सामग्री की तालिका
8 संबंधों: चारा घोटाला, दूध, पलटा, पूर्व भारतीय खाना, मिठाई, राबड़ी देवी, संख्यावाची विशिष्ट गूढ़ार्थक शब्द, उत्तर भारतीय खाना।
चारा घोटाला
पशुओं को खिलाये जाने वाले चारे के नाम से सरकारी खजाने का पैसा निकाल कर तथाकथित नेता खा गये। चारा घोटाला स्वतन्त्र भारत के बिहार प्रान्त का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार घोटाला था जिसमें पशुओं को खिलाये जाने वाले चारे के नाम पर 950 करोड़ रुपये सरकारी खजाने से फर्जीवाड़ा करके निकाल लिये गये।, दि न्यू यॉर्क टाइम्स, 1997-07-02.
देखें रबड़ी और चारा घोटाला
दूध
एक गिलास दूध दूध एक अपारदर्शी सफेद द्रव है जो मादाओं के दुग्ध ग्रन्थियों द्वारा बनाया जता है। नवजात शिशु तब तक दूध पर निर्भर रहता है जब तक वह अन्य पदार्थों का सेवन करने में अक्षम होता है। साधारणतया दूध में ८५ प्रतिशत जल होता है और शेष भाग में ठोस तत्व यानी खनिज व वसा होता है। गाय-भैंस के अलावा बाजार में विभिन्न कंपनियों का पैक्ड दूध भी उपलब्ध होता है। दूध प्रोटीन, कैल्शियम और राइबोफ्लेविन (विटामिन बी -२) युक्त होता है, इनके अलावा इसमें विटामिन ए, डी, के और ई सहित फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयोडीन व कई खनिज और वसा तथा ऊर्जा भी होती है। इसके अलावा इसमें कई एंजाइम और कुछ जीवित रक्त कोशिकाएं भी हो सकती हैं।। इकॉनोमिक टाइम्स, २२ मार्च २००९ .
देखें रबड़ी और दूध
पलटा
पलटा पलटा भारतीय खाना बनाने में इस्तेमाल होनेवाला बर्तन है। इसमें एक लंबी छड़ के अंत में एक तिकोना भाह लगा होता है, जो कि धातु का होता है। उस भाग को कड़ाही में रगड़ रगड़ कर खाद्य को भूना जाता है। उदाहरण के लिए पलटे का प्रयोग रबड़ी और खुरचन आदि बनाने के लिए होता है। .
देखें रबड़ी और पलटा
पूर्व भारतीय खाना
पूर्व भारत के खान पान में अन्य क्षेत्रों से कुछ अलग ही बात है। वहां के व्यंजन .
देखें रबड़ी और पूर्व भारतीय खाना
मिठाई
मिठाइयाँ केरल में पुंसावनम के समय परोसी जाने वाले मिठाइयाँ भारतीय मिठाइयाँ या मिष्ठान्न शक्कर, अन्न और दूध के अलग अलग प्रकार से पकाने और मिलाने से बनती हैं। खीर और हलवा सबसे सामान्य मिठाइयाँ हैं जो प्रायः सभी के घर में बनती हैं। ज्यादातर मिठाइयाँ बाज़ार से खरीदी जाती हैं। मिठाई बनाने वाले पेशेवर बावर्चियों को हलवाई कहते हैं। भारत की संस्कृति के ही अनुसार यहां हर प्रदेश की मिठाई में भी विभिन्नता है। उदाहरण के लिए बंगाली मिठाइयों में छेने की प्रमुखता है तो पंजाबी मिठाइयों में खोये की। उत्तर भारत की मिठाइयों में दूध की प्रमुखता है तो दक्षिण भारत की मिठाइयों में अन्न की। त्योहारों व पारिवारिक अनुष्ठानों में मिठाई का बहुत महत्व होता है। दैनिक जीवन में मिठाई खाने के बाद खाई जाती है। कुछ मिठाइयों को खाने का समय निर्धारित होता है जैसे जलेबी सुबह के समय खाई जाती है, तो कुछ मिठाइयाँ पर्वों से संबंधित होती हैं, जैसे गुझिया उत्तर भारत में होली पर और दक्षिण भारत में दिवाली पर बनाने की परंपरा है। भारत में मिठाइयों की भरमार है। उनमें से कुछ निम्नलिखित है -.
