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लेखनी

सूची लेखनी

बाल पॉइंट पेन लेखनी, कलम या पेन वह वस्तु है जिससे कागज पर स्याही द्वारा लिखा जाता है। कलम से बहुत से अन्य चीजों पर भी लिखा जाता है। प्राचीन काल से लेकर आजतक अनेक प्रकार की लेखनियाँ प्रयोग की जातीं हैं जैसे नरकट की कलम, पंख से बनी कलम, फाउंटेन पेन, बाल-पॉइंट पेन (बाल-मुखी कलम) आदि। .

13 संबंधों: चित्रण, डहेलिया, नरकट, पाण्डुलिपि, भारतीय चित्रकला, महाभारत, रचना अग्रवाल, लिउ जियाओबो, सुधा कार संग्रहालय, आइवी लीग, कोकेन, अभिकलन का इतिहास, अक्षर कला

चित्रण

जेस्सी विकॉक्स स्मिथ के चित्रण. चित्रण रेखांकन, चित्रकारी, छायांकन या कला के अन्य कार्यों के रूप में प्रस्तुत प्रदर्शित मानसदर्शन का एक रूप है, जिसे ग्राफ़िक रूप से दृश्य प्रस्तुति देकर ऐन्द्रिक जानकारी (जैसे कहानी, कविता या समाचारपत्र लेख) की स्पष्ट व्याख्या करने या निर्धारित करने के लिए बनाया जाता है। .

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डहेलिया

डहेलिया डैलिया या डहेलिया (Dahlia) सूर्यमुखी कुल, द्विदली वर्ग का पौधा है। इसका वितरणकेंद्र मेक्सिको तथा मध्य अमरीका में है। यह बड़े आकार का अनेक रंगों और आकारों में पाया जाने वाला ऐसा आकर्षक फूल है जिसमें नीले रंग को छोड़कर विभिन्न रंगों और रूपाकारों की ५०,००० से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। रंगबिरंगे फूलों के कारण डैलिया के पौधे बागों की शेभा बढ़ाने के लिये लगाए जाते हैं। 'डाह्ल' (Dahl) नामक स्वीडिश वृक्षविशेषज्ञ की स्मृति में लिनीयस ने इस पौधे का नाम 'डैलिया' या 'डाहलिया' रखा। इसके पौधे दो-ढाई मीटर तक ऊँचे होते हैं, परंतु एक बौनी जाति केवल आधा मीटर ऊँची होती है। डैलिया के पौधों की जड़ों में खाद्य पदार्थ एकत्र होकर उन्हें मोटी बना देते हैं। इनके फूल सूर्यमुखी के सदृश होते हैं। इनकी नई किस्मों में गेंद के समान गोल तथा रंग बिरेंगे फूल जगते हैं। डैलिया की नई किस्में बीज से पैदा की जाती हैं। डैलिया की जड़ें, जिनमें छोटी छोटी कलियाँ होती है, पौधों का रूप लेने की क्षमता रखती हैं। ये जड़ें छोटे छोटे टुकड़ों में इस प्रकार काटी जाती हैं कि हर टुकड़े में एक कली हो। इन टुकड़ों को जमीन में बोने पर, कलियों से नए पौधे निकलते हैं। कभी कभी इसके तने की कलम भी काटकर लगाई जाती है और उससे भी नए पौधे पैदा किए जाते हैं। डैलिया के पौधे अधिकतर खुली जगह तथा खादयुक्त, बलुई मिट्टी में भली भूंति विकसित होते हैं। अधिक शीत पड़ने पर इसके फुल मर जाते है। ऐसी दशा में इसकी जड़ें साफ करके दूसरे मौसम में बोने के लिये रख ली जाती है इसके पौधों पर कीड़े भी लगते हैं, जो संखिया के छिड़काव से मारे जाते हैं। .

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नरकट

नरकट के पौधे नरकट एक घास है जिसके पौधे का तना खोखला गाँठ वाला होता है। पहले इसकी कलम बनायी जाती थी। इसका उपयोग टाटी, झोपड़ा, छप्पर आदि बनाने के काम आती है। इसे कच्चे बांधों के बगल में लगा देने से इसकी जड़ें मिट्टी को बाँध लेती हैं जिससे मिट्टी का कटांव नहीं हो पाता। इसको ईंधन के रूप में एवं फर्नीचर आदि के लिये भी उपयोग में लाया जाता है। .

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पाण्डुलिपि

नन्दिनगरी में लिखी हुई एक पाण्डुलिपि सूचना का विकास-पथ पाण्डुलिपि या मातृकाग्रन्थ एक हस्तलिखित ग्रन्थविशेष है । इसको हस्तप्रति, लिपिग्रन्थ इत्यादि नामों से भी जाना जाता है। आङ्ग्ल भाषा में यह Manuscript शब्द से प्रसिद्ध है इन ग्रन्थों को MS या MSS इन संक्षेप नामों से भी जाना जाता है। हिन्दी भाषा में यह 'पाण्डुलिपि', 'हस्तलेख', 'हस्तलिपि' इत्यादि नामों से प्रसिद्ध है । ऐसा माना जाता है कि सोलहवीं शताब्दी (१६) के आरम्भ में  विदेशियों के द्वारा संस्कृत का अध्ययन आरम्भ हुआ । अध्ययन आरम्भ होने के पश्चात इसकी प्रसिद्धि  सत्रहवीं शताब्दी के अन्त में और अठारवीं शताब्दी के आरम्भ में मानी जाती है । उस कालखण्ड में  भारत में  स्थित मातृकाग्रन्थों का अध्ययन एवं संरक्षण विविध संगठनों के द्वारा किया गया । पाण्डुलिपि (manuscript) उस दस्तावेज को कहते हैं जो एक व्यक्ति या अनेक व्यक्तियों द्वारा हाथ से लिखी गयी हो। जैसे हस्तलिखित पत्र। मुद्रित किया हुआ या किसी अन्य विधि से, किसी दूसरे दस्तावेज से (यांत्रिक/वैद्युत रीति से) नकल करके तैयार सामग्री को पाण्डुलिपि नहीं कहते हैं। पाण्डुलिपि अपनी रक्षा के लिये क्या कहती है, देखें- .

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भारतीय चित्रकला

'''भीमवेटका''': पुरापाषाण काल की भारतीय गुफा चित्रकला भारत मैं चित्रकला का इतिहास बहुत पुराना रहा हैं। पाषाण काल में ही मानव ने गुफा चित्रण करना शुरु कर दिया था। होशंगाबाद और भीमबेटका क्षेत्रों में कंदराओं और गुफाओं में मानव चित्रण के प्रमाण मिले हैं। इन चित्रों में शिकार, शिकार करते मानव समूहों, स्त्रियों तथा पशु-पक्षियों आदि के चित्र मिले हैं। अजंता की गुफाओं में की गई चित्रकारी कई शताब्दियों में तैय्यार हुई थी, इसकी सबसे प्राचिन चित्रकारी ई.पू.

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महाभारत

महाभारत हिन्दुओं का एक प्रमुख काव्य ग्रंथ है, जो स्मृति वर्ग में आता है। कभी कभी केवल "भारत" कहा जाने वाला यह काव्यग्रंथ भारत का अनुपम धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक ग्रंथ हैं। विश्व का सबसे लंबा यह साहित्यिक ग्रंथ और महाकाव्य, हिन्दू धर्म के मुख्यतम ग्रंथों में से एक है। इस ग्रन्थ को हिन्दू धर्म में पंचम वेद माना जाता है। यद्यपि इसे साहित्य की सबसे अनुपम कृतियों में से एक माना जाता है, किन्तु आज भी यह ग्रंथ प्रत्येक भारतीय के लिये एक अनुकरणीय स्रोत है। यह कृति प्राचीन भारत के इतिहास की एक गाथा है। इसी में हिन्दू धर्म का पवित्रतम ग्रंथ भगवद्गीता सन्निहित है। पूरे महाभारत में लगभग १,१०,००० श्लोक हैं, जो यूनानी काव्यों इलियड और ओडिसी से परिमाण में दस गुणा अधिक हैं। हिन्दू मान्यताओं, पौराणिक संदर्भो एवं स्वयं महाभारत के अनुसार इस काव्य का रचनाकार वेदव्यास जी को माना जाता है। इस काव्य के रचयिता वेदव्यास जी ने अपने इस अनुपम काव्य में वेदों, वेदांगों और उपनिषदों के गुह्यतम रहस्यों का निरुपण किया हैं। इसके अतिरिक्त इस काव्य में न्याय, शिक्षा, चिकित्सा, ज्योतिष, युद्धनीति, योगशास्त्र, अर्थशास्त्र, वास्तुशास्त्र, शिल्पशास्त्र, कामशास्त्र, खगोलविद्या तथा धर्मशास्त्र का भी विस्तार से वर्णन किया गया हैं। .

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रचना अग्रवाल

रचना अग्रवाल हिंदी की एक कवियत्री और लेखिका हैँ तथा कविता, कहानी, गीत, संस्मरण, यात्रावत आदि सभी विधाओँ मेँ हस्तक्षेप रखती हैँ। सामाजिक अन्याय के प्रति आक्रोश तथा सरल सहज भाषा शैली इनकी रचनाओँ की प्रमुख विशेषता है। कार्यक्षेत्र कवियत्री, लेखिका राष्ट्रीयता भारतीय भाषा हिंदी शिक्षा एम॰ए बी॰एड विधा गद्य और पद्य .

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लिउ जियाओबो

लिउ जियाओबो(जन्म- २८ दिसम्बर १९५५) चीन के साहित्यिक समालोचक, लेखक, प्रोफेसर और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। जियाओबो ने चीन में लोकतांत्रिक सुधारों और एक दलीय कम्युनिष्ट शासन के अंत की मांग की थी। इस समय वो चीन में राजनीतिक कैदी हैं। जियाओबो ने २००३ से पेन के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। ८ दिसम्बर २००८ में चार्टर ८ में भाग लेने के अपराध में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन औपचारिक रूप से २३ जून २००९ में उन्हें सत्ता पलटने की कोशिश के जुर्म में गिरफ्तार किया गया। इसी अपराध में २३ दिसम्बर २००९ को उनपर मुकदमा चलाया गया और उन्हें ग्यारह साल की सजा हो गई। इसके अलावा २५ दिसम्बर २००९ से उन्हें राजनीतिक अधिकारों से दो साल के लिए वंचित कर दिया गया। उनके चौथी जेल अवधि के दौरान उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार २०१० से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें मौलिक मानवाधिकारों के लिए अहिंसक तरीके से संघर्ष करने के लिए दिया गया। वो चीन की जेल में रहते हुए नोबेल सम्मान पाने वाले पहले चीनी नागरिक हैं। जेल में रहते हुए नोबेल पुरस्कार पाने वाले वो चौथे नोबेल विजेता है। लिउ नोबेल पाने वाले दूसरे ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें या उनके प्रतिनिधि को नोबेल पुरस्कार समारोह में जाने का अधिकार नहीं दिया गया।.

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सुधा कार संग्रहालय

सुधा कार संग्रहालय हैदराबाद, भारत में स्थित एक मोटर-गाड़ी संबंधी संग्रहालय हैं। यह संग्रहालय असाधारण गाड़ियाँ प्रदर्शित करता है जो रोज़मर्रा की वस्तुओं के समान दिखती हैं। ये गाड़ियाँ सुधाकर यादव द्वारा हाथ से बनाई गईं हैं। इन्होंने ये कार्य महाविद्यालय में अपने शौक के रूप में शुरू किया और २०१० में यह समर्पित संग्रहालय खोला। .

