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राज कपूर

सूची राज कपूर

राज कपूर (१९२४-१९८८) प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता एवं निर्देशक थे। नेहरूवादी समाजवाद से प्रेरित अपनी शुरूआती फ़िल्मों से लेकर प्रेम कहानियों को मादक अंदाज से परदे पर पेश करके उन्होंने हिंदी फ़िल्मों के लिए जो रास्ता तय किया, इस पर उनके बाद कई फ़िल्मकार चले। भारत में अपने समय के सबसे बड़े 'शोमैन' थे। सोवियत संघ और मध्य-पूर्व में राज कपूर की लोकप्रियता दंतकथा बन चुकी है। उनकी फ़िल्मों खासकर श्री ४२० में बंबई की जो मूल तस्वीर पेश की गई है, वह फ़िल्म निर्माताओं को अभी भी आकर्षित करती है। राज कपूर की फ़िल्मों की कहानियां आमतौर पर उनके जीवन से जुड़ी होती थीं और अपनी ज्यादातर फ़िल्मों के मुख्य नायक वे खुद होते थे। .

122 संबंधों: चाँदी सोना (1977 फ़िल्म), चार दिल चार राहें (1959 फ़िल्म), चित्तौड़ विजय, चोरी चोरी (1956 फ़िल्म), एराउन्ड द वर्ल्ड (1967 फ़िल्म), ठुमरी (कथासंग्रह), तलत महमूद, तीसरी कसम (1966 फ़िल्म), द डर्टी पिक्चर, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, दास्तान (1950 फ़िल्म), दिल की रानी, दिलीप कुमार, दूल्हा दुल्हन, दो जासूस (1975 फ़िल्म), दो उस्ताद (1959 फ़िल्म), धरम करम (1975 फ़िल्म), धुन (1953 फ़िल्म), नसीब (१९८१ फ़िल्म), नज़राना (1961 फ़िल्म), नौकरी (1978 फ़िल्म), नीलकमल (1947 फ़िल्म), परिवर्तन (फ़िल्म), परवरिश (1958 फ़िल्म), पापी (1953 फ़िल्म), पुष्कर भान, प्यार (1950 फ़िल्म), प्रेम रोग (1982 फ़िल्म), पृथ्वीराज कपूर, फ़िल्म, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार, फ़ैसलाबाद, फिर सुबह होगी (1958 फ़िल्म), बरसात (1949 फ़िल्म), बर्फी!, बावरे नयन (1950 फ़िल्म), बूट पॉलिश (1954 फ़िल्म), बेवफ़ा (1952 फ़िल्म), बॉबी (१९७३ फ़िल्म), भँवरा (1950 फ़िल्म), भारतीय चलचित्र अभिनेता सूची, भारतीय सिनेमा, भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष, भारतीय व्यक्तित्व, मधुबाला, मन्दाकिनी (अभिनेत्री), महानतम भारतीय (सर्वेक्षण), मुकेश, ..., मैं नशे में हूँ (1959 फ़िल्म), मूलचन्द, मेरा दोस्त मेरा धर्म (1973 फ़िल्म), मेरा नाम जोकर (1970 फ़िल्म), मोहम्मद रफ़ी, रणबीर कपूर, राजू बन गया जेंटलमैन, राजेन्द्र कुमार (अभिनेता), राजीव कपूर, रेशमा, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, शशि कपूर, शारदा (1957 फ़िल्म), श्री ४२० (1955 फ़िल्म), श्रीमान सत्यवादी (1960 फ़िल्म), शैलेन्द्र, सत्यम शिवम सुन्दरम (1978 फ़िल्म), सपनों का सौदागर (1968 फ़िल्म), सरगम (1950 फ़िल्म), संगम (1964 फ़िल्म), संगम (बहुविकल्पी), सुनहरे दिन, हमारी बात, हरसिल, हिन्दको भाषा, हिन्दी सिनेमा, हिंदी चलचित्र, १९४० दशक, हिंदी चलचित्र, १९५० दशक, हिंदी चलचित्र, १९६० दशक, हिंदी चलचित्र, १९७० दशक, हिंदी चलचित्र, १९८० दशक, हेमा मालिनी, जान पहचान (1950 फ़िल्म), जागते रहो (1956 फ़िल्म), जिस देश में गंगा बहती है, जेल यात्रा, जोकर (बहुविकल्पी), वाल्मीकि (1946 फ़िल्म), वकील बाबू (1982 फ़िल्म), ख़ान दोस्त (1976 फ़िल्म), गौरी (1943 फ़िल्म), गोपीचन्द जासूस (1982 फ़िल्म), गोपीनाथ (फ़िल्म), गीता बाली, आशियाना (1952 फ़िल्म), आशिक (1962 फ़िल्म), आह (1953 फ़िल्म), आवारा (1951 फ़िल्म), आग (1948 फ़िल्म), इन्कलाब (१९३५ फ़िल्म), कन्हैया (1959 फ़िल्म), कपूर (उपनाम), कपूर परिवार, करण जौहर, करण कपूर, करीना कपूर, कल आज और कल (1971 फ़िल्म), किशोर कुमार, कुणाल कपूर (कपूर परिवार), अनहोनी (1952 फ़िल्म), अनाड़ी (1959 फ़िल्म), अनुपम श्याम, अब्दुल्ला (1980 फ़िल्म), अमर प्रेम (1948 फ़िल्म), अरमान जैन, अंदाज़ (1949 फ़िल्म), अंबर (1952 फ़िल्म), छलिया (1960 फ़िल्म), १४ दिसम्बर, १९२४, १९७१ में पद्म भूषण धारक, १९८८ सूचकांक विस्तार (72 अधिक) »

चाँदी सोना (1977 फ़िल्म)

चाँदी सोना 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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चार दिल चार राहें (1959 फ़िल्म)

चार दिल चार राहें 1959 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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चित्तौड़ विजय

चित्तौड़ विजय १९४७ में बनी हिन्दी भाषा की एक फिल्म है। .

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चोरी चोरी (1956 फ़िल्म)

चोरी चोरी 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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एराउन्ड द वर्ल्ड (1967 फ़िल्म)

एराउन्ड द वर्ल्ड 1967 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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ठुमरी (कथासंग्रह)

ठुमरी एक कथा-संग्रह है जिसके रचायिता फणीश्वर नाथ रेणु हैं। ठुमरी नामक इस कथा संग्रह में विविध प्रकार की कहानियाँ हैं और ठुमरी शीर्षक से कोई कहानी न होते हुए भी इसीलिए लेखक ने इसका नाम ठुमरी नमक गायन विधा के नाम पर रखा है जिसमें मिश्रित भावों और रागों का निरूपण होता है, क्योंकि यह संग्रह विविध प्रकार और भाव वाली कहानियों का संग्रह है। इस कथा संग्रह की सर्वाधिक प्रसिद्द कहानी तीसरी कसम है जिस पर शैलेन्द्र ने एक फ़िल्म का निर्माण किया जी इसी तीसरी कसम नाम से है और जिसमें राज कपूर तथा वहीदा रहमान मुख्य भूमिकाओं में हैं। इस संग्रह की एक अन्य कहानी पंचलाइट काफ़ी लोकप्रिय रही और यह कई जगह हिन्दी कहानी के पाठ्यक्रम का हिस्सा भी है। .

