सामग्री की तालिका
16 संबंधों: चितचोर (1976 फ़िल्म), एक बार कहो (1980 फ़िल्म), तपस्या (1976 फ़िल्म), ताराचंद बड़जात्या, दोस्ती (1964 फ़िल्म), दीदी तेरा देवर दीवाना, नदिया के पार (१९८२ फ़िल्म), पहेली (1977 फ़िल्म), प्रेम रतन धन पायो, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार, मैंने प्यार किया, शिवकुमार शर्मा, सबसे महंगी भारतीय फिल्मों की सूची, हम साथ साथ हैं, जीवन मृत्यु (1970 फ़िल्म), अबोध।
चितचोर (1976 फ़िल्म)
चितचोर 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और चितचोर (1976 फ़िल्म)
एक बार कहो (1980 फ़िल्म)
एक बार कहो (अंग्रेजी: Say once) 1980 में राजश्री प्रोडक्षंस के लिए ताराचंद बडजात्या निर्मित, लेख टंडन निर्देशित हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। रूमानी एवं पारिवारिक कथा आधारित इस फ़िल्म के नवीन निश्चल व शबाना आज़मी प्रमुख कलाकार तथा सहायक कलाकार किरण वैराले, मदन पुरी, राजेंद्रनाथ, जगदीप, अनिल कपूर, दिलीप धवन, सुरेश ओबेरॉय है| .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और एक बार कहो (1980 फ़िल्म)
तपस्या (1976 फ़िल्म)
तपस्या 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और तपस्या (1976 फ़िल्म)
ताराचंद बड़जात्या
ताराचंद बड़जात्या (10 मई 1914 - 21 सितम्बर 1992) भारत के प्रसिद्ध फिल्म-निर्माता थे। उन्होने सन १९६० के दशक से आरम्भ करके १९८० के दशक तक अनेकों हिन्दी फिल्में बनायी। वे राजश्री प्रोडक्शन्स के संस्थापक थे। वे मानवीय मूल्यों पर आधारित पारिवारिक फिल्में बनाने में सिद्धहस्त थे। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और ताराचंद बड़जात्या
दोस्ती (1964 फ़िल्म)
दोस्ती १९६४ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जिसके निर्देशक सत्येन बोस और निर्माता अपने राजश्री प्रोडक्शन्स के तले ताराचंद बड़जात्या हैं। जैसा फ़िल्म का नाम है, यह फ़िल्म एक अपाहिज लड़के और एक अन्धे लड़के के बीच दोस्ती को दर्शाती है। इस फ़िल्म को १९६४ के फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में छ: पुरस्कारों से नवाज़ा गया जिसमें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार भी शामिल है। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और दोस्ती (1964 फ़िल्म)
दीदी तेरा देवर दीवाना
"दीदी तेरा देवर दीवाना" १९९४ की हिन्दी फ़िल्म हम आपके हैं कौन में लता मंगेशकर और एस॰ पी॰ बालासुब्रमण्यम का गाया हुआ गीत हैं। इस गीत को रामलक्ष्मण द्वारा संगीत दिया गया हैं और गीत देव कोहली ने लिखा है। हम आपके हैं कौन सूरज बड़जात्या द्वारा लिखित और निर्देशित फ़िल्म थी जो राजश्री प्रोडक्शन्स के बैनर के तहत बनी थी। गीत में मुख्यतः फ़िल्म के कलाकार माधुरी दीक्षित और सलमान खान गोद भराई के समारोह में नृत्य करते दिखते हैं। गीत के प्रदर्शन के बाद उसे खूब लोकप्रियता हासिल हुई और मंगेशकर को फ़िल्मफ़ेयर विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया। एना सिंह द्वारा तैयार की गई और दीक्षित द्वारा पहनी गई चमकीले बैंगनी रंग की साटन साड़ी और बैकलेस (खिड़की) ब्लाउज बाज़ार में फ़ैशन का रुझान बनी और खूब बिकी। दीक्षित के नृत्य और पूरे गीत में दिखने वाले उनके रूप को अच्छी समीक्षा मिली। चित्रकार मकबूल फ़िदा हुसैन ने ये गीत देखकर दीक्षित को अपनी प्रेरणा स्रोत मानकर दीक्षित से प्रेरित चित्रों की एक श्रृंखला को पर काम किया। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और दीदी तेरा देवर दीवाना
