लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

वाणिज्यिक बैंक

सूची वाणिज्यिक बैंक

वाणिज्यिक बैंक या व्यावसायिक बैंक (कॉमर्शियल बैंक) उन बैंकों को कहते हैं जो धन जमा करने, व्यवसाय के लिये ऋण देने जैसी सेवायें प्रदान करते हैं। श्रेणी:बैंकिंग ऐसी वित्त संस्था,जो विभिन्न स्त्रोतो से चेक द्वारा निकाले जाने योग्य जमा राशि का संग्रह करके तथा साख सृजन के माध्यम से विभिन्न प्रकार की ऋणों की आपूर्ति करने,के कार्य की विशेषज्ञ हो। वाणिज्य बैंक कहते है। वाणिज्य बैंक के कार्य:- A जनता से धनराशि स्वविकार करना। B. विभिन्य प्रकार के खाते खोलना। C. ग्राहकों के चेकों, मांग पर देय ड्राफ्टों विनिमय पत्रों, प्रतिज्ञा पत्रों आदि का संग्रहण करके उनके खातों, में जमा करना भी Commercial Bank का कार्य होता है। D. विनिमय पत्रों को क्रय करना एवं उन्हें सामान्य कमीशन पर भुनाना भी ब्यापारिक बैंकों का एक कार्य होता है। E. धनराशि का एक जगह से दूसरे जगह Transfer करवाना या करना भी ब्यापारिक बैंक का कार्य होता है। F. ग्राहक की आर्थिक स्थिति के संबंध में सूचना प्रदान करना। G. ब्यापार एवं लघु उदयोगों को आर्थिक सहायता Economical Help प्राप्त कराना भी इन बैंकों का प्रमुख कार्य होता है। H. अपने ग्राहक को जमानत देना। I. लॉकर की सुबिधा प्रदान करना। J. पूंजी विनियोजन में सहायता एवं पथ प्रदर्शन करना। K. विदेशी मुद्रा की ब्यवस्था करना। L. ग्राहकों के लिए एजेंसी सम्बंधित कार्य करना एवं ड्राफ्ट, यात्री, चैक, उपकार चेक, साख पत्र आदि निर्गमित करना ब्यापारिक बैंकों का मुख्य कार्य होता है।.

6 संबंधों: एचडीएफसी बैंक, बंधन बैंक, बैंक, बैंक आश्वासन, वित्त परियोजना, केनरा बैंक

एचडीएफसी बैंक

एचडीएफसी बैंक भारत का एक प्रमुख बैंक है। मुंबई, भारत में इसकी स्थापना अगस्त 1994 में की गयी थी। एचडीएफसी बैंक ने जनवरी 1995 में एक अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक के रूप में कार्य शुरू किया। मोबाइल बैंकिंग भी हिंदी में उपलब्ध है। इसके शाखाओं की अधिकतम संख्या मुंबई और नई दिल्ली में हैं। .

नई!!: वाणिज्यिक बैंक और एचडीएफसी बैंक · और देखें »

बंधन बैंक

बंधन बैंक भारत की एक बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा कम्पनी है जिसका मुख्यालय कोलकाता में है। दिनांक २३ अगस्त २०१५ को पश्चिम बंगाल में बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज ने "बंधन बैंक " नाम का पूर्ण बैंक शुरू कर दिया। यह भारत का नया पूर्ण बैंक है। जून माह में भारतीय रिजर्व बैंक ने माइक्रो संस्थान बंधन को पूर्ण वाणिज्यिक बैंक आरम्भ करने की स्वीकृत दी थी। .

नई!!: वाणिज्यिक बैंक और बंधन बैंक · और देखें »