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तलत महमूद

तलत महमूद (२४ फरवरी, १९२४-९ मई, १९९८) एक भारतीय गायक तथा अभिनेता थे। अपनी थरथराती आवाज़ से मशहूर उनको गजल की दुनिया का राजा भी कहा जाता है। .

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तीसरी कसम (1966 फ़िल्म)

तीसरी कसम (अंग्रेजी: third oath)1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसको तत्काल बॉक्स ऑफ़िस पर सफलता नहीं मिली थी पर यह हिन्दी के श्रेष्ठतम फ़िल्मों में गिनी जाती है। फ़िल्म का निर्माण प्रसिद्ध गीतकार शैलेन्द्र ने किया था जिसे हिन्दी लेखक फणीश्वर नाथ 'रेणु' की प्रसिद्ध कहानी मारे गए ग़ुलफ़ाम की पटकथा मिली। इस फ़िल्म की असफलता के बाद शैलेन्द्र काफी निराश हो गए थे और उनका अगले ही साल निधन हो गया था। यह हिन्दी के महान कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी 'मारे गये गुलफाम' पर आधारित है। इस फिल्म के मुख्य कलाकारों में राज कपूर और वहीदा रहमान शामिल हैं। बासु भट्टाचार्य द्वारा निर्देशित तीसरी कसम एक फिल्म गैर-परंपरागत है जो भारत की देहाती दुनिया और वहां के लोगों की सादगी को दिखाती है। यह पूरी फिल्म बिहार के अररिया जिले में फिल्मांकित की गई। इस फिल्म का फिल्मांकन सुब्रत मित्र ने किया है। पटकथा नबेन्दु घोष की है, जबकि संवाद लिखे हैं स्वयं फणीन्द्र नाथ रेणु ने.

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द डर्टी पिक्चर

द डर्टी पिक्चर (The Dirty Picture) 2011 में बनी सिल्क स्मिता की जीवनी पर आधारित हिन्दी फ़िल्म है। फ़िल्म निर्माताओं ने हालांकि यह साफ़ किया है कि फ़िल्म कि कहानी पूरी तरह स्मिता पर आधारित नहीं है परन्तु उन्ही की तरह अन्य दक्षिणात्य अभिनेत्रियों, जैसे नायलोन नलिनी और डिस्को शांती से भी प्रभावित है और लोकप्रिय संस्क्रती में एक स्त्री के निजी जीवन और उसके संघर्ष की कहानी बयां करती है जिसमें हॉलीवुड अभिनेत्री और सेक्स सिम्बल मर्लिन मुनरो भी शामिल है। फ़िल्म का निर्देशन मिलन लुथरिया ने किया है और इसकी सह-निर्माता शोभा कपूर और एकता कपूर है। एकता कपूर को जब इस फ़िल्म का खयाल आया तब उन्होंने कथानक-कर रजत अरोडा को कहानी लिखने को कहा। द डर्टी पिक्चर को विश्वभर में हिन्दी, तमिल और तेलगु भाषओं में 2 दिसम्बर 2011 को रिलीज़ किया गया (स्मिता की जन्म तारीख पर)। विद्या बालन, नसीरुद्दीन शाह और इमरान हाशमी ने फ़िल्म में मुख्य किरदारों की भुमिका निभाई है। रिलीज़ के पश्च्यात फ़िल्म को समीक्षकों द्वारा काफ़ी सराहा गया और व्यावसाइक दृष्टी से यह एक सफल फ़िल्म रही। .

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दादासाहेब फाल्के पुरस्कार

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है, को कि किसी व्यक्ति विशेष को भारतीय सिनेमा में उसके आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार का प्रारंम्भ दादा साहेब फाल्के के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 से हुआ। यह पुरस्कार उस वर्ष के अंत में रास्ट्रीय पुरस्कार के साथ प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार में 10 लाख रुपया और सुवणॅ कमल दिया जाता है। .

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दास्तान (1950 फ़िल्म)

दास्तान 1950 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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दिल की रानी

दिल की रानी 1947 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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दिलीप कुमार

दिलीप कुमार (जन्म 11 दिसंबर, 1922; जन्म का नाम: यूसुफ़ ख़ान), हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेता है जो भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के सदस्य रह चुके है। दिलीप कुमार को उनके दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे 'ट्रेजिडी किंग' भी कहा जाता था। उन्हें भारतीय फ़िल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ से भी सम्मानित किया गया है। .

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दूल्हा दुल्हन

दूल्हा दुल्हन 1964 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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दो जासूस (1975 फ़िल्म)

दो जासूस 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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दो उस्ताद (1959 फ़िल्म)

दो उस्ताद 1959 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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धरम करम (1975 फ़िल्म)

धरम करम 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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धुन (1953 फ़िल्म)

धुन 1953 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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नसीब (१९८१ फ़िल्म)

नसीब 1981 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। इसका निर्माण और निर्देशन का काम मनमोहन देसाई ने किया था। इसमें मुख्य किरदार में अमिताभ बच्चन, शत्रुघन सिन्हा, ऋषि कपूर, हेमामालिनी आदि हैं। .

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नज़राना (1961 फ़िल्म)

नज़राना 1961 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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नौकरी (1978 फ़िल्म)

नौकरी 1978 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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नीलकमल (1947 फ़िल्म)

नीलकमल 1947 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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परिवर्तन (फ़िल्म)

परिवर्तन 1949 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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परवरिश (1958 फ़िल्म)

परवरिश 1958 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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पापी (1953 फ़िल्म)

पापी 1953 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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पुष्कर भान

पुष्कर भान (1926 – 5 अक्टूबर 2008) कश्मीर से रेडियो अभिनेता एवं पटकथा लेखक थे। .

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प्यार (1950 फ़िल्म)

प्यार 1950 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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प्रेम रोग (1982 फ़िल्म)

प्रेम रोग (1982 फ़िल्म) प्रेम रोग 1982 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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पृथ्वीराज कपूर

पृथ्वीराज कपूर (3 नवंबर 1901 - 29 मई 1972) हिंदी सिनेमा जगत एवं भारतीय रंगमंच के प्रमुख स्तंभों में गिने जाते हैं। पृथ्वीराज ने बतौर अभिनेता मूक फ़िल्मो से अपना करियर शुरू किया। उन्हें भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) के संस्थापक सदस्यों में से एक होने का भी गौरव हासिल है। पृथ्वीराज ने सन् 1944 में मुंबई में पृथ्वी थिएटर की स्थापना की, जो देश भर में घूम-घूमकर नाटकों का प्रदर्शन करता था। इन्हीं से कपूर ख़ानदान की भी शुरुआत भारतीय सिनेमा जगत में होती है। 1972 में उनकी मृत्यु के पश्चात उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी नवाज़ा गया। पृथ्वीराज कपूर को कला क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६९ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। पृथ्वीराज ने पेशावर पाकिस्तान के एडवर्ड कालेज से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने एक साल तक कानून की शिक्षा भी प्राप्त की जिसके बाद उनका थियेटर की दुनिया में प्रवेश हुआ। 1928 में उनका मुंबई आगमन हुआ। कुछ एक मूक फ़िल्मों में काम करने के बाद उन्होंने भारत की पहली बोलनेवाली फ़िल्म आलम आरा में मुख्य भूमिका निभाई। .