देखें रबड़ी और मिठाई
राबड़ी देवी
राबड़ी देवी (जन्म: 1956 गोपालगंज) स्वतन्त्र भारत में बिहार प्रान्त की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी 25 जुलाई 1997 को बिहार की मुख्यमंत्री उस समय बनीं जब बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में उनके पति को जेल जाना पड़ा। उन्होंने तीन कार्यकाल में मुख्यमंत्री पद संभाला| मुख्यमंत्री के रूप में उनका पहला कार्यकाल सिर्फ़ 2 साल का रहा जो 25.07.1997 - 11.02.1999 तक चल सका। दूसरे और तीसरे कार्यकाल में उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर अपना पाँच साल का कार्यकाल पूरा किया। उनके दूसरे और तीसरे कार्यकाल की अवधि क्रमशः सन् 09.03.1999 - 02.03.2000 और 11.03.2000 - 06.03.2005 रहा। सन् 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में राबड़ी देवी वैशाली के राघोपुर क्षेत्र से निर्वाचित हुईं। राबड़ी का जन्म शिवप्रसाद चौधरी के घर बिहार के गोपालगंज जिले में हुआ था। 14 साल की उम्र में उनका विवाह सन् 1973 में लालू प्रसाद यादव के साथ हुआ। राबड़ी के सात बेटियाँ और दो बेटे (तेज प्रताप यादव तथा तेजस्वी यादव) हैं। बिहार की मुख्यमंत्री रहते हुए उन पर दफ्तर न जाने और विधानसभा में सवालों का जवाब न देने का आरोप लगता रहा है। पन्द्रहवीं लोकसभा के लिये हो रहे चुनाव प्रचार के दौरान एक आम सभा में राबड़ी देवी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड(जदयू)के प्रदेश अध्यक्ष लल्लन सिंह के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की। मीडिया में इसको लेकर उनकी खूब किरकिरी हुई। और जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने पटना के सीजेएम कोर्ट में राबड़ी देवी के खिलाफ 13 अप्रैल 2009 को मानहानि का मुकदमा दायर किया। राबड़ी के खिलाफ आदर्श चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप भी लगा। बिहार विधानसभा चुनाव, 2010 में, राबड़ी देवी ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा: राघोपुर और सोनपुर विधानसभा सीटें, लेकिन दोनों को हार गई, जबकि राष्ट्रीय जनता दल को भारी हार का सामना करना पड़ा, केवल 22 सीटों पर जीत दर्ज की गई। .
देखें रबड़ी और राबड़ी देवी
संख्यावाची विशिष्ट गूढ़ार्थक शब्द
हिन्दी भाषी क्षेत्र में कतिपय संख्यावाची विशिष्ट गूढ़ार्थक शब्द प्रचलित हैं। जैसे- सप्तऋषि, सप्तसिन्धु, पंच पीर, द्वादश वन, सत्ताईस नक्षत्र आदि। इनका प्रयोग भाषा में भी होता है। इन शब्दों के गूढ़ अर्थ जानना बहुत जरूरी हो जाता है। इनमें अनेक शब्द ऐसे हैं जिनका सम्बंध भारतीय संस्कृति से है। जब तक इनकी जानकारी नहीं होती तब तक इनके निहितार्थ को नहीं समझा जा सकता। यह लेख अभी निर्माणाधीन हॅ .
देखें रबड़ी और संख्यावाची विशिष्ट गूढ़ार्थक शब्द
उत्तर भारतीय खाना
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