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आइवी लीग

आइवी लीग एक एथिलेटिक सम्मेलन है जिसमें पूर्वोत्तर संयुक्त राज्य अमेरिका के उच्च शिक्षा के आठ निजी संस्थान शामिल हैं। साधारणतः इस शब्द का प्रयोग समूह के रूप में माने गए उन आठ स्कूलों के लिए किया जाता है। यह शब्द अकादमिक विशिष्टता, प्रवेश चयनात्मकता और सामाजिक उत्कृष्टता अर्थ भी ध्वनित करता है। 1954 में NCAA एथलेटिक सम्मेलन के गठन के बाद, विशेष रूप से खेल शब्दावली में यह शब्द आधिकारिक बन गई, और जब अधिकांश देश पसंदीदा कॉलेज टीमों के इर्द-गिर्द केन्द्रित हो गए। इस शब्द का प्रयोग अब केवल एथलेटिक्स तक ही सीमित नहीं है और अब देश के सबसे पुराने स्कूलों में निहित शैक्षिक दर्शन का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अतिरिक्त, अक्सर जनता आइवी लीग के स्कूलों को दुनिया भर के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के रूप में मानती है और ये अक्सर संयुक्त राज्य अमेरिका और विश्व भर में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की श्रेणी में रखे जाते हैं। U.S.न्यूज़ एंड वर्ल्ड रिपोर्ट कॉलेज और विश्वविद्यालय रैंकिंग में आइवी लीग के सभी संस्थान शीर्ष के निकट स्थान पर हैं और वित्तीय स्थाई निधि के मामले में दुनिया की शैक्षणिक संस्थाओं के शीर्ष एक प्रतिशत में इसे स्थान प्राप्त है। आठ स्कूलों में से सात स्कूलों की स्थापना अमेरिका के औपनिवेशिक काल के दौरान हुआ; जिसका अपवाद है कार्नेल, जो 1865 में स्थापित हुआ। अतः अमेरिकी क्रांति से पहले नौ औपनिवेशिक कॉलेजों में आइवी लीग की सात संस्थाएं अधिकृत हैं। भौगोलिक रूप से सारे आइवी संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं। संघीय और राज्य सरकार की ओर से सभी आठ स्कूलों को शोध अनुदान और अन्य आर्थिक सहायता के रूप में करोड़ों डॉलर प्राप्त होते हैं। आइवी लीग स्कूलों में पूर्वस्नातक के लिए क़रीब 4,000 से 14,000 के बीच पंजीकरण होते हैं, जो उन्हें विशिष्ट निजी उदारवादी कला विद्यालयों से बड़ा और विशिष्ट सार्वजनिक राज्य विश्वविद्यालय से छोटे बनाता हैं। आइवी लीग विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थाई निधि ब्राउन के $2.01 बिलियन और हार्वर्ड के $28.8 बिलियन के बीच है, जो दुनिया में किसी भी शैक्षणिक संस्थान की सबसे बड़ी वित्तीय स्थाई निधि है। वर्तमान आइवी लीग के साथी संस्थानों का स्थान. .

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कोकेन

कोकेन (Benzoylmethylecgonine) एक क्रिस्टलीय ट्रोपेन उपक्षार है, जो कोका पौधे की पत्तियों से प्राप्त होता है।अग्रवाल, अनिल.

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अभिकलन का इतिहास

एनिआक (Eniac) मशीन, सामान्य-उपयोग वाली प्रथम अभिकलित्र थी जो संयुक्त राज्य अमेरिका की थलसेना के उपयोग के लिये बनी थी अभिकलन के इतिहास में केवल अभिकलन का हार्डवेयर या आधुनिक अभिकलन प्रौद्योगिकी ही नहीं है बल्कि इसके अतिरिक्त भी बहुत कुछ है। अभिकलन के इतिहास में अन्य बातों के अतिरिक्त कलम और कागज या चाक और स्लेट पर अभिकलन करने की विधियाँ (पहाड़ा की सहायता से या बिना पहाड़ा के) भी शामिल हैं। .

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अक्षर कला

मुद्रण कला मुद्रण को सजाने, मुद्रण डिजाइन तथा मुद्रण ग्लिफ्स को संशोधित करने की कला एवं तकनीक है। मुद्रण ग्लिफ़ को विभिन्न उदाहरण तकनीकों का उपयोग करके बनाया और संशोधित किया जाता है। मुद्रण की सजावट में टाइपफेस का चुनाव, प्वायंट साईज, लाइन की लंबाई, लिडिंग (लाइन स्पेसिंग) अक्षर समूहों के बीच स्पेस (ट्रैकिंग) तथा अक्षर जोड़ों के बीच के स्पेस (केर्निंग) को व्यवस्थित करना शामिल हैं। टाइपोग्राफी का टाइपसेटर, कम्पोजिटर, टाइपोग्राफर, ग्राफिक डिजाइनर, कला निर्देशक, कॉमिक बुक कलाकार, भित्तिचित्र कलाकार तथा क्लैरिकल वर्करों द्वारा किया जाता है। डिजिटल युग के आने तक टाइपोग्राफी एक विशेष प्रकार का व्यवसाय था। डिजिटलीकरण ने टाइपोग्राफी को नई पीढ़ी के दृश्य डिजाइनरों और ले युजरों के लिए सुगम बना दिया.

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

पेन, कलम

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