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फ़िल्म

फ़िल्म, चलचित्र अथवा सिनेमा में चित्रों को इस तरह एक के बाद एक प्रदर्शित किया जाता है जिससे गति का आभास होता है। फ़िल्में अकसर विडियो कैमरे से रिकार्ड करके बनाई जाती हैं, या फ़िर एनिमेशन विधियों या स्पैशल इफैक्ट्स का प्रयोग करके। आज ये मनोरंजन का महत्त्वपूर्ण साधन हैं लेकिन इनका प्रयोग कला-अभिव्यक्ति और शिक्षा के लिए भी होता है। भारत विश्व में सबसे अधिक फ़िल्में बनाता है। फ़िल्म उद्योग का मुख्य केन्द्र मुंबई है, जिसे अमरीका के फ़िल्मोत्पादन केन्द्र हॉलीवुड के नाम पर बॉलीवुड कहा जाता है। भारतीय फिल्मे विदेशो में भी देखी जाती है .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में सबसे बेहतर अभिनय के लिये फ़िल्म के अभिनेता को फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .

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फ़ैसलाबाद

right फ़ैसलाबाद पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त का एक नगर है। एक समय में अपने ग्रामीण रूप के कारण से इसे एशिया का सब से बड़ा गाँव कहा जाता था। समय के साथ साथ परिवर्तित होकर यह नगर अब कराची और लाहौर के बाद पाकिस्तान का सब से बड़ा शहर बन गया है। .

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फिर सुबह होगी (1958 फ़िल्म)

फिर सुबह होगी 1958 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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बरसात (1949 फ़िल्म)

बरसात 1949 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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बर्फी!

बर्फी! 2012 में प्रदर्शित रोमेंटिक हास्य-नाटक हिन्दी फ़िल्म है जिसके लेखक, निर्देशक व सह-निर्माता अनुराग बसु हैं। 1970 के दशक में घटित फ़िल्म की कहानी दार्जिलिंग के एक गूंगे और बहरे व्यक्ति मर्फी "बर्फी" जॉनसन के जीवन और उसके दो महिलाओं श्रुति और मंदबुद्धि के साथ सम्बन्धों को दर्शाती है। फ़िल्म में मुख्य भूमिका में रणबीर कपूर, प्रियंका चोपड़ा और इलियाना डी'क्रूज़ हैं तथा सहायक अभिनय करने वाले सौरभ शुक्ला, आशीष विद्यार्थी और रूपा गांगुली हैं। लगभग के बजट में बनी, बर्फी! विश्व स्तर पर 14 सितम्बर 2012 को व्यापक समीक्षकों की प्रशंसा के साथ प्रदर्शित हुई। समीक्षकों ने अभिनय, निर्देशन, पटकथा, छायांकन, संगीत और शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के सकारात्मक चित्रण की प्रशंसा की। फ़िल्म को बॉक्स-ऑफिस पर बड़ी सफ़लता प्राप्त हुई, परिणामस्वरूप यह भारत और विदेशों में 2012 की उच्चतम अर्जक बॉलीवुड फ़िल्मों की श्रेणी में शामिल हुई तथा तीन सप्ताह पश्चात बॉक्स ऑफिस इंडिया द्वारा इसे "सूपर हिट" (उत्तम सफलता) घोषित कर दिया गया। दुनिया भर में फ़िल्म ने अर्जित किए। फ़िल्म को 85वें अकादमी पुरस्कारों की सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फ़िल्म श्रेणी के नामांकन के लिए भारतीय आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया। बर्फी ने भारत भर के विभिन्न पुरस्कार समारोहों में कई पुरस्कार और नामांकन अर्जित किए। 58वें फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में इस फ़िल्म ने 13 नामांकन प्राप्त किए और इसने सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, कपूर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता तथा प्रीतम को मिले सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक पुरस्कार सहित सात (अन्य किसी भी फ़िल्म से अधिक) पुरस्कार जीते। .

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बावरे नयन (1950 फ़िल्म)

बावरे नयन किदार नाथ शर्मा द्वारा निर्देशित 1950 में बनी हिन्दी भाषा की प्रेमकहानी फिल्म है। .

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बूट पॉलिश (1954 फ़िल्म)

बूट पॉलिश 1954 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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बेवफ़ा (1952 फ़िल्म)

बेवफ़ा 1952 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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बॉबी (१९७३ फ़िल्म)

बॉबी 1973 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह फिल्म डिम्पल कपाडिया और राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर की पहली फिल्म है। यह फिल्म १९७३ की सबसे हिट फिल्म मानी जाती है। .

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भँवरा (1950 फ़िल्म)

भँवरा 1950 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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भारतीय चलचित्र अभिनेता सूची

इस पृष्ठ पर भारतीय चलचित्र के अभिनेताओं की सूची दी गई है। .