नदिया के पार (१९८२ फ़िल्म)
नदिया के पार १९८२ में निर्मित बॉलीवुड फ़िल्म है जिसका निर्देशन गोविन्द मुनिस ने किया। यह फ़िल्म उत्तर प्रदेश में फ़िल्माई गई और इसमें मुख्य अभिनय भूमिका में सचिन, साधना सिंह, इन्द्र ठाकुर, मिताली, सविता बजाज, शीला डेविड, लीला मिश्रा और सोनी राठौड़ हैं। यह केश्व प्रसाद मिश्र के हिन्दी उपन्यास कोहबर की शर्त पर आधारित फ़िल्म है। यह फ़िल्म उत्तर प्रदेश और बिहार क्षेत्र की स्थानीय भाषा में बनी हुई है। इसे भोजपुरी और अवधि बोलियों का मिश्रित रूप माना जा सकता है जो बिहार तथा उत्तर प्रदेश के मध्य और पूर्वी इलाकों में बोली जाती है। फ़िल्म का निर्माण राजश्री प्रोडक्शन्स के बैनर तले हुआ। इसको तेलुगु में प्रेमलयम नाम से डब किया गया। इसके बाद १९९४ में राजश्री प्रोडक्शन्स ने ही हम आपके हैं कौन शीर्षक के साथ पुनः निर्माण किया। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और नदिया के पार (१९८२ फ़िल्म)
पहेली (1977 फ़िल्म)
पहेली (अंग्रेजी: riddle) 1977 में ताराचंद बड़जात्या द्वारा निर्मिन चित्र थी| प्रशांत नन्दा के निर्देशन में बनी इस पारिवारिक चित्र में सत्यजीत व नमीता चंद्रा ने मुख्य भूमिका निभाई| अरुण गोविल, नमीता चंद्रा, पूर्णिमा जयराम, नीना महापात्रा और अनीता सिंह को सुनहरे परदे पर अभिनय के लिए तथा सुरेश वाडेकर को परश्वागायन के लिए परिचय किया गया| .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और पहेली (1977 फ़िल्म)
प्रेम रतन धन पायो
प्रेम रतन धन पायो बॉलीवुड में बनी हिन्दी भाषा की एक फिल्म है। इस फिल्म के मुख्य किरदार में सलमान खान और सोनम कपूर हैं। यह फिल्म 12 नवम्बर 2015 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और प्रेम रतन धन पायो
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार
मैंने प्यार किया
मैंने प्यार किया 1989 की सूरज बड़जात्या द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की संगीतमय प्रेमकहानी फ़िल्म है। प्रमुख भूमिकाओं में सलमान खान और भाग्यश्री हैं। इसे राजश्री प्रोडक्शन्स द्वारा बनाया गया था। यह सूरज की निर्देशक के रूप में शुरुआत, सलमान की पहली प्रमुख भूमिका (पिछले वर्ष की बीवी हो तो ऐसी में सहायक भूमिका के बाद) और भाग्यश्री की फिल्म करियर की शुरुआत थी। यह 1989 वर्ष की शीर्ष कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्म थी और 1980 के दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी। इस फिल्म का साउंडट्रैक एल्बम भी 1980 के दशक का सर्वश्रेष्ठ बिकने वाला बॉलीवुड संगीत एल्बम था। 35वें फिल्मफेयर पुरस्कार में, फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म सहित छह पुरस्कार जीते। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और मैंने प्यार किया
शिवकुमार शर्मा
पंडित शिवकुमार शर्मा (जन्म १३ जनवरी, १९३८, जम्मू, भारत) प्रख्यात भारतीय संतूर वादक हैं। संतूर एक कश्मीरी लोक वाद्य होता है। इनका जन्म जम्मू में गायक पंडित उमा दत्त शर्मा के घर हुआ था। १९९९ में रीडिफ.कॉम को दिये एक साक्षातकार में उन्होंने बताया कि इनके पिता ने इन्हें तबला और गायन की शिक्षा तब से आरंभ कर दी थी, जब ये मात्र पाँच वर्ष के थे। इनके पिता ने संतूर वाद्य पर अत्यधिक शोध किया और यह दृढ़ निश्चय किया कि शिवकुमार प्रथम भारतीय बनें जो भारतीय शास्त्रीय संगीत को संतूर पर बजायें। तब इन्होंने १३ वर्ष की आयु से ही संतूर बजाना आरंभ किया और आगे चलकर इनके पिता का स्वप्न पूरा हुआ। इन्होंने अपना पहला कार्यक्रम बंबई में १९५५ में किया था। १९८८ में वादन करते हुए शिवकुमार शर्मा संतूर के महारथी होने के साथ साथ एक अच्छे गायक भी हैं। एकमात्र इन्हें संतूर को लोकप्रिय शास्त्रीय वाद्य बनाने में पूरा श्रेय जाता है। इन्होंने संगीत साधना आरंभ करते समय कभी संतूर के विषय में सोचा भी नहीं था, इनके पिता ने ही निश्चय किया कि ये संतूर बजाया करें। इनका प्रथम एकल एल्बम १९६० में आया। १९६५ में इन्होंने निर्देशक वी शांताराम की नृत्य-संगीत के लिए प्रसिद्ध हिन्दी फिल्म झनक झनक पायल बाजे का संगीत दिया। १९६७ में इन्होंने प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया और पंडित बृजभूषण काबरा की संगत से एल्बम कॉल ऑफ द वैली बनाया, जो शास्त्रीय संगीत में बहुत ऊंचे स्थान पर गिना जाता है। इन्होंने पं.
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और शिवकुमार शर्मा
सबसे महंगी भारतीय फिल्मों की सूची
यह सबसे महंगी भारतीय फिल्मों की सूची है, जिसमें भारतीय रुपए में बजट दिए गए हैं। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और सबसे महंगी भारतीय फिल्मों की सूची
हम साथ साथ हैं
हम साथ साथ हैं 1999 की सूरज बड़जात्या द्वारा निर्देशित और लिखित हिन्दी भाषा की फिल्म है। राजश्री प्रोडक्शन्स द्वारा इसे निर्मित किया गया है। फिल्म में सलमान खान, सैफ अली खान, मोहनीश बहल, तबु, सोनाली बेंद्रे और करिश्मा कपूर मुख्य भूमिकाओं में हैं। जबकि आलोक नाथ, रीमा लागू, नीलम कोठारी और महेश ठाकुर सहायक भूमिका में हैं। यह साल 1999 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और हम साथ साथ हैं
जीवन मृत्यु (1970 फ़िल्म)
जीवन मृत्यु सन् 1970 में प्रदर्शित जुर्म पर आधारित एक रोमांचक हिन्दी फ़िल्म है। जिसमें धर्मेन्द्र, राखी, अजीत तथा राजेन्द्रनाथ मुख्य भुमिका मे है। फ़िल्म का निर्माण राजश्री प्रोडक्शन्स तथा निर्देशन सत्येन बोस ने किया है। यह राखी की पहली हिन्दी फ़िल्म थी। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और जीवन मृत्यु (1970 फ़िल्म)
अबोध
अबोध 1984 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह फिल्म माधुरी दीक्षित की पहली फिल्म होने के लिये जानी जाती है। .
देखें राजश्री प्रोडक्शन्स और अबोध
राजश्री पिक्चर्स के रूप में भी जाना जाता है।