बैंक

जर्मनी के फ्रैंकफुर्त में डश-बैंक बैंक (Bank) उस वित्तीय संस्था को कहते हैं जो जनता से धनराशि जमा करने तथा जनता को ऋण देने का काम करती है। लोग अपनी अपनी बचत राशि को सुरक्षा की दृष्टि से अथवा ब्याज कमाने के हेतु इन संस्थाओं में जमा करते और आवश्यकतानुसार समय समय पर निकालते रहते हैं। बैंक इस प्रकार जमा से प्राप्त राशि को व्यापारियों एवं व्यवसायियों को ऋण देकर ब्याज कमाते हैं। आर्थिक आयोजन के वर्तमान युग में कृषि, उद्योग एवं व्यापार के विकास के लिए बैंक एवं बैंकिंग व्यवस्था एक अनिवार्य आवश्यकता मानी जाती है। राशि जमा रखने तथा ऋण प्रदान करने के अतिरिक्त बैंक अन्य काम भी करते हैं जैसे, सुरक्षा के लिए लोगों से उनके आभूषणादि बहुमूल्य वस्तुएँ जमा रखना, अपने ग्राहकों के लिए उनके चेकों का संग्रहण करना, व्यापारिक बिलों की कटौती करना, एजेंसी का काम करना, गुप्त रीति से ग्राहकों की आर्थिक स्थिति की जानकारी लेना देना। अत: बैंक केवल मुद्रा का लेन देन ही नहीं करते वरन् साख का व्यवहार भी करते हैं। इसीलिए बैंक को साख का सृजनकर्ता भी कहा जाता है। बैंक देश की बिखरी और निठल्ली संपत्ति को केंद्रित करके देश में उत्पादन के कार्यों में लगाते हैं जिससे पूँजी निर्माण को प्रोत्साहन मिलता है और उत्पादन की प्रगति में सहायता मिलती है। भारतीय बैंकिग कंपनी कानून, १९४९ के अंतर्गत बैंक की परिभाषा निम्न शब्दों में दी गई हैं: एक ही बैंक के लिए व्यापार, वाणिज्य, उद्योग तथा कृषि की समुचित वित्तव्यवस्था करना असंभव नहीं तो कठिन अवश्य होता है। अतएव विशिष्ट कार्यों के लिए अलग अलग बैंक स्थापित किए जाते हैं जैसे व्यापारिक बैंक, कृषि बैंक, औद्योगिक बैंक, विदेशी विनिमय बैंक तथा बचत बैंक। इन सब प्रकार के बैंकों को नियमपूर्वक चलाने तथा उनमें पारस्परिक तालमेल बनाए रखने के लिए केंद्रीय बैंक होता है जो देश भर की बैंकिंग व्यवस्था का संचालन करता है। समय के साथ कई अन्य वित्तीय गतिविधियाँ जुड़ गईं। उदाहरण के लिए बैंक वित्तीय बाजारों में महत्वपूर्ण खिलाडी हैं और निवेश फंड जैसे वित्तीय सेवाओं की पेशकश कर रहे हैं। कुछ देशों (जैसे जर्मनी) में बैंक औद्योगिक निगमों के प्राथमिक मालिक हैं, जबकि अन्य देशों (जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका) में बैंक गैर वित्तीय कंपनियों स्वक्मित्व से निषिद्ध रहे हैं। जापान में बैंक को आमतौर पर पार शेयर होल्डिंग इकाई (ज़ाइबत्सू) के रूप में पहचाना जाता है। फ़्रांस में अधिकांश बैंक अपने ग्राहकों को बिमा सेवा प्रदान करते हैं। .

नई!!: वाणिज्यिक बैंक और बैंक · और देखें »

बैंक आश्वासन

बैंक आश्वासन कंपनी बैंक बीमा मॉडल (बीआईएम), कभी कभी भी रूप में जाना जाता बैंक आश्वासन, साझेदारी या एक के बीच संबंध है बैंक और बीमा कंपनी, या एक एकल एकीकृत संगठन, जिसके तहत बीमा कंपनी के क्रम में बीमा उत्पादों को बेचने के लिए बैंक बिक्री चैनल का उपयोग करता है, एक व्यवस्था है जिसमें एक बैंक और एक बीमा कंपनी के लिए इतना है कि बीमा कंपनी बैंक के ग्राहक आधार के लिए अपने उत्पादों को बेच सकते हैं एक साझेदारी के रूप में।बीआईएम बीमा कंपनी छोटे प्रत्यक्ष बिक्री टीमों को बनाए रखने के रूप में अपने उत्पादों के रूप में अच्छी तरह से बैंक कर्मचारियों और कर्मचारियों द्वारा बैंक के ग्राहकों को बैंक के माध्यम से बेच रहे हैं अनुमति देता है।बैंक कर्मचारियों और टेल्लेर्स्, बल्कि एक बीमा विक्रेता से, बिक्री और ग्राहक के लिए संपर्क का बिंदु के बिंदु बन गया है। .

नई!!: वाणिज्यिक बैंक और बैंक आश्वासन · और देखें »