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भारतीय सिनेमा

भारतीय सिनेमा के अन्तर्गत भारत के विभिन्न भागों और भाषाओं में बनने वाली फिल्में आती हैं जिनमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और बॉलीवुड शामिल हैं। भारतीय सिनेमा ने २०वीं सदी की शुरुआत से ही विश्व के चलचित्र जगत पर गहरा प्रभाव छोड़ा है।। भारतीय फिल्मों का अनुकरण पूरे दक्षिणी एशिया, ग्रेटर मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्व सोवियत संघ में भी होता है। भारतीय प्रवासियों की बढ़ती संख्या की वजह से अब संयुक्त राज्य अमरीका और यूनाइटेड किंगडम भी भारतीय फिल्मों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बन गए हैं। एक माध्यम(परिवर्तन) के रूप में सिनेमा ने देश में अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की और सिनेमा की लोकप्रियता का इसी से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि यहाँ सभी भाषाओं में मिलाकर प्रति वर्ष 1,600 तक फिल्में बनी हैं। दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा के जनक के रूप में जाना जाते हैं। दादा साहब फाल्के के भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान के प्रतीक स्वरुप और 1969 में दादा साहब के जन्म शताब्दी वर्ष में भारत सरकार द्वारा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना उनके सम्मान में की गयी। आज यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित और वांछित पुरस्कार हो गया है। २०वीं सदी में भारतीय सिनेमा, संयुक्त राज्य अमरीका का सिनेमा हॉलीवुड तथा चीनी फिल्म उद्योग के साथ एक वैश्विक उद्योग बन गया।Khanna, 155 2013 में भारत वार्षिक फिल्म निर्माण में पहले स्थान पर था इसके बाद नाइजीरिया सिनेमा, हॉलीवुड और चीन के सिनेमा का स्थान आता है। वर्ष 2012 में भारत में 1602 फ़िल्मों का निर्माण हुआ जिसमें तमिल सिनेमा अग्रणी रहा जिसके बाद तेलुगु और बॉलीवुड का स्थान आता है। भारतीय फ़िल्म उद्योग की वर्ष 2011 में कुल आय $1.86 अरब (₹ 93 अरब) की रही। जिसके वर्ष 2016 तक $3 अरब (₹ 150 अरब) तक पहुँचने का अनुमान है। बढ़ती हुई तकनीक और ग्लोबल प्रभाव ने भारतीय सिनेमा का चेहरा बदला है। अब सुपर हीरो तथा विज्ञानं कल्प जैसी फ़िल्में न केवल बन रही हैं बल्कि ऐसी कई फिल्में एंथीरन, रा.वन, ईगा और कृष 3 ब्लॉकबस्टर फिल्मों के रूप में सफल हुई है। भारतीय सिनेमा ने 90 से ज़्यादा देशों में बाजार पाया है जहाँ भारतीय फिल्मे प्रदर्शित होती हैं। Khanna, 158 सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक, मृणाल सेन, अडूर गोपालकृष्णन, बुद्धदेव दासगुप्ता, जी अरविंदन, अपर्णा सेन, शाजी एन करुण, और गिरीश कासरावल्ली जैसे निर्देशकों ने समानांतर सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वैश्विक प्रशंसा जीती है। शेखर कपूर, मीरा नायर और दीपा मेहता सरीखे फिल्म निर्माताओं ने विदेशों में भी सफलता पाई है। 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रावधान से 20वीं सेंचुरी फॉक्स, सोनी पिक्चर्स, वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स और वार्नर ब्रदर्स आदि विदेशी उद्यमों के लिए भारतीय फिल्म बाजार को आकर्षक बना दिया है। Khanna, 156 एवीएम प्रोडक्शंस, प्रसाद समूह, सन पिक्चर्स, पीवीपी सिनेमा,जी, यूटीवी, सुरेश प्रोडक्शंस, इरोज फिल्म्स, अयनगर्न इंटरनेशनल, पिरामिड साइमिरा, आस्कार फिल्म्स पीवीआर सिनेमा यशराज फिल्म्स धर्मा प्रोडक्शन्स और एडलैब्स आदि भारतीय उद्यमों ने भी फिल्म उत्पादन और वितरण में सफलता पाई। मल्टीप्लेक्स के लिए कर में छूट से भारत में मल्टीप्लेक्सों की संख्या बढ़ी है और फिल्म दर्शकों के लिए सुविधा भी। 2003 तक फिल्म निर्माण / वितरण / प्रदर्शन से सम्बंधित 30 से ज़्यादा कम्पनियां भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध की गयी थी जो फिल्म माध्यम के बढ़ते वाणिज्यिक प्रभाव और व्यसायिकरण का सबूत हैं। दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग दक्षिण भारत की चार फिल्म संस्कृतियों को एक इकाई के रूप में परिभाषित करता है। ये कन्नड़ सिनेमा, मलयालम सिनेमा, तेलुगू सिनेमा और तमिल सिनेमा हैं। हालाँकि ये स्वतंत्र रूप से विकसित हुए हैं लेकिन इनमे फिल्म कलाकारों और तकनीशियनों के आदान-प्रदान और वैष्वीकरण ने इस नई पहचान के जन्म में मदद की। भारत से बाहर निवास कर रहे प्रवासी भारतीय जिनकी संख्या आज लाखों में हैं, उनके लिए भारतीय फिल्में डीवीडी या व्यावसायिक रूप से संभव जगहों में स्क्रीनिंग के माध्यम से प्रदर्शित होती हैं। Potts, 74 इस विदेशी बाजार का भारतीय फिल्मों की आय में 12% तक का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसके अलावा भारतीय सिनेमा में संगीत भी राजस्व का एक साधन है। फिल्मों के संगीत अधिकार एक फिल्म की 4 -5 % शुद्ध आय का साधन हो सकते हैं। .

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भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष

3 मई 2013 (शुक्रवार) को भारतीय सिनेमा पूरे सौ साल का हो गया। किसी भी देश में बनने वाली फिल्में वहां के सामाजिक जीवन और रीति-रिवाज का दर्पण होती हैं। भारतीय सिनेमा के सौ वर्षों के इतिहास में हम भारतीय समाज के विभिन्न चरणों का अक्स देख सकते हैं।उल्लेखनीय है कि इसी तिथि को भारत की पहली फीचर फ़िल्म “राजा हरिश्चंद्र” का रुपहले परदे पर पदार्पण हुआ था। इस फ़िल्म के निर्माता भारतीय सिनेमा के जनक दादासाहब फालके थे। एक सौ वर्षों की लम्बी यात्रा में हिन्दी सिनेमा ने न केवल बेशुमार कला प्रतिभाएं दीं बल्कि भारतीय समाज और चरित्र को गढ़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। .

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भारतीय व्यक्तित्व

यहाँ पर भारत के विभिन्न भागों एवं विभिन्न कालों में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों की सूची दी गयी है। .

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मधुबाला

मधुबाला (مدھو بال; जन्म: 14 फ़रवरी 1933, दिल्ली - निधन: 23 फ़रवरी 1969, बंबई) भारतीय हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री थी। उनके अभिनय में एक आदर्श भारतीय नारी को देखा जा सकता है। चेहरे द्वारा`भावाभियक्ति तथा नज़ाक़त उनकी प्रमुख विशेषतायें थीं। उनके अभिनय, प्रतिभा, व्यक्तित्व और खूबसूरती को देख कर यही कहा जाता है कि वह भारतीय सिनेमा की अब तक की सबसे महान अभिनेत्री है। वास्तव मे हिन्दी फ़िल्मों के समीक्षक मधुबाला के अभिनय काल को स्वर्ण युग की संज्ञा से सम्मानित करते हैं। .

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मन्दाकिनी (अभिनेत्री)

यह लेख मन्दाकिनी नाम की अभिनेत्री पर है। अन्य मन्दाकिनी लेखों के लिए देखें मन्दाकिनी मन्दाकिनी (जन्म ३० जुलाई १९६३) एक भूतपूर्व भारतीय अभिनेत्री हैं। .

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महानतम भारतीय (सर्वेक्षण)

सबसे महान भारतीय या महानतम भारतीय (अंग्रेजी:The Greatest Indian) एक सर्वेक्षण जो रिलायंस मोबाइल द्वारा प्रायोजित है और सीएनएन आईबीएन और हिस्ट्री चैनल के साथ साझेदारी में, आउटलुक पत्रिका द्वारा आयोजित किया गया था। आधुनिक भारत के विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपुर्ण योगदान और भारतीयों के जीवन में अद्वितीय असाधारन बदलाव लाने वाला महानतम शख्सियत खोजने के लिए भारत में दि ग्रेटेस्ट इंडियन या सबसे महानतम भारतीय इस कार्यक्रम का जनमत सर्वेक्षण जून 2012 से अगस्त 2012 दौरान आयोजित किया गया था, इसके विजेता, डॉ॰ भीमराव आंबेडकर हैं, 11 अगस्त को इसकी घोषणा हुई थी। इस सर्वेक्षण में करीब 2 करोड़ वोटिंग डॉ॰ आंबेडकर को हुई थी। इस सर्वेक्षण में पहले भारत के विभिन्न छेत्रों (जैसे, कला, राजनिती, अर्थशास्त्र, समाज सेवा, खेल, उद्योग, संगीत आदी) के 100 महान हस्तियों में से ज्यूरी के जरीये उनमें से 50 महान भारतीयों को चूना गया। बाद में 50 नामों में से वोटिंग के जरीये जवाहरलाल नेहरू से ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तक के 10 नाम रखे गये और एक बार फिर सभी नागरिकों द्वारा की गई अंतरराष्ट्रीय ऑनलाईन वोटिंग ओपन की गई, इसमें सर्वाधिक मतदान या मतदान डॉ॰ भीमराव आंबेडकर को मिले, वे दस में नंबर वन पर ही चुने गयें। भारत की स्वतंत्रता के बाद सबसे महान या महानतम भारतीय डॉ॰ भीमराव आंबेडकर हैं। वे स्वतंत्र्यता पूर्व के भी महानतम भारतीय है। महानतम ब्रिटेन स्पिन (Greatest Britons spin-offs) नापसंद के अन्य संस्करणों के विपरीत, महानतम भारतीय इतिहास के सभी समय अवधि से लोगों को शामिल नहीं किया था। दो कारणों से इस चुनाव के लिए दिए गए थे। इसमें महात्मा गांधी को नहीं लिया गया, उन्हें बिना सर्वेक्षण के महान बना दिया, नहीं तो विशेष रूप से डॉ.

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मुकेश

मुकेश चंद माथुर (जुलाई २२, १९२३, दिल्ली, भारत - अगस्त २७, १९७६), लोकप्रिय तौर पर सिर्फ़ मुकेश के नाम से जाने वाले, हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख पार्श्व गायक थे। मुकेश की आवाज़ बहुत खूबसूरत थी पर उनके एक दूर के रिश्तेदार मोतीलाल ने उन्हें तब पहचाना जब उन्होंने उसे अपनी बहन की शादी में गाते हुए सुना। मोतीलाल उन्हें बम्बई ले गये और अपने घर में रहने दिया। यही नहीं उन्होंने मुकेश के लिए रियाज़ का पूरा इन्तजाम किया। इस दौरान मुकेश को एक हिन्दी फ़िल्म निर्दोष (१९४१) में मुख्य कलाकार का काम मिला। पार्श्व गायक के तौर पर उन्हें अपना पहला काम १९४५ में फ़िल्म पहली नज़र में मिला। मुकेश ने हिन्दी फ़िल्म में जो पहला गाना गाया, वह था दिल जलता है तो जलने दे जिसमें अदाकारी मोतीलाल ने की। इस गीत में मुकेश के आदर्श गायक के एल सहगल के प्रभाव का असर साफ़-साफ़ नज़र आता है। 1959 में अनाड़ी फ़िल्म के ‘सब कुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी’ गाने के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था। १९७४ में मुकेश को रजनीगन्धा फ़िल्म में कई बार यूँ भी देखा है गाना गाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। १९७६ में जब वे अमेरीका के डेट्रॉयट शहर में दौरे पर थे, तब उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गयी। .

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मैं नशे में हूँ (1959 फ़िल्म)

मैं नशे में हूँ 1959 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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मूलचन्द

मूलचन्द हिन्दी तथा पंजाबी फ़िल्मों के एक चरित्र अभीनेता थे जिन्होंने १९५१ से लेकर १९८० के दशक के अंत तक अपनी मृत्यु तक लगभग २५० से भी ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया था। जिन फिल्मों में मूलचन्द ने काम किया था वह दारा सिंह की पहलवानों वाली फिल्मों से लेकर् गुरु दत्त की समानांतर सिनेमा तक थीं। वह अपने बड़े पेट के लिए जाने जाते थे। मूलचंद का पहला ज्ञात फ़िल्मों में अभिनय १९५१ का है। उसी वर्ष वह एक अन्य फ़िल्म में दिखाई दिये। इन दोनों फिल्मों के निर्देशक गुरु दत्त और राज कपूर ने आगे चलकर भी उन्हें काम दिया और मूलचंद ने गुरु दत्त की ५ और राज कपूर की ७ और फिल्मों में काम किया। इसके अलावा उन्होंने देव आनंद, बी.आर. चोपड़ा, दारा सिंह और आई॰ एस॰ जौहर जैसे निर्माताओं की फ़िल्मों में भी काम किया। .

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मेरा दोस्त मेरा धर्म (1973 फ़िल्म)

मेरा दोस्त मेरा ध्र्म 1973 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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मेरा नाम जोकर (1970 फ़िल्म)

मेरा नाम जोकर 1970 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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मोहम्मद रफ़ी

कोई विवरण नहीं।

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रणबीर कपूर

रणबीर कपूर, (जन्म: सितम्बर २८ 1982), मुंबई महाराष्ट्र,भारत) एक भारतीय अभिनेता हैं जो बॉलीवुड सिनेमा में अभिनय करते है। रणबीर कपूर ने अपने फ़िल्मी जीवण की शुरुआत एक सहयोगी निर्देशक के रूप मैं निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ की। इसके तुरंत बाद उन्होंने सांवरिया फ़िल्म मैं बतौर अभिनेता अपना पहला अभिनय किया जिसके लिए उन्होंने फ़िल्मफेर द्वारा आयोजित सर्वश्रेष्ठ पुरुष फ़िल्म अभिनेता का खिताब जीता। इसके बाद उन्होंने वेक अप सीड, अजब प्रेम की गज़ब कहानी और रोक्केट सिंह: सेल्समन ऑफ़ द इयर, इन फ़िल्मो मैं एक ही साल मैं अभिनय करके सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त की. इन अभिनयों के लिए उन्हें फ़िल्मफेर द्वारा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता क्रिटिक्स पुरस्कार दिया गया। इसके बाद फ़िल्म राजनीति (2010) मैं एक महत्वाकांक्षी राजनेता के रूप में उनकी भूमिका के लिए उन्होंने मान्यता प्राप्त की जो उनकी सबसे बड़ी व्यावसायिक सफलता मानी जाती है। रणबीर कपूर का जन्म 28 सितंबर 1982 जो हिंदी सिनेमा के एक अभिनेता है, उन्होंने अपने करियर की शुरुवात संजय लीला भंसाली के साथ काम करके की.2007 में उन्होंने वही डायरेक्टर के साथ अपनी पहली फ़िल्म में काम किया वो एक पंजाबी परिवार से सम्बन्ध रखते है। उन्होंने अपना शिक्षण मुंबई के महिम की बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल में पूर्ण किया। फिर उन्हें एक्टिंग सिखने के लिए नेव्योर्क के ली स्ट्रासबर्ग थिएटर एंड फ़िल्म इंस्टिट्यूट भेजा गया। अपने करियर की शुरुवात करने से पहले उन्होंने दो शोर्ट फ़िल्मे भी बनायीं। फिर उन्होंने संजय लीला भंसाली की फ़िल्म बलैक (2005) में उनकी मदद की। .

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राजू बन गया जेंटलमैन

राजू बन गया जेंटलमैन 1992 में बनी हिन्दी भाषा की हास्य प्रेमकहानी फिल्म है। शाहरुख खान, जूही चावला, नाना पाटेकर और अमृता सिंह अभिनीत इस फिल्म के अधिकार शाहरुख की रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट के स्वामित्व में हैं। .

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राजेन्द्र कुमार (अभिनेता)

राजेन्द्र कुमार (२० जुलाई १९२९ – १२ जुलाई १९९९) ६० तथा ७० के दशकों में बॉलीवुड के सफलतम अभिनेताओं में से एक थे। ८० के दशक में वह कई फ़िल्मों के निर्माता थे जिनमें उनके पुत्र कुमार गौरव ने अभिनय किया है। उनका जन्म ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रान्त के सियालकोट शहर में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। .

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राजीव कपूर

राजीव कपूर भारतीय फिल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक और कपूर परिवार के सदस्य है। .

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रेशमा

रेशमा (c.1947 – 3 नवम्बर 2013) सितारा-ए-इम्तियाज़ से सम्मानित पाकिस्तानी लोक गायिका थीं। वो भारत में भी काफ़ी लोकप्रिय थी। उनका 3 नवम्बर 2013 को पाकिस्तान के लाहौर में निधन हो गया। .

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लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल

लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल एक लोकप्रिय भारतीय संगीतकार की जोड़ी है, लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर (१९३७-१९९८) और प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा (जन्म १९४०) से मिलकर बनी थी। उन्होंने १९६३ से १९९८ तक ६३५ हिंदी फिल्मों के लिए संगीत रचना की और इस समय के लगभग सभी उल्लेखनीय फिल्म निर्माताओं के लिए काम किया जिसमे सम्मिलित थे राज कपूर, देव आनंद, बी.आर.

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शशि कपूर

शशि कपूर (जन्म: 18 मार्च, 1938, निधन: 04 दिसम्बर 2017) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे। शशि कपूर हिन्दी फ़िल्मों में लोकप्रिय कपूर परिवार के सदस्य थे। वर्ष २०११ में उनको भारत सरकार ने पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया। वर्ष २०१५ में उनको २०१४ के दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया। इस तरह से वे अपने पिता पृथ्वीराज कपूर और बड़े भाई राजकपूर के बाद यह सम्मान पाने वाले कपूर परिवार के तीसरे सदस्य बन गये। .

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शारदा (1957 फ़िल्म)

शारदा 1957 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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श्री ४२० (1955 फ़िल्म)

श्री ४२० 1955 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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श्रीमान सत्यवादी (1960 फ़िल्म)

श्रीमान सत्यवादी 1960 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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शैलेन्द्र

शंकरदास केसरीलाल शैलेन्द्र (१९२३-१९६६) हिन्दी के एक प्रमुख गीतकार थे। जन्म रावलपिंडी में और देहान्त मुम्बई में हुआ। इन्होंने राज कपूर के साथ बहुत काम किया। शैलेन्द्र हिन्दी फिल्मों के साथ-साथ भोजपुरी फिल्मों के भी एक प्रमुख गीतकार थे। .

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सत्यम शिवम सुन्दरम (1978 फ़िल्म)

'सत्यं शिवं सुन्दरम्' का पोस्टर सत्यम शिवम सुन्दरम (साहित्यिक अर्थ: सच्चा, कल्याणप्रद, मनोहर) 1978 में बनी हिन्दी फिल्म है, जिसमें शशि कपूर और जीनत अमान की प्रमुख भूमिका थी। .

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सपनों का सौदागर (1968 फ़िल्म)

सपनों का सौदागर 1968 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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सरगम (1950 फ़िल्म)

सरगम 1950 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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संगम (1964 फ़िल्म)

संगम 1964 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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संगम (बहुविकल्पी)

संगम के कई अर्थ हो सकते हैं -.

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सुनहरे दिन

सुनहरे दिन 1949 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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हमारी बात

हमारी बात 1943 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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हरसिल

हरसिल, भारत के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल के उत्तरकाशी जिले में उत्तरकाशी-गंगोत्री मार्ग के मध्य स्थित एक ग्राम और कैण्ट क्षेत्र है। यह स्थान गंगोत्री को जाने वाले मार्ग पर भागीरथी नदी के किनारे स्थित है। हरसिल समुद्र तल से ७,८६० फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां से ३० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान जो १,५५३ वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला है। .

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हिन्दको भाषा

हिन्दको (Hindko) पश्चिमोत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के हिन्दकोवी लोगों और अफ़ग़ानिस्तान के कुछ भागों में हिन्दकी लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक हिंद-आर्य भाषा है। कुछ भाषावैज्ञानिकों के अनुसार यह पंजाबी की एक पश्चिमी उपभाषा है हालांकि इसपर कुछ विवाद भी रहा है। कुछ पश्तून लोग भी हिन्दको बोलते हैं। पंजाबी के मातृभाषी बहुत हद तक हिन्दको समझ-बोल सकते हैं।, Aydin Yücesan Durgunoğlu, Ludo Th Verhoeven, pp.

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हिन्दी सिनेमा

हिन्दी सिनेमा, जिसे बॉलीवुड के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दी भाषा में फ़िल्म बनाने का उद्योग है। बॉलीवुड नाम अंग्रेज़ी सिनेमा उद्योग हॉलिवुड के तर्ज़ पर रखा गया है। हिन्दी फ़िल्म उद्योग मुख्यतः मुम्बई शहर में बसा है। ये फ़िल्में हिन्दुस्तान, पाकिस्तान और दुनिया के कई देशों के लोगों के दिलों की धड़कन हैं। हर फ़िल्म में कई संगीतमय गाने होते हैं। इन फ़िल्मों में हिन्दी की "हिन्दुस्तानी" शैली का चलन है। हिन्दी और उर्दू (खड़ीबोली) के साथ साथ अवधी, बम्बईया हिन्दी, भोजपुरी, राजस्थानी जैसी बोलियाँ भी संवाद और गानों में उपयुक्त होते हैं। प्यार, देशभक्ति, परिवार, अपराध, भय, इत्यादि मुख्य विषय होते हैं। ज़्यादातर गाने उर्दू शायरी पर आधारित होते हैं।भारत में सबसे बड़ी फिल्म निर्माताओं में से एक, शुद्ध बॉक्स ऑफिस राजस्व का 43% का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि तमिल और तेलुगू सिनेमा 36% का प्रतिनिधित्व करते हैं,क्षेत्रीय सिनेमा के बाकी 2014 के रूप में 21% का गठन है। बॉलीवुड भी दुनिया में फिल्म निर्माण के सबसे बड़े केंद्रों में से एक है। बॉलीवुड कार्यरत लोगों की संख्या और निर्मित फिल्मों की संख्या के मामले में दुनिया में सबसे बड़ी फिल्म उद्योगों में से एक है।Matusitz, जे, और पायानो, पी के अनुसार, वर्ष 2011 में 3.5 अरब से अधिक टिकट ग्लोब जो तुलना में हॉलीवुड 900,000 से अधिक टिकट है भर में बेच दिया गया था। बॉलीवुड 1969 में भारतीय सिनेमा में निर्मित फिल्मों की कुल के बाहर 2014 में 252 फिल्मों का निर्माण। .

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हिंदी चलचित्र, १९४० दशक

यहाँ बीसवीं सदी के चालीस के दशक के कुछ प्रमुख हिंदी चलचित्रों की सूची है। .

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हिंदी चलचित्र, १९५० दशक

१९५० के दशक का हिंदी चलचित्रौं का सूची .

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हिंदी चलचित्र, १९६० दशक

1960 दशक के हिंदी चलचित्र .

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हिंदी चलचित्र, १९७० दशक

1970 के दशक के सबसे सफल चलचित्र है: .

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हिंदी चलचित्र, १९८० दशक

1980 के दशक के हिंदी चलचित्र: .

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हेमा मालिनी

हेमा मालिनी हेमा मालिनी हिन्दी फ़िल्मजगत की प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। इन्होंने अपने फ़िल्म कैरियर की शुरुआत राज कपूर के साथ फ़िल्मसपनों का सौदागर से की। 1981 में इन्होंने अभिनेता धर्मेन्द्र से विवाह किया। ये अब भी फ़िल्मों में सक्रिय हैं। ये भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से राज्यसभा की सांसद चुनी गईं हैं। हेमा मालिनी वर्तमान में मथुरा (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा की सांसद हे प्रसिद्ध अभिनेत्री और नृत्यांगना हेमा मालिनी बालीवुड की उन गिनी, चुनी अभिनेत्रियों में शामिल हैं, जिनमें सौंदर्य और अभिनय का अनूठा संगम देखने को मिलता है। लगभग चार दशक के कैरियर में उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया लेकिन कैरियर के शुरुआती दौर में उन्हें वह दिन भी देखना पड़ा था। जब एक निर्माता-निर्देशक ने उन्हें यहां तक कह दिया था कि उनमें स्टार अपील नहीं है। (ड्रीमगर्ल) हेमा मालिनी ने जब फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा ही था तब एक तमिल निर्देशक श्रीधर ने उन्हें अपनी फिल्म में काम देने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि उनमें स्टार अपील नहीं है। बाद में सत्तर के दशक में इसी निर्माता-निर्देशक ने उनकी लोकप्रियता को भुनाने के लिए उन्हें लेकर 1973 में (गहरी चाल) फिल्म का निर्माण किया। हेमा मालिनी फिल्म इंडस्ट्री में जगह बनाने के लिए 1968 तक संघर्ष करती रहीं लेकिन उन्हें काम नहीं मिला। वह साल उनके सिने कैरियर का सुनहरा वर्ष साबित हुआ जब उन्हें सुप्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक और अभिनेता राजकपूर की फिल्म (सपनों का सौदागर) में पहली बार नायिका के रूप में काम करने का मौका मिला। फिल्म के प्रचार के दौरान हेमा मालिनी को। ड्रीम गर्ल.

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जान पहचान (1950 फ़िल्म)

जान पहचान 1950 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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जागते रहो (1956 फ़िल्म)

जागते रहो 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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जिस देश में गंगा बहती है

जिस देश में गंगा बहती है हिन्दी भाषा की एक फ़िल्म है जो १९६० में प्रदर्शित हुई थी। इस फ़िल्म के निर्देशक थे राधू कर्माकर और निर्माता राज कपूर थे। इस फ़िल्म को १९६० के फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के अलावा तीन अन्य श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया था। .

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जेल यात्रा

जेल यात्रा 1947 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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जोकर (बहुविकल्पी)

जोकर एक अंग्रेजी शब्द है, जिसका संबंध निम्न लेखों से है: .

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वाल्मीकि (1946 फ़िल्म)

वाल्मीकि 1946 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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वकील बाबू (1982 फ़िल्म)

वकील बाबू 1982 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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ख़ान दोस्त (1976 फ़िल्म)

ख़ान दोस्त 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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गौरी (1943 फ़िल्म)

गौरी 1943 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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गोपीचन्द जासूस (1982 फ़िल्म)

गोपीचन्द जासूस 1982 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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गोपीनाथ (फ़िल्म)

गोपीनाथ 1948 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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गीता बाली

गीता बाली गीता बाली हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। गीता बाली का जन्म विभाजन के पूर्व के पंजाब में हरकिर्तन कौर के रूप में हुआ था। वह सिख थीं और उनके फ़िल्मों में आने से पहले उनका परिवार काफी गरीबी में रहता था। १९५० के दशक में वह काफी विख्यात अदाकारा थीं। .

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आशियाना (1952 फ़िल्म)

आशियाना 1952 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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आशिक (1962 फ़िल्म)

आशिक 1962 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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आह (1953 फ़िल्म)

आह 1953 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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आवारा (1951 फ़िल्म)

आवारा 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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आग (1948 फ़िल्म)

आग 1948 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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इन्कलाब (१९३५ फ़िल्म)

इन्कलाब १९३५ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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कन्हैया (1959 फ़िल्म)

कन्हैया 1959 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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कपूर (उपनाम)

कपूर पंजाबी खत्री उपजाति या गोत्र है। इसका प्रयोग उपनाम के रूप में होता है। इस उपनाम वाले उल्लेखनीय लोगों की सूची जिनका इस जाति से सम्बद्ध हो भी सकता और नहीं भी, निम्नलिखित है:- .

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कपूर परिवार

कपूर परिवार एक प्रसिद्ध भारतीय परिवार है, इस परिवार के लोग ज्यादातर सिनेमा,अभिनेता,फ़िल्म निर्देशक और फ़िल्म निर्माता है। इस परिवार की कई पीढियों ने हिन्दी फ़िल्मों के विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस परिवार ने हिन्दी सिनेमा और बॉलीवुड में बहुत सम्मान और लोकप्रियता हासिल की है। यह ख़ानदान मुख्यतः पंजाबी-हिन्दू है। .

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करण जौहर

करण जौहर करण जौहर (जन्म: 25 मई, 1975) हिन्दी एक प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्देशक, उत्पादक, चलचित्र लेखक, कॉस्ट़्यूम दिज़ाइनर, अभिनेता और टिवि होस्ट है। वह हिरू जौहर और यश जौहर के पुत्र है। वह धर्मा प्रोडक्शन्स कम्पनी के मुखिया भी है। वह भारत और विश्व के सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले फिल्मो का उत्पादन करने के लिये प्रसिद्ध है। इनमे से चार फिल्मे, जिनमे शाहरुख खान अभिनेता के पात्र मे मौजूद है, विदेशी फिल्म उद्योग मे भारत के सबसे ज़्यादा कमाने वाले उत्पादन मे से है। इन फिल्मो कि कामयाबी के कारण, करण जोहर को भारतीय सिनेमा का पश्चिम अनुभूति मे बदलाव लाने के लिए श्रेय दिया गया है। आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्देशित 'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे' नामक फिल्म मे अभिनेता के पात्र मे करण जोहर ने फिल्मो मे शुरुआत किया था। उन्होंने बाद मे बेहद सफल रोमानी कॉमेडी, कुछ कुछ होता है के साथ अपने निर्देशन जीविका की शुरुआत की। इस फिल्म से उसे सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिये और सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिये फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। उनकी दूसरी फिल्मे परिवारिक नाटक, कभी खुशी कभी ग़म (२००१) और रोमांटिक नाटक, कभी अलविदा ना कहना (२००६) थे। कभी अलविदा ना कहना (2006) व्यभिचार के विषय के साथ जुडा हुआ एक फिल्म था। दोनों ही फिल्मों ने भारत और विदेशों में प्रमुख वित्तीय सफलताए प्राप्त की। इस प्रकार जौहर ने बॉलीवुड के सबसे सफल फिल्म निर्माताओं के तालिका में खुद को स्थापित कर लिया। उनकी चौथी फिल्म माइ नेम इज़ ख़ान (२०१०) को सकारात्मक समीक्षा मिली और उस फिल्म ने दुनिया भर मे २०० करोड़ रुपये कमाए। इन सब के कारण्, वह खुद को भारतीय सिनेमा में सबसे सफल निर्देशक और निर्माता के रूप में स्थापित किया है। यही सूचना के कारण उन्होने अपनी पहली फिल्म कुछ कुछ होता है बनाई। करण जौहर एक कुशल निर्देशक के रूप मे जाने जाते है। .

