत के शिगात्से विभाग के ल्हात्से शहर तक जाता है। इसकी कुल लम्बाई २,७४३ किलोमीटर है। इसका निर्माण सन् १९५१ में शुरू किया गया था और यह सड़क १९५७ तक पूरी हो गई। यह राजमार्ग भारत के अक्साई चिन इलाक़े से निकलता है जिसपर चीन ने १९५० के दशक में क़ब्ज़ा कर लिया था और जिसको लेकर १९६२ का भारत-चीन युद्ध भी भड़क गया। .

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लांगटांग री

लांगटांग री (Langtang Ri) हिमालय के लांगटांग हिमाल नामक खण्ड का एक पर्वत है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग और नेपाल की सीमा पर स्थित है, और विश्व का 106वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। .

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ल्हात्से

ल्हात्से (Lhatse, तिब्बती: ལྷ་རྩེ་), जो चुत्सर (Chusar या Quxar) भी बुलाया जाता है, तिब्बत का एक शहर है। प्रशासनिक रूप से यह चीन द्वारा नियंत्रित तिब्बत स्वशासित प्रदेश नामक प्रशासनिक प्रान्त मे स्थित है। ४,०५० मीटर (१३,२८७ फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित यह शहर भारत में ब्रह्मपुत्र नदी कहलाने वाली यरलुंग त्संगपो नदी की घाटी में बसा हुआ है। यह विभाग की राजधानी शिगात्से से १५१ किमी दक्षिण-पश्चिम में उस शहर जाने वाले एक पहाड़ी दर्रे से पश्चिम में स्थित है। आधुनिक ल्हात्से बस्ती से १० किमी उत्तर में पुराने ल्हात्से गाँव का स्थल है जहाँ एक प्राचीन गेलुगपा बौद्ध-मठ है और पास ही एक १५० मीटर (४९२ फ़ुट) ऊँची चट्टान पर यरलुंग त्संगपो महान घाटी के मुख पर खड़े एक पुराने क़िले (तिब्बती भाषा में 'द्ज़ोन्ग') के खंडहर हैं। .

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ल्हाग्बा ला

ल्हाग्बा ला (Lhagba La) या ल्हाक्पा ला (Lhakpa La) हिमालय में एवरेस्ट पर्वत से 7 किमी पूर्वोत्तर में स्थित एक कोल (पहाड़ी दर्रा) है। यह 6,849 मीटर (22,470 फ़ुट) की ऊँचाई पर तिब्बत के शिगात्से विभाग मे स्थित है। इस कोल से कादा हिमानी आरम्भ होती है जो पिघलकर कादा नदी बनती है और अरुण नदी की एक महत्वपूर्ण उपनदी है। कोल की पश्चिमी ओर पूर्व रोंगबुक हिमानी आरम्भ होती है। .

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शिशापांगमा

शिशापांगमा (अंग्रेज़ी: Shishapangma, तिब्बती: ཤིས་ས་སྤང་མ།), जो गोसाईन्थान (Gosainthān) भी कहलाता है, हिमालय का एक 8,027 मीटर (26,335 फ़ुट) ऊँचा पर्वत है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग के न्यलाम ज़िले में स्थित है और नेपालकी सीमा से ५ किमी दूर है। तिब्बत पर चीन का नियंत्रण है और चीन ने उसे बाहरी विश्व से बहुत देर तक बंद रखा था जिस कारणवश यह विश्व का अंतिम आठ हज़ारी पर्वत था जिसे मानवों द्वारा चढ़ा गया। शिशापांगमा विश्व का १४वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है और हिमालय के जुगल हिमाल नामक भाग में स्थित है, जिसे कभी-कभी लांगतांग हिमाल का हिस्सा माना जाता है। .

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शिगात्से

शिगात्से (Shigatse, तिब्बती: གཞིས་ཀ་རྩེ་) तिब्बत का एक शहर है। ल्हासा के बाद यह चीन द्वारा नियंत्रित तिब्बत स्वशासित प्रदेश नामक प्रशासनिक इकाई का दूसरा सबसे बड़ा नगर भी है और उस प्रदेश के शिगात्से विभाग की राजधानी है। ३,८३६ मीटर (१२,५८५ फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित यह शहर भारत में ब्रह्मपुत्र नदी कहलाने वाली यरलुंग त्संगपो नदी और न्यांग नदी के संगम-स्थल के पास बसा हुआ है। शिगात्से तिब्बत के ऐतिहासिक उए-त्संग नामक प्रान्त की राजधानी भी हुआ करता था।Das, Sarat Chandra.

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सिगुअंग री

सिगुअंग री (Siguang Ri) हिमालय के महालंगूर हिमाल खण्ड का एक पर्वत है जो विश्व का 83वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग में नेपाल की सीमा के पास और चोयु पर्वत से 6 उत्तर-उत्तरपूर्व में स्थित है। .

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सक्या

सक्या (Sakya, तिब्बती: ས་སྐྱ་) तिब्बती बौद्ध धर्म के छह मुख्य सम्प्रदायों में से एक है। अन्य पाँच न्यिंगमा, कग्यु, जोनंग, गेलुग और बोन हैं। इनमें से सक्या, गेलुग और कग्यु को वज्रयान का नवप्रसार (New Transmission) या सारमा (གསར་མ) कहा जाता है, क्योंकि यह तिब्बत में बौद्ध धर्म के फैलाव की द्वितीय शृंख्ला में उत्पन्न हुए। न्यिंगमा, सक्या और कग्यु लाल टोपी सम्प्रदाय हैं क्योंकि औपचारिक समारोहों पर इनके अनुयायी लाल रंग की टोपियाँ पहनते हैं। .

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जेलेप ला

जेलेप ला हिमालय का एक पहाड़ी दर्रा है जो भारत के सिक्किम राज्य को दक्षिण तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है।, G. S. Bajpai, pp.

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जोमोल्हारी

जोमोल्हारी (Jomolhari) या चोमोल्हारी (तिब्बती: ཇོ་མོ་ལྷ་རི, Chomolhari), जिसे अनौपचारिक रूप से "कंचनजंघा की दुल्हन" भी कहा जाता है, हिमालय का एक पर्वत है जो तिब्बत के शिगात्से विभाग और भूटान की सीमा पर, चुम्बी घाटी के पास स्थित है। यह विश्व का 79वाँ सर्वोच्च पर्वत है और इसकी ढलानों से दो महत्वपूर्ण नदियाँ - (दक्षिण में बहने वाली) पारो चु और (उत्तर में बहने वाली) आमो चु उतरती हैं। उत्तर में तिब्बती तरफ़ यह पर्वत एक बंजर मैदान पर तैनात खड़ा है। .

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खरता

खरता (Kharta) तिब्बत के शिगात्से विभाग का एक क्षेत्र है जो एवरेस्ट पर्वत से पूर्व में स्थित है और खरता घाटी व कामा घाटी पर केन्द्रित है। 40 किमी लम्बी खरता घाटी ल्हाग्बा ला नामक कोल से आरम्भ होती है, जहाँ से खरता हिमानी (ग्लेशियर) शुरु होती है जो पिघलकर खरता चु (नदी) बन जाती है। यह नदी आगे चलकर फुंग चु नदी (यानि अरुण नदी) को जुड़ती है। दक्षिण में कामा घाटी एवरेस्ट पर्वत के कंगशुंग मुख से निकलने वाली कंगशुंग हिमानी से आरम्भ होती है और कामा चु (नदी) भी दक्षिणपूर्व जाकर फुंग चु में विलय होती है। खरता घाटी के एक छोर पर खरताफु पर्वत स्थित है जो विश्व का 102वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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खरताफु

खरताफु (Khartaphu) हिमालय के महालंगूर हिमाल खण्ड का का एक पर्वत है जो विश्व का 102वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग की खरता घाटी में एवरेस्ट पर्वत से 7 किमी पूर्वोत्तर में स्थित है। खरताफु 7,213 मीटर (23,665 फ़ुट) ऊँचा है और इसका खरताफु पश्चिम (Khartaphu West) नामक एक 7,018 मीटर (23,025 फ़ुट) ऊँचा उपपर्वत भी है। .

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गंग बेनछेन

गंग बेनछेन (Gang Benchhen), जिसे चीनी लहजे में कंगपेनचिंग (Kangpenqing) कहा जाता है, हिमालय की बइकु हिमालय उपश्रेणी का एक पर्वत है जो विश्व का 90वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग में नेपाल की सीमा के पास स्थित है। .

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ग्यांत्से

ग्यांत्से (Shigatse, तिब्बती: རྒྱལ་རྩེ་) तिब्बत का एक शहर है। ऐतिहासिक रूप से यह ल्हासा और शिगात्से के बाद तिब्बत का तीसरा सबसे बड़ा शहर हुआ करता था लेकिन अब तिब्बत में ग्यांत्से से बड़े दस और नगर हैं। यह चुम्बी घाटी, यातोंग और सिक्किम से आने वाले ऐतिहासिक व्यापारिक मार्गों पर स्थित है।, Michael Buckley, pp.

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अरुण नदी

अरुण नदी कोसी नदी की एक महत्वपूर्ण उपनदी है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग के न्यालाम ज़िले में महालंगूर हिमाल की ढलानों में उत्पन्न होती है, जहाँ इसे फुंग चु और बुम चु के नाम से जाना जाता है और फिर यह नेपाल मे प्रवेश करती है, जहाँ इसका अधिकांश मार्ग स्थित है। .

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उत्तर कोल

उत्तर कोल (North Col) हिमालय में एवरेस्ट पर्वत को पास ही स्थित चंग्त्से पर्वत से जोड़ने वाली पर्वतीय कटक (रिज) में हिमानियों द्वारा काटकर बन गए एक तंग पहाड़ी दर्रे का नाम है। भूविज्ञान में इस प्रकार के दर्रे को कोल कहा जाता है। अधिकतर पर्वतारोही एवरेस्ट को दक्षिण तरफ़ (यानि नेपाल) से चढ़ने का प्रयास करते हैं। वे पर्वतारोही जो इसके विपरीत उत्तर दिशा (यानि तिब्बत) से चढ़ते हैं, वे एवरेस्ट की ढलानों पर पहुंचकर अपना चढ़ाई का पहला खेमा इसी उत्तर कोल पर ही लगाते हैं। .

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