वित्त परियोजना

वित्त परियोजना, ऐसे बुनियादी ढांचे और औद्योगिक परियोजनाओं का दीर्घ कालींन वित्तपोषण है जो प्रायोजकों की बैलेंस-शीट के स्थान पर परियोजनाओं के अनुमानित नकदी प्रवाह पर आधारित होता है। आमतौर पर, एक परियोजना की वित्तपोषण संरचना अनेक इक्विटी निवेशकों को समाहित करती है, जो बैंकों के सिंडिकेट की तरह परियोजना को ऋण प्रदान करते हैं, प्रायोजक कहलाते हैं। ऋण, सबसे अधिक सामान्यतः प्रतिभूति-सीमित ऋण हैं, जो परियोजना की परिसंपत्तियों के द्वारा सुरक्षित रहते हैं और प्रायोजकों की सामान्य परिसंपत्तियों या ऋण पात्रता के स्थान पर परियोजना के नकदी प्रवाह द्वारा प्रदत्त किया जाता है, यह वित्तीय मॉडलिंग द्वारा समर्थित भाग में एक निर्णय है। वित्तपोषण, राजस्व उत्पादन ठेके सहित परियोजना की समस्त परिसम्पत्तियों द्वारा विशिष्ट रूप से सुरक्षित है। परियोजना उधारदाताओं को इन सभी परिसम्पत्तियों पर एक ग्रहणाधिकार दिया गया है और अगर परियोजना कंपनी को परियोजना की ऋण शर्तों के अनुपालन में कठिनाइयां है तो, वे परियोजना का नियंत्रण समझ सकते हैं। प्रायः प्रत्येक परियोजना में विशेष उद्देश्य से एक इकाई बनायी जाती है जिसके द्वारा परियोजना के प्रायोजकों के स्वमित्ववाली अन्य परिसम्पत्तियों को इस परियोजना के निष्फल होने पर होनेवाले क्षतिकारक प्रभावों से सुरक्षित किया जाता है। एक विशेष प्रयोजन इकाई के रूप में, परियोजना कंपनी परियोजना के अतिरिक्त अन्य कोई परिसंपत्तियां नहीं रखती है। कभी कभी परियोजना कंपनी के मालिकों द्वारा पूंजी योगदान की प्रतिबद्धता, परियोजना की आर्थिक सुद्र्ढ्ता सुनिश्चित करने के लिये आवश्यक होती है। परियोजना वित्त अक्सर वैकल्पिक वित्तपोषण तरीकों की तुलना में अधिक जटिल होते है। परंपरागत रूप से, परियोजना वित्तपोषण खनन, परिवहन, दूरसंचार और सार्वजनिक उपयोगिता के उद्योगों में सबसे अधिक इस्तेमाल किया गया है। अभी हाल ही में, विशेष रूप से यूरोप में, परियोजना के वित्तपोषण के सिद्धांतों को निजी सार्वजनिक भागीदारी (पीपीपी) के तहत बुनियादी ढांचे या, ब्रिटेन में, निजी वित्त पहल (PFI) लेनदेन के लिए लागू किया गया है। जोखिम की पहचान और नियतन वित्त परियोजना का एक महत्वपूर्ण घटक है। एक परियोजना विकासशील देशों और उभरते बाज़ारों में अनेक तकनीकी, पर्यावरण, आर्थिक और राजनीतिक जोखिमों की विषय वस्तु हो सकती है। वित्तीय संस्थायें और परियोजना के प्रायोजक यह निर्णय कर सकते हैं कि परियोजना के विकास और संचालन में निहित जोखिम अस्वीकार्य हैं (आर्थिक प्रबन्धन योग्य नहीं हैं)। इन जोखिमों का सामना करने के लिए, इन उद्योगों में परियोजना के प्रायोजक (जैसे कि बिजलीघर या रेलवे लाइनें) प्रायः कार्य को अनेकों विशेषज्ञ कंपनियों द्वारा पूर्ण करते हैं जो एक दूसरे के साथ एक अनुबंध नेटवर्क में सक्रिय हैं और वित्तपोषण की अनुमति के मार्ग में जोखिम को नियत करती हैं।मार्को सोर्ज,, बीआईएस (BIS) क्वाटर्ली समीक्षा, दिसम्बर 2004, पृष्ठ 91 कार्यान्वयन के विभिन्न पैटर्न कभी कभी "परियोजना वितरण विधि" के रूप में संदर्भित किये जाते है। इन परियोजनाओं के वित्तपोषण कई दलों के बीच वितरित किया जाना चाहिए, ताकि परियोजना के साथ जुड़े जोखिम और साथ ही प्रत्येक पार्टी के लिये निहित लाभ सुनिश्चित किये जा सकें.

नई!!: वाणिज्यिक बैंक और वित्त परियोजना · और देखें »

केनरा बैंक

केनरा बैंक भारत की एक प्रमुख वाणिज्यिक बैंक है। भारत में इसकी स्थापना 1906 में, श्री अम्मेम्बल सुब्बा राव पई, एक महान दूरदर्शी और परोपकारी द्वारा की गयी थी इस नाते यह भारत के सबसे पुराने भारतीय बैंकों में से एक है। 2013 तक केनरा बैंक की भारत और अन्य देशों में 3600 से अधिक शाखायें थीं, बैंगलोर में अधिकतम शाखाओं के साथ। इसका मुख्य कार्यालय बंगलूरू में स्थित है। केनरा बैंक, विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए आवश्यक बल देने के विशेष रूप से निर्यात और अनिवासी भारतीयों की जरूरतों को पूरा करने के लिए इसके विभिन्न विदेशी विभागों के कामकाज की निगरानी के लिए, 1976 में अपने अंतर्राष्ट्रीय प्रभाग की स्थापना की। बैंक की अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति, लंदन, हांगकांग, मास्को, शंघाई, दोहा और दुबई जैसे केन्द्रों मे है। व्यापार के संदर्भ में यह एक भारत के सबसे बडे़ राष्ट्रीयकृत बैंको में से एक है, जिसका कुल कारोबार 598,033 करोड़ रुपयों का है। .

नई!!: वाणिज्यिक बैंक और केनरा बैंक · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »