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लेवंट

सूची लेवंट

लेवंट (अरबी) या बिलाद अश-शाम (अरबी) या शाम (अंग्रेज़ी: Levant) पश्चिमी एशिया का भूमध्य सागर के पूर्वी छोर से लगा हुआ एक ऐतिहासिक क्षेत्र है। यह सीरिया पर केन्द्रित है लेकिन लेबनान, जोर्डन, इस्राइल, फ़िलिस्तीन, सायप्रस और दक्षिणी तुर्की का कुछ भाग भी इसमें सम्मिलित हैं। कभी-कभी इराक़ का पश्चिमी हिस्सा और सीनाई प्रायद्वीप भी इसका हिस्सा माने जाते हैं। .

24 संबंधों: नूरुउद्दीन मस्जिद, पहलवी साम्राज्य, प्राचीन मिस्र, बेक़आ वादी, मध्य पूर्व, मरवान द्वितीय, यर्मोक का युद्ध, राशिदून ख़िलाफ़त, रक्काह की महान मस्जिद, सय्यद अल हाशिम मस्जिद, सिनान पाशा मस्जिद, सुल्तान सलीम मस्जिद, सुलेमान प्रथम, सेल्युकसी साम्राज्य, सीरिया का भूगोल, जंगी साम्राज्य, वोसरा की लड़ाई, खालिद इब्न अल-बालिद मस्जिद, इब्ने उस्मान मस्जिद, अबू उबैदाह इब्न अल-जर्राह, अम्र इब्न अल-आश, अल उमरी मस्जिद, अक्साव मस्जिद, उमय्यद मस्जिद

नूरुउद्दीन मस्जिद

नूरअल-दिन मस्जिद; (अरबी: جامع نور الدين, लिप्यंतरण: जामी नूर अल-दीन) हामा, सीरिया में एक जंगीद-युग की मस्जिद है।.

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पहलवी साम्राज्य

पहलवी साम्राज्य (Parthian Empire 247 ईसा पूर्व – 224 ईस्वी), प्राचीन ईरान और ईराक का प्रमुख राजनैतिक और सांस्कृतिक केन्द्र था। इसका संस्थापक पार्थिया का अश्क प्रथम, जो कि पर्णि कबीले का प्रमुख भी था, ने तृतीय शताब्दी ईसा पूर्व में पार्थिया क्षेत्र को जीत कर की थी। मिहर्दत प्रथम (शासनकाल 171–138 ईसा पूर्व) ने सेल्युकसी साम्राज्य से मीदि व मेसोपोटामिया छीनकर और अधिक विस्तार किया। अपने उत्कर्ष काल में यह साम्राज्य फ़रात नदी तक फैल गया था, जो क्षेत्र वर्तमान में उत्तर-पूर्वी तुर्की से लेकर पूर्वी ईरान तक है। यह साम्राज्य रेशम मार्ग पर स्थित था, जो कि उस समय रोमन साम्राज्य व हान राजवंश के मध्य प्रमुख व्यापारिक मार्ग था। इस कारण से यह साम्राज्य व्यापारिक व वाणिज्यिक केन्द्र बन गया था। पहलवों ने कला, वास्तु-कला, धार्मिक मान्यताएँ और राजचिह्न वृहत स्तर पर अपने समकालीन सांस्कृतिक साम्राज्यों सी ली थी, जो कि पर्शियन व हेलिनिस्टिक कालखण्ड को परलक्षित करते हैं। इस साम्राज्य के प्रथम अर्ध कालखण्ड पर यूनानी संस्कृति की छाप दिखती हैं, जो कि धीरे-धीरे अंत तक ईरानी संस्कृति में परिवर्तित हो जाती है। पहलवी साम्राज्य के शासकों को "राजाधिराज" को उपाधि प्राप्त थी क्योंकि ये स्वयं को हख़ामनी साम्राज्य का वास्तविक उत्तराधिकारी मानते थे। प्रारम्भ में पहलवों के शत्रु पश्चिम में सेल्युकसी साम्राज्य व पूर्व में शक थे। जैसे-जैसे इनके साम्राज्य का पश्चिम की ओर विस्तार हुआ, उनका सीधा संघर्ष आर्मेनियाई साम्राज्य व रोम गणतन्त्र से होने लगा। रोमनों व पहलवों में आर्मेनिया के राजाओं को अपने कठपुतली के रूप में स्थापित करने की होड़ लगी रहती थी। पहलवों ने रोमन गवर्नर मार्कस लिसीनियस क्रास्सस को 53 ईसा पूर्व में कार्रहाए के युद्ध में निर्णायक रूप से हराकर 40–39 ईसा पूर्व तक टायर को छोड़कर पूरे लेवांट क्षेत्र पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया। तथापि मार्क एन्टोनी ने जवाबी आक्रमण करके एक सीमित सफलता प्राप्त की। इस तरह से कुछ शताब्दियों तक रोमन-पहलव युद्ध चलता रहा। इन युद्धों में कई बार रोमनों ने सेल्युसिया व तेसीफोन नगरों पर नियंत्रण तो किया परन्तु वे लम्बे समय तक इसे अपने हाथ में नहीं रख पाये। इसी बीच सिंहासन के लिये पहलवों के मध्य ही गृह युद्ध होने लग गये जो कि विदेशी आक्रमण से भी अधिक खतरनाक थे। पहलव साम्राज्य का पतन तब हुआ जब फ़ार्स के इश्तकिर के शासक अर्दशीर प्रथम ने पहलवों के विरुद्ध बगावत कर दी व अंतिम शासक अर्ताबनुस पंचम की हत्या करके सासानी साम्राज्य की स्थापना की, जो कि ईरान पर मुस्लिम आक्रमण के पहले सातवीं शताब्दी तक अस्तित्व में रहा। पहलवी व यूनानी में लिखे मूल पहलव स्रोत सासानी व हख़ामनी की तुलना में बहुत ही दुर्लभ है। फैले हुए कीलाकर फलकों, शिलालेखों, द्राच्मा सिक्कों तथा कुछ चर्मपत्रों के अतिरिक्त पहलवों का इतिहास बाहरी स्रोतों से ही प्राप्त हुए हैं। .

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प्राचीन मिस्र

गीज़ा के पिरामिड, प्राचीन मिस्र की सभ्यता के सबसे ज़्यादा पहचाने जाने वाले प्रतीकों में से एक हैं। प्राचीन मिस्र का मानचित्र, प्रमुख शहरों और राजवंशीय अवधि के स्थलों को दर्शाता हुआ। (करीब 3150 ईसा पूर्व से 30 ई.पू.) प्राचीन मिस्र, नील नदी के निचले हिस्से के किनारे केन्द्रित पूर्व उत्तरी अफ्रीका की एक प्राचीन सभ्यता थी, जो अब आधुनिक देश मिस्र है। यह सभ्यता 3150 ई.पू.

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बेक़आ वादी

बेक़आ वादी में क़राऊन​ झील ज़हले शहर, जो बेक़आ प्रान्त की राजधानी और बेक़आ वादी का सबसे बड़ा नगर है रोमन काल में बना बालबेक में बाकस का मंदिर बेक़आ वादी (अरबी:, वादी अल-बिक़आ; अंग्रेज़ी: Beqaa Valley) पूर्वी लेबनान में स्थित एक उपजाऊ घाटी है। रोमन काल में यह एक महत्वपूर्ण कृषि क्षेत्र था और आधुनिक लेबनान का भी सबसे अहम कृषि इलाक़ा है।, Laura S. Etheredge, pp.

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मध्य पूर्व

मध्य पूर्व का राजनीतिक नक्शा मध्य पूर्व (या पूर्व में ज्यादा प्रचलित पूर्व के करीब (Near East)) दक्षिण पश्चिम एशिया, दक्षिण पूर्वी यूरोप और उत्तरी पूर्वी अफ़्रीका में विस्तारित क्षेत्र है। इसकी कोई स्पष्ट सीमा रेखा नहीं है, अक्सर इस शब्द का प्रयोग पूर्व के पास (Near East) के एक पर्याय के रूप में प्रयोग किया जाता, ठीक सुदूर पूर्व (Far East) के विपरित। मध्य पूर्व शब्द का प्रचलन १९०० के आसपास के यूनाइटेड किंगडम में शुरू हुआ। .

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मरवान द्वितीय

मरवान इब्न मुहम्मद इब्न मरवान; या मरवान द्वितीय, (Marwan ibn Muhammad ibn Marwan or Marwan II), एक उमय्यद खलीफा थे जिन्होने 744 से 750 ईस्वी तक शासन किया थे और दमिश्क में उमय्यद खिलाफत के अन्तिम खलीफा। इनकी मृत्यु के बाद अब्बासी क्रांति शुरू हुई जो दमिश्क से उमय्यदो के पतन का मूल कारण बनी जिसके बाद उमय्यदो का साम्राज्य अफ्रीका और अंडालुस (वर्तमान स्पेन) तक सीमित रह गया और दमिश्क तथा शाम क्षेत्र में अब्बासियो ने अब्बासी ख़िलाफ़त की स्थापना की थी। .

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यर्मोक का युद्ध

यर्मोक का युद्ध बीजान्टिन साम्राज्य की सेना और रशीदुन खिलाफत की मुस्लिम अरब सेनाओं के बीच एक बड़ी लड़ाई थी। 6 मार्च, 636 में यर्मोक नदी के पास छह दिनों तक चलने वाली कई श्रृंखलाएं शामिल थीं, जो आज सीरिया - जॉर्डन और इजराइल की सीमाएं हैं, गलील सागर के पूर्व में हैं। युद्ध का परिणाम एक पूर्ण मुस्लिम विजय था जो सीरिया में बीजान्टिन शासन को समाप्त कर चुका था। यर्मोक के युद्ध को सैन्य इतिहास में सबसे निर्णायक लड़ाइयों में से एक माना जाता है। .

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राशिदून ख़िलाफ़त

रशीदुन खिलाफ; الخلافة الراشدية '‏‎: अल.

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रक्काह की महान मस्जिद

श्रेणी:सीरिया में मस्जिदें.

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सय्यद अल हाशिम मस्जिद

श्रेणी:इजराइल में मस्जिद.

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सिनान पाशा मस्जिद

श्रेणी:सीरिया में मस्जिदें.

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सुल्तान सलीम मस्जिद

सुल्तान सलीम मस्जिद या टिक्कीया मस्जिद; Tekkiye Mosque or Sultan Selim Mosque (التكية السليمانية, Selimiye Camii or Sultan Selim Camii) यह मस्जिद सीरिया की राजधानी दमिश्क में स्थित है। .

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सुलेमान प्रथम

सुलेमान प्रथम, सुलेमान क़ानूनी, सुलेमान महान या शानदार सुलेमान (उस्मानी तुर्की: سلطان سليمان اول‎ सुल्तान सुलेमान अव्वल, आधुनिक तुर्की: Süleyman I या Kanunî Sultan Süleyman) उस्मानी सल्तनत के दसवें शासक थे जिन्होंने 1520 से 1566, 46 साल तक शासन किया। वे सम्भवतः उस्मानी सल्तनत के सबसे महान शासकों में से एक थे जिन्होंने अपने अनोखी न्यायप्रणाली और अतुलनीय प्रबन्धन की बदौलत समस्त इस्लामी विश्व को समृद्धि और विकास का मार्ग पर लाया था। उन्होंने सल्तनत के लिए क़ानून की विशेष व्यवस्था स्थापित की थी और इस कारण से उन्हें सुलेमान क़ानूनी के नाम से याद किया जाता है। पश्चिमी विश्व उनकी महानता से इतने प्रभावित हुए कि पश्चिमी लेखकों ने उन्हें शानदार सुलेमान का नाम दिया। उनकी सरकार के मुख्य इलाक़ों में हिजाज़, तुर्की, मिस्र, अल्जीरिया, इराक़, कुर्दिस्तान, यमन, शाम, फ़ारस की खाड़ी और भूमध्य तटीय क्षेत्र, यूनान और हंगरी शामिल थे। .

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सेल्युकसी साम्राज्य

सेल्युकसी साम्राज्य (Βασιλεία τῶν Σελευκιδῶν, बैसिलिया टोन सेल्युकिडोन) हेलिनिस्टिक काल का एक साम्राज्य है, जिसपर सेल्युकसी वंश ने शासन किया। इस साम्राज्य का कालखंड 312 ईसा पूर्व से 63 ईसा पूर्व तक रहा। इसकी स्थापना सेल्युकस प्रथम निकेटर ने मेसिडोनियाई साम्राज्य, जिसका सिकंदर महान ने अत्यधिक विस्तार किया था, के विभाजन के पश्चात की थी। साम्राज्य के अधिकतम विस्तार के समय यह अनातोलिया, फ़ारस (पर्शिया), लेवांट, मेसोपोटामिया तथा वर्तमान में कुवैत, अफ़ग़ानिस्तान तथा आंशिक रूप से पाकिस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तक विस्तृत था। .

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सीरिया का भूगोल

सीरिया, भूमध्य सागर के पूर्वी छोर पर स्थित है। इसमें 185,180 वर्ग किलोमीटर (71,500 वर्ग मील) का कुल क्षेत्रफल है, जिसे चौदह प्रशासनिक इकाइयों में विभाजित किया गया है। सीरिया की सीमाओं में उत्तर और पश्चिम में तुर्की के साथ, पूर्व में इराक, दक्षिण में जॉर्डन और इजराइल, और दक्षिण-पश्चिम में लेबनान की सीमाएं हैं यद्यपि सीरिया का ज्यादा हिस्सा मरुस्थल है, हालांकि इसकी जमीन का 28% भाग सामान्य भूमि है, और फूरात नदी से सिंचाई का पानी सीरिया की कृषि में महत्वपूर्ण है। सीरिया में सबसे ऊंचा बिंदु हेर्मोन पर्वत है, 2,814 मीटर (9 322 फीट) में। सबसे निचला विन्दु गलील सागर के पास है, समुद्र से -200 मीटर (-656 फीट)। .

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जंगी साम्राज्य

जंगी साम्राज्य; Zengid Empire (1127-1250 ईस्वी) मध्य पुर्व एशिया का एक शक्तिसाली साम्राज्य था जंगी राजवंश ओगुज़ तुर्क मूल का एक मुस्लिम वंश था, जिसने सेल्जुक साम्राज्य की ओर से लेवेंट और ऊपरी मेसोपोटामिया के कुछ हिस्सों पर शासन किया था। .

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वोसरा की लड़ाई

वोसरा की लड़ाई; Battle of Bosra: सन् 634 ईस्वी में सीरिया के वोसरा नामक शहर में लड़ी गयी थी जो रोमन शासकों का एक प्रमुख केन्द्र था रशीदुन खलीफा हजरत अबू वकर ने इस लड़ाई का नेत्वृव कमांडर अम्र इब्न अल आश, को शोपा था जिसमें मुस्लिम सेना को अभियान में कोई खास सफलता नहीं मिली उसी ही के उपरान्त दुसरे प्रयास के लिए खालिद इब्न अल वालिद को सौपा गया जो मेसोपोटामिया, इराक के सफल विजय अभियानो का नेत्वृत कर चुके थे जो चार हजार मुस्लिम सेना के साथ वोसरा के अभियान का नेत्वृत करते हुए वोसरा की घेरावंदी कर लेते हैं मुस्लिम सेना वोसरा पर विजय प्राप्त कर लेती है इस लड़ाई में रोमन सेना के 8000 सैनिक मारे गये थे। इतिहास में मुस्लिम सेना और रोमन शासकों के विरुध्द यह प्रथम लड़ाई थी जो सात वीं सदी से अधिक समय तक अनेक लड़ाईया जारी रही जिसमें रोमनो की शक्ति क्षीण होती गयी 750 ईस्वी में रोमनो का लेवन्त क्षेत्र का पतन हो गया। .

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खालिद इब्न अल-बालिद मस्जिद

खालिद इब्न अल-वालिद मस्जिद; (अरबी: مسجد خالد ابن الوليد) होम्स,सीरिया में एक मस्जिद है, जो राख-शुहादा स्क्वायर में हमा स्ट्रीट के पार्क में स्थित है। अपनी तुर्क-तुर्की वास्तुकला शैली के लिए प्रसिद्ध, मस्जिद खालिद इब्न अल वालिद को समर्पित है, जो अरब सेना के कमांडर थे हजरत खालिद को 7 वीं शताब्दी की सीरिया मुस्लिम विजय अभियानों के लिए जाना जाता है इन्होंने बीजान्टिन शासन को समाप्त कर दिया था। हजरत खालिद की कब्र मस्जिद प्रार्थना कक्ष के एक कोने में स्थित है जो तीर्थस्थल केंद्र है। सफेद और काली पत्थर की क्षैतिज पंक्तियाँ और बारीकी से निर्मित संकीर्ण दीर्घाओं के साथ दो लंबी मीनारें हैं जो लेवेंट की पारंपरिक इस्लामी स्थापत्य शैली को दर्शाती हैं। .

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इब्ने उस्मान मस्जिद

श्रेणी:मस्जिद.

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अबू उबैदाह इब्न अल-जर्राह

अबू उबैदाह इब्न अल-जर्राह; Abu Ubaidah Ibn Al-Jarrah: أبو عبيدة عامر بن عبدالله بن الجراح) ‏‎ इस्लामी पैंगबर हजरत मुहम्मद सहाब के सहाबाओ में से एक थे और खलीफा हजरत उमर के खिलाफत शासन काल में एक बड़े वर्ग के कमांडर थे तथा खलीफा हजरत उमर के उत्तराधिकारियो की सूची में भी थे। .

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अम्र इब्न अल-आश

अम्र इब्न अल आश: Amr ibn al-‘As: (عمرو بن العاص;‏‎ (जन्म: 14 फरवरी 585, मृत्यु: 664) एक अरब सैन्य कमांडर थे जो 640 की मुस्लिम विजय प्राप्त करने के लिए सबसे प्रसिद्ध है। हजरत मुहम्मद सहाब के समकालीन और एक सहाबा (साथी) थे जिन्होने 8 हिजरी में इस्लाम धर्म स्वीकार करने के बाद मुस्लिम पदानुक्रम के माध्यम से प्रांरभ में मिस्र पर मुस्लिम विजय प्राप्त की थी जहाँ इन्होंने तत्ताकलीन राजधानी फस्टट की स्थापना की और अम्र इब्न अल-मस्जिद का निर्माण कराया जो मुस्लिमों की अफ्रीका में प्रथम मस्जिद थी और वर्तमान में भी मौजूद है। .

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अल उमरी मस्जिद

श्रेणी:मस्जिद.

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अक्साव मस्जिद

अक्साब मस्जिद; Aqsab Mosque: (अरबी: جامع الأقصاب, लिप्यंतरण: जामियों अल-अक़ाब) एक अय्युबिद युग की मस्जिद है जो दमिश्क, सीरिया में है। यह बाक अल-सलम गेट के निकट पुराने शहर की दीवार के बाहर सुक सरोजिया पर स्थित है।.

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उमय्यद मस्जिद

उमय्यद मस्जिद; जिसे दमिश्क की महान मस्जिद के रूप में भी जाना जाता है जो सीरिया में दमिश्क के पुराने शहर में स्थित है। विश्व में सबसे पूरानी और सबसे बड़ी मस्जिदो में एक है, और कुछ मुसलमानों द्वारा इस्लाम में चौथा सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। 634 ईस्वी में दमिशक की अरब मुस्लिम विजय बाद मस्जिद ईसाई और मुसलमानों द्वारा भविष्यद्वक्ता के रूप सम्मानित जॉन वैप्टिस्ट (हजरत याह्या) को समर्पित बनाई गई थी। इस्लामी शास्त्र द्वारा माना जाता है कि मस्जिद वह स्थान है जहाँ यीशु (ईसा मसीह) संसार के अन्तिम दिन आयेंगे। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

लवैन्ट, लवैन्ट​, लवैंट, लिवैन्ट, लिवैंट, लेवांत, लेवांट, लीवैन्ट, लीवैंट, शाम (क्षेत्र), शाम भूक्षेत्र, शाम क्षेत्र

निवर्तमानआने वाली
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