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करण कपूर

करण कपूर (जन्म १८ जनवरी १९६२) भारतीय मूल के एक पूर्व फ़िल्म अभिनेता और मॉडल हैं। वे बॉलीवुड अभिनेता शशि कपूर और उनकी दिवंगत पत्नी, ब्रिटिश अभिनेत्री जेनिफर केंडल के बेटे हैं। उनके दादा पृथ्वीराज कपूर थे और उनके चाचा हैं: राज कपूर और शम्मी कपूर। उनके बड़े भाई कुणाल कपूर और बहन संजना कपूर ने भी कुछ फिल्मों में अभिनय किया है, लेकिन वे उनके जैसे सफल नहीं हुए। उनके नाना-नानी, जेफ़री केंडल और लौरा केंडल भी अभिनेता थे, जिन्होंने अपने थिएटर समूह "शेक्सपीराना" के साथ भारत और एशिया का दौरा किया करते थे और नाटक शेक्सपियर ऍण्ड शॉ का प्रदर्शन करते। बाद में करण ने फोटोग्राफी की ओर रुख़ किया और इस ही पेशे को अपनाने का फैसला किया, हालांकि उन्होंने एक अभिनेता के रूप में भी काम किया है। एक हालिया साक्षात्कार में करण का कहना था कि अभिनय से जुड़े एक बहुत प्रसिद्ध बॉलीवुड परिवार का हिस्सा रहने के बावजूद वे बचपन से ही हमेशा फोटोग्राफी में दिलचस्पी रखते हैं। .

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करीना कपूर

करीना कपूर (जन्म: २१ सितम्बर १९८०) बॉलीवुड फिल्मों में काम करने वाली एक भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री हैं। कपूर फ़िल्म परिवार में जन्मी करीना ने अभिनय की शुरुआत साल २००० में रिलीज़ हुई फ़िल्म रिफ्युज़ी के साथ की। इस फ़िल्म में अपने अभिनय के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल डेब्यू यानि उस साल अपने अभिनय जीवन की शुरुआत करने वाली अभिनेत्रियों में से सर्वश्रेष्ठ अभिनत्री का पुरस्कार भी मिला। साल २००१ में, अपनी दूसरी फ़िल्म मुझे कुछ कहना है रिलीज़ होने के साथ ही, कपूर को अपनी पहली व्यावसायिक सफलता मिली। इसके बाद इसी साल आई करन जौहर की नाटक से भरपूर फ़िल्म कभी खुशी कभी ग़म में भी करीना नज़र आयीं। ये फ़िल्म उस साल विदेशों में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली भारतीय फ़िल्म बन गई और साथ ही करीना के लिए ये तब तक की सबसे बड़ी व्यावसायिक सफलता थी। २००२ और २००३ में लगातार कई फिल्मों की असफलता और एक जैसी भूमिकाएं करने की वजह से करीना को समीक्षालों से काफ़ी नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं, उसके बाद करीना ने एक जैसी भूमिकाओं या टाईपकास्ट (typecast) से बचने के लिए ज्यादा मेहनत वाली और कठिन भूमिकाएं लेना शुरू कर दिया। फ़िल्म चमेली (Chameli) में देह व्यापार करने वाली एक लड़की की भूमिका ने उनके करियर की दिशा बदल दी। इस फ़िल्म में अपने अभिनय के लिए उन्हें फ़िल्मफेयर स्पेशल परफोर्मेंस अवार्ड या फ़िल्मफेयर विशिष्ट प्रदर्शन पुरस्कार (Filmfare Special Performance Award) भी मिला। इसके बाद, फ़िल्म समीक्षकों द्वारा बहुप्रशंसित फिल्मों देव और ओंकारा में अभिनय के लिए उन्हें फिल्मफेयर समारोह में आलोचकों की दृष्टि से दो सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार (Critics Awards for Best Actress) भी मिले। २००४ और २००६ के बीच अभिनय के क्षेत्र में इतनी अलग-अलग तरह की भूमिकाएं करने के बाद उन्हें बहुमुखी प्रतिभा की धनी अभिनेत्री के रूप में जाना जाने लगा। वर्ष २००७ में, कपूर ने व्यावसायिक दृष्टि से बेहद सफल रही कॉमेडी-रोमांस फ़िल्म जब वी मेट में अपने प्रदर्शन के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार जीता.बॉक्स ऑफिस पर कमाई करने के मामले में भले ही उनकी फिल्मों का प्रदर्शन काफी अलग अलग रहा हो लेकिन करीना ख़ुद को हिन्दी फ़िल्म उद्योग में आज कल की अग्रणी फ़िल्म अभिनेत्री के रूप में स्थापित करने में सफल रही हैं। .

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कल आज और कल (1971 फ़िल्म)

कल आज और कल 1971 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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किशोर कुमार

किशोर कुमार (जन्म: 4 अगस्त, 1929 खंडवा मध्यप्रदेश निधन: 13 अक्टूबर, 1987) भारतीय सिनेमा के मशहूर पार्श्वगायक समुदाय में से एक रहे हैं। वे एक अच्छे अभिनेता के रूप में भी जाने जाते हैं। हिन्दी फ़िल्म उद्योग में उन्होंने बंगाली, हिंदी, मराठी, असमी, गुजराती, कन्नड़, भोजपुरी, मलयालम, उड़िया और उर्दू सहित कई भारतीय भाषाओं में गाया था। उन्होंने सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए 8 फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते और उस श्रेणी में सबसे ज्यादा फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड बनाया है। उसी साल उन्हें मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लता मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उस वर्ष के बाद से मध्यप्रदेश सरकार ने "किशोर कुमार पुरस्कार"(एक नया पुरस्कार) हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए चालु कर दिया था। .

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कुणाल कपूर (कपूर परिवार)

कुणाल कपूर ब्रिटिश व भारतीय मूल के पूर्व भारतीय अभिनेता हैं। वे शशि कपूर और स्वर्गीय जेनिफर केंडल के सबसे बड़े पुत्र हैं। .

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अनहोनी (1952 फ़िल्म)

अनहोनी 1952 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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अनाड़ी (1959 फ़िल्म)

अनाड़ी 1959 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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अनुपम श्याम

अनुपम श्याम (जन्म: २० सितंबर १९५७, प्रतापगढ़) एक भारतीय अभिनेता है जो कि मुख्यतः बॉलीवुड की फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभाते हैं। .

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अब्दुल्ला (1980 फ़िल्म)

अब्दुल्ला 1980 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

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अमर प्रेम (1948 फ़िल्म)

अमर प्रेम 1948 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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अरमान जैन

अरमान जैन एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता हैं। इन्होने अपने अभिनय की शुरुआत लेकर हम दीवाना दिल से शुरू की थी। .

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अंदाज़ (1949 फ़िल्म)

अंदाज़ 1949 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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अंबर (1952 फ़िल्म)

अंबर 1952 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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छलिया (1960 फ़िल्म)

छलिया 1960 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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१४ दिसम्बर

14 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 348वॉ (लीप वर्ष मे 349 वॉ) दिन है। साल में अभी और 17 दिन बाकी है। भारत देशमें १४ दिसम्बर के रोज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिन मनाया जाता है। .

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१९२४

1924 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

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१९७१ में पद्म भूषण धारक

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१९८८

1988 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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